भाषा अर्जन और भाषा अधिगम के संदर्भ में कौन सा कथन सही नहीं है? - bhaasha arjan aur bhaasha adhigam ke sandarbh mein kaun sa kathan sahee nahin hai?

Direction: निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर देने के लिए सबसे उचित विकल्प चुनिए।

  1. भाषा-शिक्षण के संदर्भ में कौन-सा कथन सही नहीं है ?

    1. समृद्ध भाषा-परिवेश भाषा अर्जित करने में सहायक होता है
    2. भाषा-अर्जन और भाषा-अधिगम में अंतर होता है
    3. भाषा-शिक्षण में केवल भाषायी शुद्धता पर ही अधिक बल रहता है
    4. भाषा सीखने में अन्य विषयों का अध्ययन-अध्यापन सहायक होता है

सही विकल्प: C

भाषा शिक्षण के संदर्भ में निम्न कथन सही है
- समृद्ध भाषा परिवेश भाषा अर्जित करने में सहायक होता है
- भाषा अर्जन और भाषा अधिगम में अंतर होता है
- भाषा सीखने में अन्य विषयों का अध्ययन अध्यापन सहायक होता है।

भाषा अर्जन और भाषा अधिगम के संदर्भ में कौन सा कथन सही नहीं है? - bhaasha arjan aur bhaasha adhigam ke sandarbh mein kaun sa kathan sahee nahin hai?


भाषा अर्जित करने के संदर्भ में कौन-सा कथन उचित नहीं है?

This question was previously asked in

CTET Dec 2018 Paper I (L - I/II: Hindi/English/Sanskrit) (Hinglish Solution)

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  1. यह एक सहज प्रक्रिया है।
  2. यह एक स्वाभाविक प्रक्रिया है।
  3. बच्चे भाषा के नियमों को आत्मसात् करते हैं।
  4. बच्चों को नियम बनाना सिखाया जाता है।

Answer (Detailed Solution Below)

Option 4 : बच्चों को नियम बनाना सिखाया जाता है।

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CT 1: CDP (Growth & Development)

10 Questions 10 Marks 10 Mins

एक विद्यार्थी द्वारा दो तरह से भाषा सीखी जा सकती है- भाषा अर्जन और भाषा अधिगम:

  • भाषा अर्जन- इस प्रक्रिया में बालक सुनकर, बोलकर, भाषा ग्रहण करता है तथा निरंतर परिमार्जन करता रहता है।भाषा सीखने की प्रक्रिया में भाषा अर्जन की प्रक्रिया महत्त्वपूर्ण होती है। अर्जन में सामान्यतः अनुकरण की प्रवत्ति दिखाई देती है।
  • भाषा अधिगम- अधिगम शब्द दो शब्द के मेल से बना है 'अधि' तथा 'गम'। यहाँ 'अधि' का अर्थ है 'भली प्रकार' तथा 'गम' का अर्थ है 'जानना'। अर्थात किसी बात या विषय के समीप अच्छी तरह जाना और उसकी भली भांति जानकारी प्राप्त करना।

भाषा अर्जन और भाषा अधिगम के संदर्भ में कौन सा कथन सही नहीं है? - bhaasha arjan aur bhaasha adhigam ke sandarbh mein kaun sa kathan sahee nahin hai?
Important Points

भाषा-अर्जन:

  • भाषा अर्जन की प्रक्रिया एक सहज, स्वाभाविक, और अनौपचारिक प्रक्रिया है जो कक्षा में भाषा के अधिगम से भिन्न होती है।
  • शिशु आने वातावरण में अन्तःक्रिया करके श्रवण तथा अनुकरण की प्रक्रिया द्वारा अवभाविक रूप से अनायास ही भाषा को अपने व्यक्तित्व का अंश बना लेता है।
  • वह अपने तात्कालिक और सांस्कृतिक परिवेश में बोले जाने वाली ध्वनियाँ, शब्दों एवं वाक्यों को ग्रहण करता है, भाषाई नियमों को आत्मसात करता है, और बोलने का प्रयत्न करता है।

भाषा-अधिगम:

  • भाषा अधिगम प्रयासपूर्ण होता है। यह मुख्य रूप से औपचारिक शिक्षण होता है। 
  • इसमें पाठ्यपुस्तक तथा नियमों का पालन करना पड़ता है तथा आवशयकतानुसार भाषाओँ का अनुवाद होता है। 
  • यह मुख्य रूप से द्वितीय भाषा शिक्षण से सम्बन्धित होती है। इसे सीखने के लिए औपचारिक संस्थान (विद्यालय) की आवश्यकता होती है।

अतः, यह स्पष्ट है कि 'बच्चों को नियम बनाना सिखाया जाता है' कथन भाषा अर्जित करने के संदर्भ में उचित नहीं है।

Last updated on Sep 22, 2022

MP TET Revised Result (2020) declared on 3rd October 2022. Earlier, the Professional Examination Board of Madhya Pradesh had declared the MP TET Result 2020 for Primary School Teacher Eligibility Test on 8th August 2022. The MP TET exam was conducted from 5th March to 26th March 2022. Candidates can check out their results from their applicant number/roll number and date of birth. Only candidates with a Diploma/B.Ed degree appeared for the examination. The candidates who will be qualified for the MP TET can earn a salary ranging from INR 2.7 lakhs to INR 3.5 lakhs per annum as a Primary School Teacher

भाषा-शिक्षण के संदर्भ में कौन-सा कथन उचित है?

This question was previously asked in

CTET July 2013 Paper - 2 Maths & Science (L - I/II: Hindi/English/Sanskrit)

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  1. भाषा-शिक्षण के लिए अधिकाधिक कठिन अभ्यासों का प्रयोग किया जाए ।
  2. आजकल भाषा-शिक्षण में अधिकाधिक उच्चस्तरीय ई-मेल तकनीक का प्रयोग अनिवार्य है ।
  3. भाषा-शिक्षण में सिनेमा को शामिल नहीं किया जाना चाहिए ।
  4. प्रथम भाषा-अर्जन की तरह द्वितीय भाषा के रूप में हिंदी के सहज अर्जन के लिए प्रिंट समृद्ध वातावरण ज़रूरी है।

Answer (Detailed Solution Below)

Option 4 : प्रथम भाषा-अर्जन की तरह द्वितीय भाषा के रूप में हिंदी के सहज अर्जन के लिए प्रिंट समृद्ध वातावरण ज़रूरी है।

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10 Questions 10 Marks 10 Mins

भाषा अर्जन एक सहज एवं स्वाभाविक प्रक्रिया है जिसमें बच्चें घरेलू परिवेश में भाषा के नियमों को आसानी से आत्मसात् करते हैं, और बच्चे भाषा को सहज और स्वाभाविक रूप से सीखते हैं।

भाषा अर्जन और भाषा अधिगम के संदर्भ में कौन सा कथन सही नहीं है? - bhaasha arjan aur bhaasha adhigam ke sandarbh mein kaun sa kathan sahee nahin hai?
Important Points

  • प्रिंट समृद्ध वातावरण से आशय ऐसे वातावरण से है जहाँ 'बच्चों को अपने इर्द-गिर्द चित्र, विज्ञापन, होर्डिंग्स, कैलेंडर, बाल-साहित्य, सूचियाँ आदि देखने-पढ़ने के अवसर मिलते हैं' क्योंकि बच्चे भाषा तब बेहतर तरीके से सीखते हैं जब भाषा का समृद्ध परिवेश हो।
  • कक्षा में प्रिंट समृद्ध वातावरण से आशय है कक्षा में पढ़ाई जा रही विषय-वस्तु के अनुरूप लिखित सामग्री प्रदर्शित करना है क्योंकि पढाई जा रही चीजों को जब चित्रों या लिखित सामग्री के माध्यम से बच्चों के समाने प्रस्तुत किया जाता है तो अधिगम प्रभावी रूप से होता हैl  
  • प्रिंट समृद्ध परिवेश अधिगम में सहायक सामग्री की तरह कार्य करता है और भाषाई कक्षा को रूचीकर बनाता है। प्रिंट या चित्र देखकर बच्चे आसानी से चीजों को समझ सकते हैं l जैसे - चॉक्लेट की फोटो, दो लोग के बीच के संवाद की फोटो, आदिl
  • प्रिंट समृद्ध वातावरण वातावरण को सहज बनाता है और द्वितीय भाषा को भी प्रथम भाषा की तरह आसानी से अर्जित करने में मदद करता है।

अतः निष्कर्ष निकलता है कि प्रथम भाषा-अर्जन की तरह द्वितीय भाषा के रूप में हिंदी के सहज अर्जन के लिए प्रिंट समृद्ध वातावरण ज़रूरी है। भाषा-शिक्षण के संदर्भ में यह कथन उचित है।

Last updated on Oct 25, 2022

The NCTE (National Council for Teacher Education) has released the detailed notification for the CTET (Central Teacher Eligibility Test) December 2022 cycle. The last date to apply is 24th November 2022. The CTET exam will be held between December 2022 and January 2023. The written exam will consist of Paper 1 (for Teachers of class 1-5) and Paper 2 (for Teachers of classes 6-8). Check out the CTET Selection Process here.

भाषा अर्जन और भाषा अधिगम के सन्दर्भ में कौन सा कथन सही नहीं है?

भाषा अधिगम में कभी भी अनुवाद का सहारा नहीं लिया जाता। भाषा-अर्जन में विभिन्न संकल्पनाएं मातृभाषा में बनती हैं। भाषा-अर्जन सहज और स्वाभाविक होता है, जबकि भाषा-अधिगम प्रयासपूर्ण होता है

अधिगम के संदर्भ में कौन सा कथन सही नहीं है?

निम्न में से कौन-सा कथन शिक्षण के बारे में सत्य नहीं है ? UPLOAD PHOTO AND GET THE ANSWER NOW! शिक्षण में सुधार किया जा सकता हैशिक्षण औपचारिक एवं अनौपचारिक हैशिक्षण विज्ञान के साथ-साथ कला भी हैशिक्षण अनुवेशन है । Step by step solution by experts to help you in doubt clearance & scoring excellent marks in exams.

भाषा अर्जन के संबंध में कौन सा कथन उचित नहीं है?

अतः, यह निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि 'भाषा के नियम सीखे जाते हैं' कथन भाषा-अर्जन के संबंध में उचित नहीं है।

भाषा अर्जन के बारे में कौन सा कथन सही है?

Solution : भाषा अर्जन एक सौम्य, सहज व स्वाभाविक प्रक्रिया है। इसमें भाषा शिक्षण के साथ ही आस-पास के परिवेश में भाषा का उचित माहौल होने की आवश्यकता है। परिवेश और पाठ्य सामग्रियों के प्रयोग से धीरे-धीरे सहज रूप से भाषा का विकास होता है।