अगर पेशाब की नली में पथरी फस जाए तो क्या करें? - agar peshaab kee nalee mein patharee phas jae to kya karen?

पेशाब की नली में पथरी का इलाज : पेशाब की नली में अटकी पथरी को बाहर निकाल फेंक सकते हैं ये 8 घरेलू उपाय

By उस्मान | Published: November 23, 2020 09:16 AM2020-11-23T09:16:23+5:302020-11-23T09:23:10+5:30

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पथरी का इलाज क्या है : अगर यह जानना चाहते हैं कि पथरी कैसे निकालें और पथरी निकालने के लिए क्या खाएं तो यह लेख आपके काम का है

अगर पेशाब की नली में पथरी फस जाए तो क्या करें? - agar peshaab kee nalee mein patharee phas jae to kya karen?

पथरी का घरेलू इलाज

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Highlightsपेशाब की नली में पथरी का अटक जाना एक आपातकालीन समस्यामूत्रनली में पथरी को फंसने को कहते हैं यूरेट्रिक स्टोनपेशाब में जलन होना जैसे लक्षण महसूस होना सबसे बड़ा लक्षण

किडनी या पेशाब की नली में पथरी का होना या बनना कोई नया या अनजाना रोग नहीं है। पेशाब की नली में पथरी का अटक जाना एक आपातकालीन समस्या है जिसमे तुरंत इलाज की आवश्यकता होती है। जब किडनी में बनी हुई पथरी फिसल कर मूत्रनली या युरेटर में फंस जाती है, तब उसको यूरेट्रिक स्टोन कहते है। 

पथरी मुख्यत: कैल्सियम फास्फेट, कैल्सियम ओक्सालेट, यूरिक एसिड और मैग्नेशियम अमोनियम फास्फेट जैसे रसायनों के क्रिस्टल्स के जमाव के कारण होती है। ज्यादातर जमीन में पाए जाने वाले कठोर पानी और ज्यादा मिनरल्स युक्त खाद्य पदार्थों के सेवन से पथरी होने की संभावनांए बढ़ जाती है।

पेशाब की नली में पथरी के लक्षण

अक्सर लोग किडनी स्टोन होने के लक्षणों को नजरअंदाज कर देते है। लंबे समय तक शरीर के अंदर रहने के कारण पथरी का माप बढ़ता चला जाता है और कभी कभार फिसल कर मूत्रनली में जाकर फंस जाता है। ऐसे में आपको बार बार पेशाब आना, पेट के बगल में या पीठ में दर्द होना, पेशाब में खून आना, उल्टियां आना और पेशाब में जलन होना जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं। 

अगर पेशाब की नली में पथरी फस जाए तो क्या करें? - agar peshaab kee nalee mein patharee phas jae to kya karen?

पेशाब की नली में पथरी होने के कारण

कम पानी पीने से भी यूरेटर स्टोन हो सकता है। शरीर में पानी की कमी हो जाने पर पेशाब गाढ़ा हो जाता है। पेशाब में मिनरल्स पाए जाते हैं जो गाढ़ा हो जाने पर यूरिन मार्ग में रूकावट कर देते हैं। युरेट्रिक स्टोन आनुवंशिक बीमारी है। अगर परिवार के किसी सदस्य को यह बीमारी है तो आपको होने की संभावना बढ़ जाती है। 

पेशाब की नली में पथरी के घरेलू उपाय

गिलोय
इसे गुड़ूची के नाम से भी जाना जाता है। यह बेल पथरी और पथरी से जुड़े अन्य विकारों के इलाज के लिए जानी जाती है। पेशाब करते समय यदि जलन महसूस हो तो गिलोय के तने का चूर्ण 10 ग्राम आंवला के फ लों का चूर्ण 10 ग्राम सोंठ चूर्ण 5 ग्राम गोखरु के बीजों का चूर्ण 3 ग्राम और अश्वगंधा की जड़ों का चूर्ण 5 ग्राम लिया जाए और इसे 100 उस पानी में उबाला जाए, प्राप्त काढ़े को रोगी को दिन में एक बार प्रतिदिन एक माह तक दिया जाना चाहिए।

अगर पेशाब की नली में पथरी फस जाए तो क्या करें? - agar peshaab kee nalee mein patharee phas jae to kya karen?

 पुनर्नवा
खरपतवार समझे जाने वाला यह पौधा किडनी में पथरी के लिए एक महत्वपूर्ण पौधा है। पातालकोट के आदिवासियों के अनुसार पथरी की वजह से कमर और पेट में दर्द होने पर पुनर्नवा,कचूर और अदरक की समान मात्रा लेकर रोगी को खिलाना चाहिए, दर्द में तुरंत आराम मिलता है।

 खून पानी पियें
ज्यादा पानी पीने से शरीर हाईड्रेट रहता है और इससे स्टोन भी यूरीन के रास्ते बाहर निकल जाता है। इसलिए, रोज़ाना कम से कम 8-10 गिलास पानी पियें। इसके अलावा आप नींबू और संतरे का रस भी पी सकते हैं। इसमें सिट्रिक एसिड होता है, जो स्टोन बनने से रोकता है। पथरी के मरीज को अपनी सुबह की शुरुआत चाय या कॉफी से न करें, क्योंकि इससे पथरी का आकार बढ़ सकता है।

सौंफ और तुलसी
सौंफ मिश्री, सूखा धनिया, इनको 50-50 ग्राम मात्रा में लेकर रात को 11/2 कप ठंडा पानी मिलाकर पीने से पथरी पेशाब के रास्ते बाहर निकल निकल सकती है। तुलसी का इस्तेमाल करना किडनी स्टोन दूर करने का काफी प्रचलित घरेलू उपाय है। इसके लिए प्रतिदिन 5-7 तुलसी के पत्तों को चबाकर खाएँ। इसमें एसिटिक एसिड एवं अन्य जरूरी तेल होते है जो पथरी को तोड़कर पेशाब के रास्ते बाहर निकालते है।

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बेलपत्र 
2-3 बेलपत्र को पानी के साथ पीस लें और इसमें एक चुटकी काली मिर्च मिलाकर सेवन करें। दो सप्ताह तक इसका सेवन करने से गुर्दे की पथरी निकल सकती है, शोध के अनुसार विटामिन बी की 100-150 एमजी की नियमित खुराक लेने से पथरी से निजात मिल सकती है।

इलायची
एक चम्मच इलायची, खरबूजे के बीज की गिरी और दो चम्मच मिश्री एक कप पानी में डालकर उबालें ठंडा होने के बाद सुबह-शाम पियें। यह पथरी के इलाज में दवा की तरह असर करती है।

अश्वगंधा
अश्वगंधा की जड़ों का गुनगुना रस पीने से पथरी का दर्द कम होता है। अश्वगंधा की जड़ों का रस और आंवला के फ लों का रस समान मात्रा में आधा आधा कप लिया जाए तो मूत्राशय और मूत्र मार्ग में पेशाब करते समय जलन की शिकायत खत्म हो सकती है। माना जाता है कि यह पथरी को गलाकर पेशाब मार्ग से बाहर भी निकाल फेंकता है।  

इस बात का रखें ध्यान
पथरी के इलाज के लिए यह सिर्फ घरेलू उपचार हैं जिनका परिणाम तुरंत देखने को नहीं मिलता है। यह चीजें धीरे-धीरे असर करती हैं और इनका इस्तेमाल करने से पहले आपको एक्सपर्ट्स से सलाह लेनी चाहिए। 

Web Title: ureteral stone treatment : causes, signs and symptoms, home remedies, Ayurved remedies, prevention tips of ureteral stone in Hindi

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पेशाब की नली में फंसी हुई पथरी कैसे निकाले?

आयुर्वेदिक एक्सपर्ट डॉ. अबरार मुल्तानी बताते हैं कि आपको सिर्फ एक केला लेकर उसके अंदर पुदीना (पेपरमिंट) के दो से तीन छोटे-छोटे टुकड़ों को लगाकर खा लेना है. केला खाने के थोड़ी देर बाद आधा गिलास गुनगुना दूध और आधा गिलास पानी पी लें. दो से तीन दिन में पेशाब की नली में फंसी छोटी-मोटी पथरी निकल जाएगी.

पेशाब के रास्ते में पथरी हो तो क्या करना चाहिए?

अश्वगंधा अश्वगंधा की जड़ों का गुनगुना रस पीने से पथरी का दर्द कम होता है। अश्वगंधा की जड़ों का रस और आंवला के फ लों का रस समान मात्रा में आधा आधा कप लिया जाए तो मूत्राशय और मूत्र मार्ग में पेशाब करते समय जलन की शिकायत खत्म हो जाती है और माना जाता है कि यह पथरी को गलाकर पेशाब मार्ग से बाहर भी निकाल फेंकता है।

कितने एमएम की पथरी पेशाब की नली से निकल सकती है?

डॉ. काला कहते हैं कि गुर्दें में 10 एमएम की पथरी होने पर दवाइयां व परहेज से इलाज किया जा सकता है। इससे बड़ा साइज होने की स्थिति में ऑपरेशन करना पड़ता है।

कितने एमएम की पथरी गल सकती है?

सुरेश वशिष्ठ ने बताया कि 5 एमएम तक की पथरी है तो बिना ऑपरेशन के भी बाहर निकल सकती है, लेकिन उसके लिए सही इलाज और पानी का खूब सेवन जरूरी है। 6.5 एमएम से ज्यादा बड़ी पथरी का बिना ऑपरेशन बाहर निकलना संभव नहीं होता, जब तक वह टुकड़ों में न टूटे।