बिहार का नाम जब भी आता है तब तब बिहार की बदहाल हुई शिक्षा व्यवस्था का ज़िक्र हर बार किया जाता है और अब तक शिक्षा व्यवस्था की भी खूब किरकिरी हुई है. जिसके बाद अगर कोई आपसे कहे की बिहार में जिलावार साक्षरता दर की लड़ाई है तो आपको मेरी बातें मजाक लगेंगी हालांकि यह सच है सरकार द्वारा प्रकाशित जनसंख्या जनगणना 2011 का विस्तृत विश्लेषण में इसका खुलासा हुआ है. चालू दशक में बिहार राज्य का घनत्व 2863 प्रति वर्ग मील है हालांकि आज हम आपको बिहार के ऐसे 10 जिलों का नाम बताने वाले है जो साक्षरता के हिसाब से सबसे आगे है. Show इस सूची में 10 वे स्थान पर है जहानाबाद सरकार द्वारा प्रकाशित आंकड़ों के अनुसार बिहार का जहानाबाद जिला इस सूची में 10 वे स्थान पर है इस जिले की साक्षरता दर 66.80 प्रतिशत है. जिसमे पुरुषो का साक्षरता दर 77.66 है वहीं महिलाओं का 55.01 प्रतिशत है. मुगल सम्राट औरंगजेब, जिनके समय में पुस्तक को फिर से लिखा गया था, ने लोगों की राहत के लिए एक मंडी की स्थापना की और “मंडी” का नाम जहाँआरा रखा। समय के दौरान यह जगह जहाँआराबाद के रूप में और बाद में “जहानाबाद” के रूप में जाना जाने लगा। इस सूची में 9 वे स्थान पर है अरवल जिला सेन्सस 2011 की तरफ से जारी किये गए आंकड़ो के अनुसार बिहार का यह जिला नौवे स्थान पर है. जिसकी साक्षरता दर 67.43 प्रतिशत है. जहाँ पुरषों की साक्षरता दर 79.06 है वहीं महिलाओं की साक्षरता दर 54.85 है. आठवे स्थान पर है बिहार का कैमूर जिला सेन्सस 2011 की तरफ से जारी रिपोर्ट के कैमूर जिले को आठवा स्थान मिला है, इस जिले की साक्षरता दर 69.34 प्रतिशत है, जिसमे पुरषों की साक्षरता दर 77.37 प्रतिशत है वहीं महिलाओं की साक्षरता दर 58.40 है. सातवे स्थान पर है बिहार का सिवान जिला सरकारी आंकडो के अनुसार बिहार का सिवान जिला साक्षरता के मामले में बिहार में सातवे स्थान पर है. जहाँ की साक्षरता दर 69.45 प्रतिशत है जिसमे पुरषों की साक्षरता दर 80.23 है वहीं महिलाओं की साक्षरता दर 58.66 प्रतिशत है. इस बाद छठे स्थान पर है बिहार का बक्सर जिला सेन्सस 2011 की तरफ से जारी रिपोर्ट के अनुसार इस जिले की साक्षरता दर 70.14 प्रतिशत है जिसमे पुरुषो की साक्षरता दर 80.72 है वहीं महिलाओ की साक्षरता दर 58.63 प्रतिशत है. इसके बाद पांचवे स्थान पर है बिहार का औरंगाबाद जिला सेन्सस 2011 की रिपोर्ट के अनुसार औरंगाबाद जिले की साक्षरता दर 70.32 है जिसमे पुरुषो की साक्षरता दर 80.11 प्रतिशत है वहीं महिलाओं की साक्षरता दर 59.71 प्रतिशत है. इस सूची में चौथे स्थान पर है मुंगेर जिला बिहार का मुंगेर जिला साक्षरता के हिसाब से पुरे राज्य में चौथे स्थान पर आया है. सरकारी आंकड़ो के अनुसार इस जिले का साक्षरता दर 70.46 प्रतिशत है जहाँ पुरुषो का साक्षरता दर 77.74 प्रतिशत है वहीं महिलाओं का साक्षरता दर 62.08 प्रतिसत है. इसके बाद अब है भोजपुर जिला साक्षरता के लिहाज़ से भोजपुर जिले को पूरे बिहार में तीसरा स्थान मिला है सरकारी आंकड़ो के अनुसार बिहार के इस जिले का साक्षरता दर 70.47 प्रतिशत है जिसमे पुरुष आबादी 81.74 प्रतिशत साक्षर है वहीं महिलाओ की 58.03 प्रतिशत आबादी साक्षर है. अब इस सूची में दुसरे स्थान पर हम बात करेंगे पटना जिले की जी हाँ बिहार की राजधानी पटना जहाँ पर बड़े बड़े स्कूल कॉलेज होने के दावे किये जाते है साक्षरता के मामले में दुसरे स्थान पर है, सरकारी आंकड़ों के अनुसार बिहार की राजधानी की साक्षरता दर 70.68 प्रतिशत है जिसमे पुरुषों की साक्षरता दर 78.48 प्रतिशत है वहीं महिलाओं की साक्षरता दर 61.96 प्रतिशत है. अब बारी है पहले स्थान की. साक्षरता के हिसाब से बिहार के रोहतास जिले को सबसे अव्वल माना गया है,सरकारी आंकड़ों के अनुसार इस जिले की साक्षरता दर 73.37 प्रतिशत है जिसमे पुरुषो की 82.88 प्रतिशत आबादी शिक्षित है वहीं महिलाओं की 62.67 प्रतिशत आबादी शिक्षित है. यानी की समूचे बिहार में रोहतास जिला वासी साक्षरता के मामले में सबसे आगे है बिहार का सबसे कम साक्षर जिला कौन है?बिहार में साक्षरता दर- 63.82%
बिहार में सबसे कम साक्षरता दर- 52.49% पूर्णिया में।
बिहार में सबसे कम शिक्षित जिला कौन सा है?Q. बिहार का सबसे कम शिक्षित जिला है? Notes: पूर्णिया बिहार का सबसे कम साक्षर जिला है। यहां 51.08% साक्षरता है।
बिहार का न्यूनतम साक्षरता वाला जिला कौन सा है?बिहार का सबसे कम शिक्षित जिला पूर्णिया है। यहां का साक्षरता दर 51.08% है। पूर्णिया की कुल जनसंख्या 2011 के अनुसार 32,64,619 है।
सबसे कम साक्षरता दर वाला जिला कौन सा है?मेवात (नूह जिला) के बारे में:. 2011 की जनगणना के अनुसार मेवात जिले में सबसे कम साक्षरता दर (43.50%) है , जबकि दूसरी ओर गुड़गांव जिले (84.4%) में राज्य में सबसे अधिक साक्षरता है।. नूंह जिला भारत के सबसे पिछड़े जिलों में से एक है । ... . नूंह जिले में चार उप-मंडल हैं , वे झिरका , पुनाहना फिरोजपुर और ताओरू हैं ।. |