अब इस बार ये पैसे न लँगा कहानी के अंत में मिठाईवाले ने ऐसा क्यों कहा short answer - ab is baar ye paise na langa kahaanee ke ant mein mithaeevaale ne aisa kyon kaha short answair

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One Line Answer

'अब इस बार ये पैसे न लूँगा'-कहानी के अंत में मिठाईवाले ने ऐसा क्यों कहा?

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Solution

कहानी के अंत में रोहिणी द्वारा मिठाई के पैसे मिठाईवाले ने लेने से मना कर दिया क्योंकि चुन्नू और मुन्नू को देखकर उसे अपने बच्चों का स्मरण हो आया। उसे ऐसा लगा मानो वो अपने बच्चों को ही मिठाई दे रहा है।

Concept: गद्य (Prose) (Class 7)

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Chapter 5: मिठाईवाला - कहानी से [Page 30]

Q 7Q 6Q 8

APPEARS IN

NCERT Class 7 Hindi - Vasant Part 2

Chapter 5 मिठाईवाला
कहानी से | Q 7 | Page 30

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अब इस बार ये पैसे न लूँगा कहानी के अंत में मिठाईवाले क्यों कहा?

उत्तर - "अब इस बार यह पैसे न लूँगा”- ऐसा मिठाई वाले ने इसलिए कहा क्योंकि रोहिणी को अपनी कहानी बताते हुए वह अत्यंत भावुक हो गया था | उसे अपनी पत्नी और बच्चों की याद आ गई | जब उसने चुन्नू मुन्नू को मिठाई दी तो उसे लगा कि वह अपने उन्हीं बच्चों को मिठाई दे रहा है जो उससे दूर जा चुके हैं ।

मिठाई वाले के दुख का कारण क्या था?

मिठाईवाले के बच्चों की असमय मृत्यु हो गई थी। वह अपने बच्चों की झलक इन गली के बच्चों में देखता था। जब बच्चे अपनी मधुर आवाज़ में उससे अलग-अलग चीजें माँगते तो ऐसे लगता जैसे वह अपने बच्चों की फरमाइशें पूरी कर रहा हो। वह कई महीनों बाद आता था क्योंकि उसे पैसों का कोई लालच न था

प्रश्न अभ्यास कहानी से 1 मिठाईवाला अलग अलग चीजें क्यों बेचता था और वह महीनों बाद क्यों आता था?

उत्तर : मिठाईवाला अलग-अलग चीज़ें इसलिए बेचता ताकि एक ही चीज़ बार-बार मिलने से बच्चे ऊब ना जाएँ और वह महीनों बाद इसलिए आता था क्योंकि उसे सभी बच्चों के लिए चीज़ें इंतजाम करनी होती थीं। इससे बच्चों में उत्सुकता भी बनी रहती थी।

1 मिठाईवाले के परिवार के साथ क्या हुआ होगा सोचिए और इस आधार पर एक और कहानी बनाइए?

दुर्घटनावश किसी दिन उनकी पत्नी और उनके दोनों बच्चों की मृत्यु हो गई। पत्नी और बच्चों के न होने के कारण व्यापारी को अपना अस्तित्व और अपनी सम्पत्ति व्यर्थ लग रही थी। अतः इसी कारण मिठाईवाले ने अपने दुःख को भुलाने के लिए दूसरे बच्चों की खुशी में अपनी खुशी को ढूढ़ने की चेष्टा की। इसमें उसे काफी हद तक सफलता भी मिली।