अच्छे पड़ोसी के क्या गुण होते हैं? - achchhe padosee ke kya gun hote hain?

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अच्छे पड़ोसी के क्या गुण होते हैं? - achchhe padosee ke kya gun hote hain?
DAV Class 8 Gyan Sagar Chapter 3

DAV Class-8 Hindi Book Solutions Chapter-3 Achchhe Padosee Ke Gun

DAV class 8 Hindi book solutions chapter 3 is given below. Here DAV class 8 Hindi chapter 3 question answer is provided with great explanation.

Highlights

  1. पाठ में से
  2. बातचीत के लिए
  3. अनुमान और कल्पना
  4. भाषा की बात
  5. जीवन मूल्य

पाठमेंसे

1. लेखक पड़ोसी के प्रति अपनी उदारता का परिचय किस प्रकार देते थे?

उत्तर: लेखक अपने पड़ोसी के प्रति उदारता दिखाने हेतु सालों पुराने पड़े जूते, पलास्टिक की थैलियाँ, टूटी शीशियों को बिना किसी संकोच के पड़ोसियों की झाड़ी के पार या घर के पीछे फेंक देते हैं।

2. पड़ोसी की केबल का तार काटने को लेकर लेखक क्या तर्क देते हैं?

उत्तर: लेखक पड़ोसी के केबल का तार काटने को सही ठहराने के लिए दलीलें पेश करते हुए कहते हैं कि केबल में आने वाले कार्यक्रम बच्चों के कोमल मस्तिष्क पर बुरा प्रभाव डालते हैं। बच्चे इन कार्यक्रमों को देखने के इतने आदी हो जाते हैं कि अपनी पढ़ाई तक का नुकसान कर लेते हैं, लगातार टी. वी. देखने से उनकी आँखे भी कमजोर हो जाती है।

3. लेखक ने व्यक्ति और देश के पड़ोसियों की तुलना क्यों की है?

उत्तर: लेखक ने व्यक्ति और देश के पड़ोसियों की तुलना की है। क्योंकि जिस प्रकार एक व्यक्ति भला मानुष और हमारा शुभचिंतक होने का दिखावा करता है ठीक उसी प्रकार हमारे देश के पड़ोसी देश भी हमारे देश के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप न करने का वादा करते हैं लेकिन गुप्त रूप से हमारे देश में घुसपैठिए भेजकर असामाजिक गतिविधियों को अंजाम देकर खौफ और आतंक का माहौल पैदा करते हैं।

4. पाठ के आधार पर बताइए कि अकसर पड़ोसियों में किन बातों को लेकर बहस होती थी?

उत्तर: पड़ोसियों के बीच अधिकतर सामान्य बातों को लेकर बहस होती है, जैसे- कूड़े-कचरे का इधर-उधर फेंका जाना पड़ोसी को दिए गए चीजों के बदले खराब चीजों का प्राप्त होना या खराब अवस्था में प्राप्त होना।

5. पाठ के आधार पर नीचे कुछ कथन दिए गए हैं। सही कथनों के आगे सही का निशान और गलत कथनों के आगे गलत का निशान लगाइए-

उत्तर: छात्र स्वयं करें।

बातचीतकेलिए

1. तूश प्रकरण को अपने शब्दों में बताइए।

उत्तर: तूश एक प्रकार का कीमती ऊन होता है। इस पाठ में एक पड़ोसी दूसरे पड़ोसी से किसी पार्टी में जाने के लिए तूश का शॉल माँगता है।दुर्भाग्यवश उस शॉल में चटनी का दाग लगा जाता है। जब इस बात की जानकारी शॉल के मालिक को चलती है तो वह यह मानता हैं कि ईर्ष्या और स्पर्धा के कारण उसने ऐसा जान बुझकर किया है जिसका कारण पुरानी चाय और प्याज की लेन-देन है।

2. महिलाओं के बीच पड़ोसी धर्म निभाने का सिलसिला समाप्त क्यों हो जाता है?

उत्तर: महिलाओं के बीच पडोसी धर्म निभाने का सिलसिला छोटी मोटी चीजों से शुरू होता है और इसी क्रम में किसी मामूली बात को लेकर दोनों में शीत युद्ध हो जाता है और दोनों पक्ष अपने को सही मानकर अपने स्वाभिमान की रक्षा करने के लिए पड़ोसी धर्म की तिलांजलि दे देते हैं।

3. कोई ऐसी घटना बताइए जब आपके पड़ोसी ने अपना पड़ोसी धर्म निभाते हुए आपकी सहायता की हो।

उत्तर: एक बार जब आधी रात को मेरी चाची को बिच्छू ने काट लिया था तो मेरे पड़ोसी ने पड़ोसी धर्म निभाते हुए उन्हें अपनी कार में अस्पताल पहुंचाया था।

4. क्या वास्तव में लेखक और उनके पड़ोसी का व्यवहार एक-दूसरे के प्रति उदार था? अपने विचार बताइए।

उत्तर: वास्तव में लेखक और उनके पड़ोसी के बीच का व्यवहार बिलकुल भी उदार नहीं था पर उदार होने का दोनों दिखावा करते थे। उन दोनों के बीच में ऐसा होने का कारण यह था कि अपने दृष्टिकोण से दोनों अपने आपको सही मानते थे और दूसरे को यह विश्वास दिलाने का भी प्रयत्न करते थे कि वे ही सही हैं।

अनुमान और कल्पना

1. यदि लेखक और उनके पड़ोसी का व्यवहार एक-दूसरे के प्रति अच्छा होता, तो उनके जीवन में क्या परिवर्तन आता?

उत्तर: यदि लेखक और उनके पड़ोसी का व्यवहार एक दूसरे के प्रति अच्छा होता तो उनका जीवन खुशियों से भर जाता क्योंकि अच्छे पड़ोसी की तुलना देव से की गई है। हम मुश्किल घड़ी में भगवान को याद करते हैं परंतु पड़ोसी के अच्छे होने पर वे हमारी मुश्किल घड़ी में हमारा साथ देते और उनकी मुश्किल घड़ी में हम उनका साथ देते।

2. यदि लेखक और उनके पड़ोसी वास्तव में अच्छे पड़ोसी’ होते, तो वे शीत युद्ध की समस्या से कैसे निपटते?

उत्तर: यदि लेखक और उनके पड़ोसी वास्तव में अच्छे पड़ोसी होते तो वे शीत युद्ध की समस्या को पारम्परिक सूझ-बूझ और बात-चीत से सुलझा लेते।

भाषा की बात

1. नीचे दिए गए शब्दों के विलोम शब्द लिखिए-

उत्तर:

क. शाश्वत – क्षणिक

ख. दुखद – सुखद

ग. दुर्भाग्य – सौभाग्य

2. नीचे दिए गए वाक्यों का भाव समझाइए

(क) एक साल से बिस्तर पकड़े हैं।

(ख) हमारी भाभी की प्राण-चिरैया चारपाई में अटकी रही।

(ग) उसकी सफ़ाई में डेढ़ सौ की चोट लगी।

उत्तर:

क. एक साल से बीमार है।

ख. लंबे समय से बीमारी के कारण बिस्तर में पड़े रहना।

ग. सफाई में डेढ़ सौ का खर्च होना।

जीवन मूल्य

1. पड़ोसियों के बीच दैनिक प्रयोग की वस्तुओं का आदान-प्रदान होता रहता है। हमें इस आदान-प्रदान में किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?

उत्तर: पड़ोसियों के बीच दैनिक प्रयोग की वस्तुओं का आदान-प्रदान होना स्वाभाविक-सी बात होती है। हमें इस आदान प्रदान में काफी सजग रहने की आवश्यकता है, जैसे- जिस स्थिति में चीजों को लेना चाहिए उसी स्थिति में चीजों को लौटाना चाहिए और खराब हो जाने की स्थिति में उसे ठीक करके या फिर नया देना चाहिए। जितने दिनों के लिए लिया है उतने दिनों में वापस कर देना चाहिए या देर होने पर पड़ोसी को सूचित कर देना चाहिए।

2. निम्नलिखित स्थितियों में आप पड़ोसी के साथ कैसा व्यवहार करेंगे

(क) जब उनके परिवार में कोई अस्वस्थ हो।

उत्तर: जब मेरे पड़ोसी के परिवार में कोई अस्वस्थ हो तो हम उनके साथ पूरी हमदर्दी रखते हुए उनकी आवश्यकताओं का ख्याल रखेंगे, उनसे मिलने अस्पताल जाएँगे और जरूरत पड़ने पर आर्थिक मदद भी करेंगे।

(ख) जब उनकी अनुपस्थिति में उनके घर कोई अतिथि आ जाए।

उत्तर: जब उनकी अनुपस्थिति में उनके घर कोई अतिथि आ जाए तो सच्चे पड़ोसी का धर्म निभाते हुए हम उनके अतिथि का आदर-सत्कार करेंगे और पड़ोसी के न आ जाने तक उनका पूरा-पूरा ध्यान रखेंगे।

एक अच्छे पड़ोसी में क्या क्या गुण होने चाहिए?

Answer:.
एक अच्छे पड़ोसी में एक दोस्त की तरह पर परिवार की तरह रहने की गुण होने चाहिए|.
अच्छे पड़ोसी को अपने सामने वाले पड़ोसी की मदद ले लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए|.
कभी भी मना नहीं करना चाहिए |.
पड़ोसी को हमेशा सभी त्योहार मिलकर बनाने चाहिए |.
आपस में ऐसे रहना चाहिए जैसे लगे एक परिवार हो |.

आपकी जिंदगी में पड़ोसी का क्या महत्व है?

आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग अपने तक ही सीमित होते जा रहे हैं। जबकि पहले के जमाने में लोग आस-पड़ोस में रहने वाले लोगों के साथ अच्छे संबंध बनाकर रखते थे। पड़ोसी से अच्छी जान-पहचान, नजदीकियां और बेहतरीन रिश्ते जिंदगी के तनाव को कुछ कम कर उनकी खुशियों को दोगुना कर सकते हैं।

अच्छा पड़ोसी कैसे बनाएं?

अच्छे पड़ोसी कैसे बनें?.
(1) मधुर व्यवहार बनायें-.
(2) मददगार बनिए –.
(3) बाँटना सीखिये –.
(4) बिना पूछे राय न दें –.
(5) चुगली न करें –.
(6) स्वयं को ज्यादा न आंके –.
(7) बहस न करें –.
(8) निजता (privacy) में दखल न दें –.

पड़ोसी क्यों महत्वपूर्ण हैं?

पड़ोसी होने से हम एक दूसरे के घरों में भी जाकर बैठ सकते हैं गली में भी चहल-पहल रहती है। पड़ोसी कोई भी छोटा बड़ा काम एक दूसरे के साथ मिलकर करते हैं। पडोसी होने से हमें कभी किसी प्रकार का खतरा नहीं रहता वे हमारे दुःख सुख में सबसे पहले हमारे लिए खड़े होते हैंपड़ोसी हमारी गैर मौजूदगी में हमारे घर की देखभाल भी करते हैं