बकरे का मीट खाने से क्या नुकसान होता है? - bakare ka meet khaane se kya nukasaan hota hai?

समय के हिसाब से लोगों की पसंद बदलती रहती है। जैसे: पहले लोग वेजिटेरियन फूड्स को अधिक प्रेफरेंस देते थे और आज लोग नॉनवेज को अधिक प्रेफरेंस देते हैं।

हालांकि ये बात आपके पर्सनल च्वॉइस पर निर्भर करती है।

इसलिए आज के समय में लोग कई तरह के नॉनवेज और उससे बने फूड्स का लोग सेवन करने लगे हैं।

● चिकन (Chicken

● खरगोश (Rabbit)

● बकरा (Mutton)

● लैम्ब (Lamb)

● पोर्क (Pork)

● भेड़ (Sheep)

आदि का भारत में काफी अधिक सेवन किया जाता है। 

भारत में पिछले कुछ सालों में रेड मीट का चलन काफी बढ़ गया है और लोग उसे खाना पसंद भी करते हैं। इंडिया में सबसे अधिक जिस रेड मीट का सेवन होता है वो मटन है। ये बात सही भी है जब भी हम लोग कहीं पार्टी या किसी स्पेशल ओकेजन पर जाते हैं और अगर सामने चिकन और मटन रखा हो तो लोग अक्सर मटन खाने पसंद करते हैं।

एक बार पार्टी के दौरान मैंने जब फ्रेंड से पूछा कि चिकन और मटन में से वो मटन ही क्यों खा रहा है। तो उसने मुझसे बोला था कि चिकन टेस्ट में काफी अच्छा होता है। इसलिए वो उसे ही खाता है। लेकिन आप ये बात भी जानते होंगे कि कई बार टेस्ट वाली चीज सेहत के लिए बुरी भी साबित हो सकती है।

कई लोग बोलते हैं इसे खाने से काफी फायदे होते हैं तो कुछ लोग इस बात का समर्थन नहीं करते। इसलिए इस बारे में जानने के लिए मैंने जसलोक हॉस्पिटल और रिसर्च सेंटर (Jaslok Hospital And Research Center) की चीफ डायटीशियन डेलनाज टी चाडूवाडिया (Delnaaz T Chaduwadia) से बात की। उन्होंने इस बारे में काफी अच्छी जानकारी दी। तो आइए जानते हैं...

क्या है रेड मीट (What Is The red Meat)

बकरे का मीट खाने से क्या नुकसान होता है? - bakare ka meet khaane se kya nukasaan hota hai?
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रेड मीट आम तौर पर स्तनधारियों (Mammals) से प्राप्त मांस है, जैसे:

● मटन (Mutton),

● लैम्ब (Lamb),

● भेड़ (Sheep),

● सूअर (Pork),

● हैम (Ham) आदि।

रेड मीट का रंग गहरा लाल होता है, जो कि इसमें मौजूद हाई फैट को दिखाता है। मीट का रंग जितना लाल होगा उसमें उतना ही फैट होगा।

इनमें काफी सारे पोषक तत्व, विटामिन, मिनरल्स पाए जाते हैं। 

रेड मीट भी अलग-अलग क्वालिटी का होता है। सही रेड मीट वो होता है जिनमें जानवर किसी खुले स्थान में घूमते हुए घास और विभिन्न पौधों को खाता है। लेकिन आज के समय में कई स्तनधारियों को फैक्ट्रीज या फॉर्म्स पर रखकर उन्हें तरह-तरह के इंजेक्शन,नाइट्रेट्स के साथ-साथ कई केमिकल देकर उन्हें जल्दी बड़ा किया जाता है। इससे उनकी मसल्स क्वालिटी काफी हल्की हो जाती है। 

लाल मांस (Red meat): ये अनप्रोसेस्ड होते हैं लेकिन इन्हें फैक्ट्री या फॉर्म में रखा जाता है। जैसे: बकरा, पोर्क आदि।

सफेद मांस (White meat): जिस मीट का रंग सफेद होता है उसे व्हाइट मीट कहते हैं। जैसे: चिकन, फिश।

रेड मीट खाने के फायदे (Benefits of Eating Red Meat)

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डायटीशियन डेलनाज ने बताया कि रेड मीट खाने से काफी फायदे हो सकते हैं। लेकिन इसके लिए आपको ये ध्यान में रखना होगा कि आप उसे सीमित मात्रा में ही खाएं। 

अक्सर देखा जाता है कि कई लोग इसे एक बार में ही काफी अधिक मात्रा में खा लेते हैं जो कि गलत होता है। यदि आप इसे लिमिट में खाते हैं तो आपको निम्न फायदे हो सकते हैं।

1.विटामिन और मिनरल्स से है भरपूर

विटामिन्स (Vitamins),एंटीऑक्सीडेंट (Antioxidants) और मिनरल्स (Minerals) काफी मात्रा में पाए जाते हैं जिससे इनकी रोजाना की जरूरत को पूरा किया जा सकता है।  साथ ही साथ इसमें जिंक, विटामिन D, ओमेगा 3 भी अच्छी मात्रा में पाया जाता है।

रेड मीट में क्रिएटिन (creatine) और कार्नोसिन (carnosine) जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व भी पाए जाते हैं। जो मसल्स और दिमाग को अलग-अलग तरीके से इफेक्ट करता है। (1)

इसमें भरपूर मात्रा में ओमेगा -3 S, फैटी एसिड CLA, विटामिन ए और ई भी पाया जाता है। (2)

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2. प्रोटीन का है सोर्स

रेड मीट में काफी मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है इसलिए अधिकतर बॉडी बिल्डर, एथलीट और फिटनेस फ्रीक इसका सेवन करते हैं।

प्रोटीन के साथ-साथ इसमें फैट भी पाया जाता है इसलिए इसे खाने से पहले किसी एक्सपर्ट से जरूर सलाह लें।

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3. आयरन का है सोर्स

लाल रक्त कोशिकाओं को ऑक्सीजन परिवहन में मदद करने के लिए आयरन की आवश्यकता होती है। बच्चों, बुजुर्गों और गर्भवती महिलाओं में आयरन की कमी को रेड मीट पूरा कर सकता है।

4. टेस्टोस्टेरोन बढ़ाता है

रेड मीट खाने से पुरुषों का नैचुरल रूप से टेस्टोस्टेरोन बूस्ट होता है जो कि मसल्स बिल्डिंग, फैट लॉस और सेक्सुअल लाइफ में काफी मदद कर सकता है।

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रेड मीट खाने के नुकसान (Disadvantages of Eating Red Meat)

बकरे का मीट खाने से क्या नुकसान होता है? - bakare ka meet khaane se kya nukasaan hota hai?
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● कई ऑब्जर्वेशन स्टडीज से पता चला है कि रेड मीट के सेवन से हृदय रोग (Heart Disease), कोलोरेक्टल कैंसर (Colorectal Cancer ) और टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 Diabetes) की संभवना बढ़ सकती है।(3)

● 1,218,380 लोगों पर हुई 20 स्टडी के रिव्यू में भी पाया गया कि रेड मीट से डायबिटीज बढ़ सकती है।(4)

● BBC के एक आर्टिकल के मुताबिक 'नेचर मेडिसिन' मैगज़ीन में पब्लिश हुए आर्टिकल में ये भी बताया गया था कि बैक्टीरिया रेड मीट में पाए जाने वाले क्रेनिटाइन रसायन को ब्रेक कर देते हैं जिससे काफी मात्रा में कॉलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ जाता है।(5)

● कई ऑब्जर्वेशन स्टडीज बताती हैं कि रेड मीट से कैंसर का खतरा बढ़ सकता है। 6)

● इसमें काफी मात्रा में सैचुरेटेड/अनहेल्दी फैट पाया जाता है जो बॉडी में फैट के रूप में स्टोर्ड हो सकता है जिससे आपका वजन तेजी से बढ़ सकता है। साथ ही साथ इसके अधिक सेवन से खराब कॉलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ जाता है। ये वही सैचुरेटेड फैट होता है जो कि आप रोजाना दूध, घी से भी प्राप्त करते हैं।

● प्रोसेस्ड रेड मीट से काफी नुकसान हो सकता है, क्योंकि वो पहले से पके हुए होते हैं और उन्हें लंबे समय तक खाने योग्य बनाने के लिए कई तरह के कैमिकल या प्रिजर्वेटिव मिलाए जाते हैं। 

लिमिट में खाएं तो रेड मीट का सेवन कर सकते हैं: डायटीशियन

© Instagram/Delnaaz T Chaduwadia

डायटीशियन कहती हैं कि रेड मीट के रोजाना सेवन से बचना चाहिए। यदि आप खाना चाहते हैं तो हफ्ते में 2-3 बार इसका सेवन कर सकते हैं। ये हेल्दी तो है लेकिन इसकी लिमिटेशन जरूरी है। इसमें काफी फैट अधिक होने से कैलोरी भी काफी अधिक होती है जो कि आपको नुकसान पहुंचा सकती है। 

हमारा शरीर रेड मीट का 74 प्रतिशत और व्हाइट मीट का 80 प्रतिशत प्रोटीन अब्जॉर्ब कर सकता है इसलिए आप रेड मीट की अपेक्षा सफेद मीट के सेवन को प्रेफरेंस दें। यदि आप प्रोटीन इंटेक बढ़ाने के लिए रेड मीट खाते हैं तो भी सफेद मीट को ही चुनें।

यदि आपको कोई बीमारी है या फिर कोई मेडिकल कंडिशन है तो इसके सेवन से पहले आप अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

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तो दोस्तों अब आप समझ ही गए होंगे कि आपको रेड मीट खाना चाहिए या नहीं। अधिक जानकारी के लिए आप किसी एक्सपर्ट की भी सलाह ले सकते हैं।

संबंधित रिसर्च:

● Burke DG1, Chilibeck PD, Parise G, Candow DG, Mahoney D, Tarnopolsky M.Effect of creatine and weight training on muscle creatine and performance in vegetarians.Med Sci Sports Exerc. 2003 Nov;35(11):1946-55.PMID: 14600563

● Daley CA1, Abbott A, Doyle PS, Nader GA, Larson S.A review of fatty acid profiles and antioxidant content in grass-fed and grain-fed beef.Nutr J. 2010 Mar 10;9:10. doi: 10.1186/1475-2891-9-10.PMCID: PMC2846864

● Wang X1, Lin X2, Ouyang YY3, Liu J3, Zhao G4, Pan A5, Hu FB6.Red and processed meat consumption and mortality: dose-response meta-analysis of prospective cohort studies.Public Health Nutr. 2016 Apr;19(5):893-905. doi: 10.1017/S1368980015002062. Epub 2015 Jul 6.PMID: 26143683 

● Micha R1, Wallace SK, Mozaffarian D.Red and processed meat consumption and risk of incident coronary heart disease, stroke, and diabetes mellitus: a systematic review and meta-analysis.Circulation. 2010 Jun 1;121(21):2271-83. doi: 10.1161/CIRCULATIONAHA.109.924977. Epub 2010 May 17.PMCID: PMC2885952

● Is red meat dangerous for the heart?

Norat T1, Bingham S, Ferrari P, Slimani N, Jenab M, Mazuir M, Overvad K, Olsen A, Tjønneland A, Clavel F, Boutron-Ruault MC, Kesse E, Boeing H, Bergmann MM, Nieters A, Linseisen J, Trichopoulou A, Trichopoulos D, Tountas Y, Berrino F, Palli D, Panico S, Tumino R, Vineis P, Bueno-de-Mesquita HB, Peeters PH, Engeset D, Lund E, Skeie G, Ardanaz E, González C, Navarro C, Quirós JR, Sanchez MJ, Berglund G, Mattisson I, Hallmans G, Palmqvist R, Day NE, Khaw KT, Key TJ, San Joaquin M, Hémon B, Saracci R, Kaaks R, Riboli E.Meat, fish, and colorectal cancer risk: the European Prospective Investigation into cancer and nutrition.J Natl Cancer Inst. 2005 Jun 15;97(12):906-16.PMCID: PMC1913932

बकरे का मीट खाने से कौन सी बीमारी होती है?

बकरे के मीट मैं भरपूर मात्रा मैं प्रोटीन होता जिससे वह सभी तरह की समस्याओं मैं कारगर साबित होता है बकरे का मीट मैं बिटामिन B12 पाया जाता है। बकरे के मीट मैं भरपूर मात्रा मैं आयरन होता है। जो आपके सरीर मैं खून की कमी को दूर करता है। और अच्छी मात्रा मैं जिंक होने से इम्युनिटी पावर भी बढाती है।

बकरे का मीट कब खाना चाहिए?

सर्दियों में अगर आप एक दिन छोड़कर एक दिन इसे खाएंगे तो ज्यादा अच्छा रहेगा। मटन जितना ताजा होता है उतना ही फायदेमंद होता है। हड्डियों को जरुरी पोषण देने के लिए बकरे का मीट बहुत जरुरी है इससे आपकी हड्डियां मजबूत बनती है। बकरे के मीट में पाए जाने वाले हाई प्रोटीन के कारण आपकी मासपेशियां मजबूत बनती है।

सबसे ताकतवर मांस कौन सा है?

दुनिया में सबसे ताकतवर मांस किसे माना जाता है और उसका सेवन करने से कौन-कौन से फायदे हैं ? इसका जवाब या तो कोई सिंह, एनाकोंडा या मगर ही दे सकता है। जो केवल मांस पर जीवित रहते है।

मटन कितने दिन में खाना चाहिए?

हफ्ते में नॉनवेज दो बार खाना चाहिए। इस की एक बार की मात्रा 250 ग्राम से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। ज्यादा मात्रा में नाॉनवेज खाना सेहत के लिए हानिकारक माना गया है।