पंचवर्षीय योजना क्या है: जैसा की आप सब जानते होंगे केंद्र सरकार द्वारा हर 5 वर्ष में लोगो के सामाजिक और आर्थिक विकास के लिए इस योजना की शुरुवात की जाती है। योजना के अंतर्गत सरकार द्वारा 12वी पंचवर्षीय योजना जारी है। 1951 में भारत में पहली पंचवर्षीय योजना शुरू की गई
थी और 2017 में 12वी अंतिम पंचवर्षीय परियोजना हुई। इसके बाद मोदी सरकार द्वारा इन योजनाओ को बनाना बंद कर दिया है। अभी तक की जितनी पंचवर्षीय योजनाए हुई हर योजना मुख्य उद्देश्य बनाया गया था जैसे: औद्योगिक विकास, कृषि विकास को बढ़ावा देना, अर्थव्यवस्था को गतिशील बनाना और लोगो को आत्म निर्भर, सशक्त और मजबूत बनाना, नए रोजगार के अवसर देना आदि। इस आर्टिकल में हमने सभी पंचवर्षीय योजना का हिंदी में अच्छे से वर्णन किया है जिसमे हम आपको यह बताएंगे की पंचवर्षीय योजना कब लागू हुई (panchwarsiya yojana kab laagu hui), पंचवर्षीय योजना की लिस्ट, पंचवर्षीय योजना का उद्देश्य, आदि आप आर्टिकल को अंत तक अवश्य पढ़े।
पंचवर्षीय योजना क्या है ?यह भारत की राष्ट्रीय योजना है। पहले इन योजनाओं को योजना आयोग संभालता था, लेकिन अब इसे नीति आयोग द्वारा इसका कार्य भार संभाला जायेगा। नीति आयोग की स्थापना 1 जनवरी 2015 को की गयी। दोनों में फर्क सिर्फ इतना है कि नीति आयोग के पास यह अधिकार नहीं है की वह फंड ग्रांट करे। वह राज्यों की ओर से कोई भी फैसला नहीं ले सकता। यह सलाहकार संस्था के रूप में काम करेगा। जो लोगो के हित के लिए भविष्य में दिशानिर्देशों को तय करेगा। योजना से लोगो को कई लाभ और सुविधाएं प्राप्त हुई। यह योजनाएं काफी हद तक सफल साबित हुई है इससे देश में रहने वाले नागरिक आत्मनिर्भर बनाये गए। और देश में हो रही योजनाओ से अवगत हुए है। हम आपको बता दें कि 13वी पंचवर्षीय योजना के माध्यम से देश में कृषि विकास, रोजगार के नए अवसर प्रदान किये जायेंगे, उत्पादकता को बढ़ावा देने के लिए मानव व भौतिक संसाधनो द्वारा कई सुविधाएं उपलब्ध करायी जाएगी। Panchwarsiya Yojana संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी एवं इतिहासउम्मीदवार ध्यान दें यहाँ हम आपको Panchwarsiya Yojana Bharat से जुडी कुछ विशेष सूचनाओं से अवगत कराने जा रहें है जिनके विषय में आप नीचे दी गयी सारणी के माध्यम से सूचना प्राप्त कर सकते है। ये सारणी निम्न प्रकार है –
आपको यह जानकारी के बारे में भी बता दे अंग्रेजी शासक जोसेफ स्टालिन ने 1928 में सोवियत संग में पहली पंचवर्षीय योजना को लागू किया था। MGNREGA कार्ड सूची – कैसे देखें भारत में पंचवर्षीय योजना का आरम्भ सबसे पहले प्रधानमंत्री के कार्यकाल से शुरू हुई थी। देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने 8 जुलाई 1951 को संसद में पहली पंचवर्षीय योजना को प्रस्तुत किया। जवाहरलाल नेहरू जी ने महत्वपूर्ण निर्णय लोगो के आर्थिक विकास के हित को देखकर लिया। इस परियोजना में कृषि क्षेत्र पर विशेषरूप से ज़ोर दिया गया क्योंकि उस दौरान अनाज की कमी, बाँध व सिंचाई की समस्या लोगो के लिए एक गंभीर चिंता का विषय बना हुआ था। पहली पंचवर्षीय योजना बहुत ही महत्तवपूर्ण थी क्यूंकि हमारे देश के आजाद होने के बाद यह योजना सभी लोगो के लिए एक ख़ुशी की लहर लेकर आयी थी, जिससे देश का विकास होना संभव था। Panchwarsiya Yojana की विशेषताएं
पंचवर्षीय योजनाएं लिस्टउम्मीदवार ध्यान दें यहां हम आपको पहली पंचवर्षीय योजना से लेकर तेरहवीं पंचवर्षीय योजना तक जानकारी देने जा रहें है। आप नीचे दी गयी सारणी के माध्यम से आसानी से जानकारी प्राप्त कर सकते है। ये सारणी निम्न प्रकार है –
पहली पंचवर्षीय योजना 1951-1956 (हेराल्ड-डोमर पर आधारित)आपको बता दें कि देश में पहली पंचवर्षीय योजना देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू द्वारा शुरू की गयी। यह 8 दिसंबर 1951 को संसद में नेहरू जी द्वारा प्रस्तुत की गयी। पहली पंचवर्षीय योजना देश में रहने वाले सभी नागरिको के लिए आजादी के बाद एक ख़ुशी की लहर लेकर आने वाली थी। इस योजना के अंतर्गत कृषि विकास पर ज्यादा ध्यान आकर्षित किया गया, क्योंकि उस समय देश में अनाज की कमी को लेकर सभी चिंतित थे। इसके साथ-साथ बाँध,भाखडा नांगल बांध और हीराकुंड बांध बनाने व सिंचाई को भी महत्तवपूर्ण उद्देश्य में जोड़ा गया। सरकार द्वारा इसका लक्ष्य 2.1% रखा गया लेकिन इसकी वृद्धि 3.6% हुई। जो कृषि विकास हेतु बहुत जरुरी थी। यह सबसे सफल योजना साबित हुई क्योंकि इसकी शुरुआत देश की आज़ादी के बाद की गयी जो की देश के लिए एक नयी शुरुआत थी। योजना के तहत किये गए मुख्य उद्देश्य एवं कार्य
प्रधान मंत्री किसान सम्मान निधि योजना द्वितीय पंचवर्षीय योजना 1956-1961 पी० सी० महालनोबिस मॉडल पर आधारितपहली पंचवर्षीय योजना का कार्यकाल समाप्त होने के बाद, सरकार दूसरी पंचवर्षीय योजना की शुरूवात की गयी।जिसका मुख्य उद्देश्य उद्योग (INDUSTRIES) पर किया गया। घरेलु उत्पादन से औद्योगिक उत्पाद का विकास इसके प्रमुख कार्य थे। इस योजना के अंतर्गत भिलाई, दुर्गापुर, राउरकेला जैसे स्टील प्लांट मिल शहरों में पनबिजली (HYDROPOWER) और भारी परियोजनाओं (HEAVY PROJECTS) को स्थापित किया गया। जो की देश के विकास हेतु बहुत महत्वपूर्ण कदम था। योजना के तहत किये गए मुख्य उद्देश्य एवं कार्य
तीसरी पंचवर्षीय योजना 1961-1966 (जॉन सैण्डी तथा सुखमय चक्रवर्ती मॉडल पर आधारित)इसे गाडगिल योजना भी कहा जाता है तीसरी योजना का मुख्य उदेश्य देश की अर्थव्यवस्था को गतिशील और नागरिको को आत्मनिर्भर बनाना था। तीसरी पंचवर्षीय योजना के समय 1962 में भारत और चीन के बीच युद्ध हुआ, इसके बाद 1965 में भारत-पाकिस्तान का युद्ध हुआ। जिससे देश की आर्थिक व्यवस्ता को बहुत नुक्सान हुआ जिसके कारण इस योजना का उद्देश्य पूरा नहीं हो सका। परन्तु फिर भी कई कार्य को जारी रखा गया जैसे: कृषि हेतु विकास का कार्य, बाँध बनाने का निर्माण कार्य, योजना के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों के लिए स्कूल बनाने का कार्य शुरू हुआ। राज्यों में विकास सम्बंधित हेतु कार्यो की जिम्मेदारी सौंपी गयी। हरित क्रांति की शुरुआत इसी योजना के समय हुई थी। सरकार द्वारा इसका लक्ष्य 5.6% रखा गया था, लेकिन इसकी वृद्धि केवल 2.84% हुई। योजना के तहत किये गए मुख्य उद्देश्य एवं कार्य
महत्वपूर्ण जानकारी आपको हम यह भी बता देते है कि तीसरी योजना का कार्यकाल समाप्त होने के बाद, 1967-1969 तक कोई भी नयी पंचवर्षीय योजना सरकार द्वारा नहीं बनायीं गयी; जिसे plan holiday का नाम दिया गया । चौथी पंचवर्षीय योजना 1969-1974 (अशोक रूद्र व ए० एस० मान्ने मॉडल पर आधारित)चौथी पंचवर्षीय योजना के समय हमारे देश में भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी बनी। जिसके बाद पंचवर्षीय योजना का नेतृत्व इंदिरा गाँधी ने संभाल लिया था। इंदिरा गाँधी जी की सरकार ने देश के 14 भारतीय बैंको को राष्ट्रीकृत बनाया, इसके अलावा 1971 में हो रहे चुनाव के दौरान उन्होंने गरीबी हटाओ का नारा भी दिया। इस योजना की प्लानिंग योजना आयोग के उपाध्यक्ष डी.पी गाडगिल ने तैयार की। हरित क्रांति की शुरूवात से कृषि उत्पादन हेतु कार्य किये गए। सरकार द्वारा इसका लक्ष्य 5.7% रखा गया था, लेकिन इसकी वृद्धि केवल 3.3% हुई। यह पंचवर्षीय योजना असफल रही। योजना के तहत किये गए मुख्य उद्देश्य एवं कार्य
इंडियन गैस सिलेंडर बुक कैसे करें पांचवी पंचवर्षीय योजना 1974-1979 (डी.पी. धर मॉडल पर आधारित)इस योजना के अंतर्गत कृषि विकास पर ज्यादा जोर दिया गया। जिसके बाद उद्योग निर्माण हेतु योजना इसकी दूसरी प्राथमिकता मानी गयी। ग्रामीण बैंको का निर्माण किया गया। इस योजना के तहत गरीबी को समाप्त, नए रोजगार प्रदान करना और देश में न्याय की नीव को आगे बढ़ाना हे इसका लक्ष्य था। 1978 में NEWLY ELECTED मोरारजी देसाई जो की जनता पार्टी से भारत के चौथे प्रधानमंत्री बने, उनके द्वारा यह योजना अस्वीकार कर दी गयी। इसका लक्ष्य 4.4 % रखा गया, इसकी वृद्धि 4.9 % हुई। यह योजना सफल रही। योजना के तहत किये गए मुख्य उद्देश्य एवं कार्य
महत्वपूर्ण जानकारी:हम आपको यह महत्वपूर्ण बात बता देते है कि देश में RE-ELECTION होने के कारण इंदिरा गाँधी की सरकार 4 साल तक ही चल पायी। जिसके बाद जनता पार्टी से नव निर्वाचित मोरारजी देसाई नए प्रधानमंत्री घोषित किये गए। जिसके बाद इन योजनाओ को समाप्त कर दिया गया था बता दें कि Gunnar Myrdal (स्वदेशी अर्थशास्त्री) ने पिछड़े क्षेत्रों के विकास के लिए एक प्लान बनाया, जिसे रोलिंग प्लान नाम दिया गया, यह एक वार्षिक प्लान था। इस प्लान को मोरारजी देसाई के नेतृत्व में स्वीकृति मिल गयी थी, जिसे लागू करने का श्रेय प्रो० डी०टी० लकडवाला को दिया गया । छठी पंचवर्षीय योजना 1980-1985इस योजना का मुख्य उद्देश्य देश की आर्थिक विकास और गरीबी को खत्म करना था। इस योजना के दौरान इंदिरा गाँधी फिर से प्रधानमंत्री बनी इस योजना को दो बार तैयार किया गया। पहली बार जनता पार्टी द्वारा 1978-1983 के कार्यकाल हेतु “अनवरत योजना” की शुरूवात की गयी, परन्तु 1980 में बनी इंदिरा गाँधी की सरकार ने इसे समाप्त किया और छठी पंचवर्षीय योजना का फिर से पुनःआरम्भ किया। यह योजना काफी सफल रही। इसका लक्ष्य 5.2% रखा गया, इसकी वृद्धि 5.7% हुई। योजना के तहत किये गए मुख्य उद्देश्य एवं कार्य
सातवीं पंचवर्षीय योजना 1985-1990इस योजना का मुख्य उद्देश्य आर्थिक उत्पादकता को बढ़ाना, अनाज के उत्पादन को और अधिक मात्रा में बढ़ाना, देश के नागरिको के लिए नए रोजगार के अवसर प्रदान कराना,सामाजिक सेवा लोगो तक पहुंचना, क्षेत्रों के विकास हेतु कार्य करना था। इसका लक्ष्य 5.0% रखा गया, इसकी वृद्धि 6.01% हुई। सातवीं पंचवर्षीय योजना के अंतर्गत 3 योजनाएं इंदिरा गांधी सरकार द्वारा लागू की गयी, योजनाएं इस प्रकार से है :
योजना के तहत किये गए मुख्य उद्देश्य एवं कार्य
महत्वपूर्ण जानकारीदेश में केंद्र सरकार की अस्तिरता के कारण आठवीं पंचवर्षीय योजना समय पर शुरू नहीं हो सकी, जिसके कारण दो वार्षिक योजनाएं लागू की गयी। यह योजनाएं 1990-91 और 1991-92 वर्ष चली। 1990 में SIDBI (SMALL INDUSTRIES DEVELOPMENT BANK OF INDIA) की स्थापना हुई और 1991 में आर्थिक सुधार हेतु घोषणा की गयी। इस योजनाओं की समाप्ति के बाद आठवीं पंचवर्षीय योजना का आरम्भ हुआ। आठवीं पंचवर्षीय योजना 1992-1997 (जॉन डब्लू मिलर मॉडल पर आधारित)इस योजना का मुख्य उद्देश्य देश के नागरिक से सम्बंधित विकास कार्य करना था। मानव संसाधन से जुड़े कार्य जैसे : शिक्षा हेतु स्कूलों का निर्माण, शिक्षा से जुडी योजनाएं, रोजगार सम्बंधित अवसर,सामाजिक विकास हेतु नई नीतिया बनाना था। प्रधान मंत्री योजना की शुरुवात भी इसी दौरान हुई। ऊर्जा क्षेत्र को भी इसकी प्राथमिकता मिली, सरकार ने ऊर्जा खर्च के लिए 26.6% की प्राथमिकता दी। यह योजना भी सफल रही, इसका लक्ष्य 5.6% रखा गया, इसकी वृद्धि 6.8% हुई। योजना के तहत ही आर्थिक नीति को मंजूरी मिल गयी थी, जिसे नरसिम्हा राव ने मंजूर किया गया। आर्थिक नीति जैसे:
योजना के तहत किये गए मुख्य उद्देश्य एवं कार्य
नवीं पंचवर्षीय योजना 1997-2002 (आगत-निर्गत मॉडल पर आधारित)इस योजना अंतर्गत सभी कार्य को बराबर तरीके से देश का आर्थिक विकास करना था। इसे भारत के 50वे वर्ष होने के दौरान लागू किया गया था। विकास हेतु इसमें 15 साल पुरानी योजनीति अपनायी गयी, लेकिन यह योजना अपने सभी आर्थिक विकास हेतु सफल नहीं रही। परन्तु अन्य योजना का उद्देश्य गरीबी को समाप्त करना, घरेलु संसाधनों द्वारा आत्मनिर्भर बनना, नए रोजगार के अवसर, मानव विकास, आदि जैसे कार्य को जारी रखा गया। इसके अलावा कृषि क्षेत्र, ग्रामीण लोगो का विकास, शिक्षा हेतु निर्माण, साफ़ पीने का पानी,आदि सभी कार्य जारी रहे। इसका लक्ष्य 6.5% रखा गया, इसकी वृद्धि 5.5 % हुई। योजना के अंतर्गत कई रोजगार की योजना को बनाया गया। रोजगार योजनाएं इस प्रकार से है:
योजना के तहत किये गए मुख्य उद्देश्य एवं कार्य
वृद्धा पेंशन योजना 2021 Payment Status दसवीं पंचवर्षीय योजना 2002-2007इस योजना का मुख्य उद्देश्य देश से गरीबी को पूरी तरह मिटाकर देश को और मजबूत बनाना था। देश के लोगो के लिए नए अवसर लेकर बेरोजगारी को खत्म करना इसका लक्ष्य था। और हर एक नागरिक की आय को दोगुनी करके देश की आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम था। 2003 में सभी स्कूलों में बच्चो की दाखिले करवाए गए। 2001-2011 के बीच में देश की जनसंख्या में 16.2% की कमी नजर आयी। इसका लक्ष्य 8% रखा गया, इसकी वृद्धि 7.7 % हुई योजना के तहत किये गए मुख्य उद्देश्य एवं कार्य
ग्यारहवीं पंचवर्षीय योजना 2007-2012इस योजना का मुख्य उद्देश्य सबसे ज्यादा विकास की गति को बढ़ाना एवं इंक्लूसिव तरीके से विकास होना इसका एकमात्र लक्ष्य था। इस योजना के दौरान भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह थे। इस योजना की प्लानिंग रंगराजन द्वारा बनाई गयी। योजना के तहत 2012 में सभी नदियों एवं जल क्षेत्रों को को साफ़ करने का निर्णय भी लिया गया। योजना का कुल बजट 71731.98 रुपये था। इसका लक्ष्य 8.1% रखा गया, इसकी वृद्धि 7.9% हुई। योजना के दौरान नागरिको के हित के लिए 3 नयी योजनाएं शुरु करवाई गयी। योजनाएं इस प्रकार से है:
योजना के तहत किये गए मुख्य उद्देश्य एवं कार्य
Apply For Old Age Pension Scheme 2021 बारवीं पंचवर्षीय योजना 2012-2017बारवीं पंचवर्षीय योजना का उद्देश्य ग्रामीण एवं शहरी विकास हेतु ऊर्जा, उद्योग, कृषि, संचार एवं परिवहन जैसी सुविधाओं को देने की शुरुवात हुई। इस योजना के अंतर्गत सामाजिक कार्य, शिक्षा, कृषि, उद्योग, ऊर्जा, हेतु जोर दिया गया। आर्थिक विकास के लिए सालाना 10% का लक्ष्य रखा गया। आर्थिक विकास के लिए ग्यारवीं पंचवर्षीय योजना का लक्ष्य 9% से घटाकर 8.1% कर दिया गया। योजना के तहत किये गए मुख्य उद्देश्य एवं कार्य
महत्वपूर्ण जानकारी:मोदी सरकार ने 2014 में योजना आयोग को खत्म कर दिया जिसके देख रेख में पंचवर्षीय योजना चलती आयी थी। इसके बदले 2015 में नीति आयोग बनायीं गयी तेहरवीं पंचवर्षीय योजनासबसे पहले हम आपको यह जानकारी दे दें कि अबसे पंचवर्षीय योजनाओं को बंद कर दिया गया है। तेहरवीं पंचवर्षीय योजना नहीं बनायीं जाएँगी। बारवीं पंचवर्षीय योजना के बाद निति आयोग ने एक ड्राफ्ट एक्शन प्लान पेश किया है। जिसमे 15 साल का लॉन्ग टर्म संदृश्य प्रलेख (विजन डॉक्यूमेंट) तैयार किया है। जिसमे सात साल की रणनीति (strategy) बनायीं है और Three Year Action Agenda पेश किया जायेगा। जिसमे यह साफ-साफ लिखा गया है, कि सरकार देश के नागरिको के हित में क्या-क्या की सुविधाएं, योजनाएं देने वाली है। जो की सरकार को 2035 तक देश के विकास में मार्गदर्शित करेंगी । नीति आयोग 15 साल के लॉन्ग टर्म विजनसरकार द्वारा इस लक्ष्य से देश की आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा, देश स्वच्छ और सुरक्षित होगा, भ्रष्टाचार, खत्म किया जायेगा। हर ग्रामीण और पिछडे क्षेत्रों के लोगो के घरो में बिजली की सुविधाएँ उपलब्ध होंगी। पर्यावरण बिलकुल स्वच्छ और साफ़ होगा। इसी को मध्य नजर रखते हुए सरकार द्वारा यह प्लान बनाये गए है। पंद्रह वर्षीय विजन डॉक्युमेंट: 2017-18 से 2031-32 तक
13th five year डिफेन्स प्लान क्या है?रक्षा योजना को अभी तक पंचवर्षीय योजनाओ में जोड़ा गया है। जिसकी शरुवात 1964-69 में हुई। जबकि डिफेन्स प्लान को पंचवर्षीय के तीसरे वर्ष (1962) के समय से शुरू किया गया। इसे “डिफेन्स फाइव ईयर प्लान ” भी कहा गया। आपको बता दे की पंचवर्षीय योजना को बंद करने से इसपर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। पांच साल की डिफेन्स प्लान योजना को ऐसी जारी रखा जायेगा। इस प्लान योजना की सूचना फाइनेंस मिनिस्टर को दी जाती है, क्यूंकि सहायता हेतु रक्षा बलो के लिए इसकी जानकारी देनी आवश्यक होती है। आपको यह बता दे की 15 साल के विज़न डॉक्यूमेंट में आतंरिक सुरक्षा और रक्षा को भी शामिल किया जायेगा। जो की अब पंचवर्षीय योजनाओ का हिस्सा नहीं रही। अब इसकी देख रेख निति आयोग द्वारा की जाएगी। 13वीं पंचवर्षीय योजना की जानकारी के बारे में हमने आपको अपने आर्टिकल में विस्तारपूर्वक बता दिया है। यदि आपको हमारे द्वारा दी गयी जानकारी अच्छी लगी होगी और इससे सम्बंधित कोई सवाल आपको पूछने होंगे तो आप हमे नीचे कमेंट करके जरूर बताएं। चीन की पंचवर्षीय योजना से सम्बंधित जानकारीचीन ने भी अपने देश के विकास और लोगो को सुविधाओं प्रदान करने के लिए और अधिक से अधिक व्यापार को आगे बढ़ने के लिए तरह तरह की रणनीतियों को अपनाया है और पंचवर्षीय योजना को शुरू किया है। यह चीन की एक सेंट्रलाइज्ड (केंद्रकृत) और इंटीग्रेटेड (एकीकृत) नेशनल इकनोमिक एंड सोशल डेवलपमेंट करने की योजना है जिसके माध्यम से देश की घरेलु अर्थव्यवस्था को सुधारा जा सके। इसका उद्देश्य यही था कि चीन में ग्लोबलाइजेशन यानि व्यापार, सेवाओं, नए तकनीकियों को हर जगह फैलाना ताकि देश का विकास किया जा सके और घरेलु अर्थव्यवस्था को और अधिक बढ़ावा देना। इसके माध्यम से चीन में और अधिक व्यापर और लोगो को रोजगार प्राप्त होगा। Panchwarsiya Yojana से सम्बंधित पूछे गए कुछ प्रश्न और उनके उत्तर5 ईयर प्लान के क्या-क्या उद्देश्य है? 1. देश के लोगो में उच्च स्तर पर आर्थिक और सामाजिक विकास को बढ़ावा देना। देश में कितनी पंचवर्षीय योजना बनायीं गयी? देश में कुल 12 पंचवर्षीय योजनाएं बनायीं गयी थी। बारवीं पंचवर्षीय योजना के बाद निति आयोग ने एक ड्राफ्ट एक्शन प्लान पेश किया है। जिसमे 15 साल का लॉन्ग टर्म संदृश्य प्रलेख (विजन डॉक्यूमेंट) तैयार किया है। जिसमे सात साल की रणनीति(strategy) बनायीं है। और Three Year Action Agenda पेश किया जायेगा भारत में पहली पंचवर्षीय योजना कब शुरू हुई और इसकी शुरुवात किसके द्वारा की गयी? भारत में पहली पंचवर्षीय योजना 1951 में पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू जी ने की थी। इसका उद्देश्य देश में आर्थिक विकास को गति देना था। किस पंचवर्षीय योजना के समय कृषि विकास को और अधिक बढ़ावा दिया गया? तीसरी पंचवर्षीय योजना के समय कृषि विकास को और अधिक बढ़ावा दिया गया ताकि किसानो की आर्थिक स्थिति में भी सुधार आ सके। पांचवी पंचवर्षीय योजना के अंतर्गत कौन सा नारा दिया गया ? पांचवी पंचवर्षीय योजना के अंतर्गत गरीबी हटाओ का नारा दिया गया। सबसे सफल पंचवर्षीय योजना कौनसी रही है ? आपको बता देश की 11वीं पंचवर्षीय योजना (1 अप्रैल 2007- 31 मार्च 2012) सबसे सफल पंचवर्षीय योजना रही है। निति आयोग के लॉन्ग टर्म विज़न में क्या क्या प्लान बनाया गया है? निति आयोग के लॉन्ग टर्म विज़न में मोदी सरकार ने पंद्रह वर्षीय विजन डॉक्युमेंट: 2017-18 से 2031-32 तक, सात वर्षीय रणनीति: 2017-18 से 2023-24 तक, त्रिवर्षीय कार्ययोजना: 2017-18 से 2019-20 तक बनायीं है ताकि देश की आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा, देश स्वच्छ और सुरक्षित होगा, भ्रष्टाचार, खत्म किया जायेगा। हर ग्रामीण और पिछडे क्षेत्रों के लोगो के घरो में बिजली की सुविधाएँ उपलब्ध होंगी। पर्यावरण बिलकुल स्वच्छ और साफ़ होगा। पंचवर्षीय योजना क्या है ? पंचवर्षीय योजना भारतीय अर्थव्यवस्था का नियोजन का आधार है जो योजना आयोग एवं नीति आयोग के द्वारा निष्पादित एवं कार्यान्वित की गयी। हेल्पलाइन नंबरजैसे कि हमने आपको पंचवर्षीय योजना से सम्बंधित सभी जानकारियों को विस्तारपूर्वक हिंदी में बता दिया है यदि आपको जानकारी अच्छी लगी हो तो आप हमे कमेंट बॉक्स में कमेंट करके बता सकते है। आशा करते है आपको हमारे द्वारा दी गयी इन सूचनाओं से सहायता मिलेगी। प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना आत्मनिर्भर भारत 13वीं पंचवर्षीय योजना का शुभारंभ कब किया गया?Panchwarsiya Yojana संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी एवं इतिहास. 13वीं पंचवर्षीय योजना का क्या उद्देश्य है?इन Panchvarshiya Yojana का मुख्य उद्देश्य देश की आर्थिक स्थिति में सुधार लाना तथा देशवासियों के जीवनशैली में सुधार लाना भी है। इन योजनाओं के माध्यम से उत्पादन में वृद्धि, संसाधनों का उचित आवंटन तथा हर किसी को रोजगार का अवसर प्रदान करना भी है।
13वीं पंचवर्षीय योजना का समय क्या है?इन 5 वर्षीय योजना को 5 साल तक चलाया जाता है जिससे कि देश में विकास हो और आगे के ५वर्ष के लिए एक नई योजना शुरू की जाए। इस योजना के अंतगर्त से सामाजिक न्याय गरीबी हटाना पूर्ण रोजगार आधुनिकरण आदि की तरफ भी ध्यान केंद्रित किया जाता है। अब तक देश में 13 पंचवर्षीय योजना निकाली जा चुकी हैं।
दसवीं पंचवर्षीय योजना क्या है?दसवीं योजना के लक्ष्य
निर्धनता अनुपात को वर्ष 2007 तक कम करके 20 प्रतिशत और वर्ष 2012 तक कम करके 10 प्रतिशत तक लाना। वर्ष 2007 तक प्राथमिक शिक्षा की पहुँच को सर्वव्यापी बनाना। वर्ष 2001 और 2011 के बीच जनसंख्या की दसवर्षीय वृद्धि दर को 16.2 प्रतिशत तक कम करना।
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