आवेदन पत्र के अंतिम भाग में क्या लिखना चाहिए? - aavedan patr ke antim bhaag mein kya likhana chaahie?

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आवेदन पत्र के अंतिम भाग में लिखा जाता है?...


आवेदन पत्र के अंतिम भाग में क्या लिखना चाहिए? - aavedan patr ke antim bhaag mein kya likhana chaahie?

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आवेदन पत्र के अंतिम भाग में आपका नाम पता मोबाइल नंबर दे और सिग्नेचर लिखा जाता

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आवेदन पत्र के अंतिम भाग में क्या लिखना चाहिए? - aavedan patr ke antim bhaag mein kya likhana chaahie?

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Aavedan Patra in Hindi: आवेदन पत्र हम उस समय लिखते है जब हमें किसी से निवेदन या कुछ कार्य करवाना होता है। आवेदन पत्र कई तरीके के होते है जैसे छुट्टी के लिए, नौकरी के लिए, किसी समस्या को सुधारने के लिए, किसी को सूचना देने के लिए, व्यवसाय संबंधित इत्यादि।

आवेदन पत्र को लिखने का सलीका या तरीका होता है जिसके तहत आवेदन पत्र लिखा जाता है।

चलिए जानते है आवेदन पत्र के लिखने का तरीका और उससे जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें।

आवेदन पत्र को मूलतः हम तीन भागों में बाँट सकते है। इसके पहले भाग में जिसको आवेदन पत्र लिख रहे है उससे संबंधित अधिकारी के कार्यालय के नाम के साथ अधिकारी को संबोधन और अभिवादन दिया जाता है। दूसरे भाग में, जो बातें अधिकारी को बताना चाहते है उसे स्पष्ट और कम शब्दों में लिखा जाता है। यह भाग सबसे महत्वपूर्ण भाग होता है। तीसरे और अंतिम भाग में, आवेदन पत्र के सबसे नीचे दायें तरफ अपना नाम, हस्ताक्षर, पता इत्यादि लिखा जाता है।

आवेदन पत्र में अभिवादन के तौर पर महोदय/महोदया, श्रीमान/श्रीमती/सुश्री लिखते है और समापन के समय धन्यवाद/सधन्यवाद या साधुवाद लिख सकते है। अब बात करते है आवेदन पत्र को लिखते समय किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है।

  • Best Aavedan Patra in Hindi
  • विद्यार्थी अपने आवेदन पत्र निम्नलिखित विषय पर लिखते है।
  • कर्मचारी अपने आवेदन पत्र निम्नलिखित विषय पर लिखते है।
  • जनसाधारण अपने आवेदन पत्र निम्नलिखित विषय पर लिखते है।
  • विद्यार्थी के लिए आवेदन पत्र का प्रारूप
  • कर्मचारियों के आवेदन पत्र का प्रारूप
  • जनसाधारण के आवेदन पत्र का प्रारूप

Aavedan Patra in Hindi: आवेदन पत्र को लिखते समय किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है?

  1. आवेदन पत्र सरल और कम शब्दों में लिखा जाना चाहिए।
  2. आवेदन पत्र में विषय लिखना बहुत जरूरी है, विषय ना लिखने से छोटी सी समस्या उत्पन्न होती है। लेकिन विषय लिखा होने से पढ़ने वाले को पहले ही समझ आ जाता है कि आवेदन पत्र किस संदर्भ में है।
  3. आवेदन पत्र की भाषा औपचारिक होती है, इसमें केवल आप अपने कार्य से संबंधित बातें ही लिख पाते है और यही होना चाहिए। अनर्गल बातें लिखने से बचना चाहिए।

ये थी तीन प्रमुख बातें जो हमें आवेदन पत्र लिखते समय ध्यान रखनी चाहिए। अब कुछ विषयों के बारे में जान लेते है जो अमूमन उपयोग में लिए जाते है।

विद्यार्थी अपने आवेदन पत्र निम्नलिखित विषय पर लिखते है।

  1. टी. सी. लेने हेतु
  2. अवकाश हेतु
  3. फीस माफी हेतु
  4. बुक बैंक से पुस्तक प्राप्त करने हेतु
  5. परीक्षा में बैठने हेतु
  6. शिक्षक के अभद्र व्यवहार की शिकायत हेतु, इत्यादि

कर्मचारी अपने आवेदन पत्र निम्नलिखित विषय पर लिखते है।

  1. वेतन वृद्धि हेतु
  2. स्थानांतरण हेतु
  3. जरूरी कार्य के लिए अवकाश हेतु
  4. नैकारी से त्यागपत्र हेतु
  5. नौकरी लेने हेतु
  6. अन्य कर्मचारी के अभद्र व्यवहार की शिकायत हेतु

जनसाधारण अपने आवेदन पत्र निम्नलिखित विषय पर लिखते है।

  1. सड़क निर्माण हेतु
  2. पानी की समस्या अवगत कराने हेतु
  3. विशेष आयोजन हेतु
  4. गलियों की सफाई हेतु
  5. बिजली का मीटर बदलवाने हेतु
  6. बैंक में नाम, मोबाइल, नंबर, पता इत्यादि बदलने हेतु

ये थी कुछ बातें विषय के संबंधित, अब आपको एक आवेदन पत्र के प्रारूप का उदाहरण दे देता हूँ।

विद्यार्थी के लिए आवेदन पत्र का प्रारूप

सेवा में,
श्रीमान प्राचार्य महोदय
(विद्यालय का नाम)
(विद्यालय का पता)

विषय: दो दिन के अवकाश हेतु।

महोदय,

सविनय नम्र निवेदन है कि मैं आपके विद्यालय का कक्षा ______ का छात्र/छात्रा हूँ। मैं कल शाम से बीमार (जिस बीमारी से बीमार हो उसका विवरण लिखे) हूँ। मुझे चिकित्सक ने दो दिन के लिए आराम करने की सलाह दी है, इसलिए मैं विद्यालय में दिनाँक __/__/20__ से __/__/20__ तक उपस्थित नहीं हो पाऊँगा/पाऊँगी।

अतः प्रार्थना है कि मुझे दो दिन के लिए अवकाश देने कि कृपा करें इसके लिए मैं सदा आपका आभारी रहूँगा/रहूँगी।

सधन्यवाद

दिनांक: __/__/20__

आपका आज्ञाकारी शिष्य/शिष्या

छात्र/छात्रा का नाम
कक्षा………………….
रोल नं……………….

कर्मचारियों के आवेदन पत्र का प्रारूप

सेवा में,
(मैनेजर का नाम)
(डिपार्टमेंट का नाम)
(कंपनी का नाम व पता)

विषय – आवश्यक कार्य के लिए अवकाश हेतु।

श्रीमान,
नम्र निवेदन है कि मैं__________ आपकी कंपनी में______________ के पद पर कार्य कर रहा हूँ/रही हूँ। मैं आपको सूचित करना चाहता/चाहती हूँ कि मैं जरूरी कार्य_________________ के कारण 1 दिन के लिए कार्यालय नहीं या पाऊँगा/पाऊँगी।
अगर मेरी अनुपस्थिति में कोई विशेष कार्य आटा है तो आप मुझे मेरे मोबाइल नंबर पर संपर्क कर सकते है। कृपया मुझे दिनाँक_________ अवकाश देने की कृपा करें। इसके लिए मैं आपका सदा आभारी रहूँगा/रहूँगी।

धन्यवाद

दिनाँक___________

भवदीय
आपका नाम
मोबाइल नंबर________

जनसाधारण के आवेदन पत्र का प्रारूप

सेवा में,
मुख्य अभियंता
(अपने बिजली विभाग का नाम लिखे)
(अपने शहर/गाँव का नाम)

विषय – (शिकायत का विषय लिखे)

माननीय महोदय,
मेरा नाम, मैं वार्ड नंबर(अपना वार्ड नंबर लिखे) का/की निवासी हूँ। मेरा बिजली मीटर संख्या यह है। महोदय मैं आपको सूचित करना चाहता/चाहती हूँ कि मेरे_(अपनी पूरी शिकायत/समस्या लिखे)।

अतः आपसे निवेदन है कि मेरी इस समस्या का जल्द से जल्द समाधान करने की कृपा करें, इसके लिए मैं आपका सदा आभारी रहूँगा/रहूँगी।

धन्यवाद

दिनाँक: __/__/20__

प्रार्थी
(अपना नाम लिखे)
(अपना पता लिखे)

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आवेदन पत्र के अंतिम भाग में क्या लिखा जाना चाहिए?

C – आवेदन पत्र का अंत भाग आवेदन पत्र के अंत में विनीत, प्रार्थी, भवदीय, कृपाकांक्षी, निवेदक, विनीत, और आपका आज्ञाकारी जैसे शब्दों में से किसी एक शब्द का ही प्रयोग करना चाहिए। अपना नाम एवं पता अवश्य लिखना चाहिए। आज के समय मोबाइल नंबर और ईमेल एड्रेस भी लिखा जाता है।

आवेदन पत्र को कितने भागों में बांटा जा सकता है?

(1) प्रार्थना-पत्र/आवेदन पत्र (Request Letter)(अवकाश, सुधार, आवेदन के लिए लिखे गए पत्र आदि)। (3) कार्यालयी-पत्र (Official Letter)(किसी सरकारी अधिकारी, विभाग को लिखे गए पत्र आदि)। (4) व्यवसायिक-पत्र (Business Letter)(दुकानदार, प्रकाशक, व्यापारी, कंपनी आदि को लिखे गए पत्र आदि)।

आवेदन पत्र का दूसरा नाम क्या है?

Answer: आवेदन पत्र को पत्र लेखन नाम से भी जाना जाता है।

आवेदन पत्र कौन है?

आवेदन (Application) शब्द से ही स्पष्ट हो जाता है कि अपने से किसी बड़े अधिकारी को ही लिखा जाने वाला पत्र आवेदन-पत्र कहलाता है। आवेदन पत्र में अपनी स्थिति से अधिकारी को अवगत कराते हुए अपेक्षित सहायता या अनुकूल कार्यवाही की प्रार्थना की जाती है।