Show हम अपने Bishnoi Panth की बात करते है तो इसमें कई गोत्र है। जिनकी गणना की बात करे तो वो ३७०(370) है। बिश्नोई पंथ की सभी गोत्र जो जाम्भोजी भगवान द्वारा बिश्नोई बनी थी, वो आपको इस सूची में दी गई है :- बिश्नोई की कास्ट क्या है?कई मान्यताओं के अनुसार श्री गुरु जम्भेश्वर भगवान विष्णु के अवतार माने गए है इनसे बना 'विष्णोई' शब्द कालातंर में परिवर्तित होकर विश्नोई या बिश्नोई हो गया। अधिकांश बिश्नोई जाट राजपूत जाति से बिश्नोई बने है।
बिश्नोई कौन से धर्म में आते हैं?बिश्नोई भारत का एक हिन्दू सम्प्रदाय है जो जिसके अनुयायी राजस्थान आदि प्रदेशों में पाये जाते हैं। श्रीगुरु जम्भेश्वर जी पंवार को बिश्नोई पंथ का संस्थापक माना जाता है।
भारत में बिश्नोई समाज की जनसंख्या कितनी है?भारत में इनकी कुल जनसंख्या 10 लाख के करीब है. यह मुख्य रूप से राजस्थान में पाए जाते हैं. हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, पंजाब और गुजरात में भी इनकी आबादी है. यह हिंदू धर्म का पालन करते हैं.
बिश्नोई का मतलब क्या होता है?'बिश्नोई' दो शब्दों से मिलकर बना हुआ है: बीस + नो अर्थात [(२९)] ; अर्थात जो उनतीस नियमों का पालन करता है।
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