Show
Pigmentation Remedies: झाइयों को दूर करने के लिए अपनाएं ये उपाय नई दिल्ली: खूबसूरत और बेदाग त्वचा आज हर कोई चाहता है, लेकिन भागदौड़ भरी इस जिंदगी में तनाव और प्रदूषण की वजह से कई बार लोग अपनी त्वचा की देखभाल नहीं कर पाते. इससे त्वचा संबंधी कई समस्याएं होने लगती हैं. इन्हीं में से एक है पिगमेंटेशन यानी चेहरे पर झाइयां. महिलाएं अपनी खूबसूरती को बनाए करने के लिए क्या कुछ नहीं करती हैं. लेकिन, बदलती लाइफस्टाइल के कारण स्किन पर हमें कई तरह के इफेक्ट्स साफ नजर आने लगते हैं. ऐसा माना जाता था कि स्किन पर होने वाली झाइयां बढ़ती उम्र की निशानी है, लेकिन आजकल यह कम उम्र के लोगों में भी देखी जा रही है. धूल-प्रदूषण और सनबर्न व कई बार पेट की गड़बड़ी के चलते भी झाइयां हो जाती हैं. असंतुलित हार्मोन्स भी इसकी एक बड़ी वजह मानी जाती है. झाइयां आपके चेहरे पर काले दाग या धब्बों जैसी ही दिखती हैं, जो चेहरे की ख़ूबसूरती को कम कर देती है. अगर आप भी झाइयों के कारण (Pigmentation Problem) परेशान हैं तो हम आपको कुछ ऐसे टिप्स (Home Remedies For Pigmentation) बताने वाले हैं, जिससे आप आसानी से इससे छुटकारा पा सकते हैं. यह भी पढ़ेंचेहरे की झाइयों के इलाज के लिए घरेलू उपाय (Home Remedies For Skin Pigmentation In Hindi)तुलसी के पत्तेचेहरे पर से झाइंया हटाने के लिए आप तुलसी के पत्तों की मदद ले सकती हैं. इसके लिए आप तुलसी के पत्तों को पीस कर उसमें नींबू के रस की तीन-चार बूंदे मिला लें. अब इसे चेहरे पर लगाएं. इससे जल्द ही आपको झाइयों से छुटकारा मिल जाएगा और डार्क सर्कल की समस्या है वो तो भी ठीक हो जाएंगी. कपूर का करें इस्तेमालचेहरे पर होने वाली झाइयों से परेशान लोग कपूर के इस्तेमाल से भी अपनी इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं. इसके लिए आप 5 से 6 चम्मच पानी लें और उसमें कपूर घोल दें. इसके बाद इसमें मुल्तानी मिट्टी मिलाए और अच्छी तरह घोल दें. अंत में इसमें एक चम्मच शहद मिला दें. इस पेस्ट को प्रभावित जगह पर लगाएं और सूखने के लिए छोड़ दें. सूखने पर सादे पानी से धो लें. बेहतर रिजल्ट्स के लिए कम से कम हफ्ते में एक बार जरूर इस्तेमाल करें. मलाई और विटामिन Cचेहरे की झाइयां दूर करने के लिए मलाई और विटामिन C सबसे कारगर उपाय है, इसलिए रोज सुबह ताजी क्रीम ले कर उसमें नींबू के रस की कुछ बूंदें मिलाइये. फिर इसे कुछ देर के लिये चेहरे पर लगाइए. आपको तीन से चार दिन में ही फर्क दिखने लगेगा और 1 हफ्ते बाद ही आप देखेंगी की झाइयां हल्की पड़ चुकी होंगी. जीरे का पानीजीरे का पानी भी चेहरे की झाइयां ठीक करने में कारगर है. इसके लिए दो से तीन चम्मच जीरे को रोज सुबह पानी में उबालिए. जब पानी ठंडा हो जाए तब इस पानी से अपने चेहरे को धोइये. इससे झाइयां कम होने लगेंगी. सेब और पपीते का गूदासेब और पपीते का गूदा चेहरा पर लगाना बहुत फायदेमंद होता है. दोनों ही फलों के गूदों में कुछ ऐसे तत्व पाए जाते हैं, जो चेहरे पर मौजूद अनचाहे दाग-धब्बों को दूर करने का काम करते हैं. आलू से झाइयों का इलाजआलू का रस निकाल कर झाइयों वाली जगह पर लगाएं और सूखने पर ठंडे पानी से धो लें. यह आपको चेहरे की झाइयों से छुटकारा दिलाने में मदद करता है. गाजर से करें झाइयों का उपचारगाजर को कद्दूकस कर लें. इसमें मुल्तानी मिट्टी डालकर मिला लें. इसमें एक चम्मच नींबू का रस मिलाएं. इसे त्वचा पर बीस मिनट के लिए लगाकर छोड़ दें. ऐसा सप्ताह में एक बार करें. दिल्ली: ट्रेड फेयर में सजावट के ये आइटम बने आकर्षण का केंद्र, देखिए रिपोर्ट अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है. क्या दाग-धब्बे आपके चेहरे की रंगत को कम कर रहे हैं? क्या आपको इन्हे मेकअप के पीछे छिपाना पड़ रहा है? पिगमेंटेशन एक ऐसी स्थिति है, जो चेहरे की रंगत को फीका कर सकती है| ऐसे में कुछ लोग महंगी-महंगी क्रीम और ट्रीटमेंट का सहारा लेते हैं | बावजूद इसके, धूप में जाते ही यह फिर बढ़ जाता है| आप यह मान लेते हैं कि समय के साथ यह झाइयां भी हलकी पड़ जाएंगी | हमारी माने तो दवाइयों और ट्रीटमेंट की बजाय घरेलू नुस्खों को आज़माकर देखें | निश्चित ही आपको फायदा होगा | यूं ही तो हमारी दादी-नानी इन नुस्खों पर नाज़ नहीं करती थीं ! कुछ खास बात होगी ना इनमें! Highlights:
पिगमेंटेशन क्या है? - (What Is Pigmentation In Hindi?)पिगमेंटेशन का तात्पर्य आपके चेहरे की रंगत से है | इसे त्वचा रंजकता विकार या फिर झाइयां भी कहते हैं | हमारी त्वचा मेलानिन नामक पिगमेंट से अपना रंग प्राप्त करती है | ज्यादा मेलानिन के उत्पादन से चेहरे का रंग गहरा होता है, वहीं मेलानिन के कम होने के कारण रंग गेंहुआ या गोरा होता है | जब त्वचा की कोशिकाएं किन्हीं कारणवश क्षतिग्रस्त या अस्वस्थ हो जाती हैं, तो यह मेलानिन के उत्पादन को प्रभावित करती हैं | कुछ रंजकता विकार [1] हमारी त्वचा के एक छोटे से हिस्से को नुकसान पहुंचाती हैं, लेकिन अन्य हमारे पूरे शरीर पर असर डालती हैं | पिगमेंटेशन के प्रकार- (Pigmentation Types In Hindi)पिगमेंटेशन मुख्यतः तीन प्रकार के होते हैं - ऐल्बिनिज्म (अल्बिनो), [2] मेलास्मा और विटिलिगो l पिगमेंटेशन को लेकर लोगों में कई गलत धारणाएं हैं l कई बार हम डार्क स्पॉट्स और सनटैन को भी पिगमेंटेशन समझ लेते हैं l लेकिन यह पिगमेंटेशन के शारीरिक विकार हैं, जो अक्सर चेहरे की सही देखभाल न हो पाने के कारण हो जाते हैं l इसके अतिरिक्त स्किन डिसऑर्डर के बाद भी पिगमेंटेशन हो सकता है l नीचे इसके बारे में विस्तार से जानिए l 1. ऐल्बिनिज्म (अल्बिनो)ऐल्बिनिज्म अनुवांशिक होता है l इससे पीड़ित लोगों के बाल सफेद, त्वचा रूखी और आंखें नीली हो जाती हैं l सूर्य या बल्ब आदि की रोशनी में उनकी आँखें लाल दिख सकती हैं l इस विकार के कारण कई बार व्यक्ति को दृष्टि की समस्या भी हो सकती है l ऐल्बिनिज्म का कोई इलाज नहीं है l इस स्थिति में व्यक्ति को अधिक समय तक सूर्य के प्रकाश में रहने से बचना चाहिए l यदि आपको या आपके किसी करीबी को ऐल्बिनिज्म है, तो कृपया ध्यान दें कि धूप में निकलते समय सनग्लास और कैप जरूर पहनें l 2. मेलास्मामेलास्मा, पिगमेंटेशन की सबसे सामान्य अवस्था है और महिलाओं में सबसे आम है l यह त्वचा की डर्मिस में होती हैl त्वचा के नीचे जीवित कोशिकाओं की मोटी परत को डर्मिस कहते हैं l इसमें ब्लड वेसेल्स (blood vessels), नर्व इंडिंग्स (Nerve endings), पसीने की ग्रंथियां और बालों के रोम होते हैं l यह त्वचा को निखारकर उसे मजबूती प्रदान करता है l मेलास्मा में यह चेहरे पर बड़े भूरे रंग के पैच के रूप में दिखाई देता है l गर्भावस्था और प्रसव के बाद चेहरे पर काले दाग-धब्बे पड़ जाते हैं, जिसे आप मेलास्मा कह सकते हैं l कई बार बहुत ज्यादा सन एक्सपोजर, हार्मोन्स के असंतुलन और गर्भ निरोधक गोलियां लेने से भी चेहरे पर मेलास्मा हो जाता है l 3. विटिलिगोइसे सफेदा भी कहते हैं l अज्ञानतावश पहले, लोग इसे छुआछूत की बीमारी भी मानते थे, लेकिन ऐसा नहीं है l कुछ मामलों में यह पूरी तरह ठीक भी हो जाता है l ज्यादातर मामलों में विटिलिगो अनुवांशिक होता है l इसे ऑटोइम्यून बीमारी माना जाता है l यह त्वचा (मेलानोसायटिस) में वर्णक-उत्पादक कोशिकाओं के नुकसान के कारण होता है l विटिलिगो में त्वचा पर चिकना और सफेद पैच बन जाता है l 4. त्वचा के जलने या चोट लगने से पड़ने वाले निशानथर्ड डिग्री जलने पर त्वचा में निशान पड़ जाते हैं, जिससे वहां काले और कई बार सफेद दाग पड़ जाते हैं l अकसर समय के साथ यह हलके पड़ जाते हैं l पिगमेंटेशन के कारण- (Pigmentation Causes In Hindi)मेलानोसाइट्स त्वचा में प्रोटीन मेलानिन का उत्पादन करते हैं l यही मेलानिन गोरी चमड़ी की तुलना में सांवले लोगों में ज्यादा होता है l उनकी वर्णक कोशिकाएं अधिक मेलानिन का उत्पादन करती हैं, जिससे उनकी त्वचा का रंग गहरा होता हैl यह मेलानाइजेशन की प्रक्रिया उन्हें सूर्य की पराबैगनी किरणों से बचाता हैl पिगमेंटेशन मेलानिन के उत्पादन को प्रभावित करता है l यह कई कारणों से हो सकता हैl
झाइयों और काले दाग-धब्बे को दूर करने का इलाज- (Pigmentation And Dark Spots Treatment In Hindi)झाइयों और काले दाग-धब्बों को कई तरीकों से दूर किया जा सकता है l यदि झाइयां हल्की हैं तो उन्हें आप स्किन लाइटनिंग और सन ब्लॉकिंग क्रीम से भी कम कर सकते हैं l यदि [4] डीप-पिगमेंटेशन हैं तो आप केमिकल पील, माइक्रो नीडलिंग, लेजर थेरेपी और कैमफ्लाश़ करा सकते हैं l इन ट्रीटमेंट के साथ आपको निम्नलिखित बातों का भी ध्यान रखना पड़ेगा-
1.स्किन लाइटनिंग क्रीमहाइड्रोक्विनोन एक ऐसी क्रीम है, जो कि त्वचा में मौजूद पिगमेंट कोशिकाओं को टूटने से बचाती है और मेलानिन बनाने में मदद करती है l यह ज्यादातर मेलास्मा में इस्तेमाल होती है l इससे कई बार त्वचा में खुजली हो सकती है l इसके इस्तेमाल के समय आपको [5] सनब्लॉक क्रीम जरूर लगानी चाहिये l रेटिनॉएड भी इसी तरह कि एक क्रीम हैl डॉक्टर मेलास्मा और कोलास्मा में इसे लगाने की सलाह देते हैंl इसके अतिरिक्त कई ब्यूटी प्रोडक्ट्स भी स्किन लाइटनिंग क्रीम बनती हैं, जिसे आप लगा सकते हैंl 2. केमिकल पील्सइस ट्रीटमेंट में केमिकल को त्वचा पर लगाया जाता है जिससे त्वचा की ऊपरी परत निकल जाती है l केमिकल पील को किसी अनुभवी चर्मरोग विशेषज्ञ की निगरानी में ही कराना चाहिए l नौसिखिए से केमिकल पील करना सुरक्षित नहीं है l कई बार इसमें त्वचा बहुत ज्यादा सफेद हो जाती है l ऐसे में विटिलिगो हो सकता हैl 3. माइक्रो नीडलिंगइस प्रक्रिया में क्रीम की सहायता से नीडल को त्वचा में भीतर तक घुसाया जाता हैl इससे कोलेजन और इलास्टिन की मात्रा को बढ़ाया जाता है l इस से कभी कभार उस जगह पर, दर्द के साथ सूजन, दाने और इन्फेक्शन हो सकता हैl 4. लेजर थेरेपीकुछ ख़ास तरह के लेजर थेरेपी में चिकित्सक प्रक्रिया द्वारा मेलानोसाइटिस नामक कोशिकाओं के उत्पादन में बढ़ावा देता हैl इसे आपको किसी प्रतिष्ठित चिकित्सालय से ही कराना चाहिए l 5. स्किन कैमफ्लाश़यह एक थिक और कलर्ड क्रीम है l यह मेलास्मा को छुपाने का काम करता है और आपकी त्वचा की लाइफ को बढाता है l चेहरे की झाइयों के इलाज के लिए घरेलू उपाय- (Home Remedies For Skin Pigmentation In Hindi)पिगमेंटेशन कम करने के लिए कई घरेलू नुस्खे भी अपनाये जा सकते हैं जो पुराने ज़माने में हमारी दादी उपयोग करते थे l इसके साइडइफ़ेक्ट भी नहीं हैं और कम खर्चे में बात बन जाती है l आईये जानते हैं किन-किन तरीकों से आप पिगमेंटेशन कम सकते हैं l A. गाजर से करें झाइयों का उपचार- Carrotगाजर खाने में जितना स्वादिष्ट होता है, उतना ही आपकी त्वचा के लिए फायदेमंद भी है l इसमें प्राकृतिक रूप से एंटीसेप्टिक गुण विद्यमान हैं l गाजर में युक्त बीटा-केरोटिन और आयरन त्वचा में चमक लाता है और दाग-धब्बों को दूर करता है l उपयोग करने का तरीका :
B. आलू से झाइयों का इलाज-Potatoआलू में एंटी-पिगमेंटेशन गुण होते हैं l यह एक प्राकृतिक ब्लीच है l इसे नियमित रूप से लगाने से पिगमेंटेशन कम हो जाता है l उपयोग करने का तरीका :
C. पिगमेंटेशन (झाइयां) की समस्या में तुलसी का प्रयोग-Tulsiतुलसी बहुत गुणकारी है l इसमें मौजूद कूलिंग प्रॉपर्टीज त्वचा को ठंडक देती हैं l तुलसी हमारी आत्मा और शरीर का ही शुद्धिकरण नहीं करती, बल्कि त्वचा को भी शुद्ध करती है l चेहरे कि धूल-मिटटी को दूर करती है l साथ ही साथ यह बुढ़ापे को भी रोकने में मददगार है l उपयोग करने का तरीका :
D. एलोवेरा के उपयोग से पाएं झाइयों से छुटकारा-Aloe Veraएलोवेरा त्वचा संबंधित अधिकतर बीमारियों में कारगर साबित होता है l अलोइन तत्व के कारण एलोवेरा को प्राकृतिक एंटी-पिगमेंटेशन माना जाता हैl यह त्वचा को ठंडक पहुंचाने के अलावा दाग-धब्बों को भी दूर करता हैl उपयोग करने का तरीका :
E. हल्दी से करें झाइयों का इलाज-Turmericहल्दी में एंटीसेप्टिक और एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं l यह त्वचा कि रंगत बढ़ाता है और उसे इन्फेक्शन से बचाता हैl उबटन आदि में इसका प्रयोग होता है l शायद इसलिए भारतीय संस्कृति में शादी के दिन दूल्हा-दुल्हन को हल्दी का उबटन लगाया जाता है l उपयोग करने का तरीका :
पिगमेंटेशन के दौरान आपका खान-पान- ( Diet For Pigmentation Problem In Hindi)1. पिगमेंटेशन से छुटकारा पाने के लिए, अपने खान-पान का विशेष ध्यान रखें l 2. चेहरे पर झाइयां आयरन और विटामिन-A की कमी से होती हैं l ऐसे आहार का सेवन करें जो कि आयरन और विटामिन A से भरपूर हो l 3. साथ ही साथ खट्टे फल, जैसे संतरा, मौसंबी, संतरा, कीवी और नींबू का सेवन करना चाहिए l विटामिन-C त्वचा को खूबसूरत और दाग-रहित बनाने में सहायक है l 4. फलों का रस पिएं l 5. सब्जियों में हरी पत्तेदार सब्जी और गाजर जरूर खाएंl 6. खूब सारा पानी पिएं l 7. छिलके वाली दाल ही खाएं, क्योंकि इसमें फाइबर होता है, जिससे आपको कब्ज की शिकायत नहीं रहती है l पिगमेंटेशन के दौरान परहेज- (What To Avoid For Preventing Pigmentation In Hindi?)
अक्सर पूछे गए सवाल- FAQS1. त्वचा रंजकता के लिए क्या खाना अच्छा है?-What food is good for skin pigmentation?त्वचा रंजकता के लिए संतुलित आहार बहुत जरूरी है l दाल-सब्जी के अलावा खट्टे फल जैसे मौसंबी,संतरा और कीवी खाएं l गाजर का सेवन ज्यादा से ज्यादा करें l 2.क्या रंजकता स्थाई रूप से ठीक हो सकती है?-Can pigmentation be cured permanently?अच्छे खान-पान और नियमित व्यायाम से आप इन झाइयों से छुटकारा पा सकते हैंl साथ ही साथ, चेहरे की देखभाल भी बहुत जरूरी है l हमेशा अपनी त्वचा के अनुकूल प्रोडक्ट्स का ही इस्तेमाल करें l 3. क्या लेजर रंजकता को दूर कर सकता है?-Does laser treatment remove pigmentation?कुछ मामलों में लेजर से पिगमेंटेशन ठीक हो जाते हैं l यदि दिक्कत अनुवांशिक हों तो लेजर से भी पिगमेंटेशन ठीक नहीं होते हैं l इन्हें आप बेहतर खान-पान और घरेलू नुस्खों से हल्के जरूर कर सकते हैं, लेकिन ठीक यह दवाइयों से ही होते हैं l निष्कर्ष उपरोक्त दिए गए घरेलू नुस्खों और बातों का ध्यान करके आप पिगमेंटेशन को ठीक कर सकते हैं, क्योंकि अक्सर पिगमेंटेशन बिना दवाइयों के ही ठीक हो जाता है l अपने खान-पान का ध्यान रखिए और त्वचा के अनुकूल प्रोडक्ट्स का ही इस्तेमाल कीजिये, यकीनन चेहरा दाग-रहित हो जाएगा l विश्वास रखिए इस तरह न तो आपको किसी साइडइफ़ेक्ट को झेलना होगा और न ही आपका ज्यादा खर्चा होगा l दादी-नानी के बताए इन नुस्खों से आपकी त्वचा साफ़ और खूबसूरत हो जाएगी l Begin By Knowing Your Skin क्या पिगमेंटेशन को पूरी तरह से ठीक किया जा सकता है?नींबू और शहद
नींबू और शहद का मेल त्वचा को बेदाग बनाने का बेहद कारगर उपाय है। जहां चेहरे के दाग-धब्बे हटाने का काम नींबू करता है, तो वहीं शहद त्वचा में कसाव प्रदान कर प्राकृतिक पोषण देता है। पिगमेंटेशन को दूर करने के लिए नींबू और शहद के मिश्रण को 10 मिनट तक चेहरे पर लगा रहने दें। अब चेहरा धो दें।
पिगमेंटेशन को कैसे खत्म करे?पिगमेंटेशन को कम करने में बसन, हल्दी और दूध भी काफी असरदार है. इसके लिए 1 चम्मच बेसन लें में 1 चुटकी हल्दी डालें और 3-4 बूंदें दूध डालकर पेस्ट बना लें. इसे चेहरे पर लगा लें और सूखने पर फेस वॉश कर लें. पपीता और गुलाबजल का इस्तेमाल भी पिगमेंटशन की समस्या को दूर करता है.
पिगमेंटेशन किसकी कमी से होता है?विटामिन डी
हमारी स्किन पर मेलानोसाइट्स सेल्स होते हैं जो पिग्मेंट, डार्क स्पॉट्स जैसी समस्याओं को रोकते हैं. मेलानोसाइट्स सेल्स विटामिन डी का ही एक रूप है जिसकी कमी से पिगमेंटेशन और झाइयों की समस्या बढ़ जाती हैं.
चेहरे की झाइयां खत्म करने के लिए क्या खाएं?विटामिन-सी खट्टे फलों और सब्जियों में प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। आप केले, नींबू, संतरे, अंगूर, अमरूद आदि चीजों का रोजाना सेवन करें। इससे चेहरे की झाइयों से निजात मिलता है। विटामिन-12 की कमी से भी चेहरे की झाइयां होती हैं।
|