समतल दर्पण द्वारा बना प्रतिबिंब की विशेषताएं समतल दर्पण के द्वारा बने प्रतिबिंब की निम्नलिखित विशेषताएं होती हैं (1) यह सीधा तथा आभासी होता है। 1. दर्पण की चौड़ाई को दर्पण का कहा जाता है ? 2. वास्तविक वस्तु का हमेशा
सीधा प्रतिबिंब बनाने वाला दर्पण होता है ? 3. लेंस की क्षमता का S.I मात्रक होता है ? 4. समतल दर्पण द्वारा बना प्रतिबिंब सदा होता है ? 5. वस्तु से छोटा प्रतिबिंब बनाता है ? 6. वास्तविक वस्तु का आभासी प्रतिबिंब बनता है ? 7. समतल दर्पण के द्वारा बना प्रतिबिंब होता
है ? 8. आँख में प्रवेश करने वाले प्रकाश की मात्रा को नियंत्रित करता है ? 9. पानी से भरी बाल्टी की गहराई कम दिखती है । इसका कारण है ? 10. पानी में डाली हुई छड़ी टेढ़ी दिखती है । इसका कारण है ? 11. मोटरगाड़ी के चालक के सामने लगा रहता है ? 12. वास्तविक प्रतिबिंब की प्रकृति कैसी होती है ? 13. सूर्योदय सूर्यास्त के समय सूर्य का गोल दीखता है ? 14. सोलर कूकर में प्रयोग किये जाते हैं ? 15. रोगियों के नाक, कान, गले आदि की जाँच के लिए डॉक्टर प्रयोग करते है ? 16. उत्तल लेंस की क्षमता होती है ? 17. यदि दर्पण में बना प्रतिबिंब हमेशा सीधा, आकार में वस्तु के बराबर है, तो दर्पण है ? 18. प्रकाश के परावर्तन के नियम के अनुसार – 19. निम्न में से कौन-सा पदार्थ लेंस के लिए प्रयुक्त नहीं किया जा सकता है ? 20. हीरा का अपवर्तनांक है ? इस पोस्ट में आपको समतल दर्पण द्वारा बना प्रतिबिंब की विशेषताएं समतल दर्पण से बना प्रतिबिम्ब समतल दर्पण का प्रतिबिंब समतल दर्पण से बना प्रतिबिंब कैसा होता है समतल दर्पण में प्रतिबिम्ब कैसा बनता है समतल दर्पण उदाहरण समतल दर्पण द्वारा बना प्रतिबिंब के विशेषताओं का उल्लेख करें एक समतल दर्पण की फोकस दूरी होती है समतल दर्पण द्वारा बनने वाले प्रतिबिम्ब की तीन विशेषताएँ क्या हैं? samtal darpan dwara bane pratibimb ki visheshta से संबंधित प्रश्न उत्तर दिए है. अगर इनके बारे में आपका कोई भी सवाल या सुझाव हो तो नीचे कमेंट करके पूछो और अगर आपको यह टेस्ट फायदेमंद लगे तो अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें. error: Content is protected !!
(Image formation by lens in hindi) लेंस से प्रतिबिम्ब निर्माण : जब लेंसों के सामने रखी वस्तु अलग अलग स्थान पर स्थित है तो उनका प्रतिबिम्ब भी अलग अलग स्थान पर बनता है। लेंसों से प्रतिबिम्ब बनने के नियम (rules for formation of image by lenses)1. लेंस के मुख्य अक्ष के समान्तर आने वाली प्रकाश किरणें लेंस से अपवर्तन के बाद फोकस बिन्दु से होकर जाती है या जाती हुई प्रतीत होती है। उत्तल लेंस में मुख्य अक्ष के समान्तर आने वाली प्रकाश किरण अपवर्तन के बाद वास्तविकता में फोकस से जाती है। अवतल लेंस में मुख्य अक्ष के समांतर आने वाली किरणें अपवर्तन के बाद फोकस से जाती हुई केवल प्रतीत होती है। 2. लेंस के मुख्य फोकस से आने वाली किरणें या आती हुई प्रतीत होने वाली किरणें लेंस से अपवर्तन के बाद मुख्य अक्ष के समान्तर हो जाती है। उत्तल लेंस में किरणे मुख्य फोकस से वास्तविकता में आती है और अपवर्तन के बाद मुख्य अक्ष के समान्तर हो जाती है। अवतल लेंस में किरणें मुख्य फोकस से आती हुई प्रतीत होती है तथा लेंस से अपवर्तन के बाद मुख्य अक्ष के समांतर हो जाती है। 3. लेंस के प्रकाशिक केन्द्र से होकर जाने वाली प्रकाश किरण बिना किसी विचलन के सीधी निकल जाती है , अर्थात जो प्रकाश किरण प्रकाशिक केंद्र से गुजरती है उसका मार्ग अपरिवर्तित रहता है और वह सीधी निकल जाती है। उत्तल या अभिसारी लेंस से प्रतिबिम्ब निर्माण (formation of images by a convex lens)1. जब वस्तु या बिम्ब अन्नत पर रखी हो : तो वस्तु से चलने वाली किरणें अन्नत से आती है तथा उत्तल लेंस से अपवर्तन के बाद लेंस के फोकस पर मिलती है अत: इस स्थिति में प्रतिबिम्ब फोकस पर बनता है। इस स्थिति में प्रतिबिम्ब वास्तविक , उल्टा तथा एक बिन्दु size का बनता है। 2. जब वस्तु अन्नत तथा 2F1 के मध्य में रखी हो : इस स्थिति में वस्तु का प्रतिबिम्ब F2 तथा 2F2 के मध्य में बनता है। यह प्रतिबिम्ब वास्तविक उल्टा और वस्तु से छोटा बनता है। 3. जब वस्तु 2F पर स्थित हो : जब वस्तु 2F1 पर स्थित हो तो इसका प्रतिबिम्ब 2F2 पर बनता है , यह वास्तविक , वस्तु के आकार का तथा उल्टा बनता है। 4. जब वस्तु या बिम्ब F व 2F के मध्य में स्थित हो : इस स्थिति में वस्तु का प्रतिबिम्ब 2F से दूर बनता है , यह प्रतिबिम्ब वास्तविक , उल्टा बनता है। यह लेंस के दूसरी तरफ 2F तथा अन्नत के मध्य बनता है। 5. जब वस्तु F (फोकस) पर स्थित हो : इस स्थिति में वस्तु का प्रतिबिम्ब अन्नत पर बनता है , यह वास्तविक , उल्टा तथा size में वस्तु से बड़ा होता है। 6. जब वस्तु प्रकाशिक केंद्र O तथा फोकस F के मध्य में स्थित हो तो वस्तु का प्रतिबिम्ब उसी तरफ बनता है जिस तरफ वस्तु रखी हो। यह प्रतिबिम्ब , आभासी , सीधा तथा बड़ा बनता है। यह प्रतिबिम्ब वस्तु तथा अन्नत के मध्य में बनता है। अवतल या अपसारी लेंस से प्रतिबिम्ब निर्माण (formation of images by a concave lens)1. जब वस्तु अन्नत पर स्थित हो : इस स्थिति में वस्तु से आने वाली प्रकाश किरण मुख्य अक्ष के समान्तर आती है और लेंस द्वारा अपवर्तन के बाद फोकस पर मिलती हुई प्रतीत होती है अत: इस स्थिति में वस्तु का प्रतिबिम्ब फोकस पर बनता है। प्रतिबिम्ब उसी तरफ बनता है जिस तरफ वस्तु स्थित हो अत: यह वास्तविक , वस्तु से छोटा तथा आभासी बनता है। 2. जब वस्तु अन्नत तथा F के मध्य स्थित हो : इस स्थिति में वस्तु का प्रतिबिम्ब उसी तरफ बनता है जिस तरफ वस्तु रखी रही है , यह प्रकाशिक केंद्र तथा फोकस F के मध्य में बनता है। प्रतिबिम्ब वस्तु के आकार से छोटा तथा आभासी बनता है। एक अवतल लेंस द्वारा किसी वस्तु का बना प्रतिबिंब क्या होता है?Solution : अवतल लेंस से बना प्रतिबिंब आभासी (काल्पनिक), सीधा और छोटे आकार का होता है।
अवतल लेंस में हमेशा कौन सा प्रतिबिंब बनता है?अवतल लेंस में बना प्रतिबिम्ब वास्तविक, आभासी और सीधे बनता है।
अवतल दर्पण में कौन सा प्रतिबिंब बनता है?अवतल दर्पण एक आवर्धित प्रतिबिम्ब बना सकता है जब वस्तु को एक निश्चित दूरी पर रखा जाता है। जब वस्तु को अवतल दर्पण के बहुत करीब (फोकल लंबाई पर) रखा जाता है तो एक आभासी, सीधा और आवर्धित प्रतिबिंब बनता है।
उत्तल लेंस द्वारा किसी वस्तु का आभासी प्रतिबिंब कब बनाया जाता है?Solution : यदि वस्तु उत्तल लेंस के फोकस और प्रकाशिक-केंद्र के बीच रखी गई हो, तो प्रतिबिंब आभासी (काल्पनिक) बनेगा।
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