भारत की विदेश नीति का उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा बनाए रखना, साम्राज्यवाद का विरोध करना, रंगभेद नीति के खिलाफ खड़ा होना, अंतरराष्ट्रीय विवादों के शांतिपूर्ण और राजनीतिक समाधान का प्रचार करना, शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व को बढ़ावा देना, गुटनिरपेक्ष और गैर-प्रतिबद्ध रहना है। और तीसरी दुनिया की एकता और एकजुटता बनाए रखने के लिए है। भारत की विदेश नीति के महत्वपूर्ण उद्देश्यों में राष्ट्रीय
हितों का संरक्षण, विश्व शांति की उपलब्धि, निरस्त्रीकरण, अफ्रीकी-एशियाई राष्ट्रों की स्वतंत्रता शामिल है। इन उद्देश्यों को कुछ मार्गदर्शक सिद्धांतों जैसे पंचशील, एनएएम, और अन्य के माध्यम से प्राप्त करने की मांग की जाती है। भारत की विदेश नीति के प्रमुख उद्देश्यभारत की विदेश नीति को नियंत्रित करने वाले प्रमुख उद्देश्यों का विवरण नीचे दिया गया है: भारत की क्षेत्रीय अखंडता और विदेश नीति की स्वतंत्रता का संरक्षण:
अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा को बढ़ावा देना:
भारत का आर्थिक विकास:
भारत की विदेश नीति के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)विदेश नीति के मुख्य उद्देश्य क्या हैं?विदेश नीति का मुख्य उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय समस्याओं को हल करने के लिए कूटनीति का उपयोग करना – या बात करना, बैठक करना और समझौते करना – है। प्रधानमंत्री नेहरू विदेश नीति के तीन प्रमुख उद्देश्य क्या थे?नेहरू की विदेश नीति के तीन प्रमुख उद्देश्य कड़ी मेहनत से अर्जित संप्रभुता को संरक्षित करना, क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा करना और तेजी से आर्थिक विकास को बढ़ावा देना था। नेहरू गुटनिरपेक्षता की रणनीति के माध्यम से इन उद्देश्यों को प्राप्त करना चाहते थे। भारत की विदेश नीति: मुख्य उद्देश्यों, मौलिक सिद्धांतों और वर्तमान प्राथमिकताओं का परिदृश्य
माननीय कुलपति, विशिष्ट संकाय सदस्य, प्रिय छात्र, विशिष्ट अतिथि, देवियों और सज्जनों भारत की विदेश नीति के प्रमुख उद्देश्य क्या है?भारत की विदेश नीति का उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा बनाए रखना, साम्राज्यवाद का विरोध करना, रंगभेद नीति के खिलाफ खड़ा होना, अंतरराष्ट्रीय विवादों के शांतिपूर्ण और राजनीतिक समाधान का प्रचार करना, शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व को बढ़ावा देना, गुटनिरपेक्ष और गैर-प्रतिबद्ध रहना है।
विदेश नीति का प्राथमिक उद्देश्य क्या है?भारत की विदेश नीति: मुख्य उद्देश्य
किसी भी अन्य देश के समान ही भारत की विदेश नीति का मुख्य और प्राथमिक उद्देश्य अपने 'राष्ट्रीय हितों' को सुरक्षित करना है। उल्लेखनीय है कि सभी देशों के लिये 'राष्ट्रीय हित' का दायरा अलग-अलग होता है।
विदेश नीति के लक्ष्य क्या है?राष्ट्रहित – विदेश नीति का प्रमुख लक्ष्य राष्ट्र हित एवं राष्ट्र की आवश्यकताओं की पूर्ति करना होता है। विदेश नीति का निर्माण इस तरह किया जाता है जिससे राष्ट्र हितों की पूर्ति की जा सकें। विदेश नीति प्रत्येक राष्ट्र का वह शस्त्र है जिसके द्वारा देश बिना युद्ध लड़े अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति करते हैं।
विदेश नीति से आप क्या समझते हैं?“विदेश नीति किसी राष्ट्र द्वारा अपने देश के हितों की पूर्ति के लिए बनाए गए सिद्धांत ही विदेश नीति कहलाते है। विदेश नीति दूसरे देशों के साथ आर्थिक, राजनैतिक, सामाजिक तथा सैनिक विषयों पर पालन की जाने वाली नीतियों का एक समुच्चय है।।
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