हाल ही में भारत के लिये स्थिति उस समय असहज हो गई जब भारत में आयोजित हुए सैन्य अभ्यास MILEX-18 में नेपाल ने अचानक शामिल होने से इनकार कर दिया। पुणे में हुए इस अभ्यास में बिम्सटेक देशों को आमंत्रित किया गया था जिसमें नेपाल का शामिल होना पहले से ही तय था। लेकिन, आखिरी वक्त में नेपाल ने अपने सैनिक भेजने से इनकार कर भारत को अचंभित कर दिया। प्रमुख मुद्दा
नेपाल के रुख में आए इस बदलाव के कारण
क्या इस बिगड़ते रिश्ते में भारत की भी कोई भूमिका है?
नेपाल भारत के लिये महत्त्वपूर्ण क्यों है?
आगे की राह
भारत और नेपाल का क्या संबंध है?नेपाल भारत का एक महत्त्वपूर्ण पड़ोसी है और सदियों से चले आ रहे भौगोलिक, ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और आर्थिक संबंधों / संबंधों के कारण अपनी विदेश नीति में एक विशेष महत्त्व रखता है। भारत और नेपाल हिंदू धर्म और बौद्ध धर्म के संदर्भ में बुद्ध के जन्मस्थान लुंबिनी के साथ समान संबंध साझा करते हैं जो वर्तमान नेपाल में स्थित है।
भारत नेपाल विवाद क्या है?क़रीब 200 साल पहले एक नदी को दो देशों के बीच की सीमा के तौर पर निर्धारित कर दिया गया था. नदी के पूर्वी भाग को एक देश का अधिकार क्षेत्र मान लिया गया और पश्चिमी भाग को दूसरे देश का.
भारत और नेपाल के मध्य कौन सी संधि है?भारत-नेपाल शान्ति तथा मैत्री सन्धि (Indo-Nepal Treaty of Peace and Friendship) भारत और नेपाल के बीच में ३१ जुलाई १९५० में काठमांडु में हस्ताक्षरित करी गई एक अन्तर्राष्ट्रीय सन्धि है जिस के अन्तर्गत दोनों देशों के सम्बन्ध निर्धारित करे गए हैं।
भारत नेपाल विवाद के दो प्रमुख मुद्दे क्या है?क्षेत्र-संबंधी विवाद: भारत-नेपाल संबंधों में एक प्रमुख बाधा कालापानी सीमा विवाद है। इन सीमाओं को वर्ष 1816 में अंग्रेज़ों द्वारा निर्धारित किया गया था और भारत को वे क्षेत्र विरासत में प्राप्त हुए जिन पर 1947 तक अंग्रेज़ क्षेत्रीय नियंत्रण रखते थे।
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