साये में धूप गजल के गजलकार कौन है? - saaye mein dhoop gajal ke gajalakaar kaun hai?

"साये में धूप" गजल के गजलकार कौन हैं?

1. "साये में धूप" गजल के गजलकार कौन हैं?

उत्तर -  "साये में धूप" गजल के गजलकार दुष्यंत कुमार हैं। 

saye mein dhup ke gazal kar kaun hai

saye mein dhup ke gazal kar dushyant kumar hai.

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Question Field Hindi - By Khilawan

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साये में धूप गजल के गजलकार कौन हैं?

दुष्यंत कुमार त्यागी (27 सितंबर 1931-30 दिसंबर 1975) एक हिन्दी कवि , कथाकार और ग़ज़लकार थे।

दुष्यंत कुमार की गजल का नाम क्या है?

उन्होंने काव्य नाटक एक कंठ विषपायी की भी रचना की। उन्होंने लघुकथाएं भी लिखीं। उनके इस संग्रह का नाम मन के कोण है। उनका गजल संग्रह साये में धूप बहुत लोकप्रिय हुआ।

साये में धूप शीर्षक ग़ज़ल का मूल प्रतिपाद्य क्या है?

दुष्यंत की इस गज़ल का मिज़ाज बदलाव के पक्ष में है। दुष्यंत की इस गजल का मिजाज बदलाव के पक्ष में है। वह राजनीतिक और सामाजिक व्यवस्था में बदलाव चाहता है, तभी तो वह दरख्त के नीचे साये में भी धूप लगने की बात करता है और वहाँ से उम्र भर के लिए कहीं और चलने को कहता है। वह तो पत्थर दिल लोगों को पिघलाने में विश्वास रखता है।

साये में धूप का प्रकाशन कब हुआ?

साये में धूप का पहला संस्करण 1975 में छपकर आया था. कहां तो तय था चिरागां हरेक घर के लिए, कहां चिराग़ मयस्सर नहीं शहर के लिए. चलो यहां से चलें और उम्र भर के लिए.