अर्जुन की छाल का काढ़ा पीने से क्या फायदा? - arjun kee chhaal ka kaadha peene se kya phaayada?

अर्जुन की छाल का सेवन करने से आपका ब्लड शुगर कंट्रोल रहता है।

गर्मी के महीने में पाचन संबंधी परेशानियां ज्यादा होती हैं। इस मौसम में तला, भुना और मसालेदार भोजन सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। आयुर्वेद के मुताबिक गर्मी का महीना पित्त का महीना होता है।

पित्त रस अमाशय से आए भोजन के अम्लीय प्रभाव को कम करता है। वसा में घुलनशील विटामिनों के अवशोषण में सहायक होता है। आयुर्वेद विशेषज्ञों के मुताबिक शरीर में वात, पित्त का बैलेंस बहुत जरूरी है। विशेषज्ञों के मुताबिक अर्जुन की छाल न सिर्फ वात और पित्त को ठीक रखती है, बल्कि कफ को कम करने में बेहद असरदार है।

आयुर्वेद और स्वदेशी के हिमायती राजीव दीक्षित हमारे बीच नहीं है, लेकिन तमाम बीमारियों पर उनके टिप्स आज भी कारगर हैं। राजीव दीक्षित ने बताया था कि शरीर में वात, पित्त और कफ की स्थिति बदलती रहती है। सुबह वात ज्यादा होता है तो दोपहर को पित्त ज्यादा होता है। इसी तरह रात को कफ ज्यादा होता है। इसलिए वात, पित्त और कफ को नियंत्रित करने के लिए डाइट का ध्यान रखना जरूरी है।

अर्जुन की छाल का काढ़ा कफ, पित्त और वात नाशक की तरह काम करता है। यदि आपको बार-बार सर्दी जुकाम की समस्या सताती है तो आप अर्जुन की छाल के काढ़े का सेवन करें।

अर्जुन की छाल के फायदे: औषधीय गुणों से भरपूर अर्जुन की छाल का काढ़ा लिवर की हेल्थ भी दुरुस्त करता है। जिन लोगों को फैटी लिवर की समस्या है वो अर्जुन की छाल का काढ़ा पीएं। अर्जुन की छाल का काढ़ा बॉडी से टॉक्सिन बाहर निकालता है और ब्लड को शुद्ध करता है। आइए जानते हैं कि अर्जुन की छाल का सेवन कैसे करें और उसके कौन-कौन से फायदे हैं।

डायबिटीज कंट्रोल रहती है: अर्जुन की छाल का सेवन करने से आपकी ब्लड शुगर कंट्रोल रहती है। अर्जुन की छाल का सेवन आप दूध के साथ कर सकते हैं।

हड्डियां मजबूत होती है:अर्जुन की छाल में कैल्शियम और मैग्नीशियम अधिक होता है। इसका सेवन करने से हड्डियां मजबूत होती है। ये हड्डियों को फ्रैक्चर होने से बचाता है। एक गिलास दूध में आधा चम्मच अर्जुन की छाल डालें। दूध को मीठा करने के लिए आप उसमें गुड़, खांड और भूरा का सेवन कर सकते हैं।

दिल की सेहत को दुरुस्त करता है: दिल के रोगों से बचने के लिए अर्जुन की छाल का सेवन बेहद उपयोगी है। अर्जुन की छाल का सेवन उसका काढ़ा बनाकर कर सकते हैं। अर्जुन का काढ़ा खून को पतला करता है। इससे ब्लड वेसल्स, आर्टरीज में ब्लॉकेज की समस्या नहीं होती है। इसका सेवन करने से हार्ट फेलियर से बचाव होता है।

पेट की गैस से निजात दिलाती है अर्जुन की छाल: अर्जुन की छाल एसिडिटी से राहत दिलाने में बहुत असरदार हैं। 10-20 मिली अर्जुन छाल के काढ़े का नियमित सेवन करने से पेट की गैस और एसिडिटी से राहत मिलती है।

दालचीनी (Cinnamon) और अर्जुन की छाल (Arjun Bark) का सेवन सेहत को काफी फायदा पहुंचाता है। लेकिन अगर आप दालचीनी और अर्जुन की छाल के काढ़े का सेवन करते हैं, तो यह सेहत को दो गुना लाभ पहुंचाते हैं। जी हां क्योंकि दालचीनी और अर्जुन की छाल औषधीय गुणों से भरपूर होता है। दालचीनी और अर्जुन की छाल के काढ़े का सेवन करने से स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याओं से छुटकारा मिलता है। क्योंकि दालचीनी में कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, पोटेशियम और विटामिन ए जैसे तत्व पाए जाते हैं, तो वहीं, अर्जुन की छाल में एंटी बैक्टीरियल, एंटीऑक्सीडेंट, एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटीमाइक्रोबियल गुण मौजूद होता है। जो स्वास्थ्य को काफी लाभ पहुंचाते हैं। तो आइए जानते हैं दालचीनी और अर्जुन की छाल का काढ़ा पीने के क्या-क्या फायदे होते हैं।

अर्जुन की छाल का काढ़ा पीने से क्या फायदा? - arjun kee chhaal ka kaadha peene se kya phaayada?

दालचीनी और अर्जुन की छाल का काढ़ा पीने के फायदे-Benefits Of Drinking Cinnamon And Arjun Bark Kadha In Hindi

कोलेस्ट्रॉल होता है कंट्रोल

शरीर में बढ़ते कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) को कम करने के लिए दालचीनी और अर्जुन की छाल के काढ़े का सेवन काफी फायदेमंद माना जाता है। क्योंकि इस काढ़े का सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम होता है और हृदय रोगों का जोखिम भी कम होता है।

डायबिटीज में फायदेमंद

डायबिटीज (Diabetes) के मरीजों के लिए दालचीनी और अर्जुन की छाल के काढ़े का सेवन काफी फायदेमंद माना जाता है। क्योंकि अगर डायबिटीज के मरीज इस काढ़े का सेवन करते हैं, तो इससे ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल होता है।

कैंसर का खतरा होता है कम

कैंसर (Cancer) जैसी घातक बीमारी के खतरे को कम करने के लिए दालचीनी और अर्जुन की छाल के काढ़े का सेवन लाभकारी साबित होता है। क्योंकि इस काढ़े में मौजूद एंटीकैंसर गुण कैंसर के सेल्स को बढ़ने से रोकने में मदद करते हैं।

इम्यूनिटी होती है बूस्ट

दालचीनी और अर्जुन की छाल के काढ़े का सेवन करने से इम्यूनिटी (Immunity) मजबूत होती है, क्योंकि इसमें मौजूद एंटी बैक्टीरियल तत्व आपके शरीर को वायरस और बैक्टीरिया से सुरक्षित रखने में मदद करते हैं।

सर्दी-जुकाम में फायदेमंद

सर्दी-जुकाम (Cold) की शिकायत होने पर दालचीनी और अर्जुन की छाल के काढ़े का सेवन लाभकारी साबित होता है। क्योंकि इसमें मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट और एंटी बैक्टीरियल गुण सर्दी-जुकाम को दूर करने में मदद करते हैं।

मोटापा होता है कंट्रोल

मोटापा (Obesity) को कंट्रोल करने के लिए दालचीनी और अर्जुन की छाल के काढ़े का सेवन करना फायदेमंद माना जाता है। क्योंकि इसका सेवन करने से मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है और मोटापा कंट्रोल होता है।

पाचन क्रिया होती है दुरुस्त

अगर आप अर्जुन की छाल और दालचीनी के काढ़े का सेवन करते हैं, तो इससे आपका मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है। जिससे आपकी पाचन क्रिया (Digestion) दुरुस्त होती है। साथ ही पाचन संबंधी समस्या भी दूर होती है।

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।

Edited by Rakshita Srivastava

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अर्जुन की छाल कौन सी बीमारी में काम आती है?

अर्जुन की छाल से कफ, पित्त, सर्दी-खांसी और मोटापे की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है. आयुर्वेद में अर्जुन के पेड़ और फल को दिव्य औषधि माना जाता है. आइए जानते हैं इसके फायदे और कैसे करें इसका सेवन. -आयुर्वेद के अनुसार अर्जुन के पेड़ की छाल से बना काढ़ा पीने से हार्ट हेल्दी रहता है.

अर्जुन की छाल का काढ़ा पीने से क्या फायदा होता है?

Arjuna Bark Benefits: अर्जुन की छाल एक आयुर्वेदिक औषधी है, जिसका इस्तेमाल शरीर की कई परेशानियों को दूर करने के लिए किया जाता है. आयुर्वेद में मुख्य रूप से इसका इस्तेमाल काढ़े के रूप में किया जाता है. यह इंफेक्शन, संक्रमण, गले की खराश, सर्दी-जुकाम जैसी परेशानियों को दूर करने में आपकी मदद कर सकता है.

अर्जुन की छाल का काढ़ा दिन में कितनी बार पीना चाहिए?

अर्जुन की छाल 100 ग्राम ले कर 500 मिली पानी में पकाये 200 मिली रहने पर उतार ले और हर रोज़ सुबह शाम 10-10 मिली ले। इस से खून में बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रोल कम हो जायेगा, खून के धक्के साफ़ हो जायेंगे, ब्लड प्रेशर सही हो जायेगा और ANGIOPLASTY की नौबत नहीं आएगी। अर्जुन के सेवन से अलसर में भी आशातीत लाभ होता हैं।

अर्जुन की छाल का काढ़ा खाली पेट पी सकते हैं क्या?

कब पिएं अर्जुन की छाल की चाय खाली पेट पिएंगे तो अधिक लाभ होगा। नाश्ता करने के एक से डेढ़ घंटे के बाद भी पी सकते हैं। आप दूध वाली चाय पीते हैं, तो उसमें भी इसका पाउडर डाल सकते हैं। इससे चाय का स्वाद और सेहत गुण बढ़ जाते हैं