1. "साये में धूप" गजल के गजलकार कौन हैं? उत्तर - "साये में धूप" गजल के गजलकार दुष्यंत कुमार हैं। saye mein dhup ke gazal kar kaun hai saye mein dhup ke gazal kar dushyant kumar hai. Post a CommentQuestion Field Hindi - By Khilawan एक ब्लॉग जो की हिंदी साहित्य से जुड़ी जानकारियाँ आपके साथ शेयर करता है जो की आपके प्रतियोगिता परीक्षा में पूछे जाते हैं, इस ब्लॉग पर एम्. ए. हिंदी साहित्य का पूरा कोर्स लॉन्च करने का प्लान है. अगर आपका सहयोग अच्छा रहा हमारे ब्लॉग में पूरा कोर्स उपलब्ध करा दिया जाएगा. इसमें जो प्रश्न लिखे जा रहे हैं वह न केवल एम्. ए. के लिए उपयोगी है बल्कि यह विभिन्न प्रकार के प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए भी हिंदी साहित्य के प्रश्न विभिन्न फोर्मेट में हमारा ब्लॉग आपके लिए कंटेंट बनाते रहेगा अपना सहयोग बनाये रखें. साये में धूप गजल के गजलकार कौन हैं?दुष्यंत कुमार त्यागी (27 सितंबर 1931-30 दिसंबर 1975) एक हिन्दी कवि , कथाकार और ग़ज़लकार थे।
दुष्यंत कुमार की गजल का नाम क्या है?उन्होंने काव्य नाटक एक कंठ विषपायी की भी रचना की। उन्होंने लघुकथाएं भी लिखीं। उनके इस संग्रह का नाम मन के कोण है। उनका गजल संग्रह साये में धूप बहुत लोकप्रिय हुआ।
साये में धूप शीर्षक ग़ज़ल का मूल प्रतिपाद्य क्या है?दुष्यंत की इस गज़ल का मिज़ाज बदलाव के पक्ष में है।
दुष्यंत की इस गजल का मिजाज बदलाव के पक्ष में है। वह राजनीतिक और सामाजिक व्यवस्था में बदलाव चाहता है, तभी तो वह दरख्त के नीचे साये में भी धूप लगने की बात करता है और वहाँ से उम्र भर के लिए कहीं और चलने को कहता है। वह तो पत्थर दिल लोगों को पिघलाने में विश्वास रखता है।
साये में धूप का प्रकाशन कब हुआ?साये में धूप का पहला संस्करण 1975 में छपकर आया था. कहां तो तय था चिरागां हरेक घर के लिए, कहां चिराग़ मयस्सर नहीं शहर के लिए. चलो यहां से चलें और उम्र भर के लिए.
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