दिल्ली,लाइफस्टाइल डेस्क। आयुर्वेद में अश्वगंधा को औषधि माना जाता है। इसमें कई औषधीय गुण पाए जाते हैं जो कई बीमारियों में फायदेमंद होते हैं। खासकर बढ़ते वजन को कंट्रोल करने में अश्वगंधा कारगर औषधि है। इसके अतिरिक्त कई अन्य बीमारियों में भी अश्वगंधा गुणकारी माना जाता है। अश्वगंधा एक पौधा है जो भारत समेत दुनियभर के कई देशों में पाया जाता है। इसे अंग्रेजी में Withania somnifera कहा जाता है। इसके पत्ते को रगड़ने अथवा मसलने पर अश्व यानी घोड़े के मूत्र जैसी गंध आती है। इसके लिए इस पौधे को अश्वगंधा कहा जाता है। अश्वगंधा दो प्रकार के होते हैं। इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट्स और एंटी-बैक्टीरियल समेत कई अन्य गुण पाए जाते हैं जो कैंसर, तनाव, मोटापा समेत कई बीमारियों के प्रभाव को कम करने में सहायक सिद्ध होते हैं। हालांकि, एक तरफ जहां अश्वगंधा के फायदे हैं, तो नुकसान भी हैं। अगर आपको पता नहीं है, तो आइए जानते हैं- Show Health Tips for Women: 30 की उम्र की महिलाएं सेहतमंद रहने के लिए रोजाना जरूर करें ये 3 योगासन यह भी पढ़ेंगर्भवती महिलाएं न करें सेवन विशेषज्ञों की मानें तो अश्वगंधा एक औषधि है, लेकिन कुछ लोगों को इससे परहेज करने की जरूरत है। खासकर गर्भवती महिलाओं को इसके सेवन से बचना चाहिए। अगर गर्भवती महिलाएं इसका लगातार सेवन करती हैं, तो गर्भपात का खतरा हो सकता है। ऐसा माना जाता है कि अश्वगंधा गर्भनिरोधक की तरह काम करता है। लो रक्तचाप के मरीज न करें सेवन Flax seed Benefits: डायबिटीज के मरीज शुगर कंट्रोल करने के लिए रोजाना ऐसे करें अलसी के बीज का सेवन यह भी पढ़ेंरक्तचाप के मरीजों को भी अश्वगंधा के सेवन से परहेज की जरूरत है। खासकर लो रक्तचाप के मरीजों को अश्वगंधा के सेवन से बचना चाहिए। इसके सेवन से रक्तचाप कम होने का खतरा रहता है। अगर आप रक्तचाप के मरीज हैं, तो डॉक्टर सलाह के बाद ही अश्वगंधा का सेवन करें। यह आपकी सेहत के लिए सही रहेगा। पेट संबंधी विकार में हानिकारक आधुनिक समय में लोग कई परेशानियों से जूझ रहे हैं। उनमें एक समस्या कब्ज है। अगर आप कब्ज समेत पेट संबंधी किसी विकार से परेशान हैं, तो अश्वगंधा का सेवन बिल्कुल न करें। इसके सेवन से उल्टी, डायरिया और पेट संबंधी परेशानियां हो सकती हैं। अगर आप किसी कारणवश लेना चाहते हैं, तो डॉक्टर से जरूर सलाह लें। Fatty Liver Diet: डाइट में नहीं खाएंगे ये 4 चीज़ें, तो बचे रहेंगे फैटी लिवर से डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें। अश्वगंधा एक ऐसी आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है, जिसके नाम से हर भारतीय वाकिफ है। फिर चाहे उसने कभी इस औषधि का सेवन किया है या नहीं। अश्वगंधा के बारे में आमतौर पर लोग यही जानते हैं कि यह यौन जीवन को बेहतर बनानेवाली एक दवाई है, जो समय के साथ घटती हुई प्रजनन क्षमता में भी सुधार करती है। यह बा बिल्कुल सच है, लेकिन अश्वगंधा के फायदे इससे कहीं अधिक है।वर्तमान समय में आपको हर दिन अश्वगंधा का सेवन क्यों करना चाहिए और कैसे करना चाहिए इस बारे में यहां जानें। ताकि 'दीये तले अंधेरा' की तर्ज पर आप सबकुछ जानते हुए भी इस औषधि के लाभ से वंचित ना रहें और अपने शरीर को बदलते मौसम और महामारी के बीच भी स्वास्थ्य बनाए रख सकें... अश्वगंधा खाने के फायदे इस फीवर में दूसरा सप्ताह होता है बहुत अधिक महत्वपूर्ण, ध्यान ना दिया तो जा सकती है जान त्वचा को युवा बनाए रखे -आज के समय में मानसिक और शारीरिक तनाव का हमारी त्वचा के ऊपर बहुत बुरा असर पड़ता है। इस स्थिति को नियंत्रित करने के लिए ज्यादातर लोग पूरी तरह ब्यूटी प्रोडक्ट्स पर निर्भर रहते हैं, जिनका आमतौर पर कोई अधिक लाभ नहीं मिलता है। -लेकिन अश्वगंधा का नियमित सेवन त्वचा को युवा बनाए रखने में सहायक है। क्योंकि यह शरीर के अंदर कोलेजन के निर्माण की प्रक्रिया को तेज करती है। कोलेजन वह पदार्थ है जो त्वचा को झुर्रियों, धारियों, पिंपल्स, इंफेक्शन और रैशेज से मुक्त रखने में सहायता करता है। यह त्वचा की कोशिकाओं को लगातार पोषण देता है और त्वचा चमकदार बनी रहती है। बाल झड़ने और सफेद होने से रोके -आज के समय में छोटे-छोटे बच्चों के भी बाल सफेद हो रहे हैं। आमतौर पर 30 साल की उम्र तक आते-आते ज्यादातर लोग सफेद बालों की समस्या से परेशान हो जाते हैं। इस समस्या से भी मुक्ति दिलाने में अश्वगंधा का नियमित सेवन बहुत अधिक लाभकारी होता है। त्वचा को युवा बनाए रखता है अश्वगंधा का नियमित सेवन -अश्वगंधा शरीर में कॉर्टिसोल हॉर्मोन का स्तर संतुलित करता है। क्योंकि इस हॉर्मोन की अधिकता के कारण ही बाल तेजी से गिरते हैं। वहीं, बालों में मेलेनिन की कमी के कारण बाल सफेद होने लगते हैं। अश्वगंधा में ऐसे अमीनो एसिड्स पाए जाते हैं, जो मेलेनिन के उत्पादन को बढ़ाते हैं और इससे बाल काले रहते हैं। सेक्शुअल पॉवर बढ़ाती है -यह हम सभी जानते हैं कि अश्वगंधा का नियमित सेवन सेक्शुअल पॉवर बढ़ाता है। इसमें यह बात भी शामिल है कि यदि आपको जननांगों से संबंधित किसी तरह की कोई बीमारी है तो इस औषधि के सेवन से आपकी वह समस्या भी दूर होती है। जैसे महिलाओं में वाइट डिस्चार्ज (सफेद पानी आना) की समस्या और पुरुषों में इरेक्शन (लिंग का ढीलापन) की कमी भी दूर होती है। संतुलन में सुधार करती है -आपको बता दें कि अश्वगंधा एक ऐसी औषधि है जो मनुष्य के शारीरिक और मानसिक विकास को सीधे रूप में प्रभावित करती है। जो लोग इस दवाई का सही प्रकार से नियमित सेवन करते हैं, उनमें शारीरिक और मानसिक संतुलन बहुत अच्छा रहता है। उनकी अपनी मांसपेशियों और विचारों पर पकड़ बहुत अच्छी होती है। स्टैटिन दवाओं के सेवन से पहले जान लें यह जरूरी बात, नहीं तो बीमार हो सकता है दिल! शरीर को अंदर से स्वस्थ रखती है अश्वगंधा आंतरिक स्वास्थ्य लाभ -अश्वगंधा का नियमित सेवन चयापचय यानी मेटाबॉलिज़म को सही रखने में सहायक है। इस औषधि में पाए जानेवाले ऐंटिऑक्सीडेंट्स भोजन के पाचन के दौरान उत्पन्न होनेवाले हानिकारक फ्री रेडिकल्स (मुक्त कणों) को नियंत्रित करते हैं और उनके द्वारा पाचनतंत्र को पहुंचाई गई क्षति को ठीक करने का कार्य करते हैं। ब्लड शुगर को नियंत्रित रखे -जो लोग मधुमेह की समस्या से पीड़ित हैं और जिन लोगों के पारिवारिक इतिहास में यह बीमारी रही है, उन सभी के लिए अश्वगंधा का सेवन बहुत अधिक लाभकारी होता है। क्योंकि यह औषधि ब्लड शुगर का स्तर सामान्य रखने में सहायता करती है। यहां जानें अश्वगंधा को नियमित रूप से सेवन करने की विधियां सर्दियों के नाश्ते में हर दिन खाएं इन 8 में से कोई 1 चीज और बढ़ता वजन घटने लगेगा अश्वगंधा चूर्ण गर्मियों में खा सकते हैं क्या?Side Effects of Ashwagandha : अश्वगंधा की तासीर गर्म होती है, इसलिए गर्मी के मौसम में अधिक मात्रा में इस्तेमाल करने से गैस, उल्टी, दस्त, ज्यादा नींद आने जैसी समस्या पैदा कर सकता है। आप सर्दी के मौसम में सीमित मात्रा में अश्वगंधा का सेवन कर सकते हैं।
गर्मियों में अश्वगंधा का प्रयोग कैसे करें?अश्वगंधा का सेवन कैसे करें
अश्वगंधा चूर्ण खाने का तरीका बहुत आसान है। पानी, शहद या फिर घी में मिलाकर अश्वगंधा चूर्ण का सेवन किया जा सकता है। इसके अलावा, अश्वगंधा कैप्सूल, अश्वगंधा चाय और अश्वगंधा का रस भी मार्केट और ऑनलाइन आसानी से मिल जाता है।
अश्वगंधा कब नहीं लेना चाहिए?अगर आप कब्ज समेत पेट संबंधी किसी विकार से परेशान हैं, तो अश्वगंधा का सेवन बिल्कुल न करें। इसके सेवन से उल्टी, डायरिया और पेट संबंधी परेशानियां हो सकती हैं। अगर आप किसी कारणवश लेना चाहते हैं, तो डॉक्टर से जरूर सलाह लें।
क्या अश्वगंधा शरीर की गर्मी बढ़ाता है?इसे अत्यधिक मात्रा में लेने से यह शरीर में गर्मी बढ़ा सकता है। इससे पेट भी खराब हो सकता है।
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