उद्देश्य :अवतल दर्पण में परावर्तन का अध्ययन करना और वस्तु की विभिन्न अवस्थितियों के लिए प्रतिबिंब निर्माण का अवलोकन करना। Show
संबंधित शब्दावलियां
अवतल दर्पण द्वारा निर्मित किसी वस्तु के प्रतिबिंब, जब वस्तु को विभिन्न अवस्थितियों में रखा जाता है।
प्रतिबिंब स्रोत :http://www.tutorvista.com/content/science/science-ii/reflection-light/formation-concave-mirror.php उद्देश्य -किसी दूरस्थ वस्तु का प्रतिबिंब प्राप्त करने द्वारा अवतल दर्पण की फोकस दूरी ज्ञात करना। सिद्धांत
अवतल दर्पण के फोकस पर रखी वस्तु के प्रतिबिम्ब की स्थिति क्या होगी?Solution : (i) जब वस्तु अनंत पर होती है, तो अवतल दर्पण में उसका वास्तविक प्रतिबिंब अत्यधिक छोटे आकार का होगा और यह दर्पण के फोकस-तल पर बनेगा। <br> (ii) जब वस्तु वक्रता-केंद्र पर होती है, तो उसका वास्तविक प्रतिबिंब समान आकार का होगा और वक्रता-केंद्र पर ही बनेगा।
अवतल दर्पण में कौनसा प्रतिबिंब बनता है?अवतल दर्पण एक आवर्धित प्रतिबिम्ब बना सकता है जब वस्तु को एक निश्चित दूरी पर रखा जाता है। जब वस्तु को अवतल दर्पण के बहुत करीब (फोकल लंबाई पर) रखा जाता है तो एक आभासी, सीधा और आवर्धित प्रतिबिंब बनता है।
अवतल दर्पण द्वारा बने प्रतिबिंब की क्या विशेषताएं हैं जब वस्तु दर्पण से अधिक दूरी पर हो?Solution : अवतल दर्पण से बने प्रतिबिम्ब की विशेषताएँ निम्नलिखित हैं- <br> (i) यदि वस्तु ध्रुव व फोकस बिन्दु के बीच हो तो प्रतिबिम्ब आभासी, सीधा व वस्तु से बड़ा बनता है । <br> (ii) यदि वस्तु वक्रता केन्द्र पर हो तो प्रतिबिम्ब वास्तविक, उल्टा तथा वस्तु के आकार के बराबर बनता है।
अवतल दर्पण द्वारा पर्दे पर बनने वाले प्रतिबिंब को क्या कहा जाता है?अवतल दर्पण द्वारा पर्दे पर बनने वाले प्रतिबिंब को क्या कहा जाता है? Solution : अवतल दर्पण द्वारा पर्दे पर बनने वाला प्रतिबिंब उल्टा, वास्तविक तथा वस्तु से बड़ा बनता है। अवतल दर्पण आभासी, सीधा व बड़ा प्रतिबिंब केवल तब बनाएगा जब वस्तु दर्पण के आगे ध्रुव (P) व फोकस (F) के मध्य रखी हो।
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