Is It Safe To Put Oil In Babies Ear In Hindi: छोटे बच्चों को देखभाल करते समय बहुत सावधानी बरतने की जरूरत होती है। बच्चों के शरीर के अन्य अंगों के साथ ही कानों की सफाई करना बहुत महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि कान में जमा गंदगी इन्फेक्शन का कारण बन सकती है, जिससे उनके कान के पर्दे (eardrum) को नुकसान पहुंचा सकता है। इससे बहरेपन की समस्या भी हो सकती है। हम में से ज्यादातर लोग बच्चों के कान की सफाई करने के लिए उनके कानों में तेल डालते हैं। लेकिन क्या आपने सोचा है बच्चों के कान में तेल डालना चाहिए या नहीं? या तेल डालते समय आपको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए? यहां तक कि अक्सर लोग यह भी पूछते हैं कि बच्चों के कान में तेल डालना कितना सुरक्षित है? इन सभी सवालों के जवाब जानने के लिए हमने आयुर्वेदिक चिकित्सक और आयुर्वेदिक मेडिकल ऑफिसर, पंजाब डॉ. भुवनेश्वरी से बात की। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं। Show
बच्चों के कान में तेल डालना चाहिए कि नहीं- Is It Safe To Put Oil In Babies Ear In Hindiडॉ. भुवनेश्वरी के अनुसार कान की सफाई के लिए कान में तेल डालने की प्रक्रिया को कर्ण पूर्ण (Karna Purna) कहते हैं। बच्चों के कान साफ करने के लिए आप तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं। बच्चों की त्वचा बहुत नाजुक होती। अगर आप कान साफ करने के लिए ईयर बड्स का प्रयोग करते हैं, तो ईयर वैक्स होती है वह यूस्टेशियन ट्यूब के ज्यादा अंदर तक चली जाती है। जो कान के पर्दे (Eardrum) को नुकसान पहुंचा सकती है और बहरेपन का कारण बन सकती है। लेकिन आपको बच्चों के कान में तेल डालते समय कुछ जरूरी बातों खास ध्यान रखना चाहिए। इसे भी पढें: बच्चों के लिए बहुत फायदेमंद है स्विमिंग, जानें इससे सेहत को मिलने वाले 5 फायदे बच्चों के कान में तेल डालते समय क्या सावधानी बरतनी चाहिए?
यह भी ध्यान रखेंबच्चों के कान में जमा गंदगी या ईयर वैक्स सिर्फ देखने में ही गंदी नहीं लगती है, बल्कि यह आपके बच्चे कान को नुकसान भी पहुंचा सकती है। इसलिए समय-समय पर बच्चों के कान की सफाई करना महत्वपूर्ण है। लेकिन कोशिश करें कि बच्चे के कान की सफाई करने से पहले एक बार डॉक्टर से सही तरीका जरूर जान लें। All Image Source: Freepik.com (With Inputs: Dr. Bhuvneshwari - Govt. Ayurvedic medical officer, Punjab) Kids Care In Hindi: महिला को गर्भ धारण करने के बाद ही परिवार के लोग तमाम तरह के नुस्खे बताने लगते हैं. हालांकि यह जरूरी भी है. क्योंकि अनुभव वाली महिलाएं अक्सर अच्छी राय देती हैं. जिससे बच्चे को कोई नुकसान न होने पाए, छोटे बच्चों के देखभाल के लिए आपको पूरी जानकारी होनी चाहिए, क्योंकि एक छोटी सी गलती बच्चे को जीवन भर के लिए बर्बाद कर सकती है. ऐसा देखा गया है कि छोटे बच्चे के कान में गंदगी जमा हो जाती है. जिससे बच्चे के कान गहरा प्रभाव पड़ सकता है. इससे बच्चा बहरेपन का भी शिकार हो सकता है. सबके पास कान साफ करने के लिए अलग तरह के नुस्खे मौजूद रहते हैं. कोई-कोई बच्चे के कान में तेल डालते हैं. लेकिन क्या आपको पता है कि बच्चे के कान में तेल डालना चाहिए या नहीं तो आइए जानते हैं बच्चों के कान में तेल डालना कितना सही है और कितना गलत. क्या बच्चों के कान में तेल डालें या नहीं इन सावधानियों को बर्ते
by Neha Khandelwal |
नहीं, बेहतर है कि नवजात शिशु के कानों, नाभि या नाक में तेल न डाला जाएं। नाभि और कर्ण नलिका दोनों ही अंधकार और आर्द्रता से भरी जगह होती हैं जहां जीवाणु (बैक्टीरिया) या कवक (फंगल) पनप सकती हैं और शिशु को वहां इनफेक्शन हो सकता है। आप शिशु की मालिश के लिए चाहे कोई भी तेल इस्तेमाल करें, यह कीटाणुमुक्त नहीं होगा इसलिए यदि आप नियमित तौर पर शिशु के कानों, नाभि या नाक में तेल डालेंगी तो शिशु को इनफेक्शन होने का खतरा रहता है। बहुत से माता-पिता मानते हैं कि तेल से कान का मैल नरम हो जाता है। शिशु के कान में मौजूद मैल की आप चिंता न करें। यदि आपको शिशु के काम में बहुत ज्यादा मैल लगे तो आप इस बारे में डॉक्टर को बता सकती हैं। मगर नवजात शिशु के तौर पर आपके बच्चे के कान अभी बहुत छोटे हैं इसलिए उनकी ईयर बड से सफाई नहीं की जा सकती। ऐसा करने से उसके कानों को नुकसान पहुंच सकता है। कान का मैल वास्वत में कीटाणुओं, पानी या नमी के खिलाफ प्राकृतिक सुरक्षा परत की तरह काम करता है। इससे शिशु के सुनने की क्षमता प्रभावित नहीं होती। शिशु की नाभि को भी नाभिठूंठ टूट कर गिरने तक साफ को सूखा रखें। इनफेक्शन के संकेतों पर ध्यान दें और निम्नांकित लक्षण दिखाई देने पर तुरंत डॉक्टर से बात करें:
शिशु का नाभिठूंठ टूटकर गिर जाने और वहां घाव पूरी तरह ठीक हो जाने के बाद, अगर मालिश के दौरान थोड़ा-बहुत तेल उसकी नाभि में चला जाए तो भी कोई चिंता की बात नहीं है। मगर इसमें तेल की बूंदें डालना और पूरी तरह तेल से भरना सही नहीं है। इससे अंदर नमी जमा हो सकती है और त्वचा की सिलवटों में गंदगी जम सकती है। इससे उसे जलन या इनफेक्शन हो सकता है। अंग्रेजी के इस लेख से अनुवादित: Is it safe to put a few drops of oil in my newborn’s ears and navel? हमारे लेख पढ़ें:
Neha translates BabyCenter India's English content into Hindi to make it available to a wider audience. कान के अंदर कौन सा तेल डालना चाहिए?- कान में मैल जमा होने पर कुछ लोग मैल को फूलने के लिए कान में सरसों का तेल डाल लेते हैं.
कान में तेल कब डालना चाहिए?कान में तकलीफ होने पर हमें तेल डालना चाहिए। कान में तेल डालने से नमी बनी रहती है और अंदर की गंदगी को आसानी से निकाला जा सकता है। इसके अलावा कान में रूखापन महससू करने पर भी आप कान में तेल डाल सकते हैं।
क्या बच्चों के कान में तेल डालना चाहिए?इसके अलावा ध्यान रखें कि कभी भी छोटे बच्चों के कान में तेल न डालें. खासतौर पर एक्सपर्ट के सलाह के वगैर इस तरह की गलती बिल्कुल भी न करें. इससे उनके पर्दे को नुकसान पहुंच सकता है. कान में तेल डालने से नमी काफी ज्यादा बढ़ जाती है, जिसकी वजह से पस निकलने का खतरा रहता है.
क्या बच्चे के कान में सरसों का तेल डाल सकते हैं?आप बच्चों के कान में तेल डाल सकते हैं क्योंकि बच्चों की स्किन एकदम मुलायम होती है और सरसों का तेल उसके लिए बेहद फायदेमंद होता है.
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