हिंदी न्यूज़ धर्मSurya Nakshtra Parivartan 2022: सूर्य का रोहिणी नक्षत्र में गोचर 25 मई 2021 को, जानें क्या परिवर्तन लाएगा यह गोचर Show
सूर्य जब रोहिणी नक्षत्र में होकर वृष राशि के 10 से 20 अंश तक रहता है तब नौतपा होता है। इन दिनों सूर्य पृथ्वी के सबसे करीब होता है। इस नक्षत्र में सूर्य करीब 15 दिनों तक रहेगा, लेकिन शुरुआती नौ दिनों मAnuradha Pandeyकार्यालय संवाददाता,मेरठ।Wed, 11 May 2022 06:40 AM सूर्य जब रोहिणी नक्षत्र में होकर वृष राशि के 10 से 20 अंश तक रहता है तब नौतपा होता है। इन दिनों सूर्य पृथ्वी के सबसे करीब होता है। इस नक्षत्र में सूर्य करीब 15 दिनों तक रहेगा, लेकिन शुरुआती नौ दिनों में गर्मी बहुत बढ़ जाती है। इसलिए इन नौ दिनों के समय को ही नौतपा कहा जाता है। इसलिए नौतपा 25 मई से 3 जून तक रहेगा। ज्योतिषाचार्य भारतीय ज्योतिष विज्ञान परिषद के केंद्र समन्वयक आचार्य मनीष स्वामी बताते हैं कि सूर्य का रोहिणी नक्षत्र में गोचर 25 मई 2021 को प्रात: 8.46 बजे से प्रारंभ होगा। सूर्य लगभग प्रत्येक 15 दिनों में एक नक्षत्र का भोग कर लेता है लेकिन रोहिणी नक्षत्र में इसके भ्रमण को नौतपा कहा जाता है। क्योंकि इस नक्षत्र में जब सूर्य आता है तो पृथ्वी के ताप में वृद्धि होती है। सूर्य रोहिणी नक्षत्र में 8 जून को प्रात: 6.40 बजे तक रहेंगे। उसके बाद मृगशिरा नक्षत्र में प्रवेश कर जाएंगे। इस संपूर्ण भ्रमणकाल के प्रारंभिक नौ दिन अत्यधिक गर्मी वाले रहते हैं इसलिए इसे नौतपा कहा जाता है। अच्छी बारिश के संकेत आचार्य मनीष स्वामी बताते हैं कि सूर्य का रोहिणी नक्षत्र में परिभ्रमण काल 14 दिन का रहेगा। यह समय आगामी वर्षा ऋतु के चक्र को स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। ज्योतिषीय गणना के अनुसार इस वर्ष मेष संक्रांति के प्रवेश समय पर चंद्र नक्षत्र भरणी होने से रोहिणी का वास समुद्र तट पर है- तटे वृष्टि सुशोभना:। रोहिणी का वास समुद्र तट पर तथा समय का वास रजक के घर होगा। यह स्थिति वर्षा ऋतु में उत्तम वृष्टि का संकेत दे रही है। इस बार 80 फीसद से अधिक बारिश होने के योग बन रहे हैं। नौतपा का वैज्ञानिक दृष्टिकोण खगोल विज्ञान के अनुसार नौतपा सूर्य की देवता के रूप में पूजा की जाती है, केवल ज्योतिष में ही नहीं है, बल्कि वैज्ञानिक मान्यता भी प्राप्त है । वैज्ञानिक मतानुसार नौतपा की अवधि के दौरान सूर्य की किरणें सीधी पृथ्वी पर आती है। इस कारण तापमान बढ़ता है। अधिक गर्मी के कारण मैदानी क्षेत्रों में निम्न दबाव का क्षेत्र बनता है जो समुद्र की लहरों को आकर्षित करता है। इस कारण ठंडी हवाएं मैदानों की ओर बढ़ती है। चूंकि समुद्र उच्च दबाव वाला क्षेत्र होता है इसलिए हवाओं का यह रुख अच्छी बारिश का संकेत देता है। हिंदी न्यूज़ धर्मआर्द्रा नक्षत्र में आने से 6 जुलाई तक इन 3 राशियों पर मेहरबान रहेंगे सूर्यदेव, तरक्की के बनेंगे प्रबल योग Surya Nakshatra Parivartan 2022:सूर्य राशि परिवर्तन के समान ही सूर्य नक्षत्र परिवर्तन का भी विशेष महत्व है। सूर्यदेव ने आर्द्रा नक्षत्र में प्रवेश कर लिया है। जानें किन राशि वालों को होगा लाभ-Surya Nakshatra Parivartan 2022: ग्रहों के राजा सूर्य ने 22 जून, बुधवार को आर्द्रा नक्षत्र में प्रवेश कर लिया है। सूर्यदेव सुबह 11 बजकर 42 मिनट पर इस नक्षत्र में गोचर कर चुके हैं। इस नक्षत्र में सूर्यदेव 6 जुलाई तक रहेंगे। सूर्य इस समय मिथुन राशि में विराजमान हैं। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, सूर्य का नक्षत्र परिवर्तन कई राशि वालों के जीवन में खुशियां ला सकता है। जानें सूर्य नक्षत्र परिवर्तन से किन राशि वालों को होगा लाभ- मिथुन- मिथुन राशि वालों को सूर्य के आर्द्रा नक्षत्र में आने से धन लाभ के योग बनेंगे। आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। नौकरी में तरक्की मिल सकती है। कार्यस्थल पर आपके काम की तारीफ हो सकती है। भाग्य का पूरा साथ मिलेगा। 29 जुलाई से देवगुरु बृहस्पति की चाल में परिवर्तन, इन 4 राशि वालों को मिलेगा भाग्य का साथ सिंह- सिंह राशि वालों के लिए सूर्य का नक्षत्र परिवर्तन लाभकारी साबित होगा। लंबे समय से अटके काम पूरे होंगे। कार्यस्थल पर आपको तरक्की मिल सकती है। नया काम शुरु करना लाभकारी रहेगा। वाहन या भूमि की खरीदारी के लिए समय अच्छा है। नक्षत्र परिवर्तन से शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगी। कन्या- कन्या राशि वालों के लिए सूर्य नक्षत्र परिवर्तन लाभकारी रहने वाला है। आय के नए साधन बनेंगे। नौकरी व व्यापार में तरक्की के योग हैं। सरकारी नौकरी की तैयारी करने वाले जातकों को सफलता मिल सकती है। सूर्य के नक्षत्र परिवर्तन का महत्व- सूर्य के आर्द्रा नक्षत्र में गोचर करने का विशेष महत्व ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है। मान्यता है कि इस दौरान भगवान शंकर व भगवान विष्णु की पूजा करने से शुभफलो की प्राप्ति होती है। इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। सूर्य कौन से नक्षत्र में चल रहा है?Surya Nakshatra Parivartan 2022: ग्रहों के राजा सूर्य ने आज नक्षत्र परिवर्तन किया है. सूर्यदेव 22 जून को सुबह 11 बजकर 42 मिनट पर आर्द्रा नक्षत्र में विराजमान हुए हैं. इस नक्षत्र में सूर्य अब 6 जुलाई तक रहेंगे. सूर्य इस वक्त बुध की राशि मिथुन में हैं.
वर्तमान में कौन सा नक्षत्र चल रहा है?1 सितंबर 2022 को पंचांग के अनुसार स्वाति नक्षत्र रहेगा. स्वाति नक्षत्र आकाश मंडल का 15वां नक्षत्र है. इस नक्षत्र का स्वामी राहु है.
अभी कौन सा नक्षत्र चल रहा है 2022?4 अक्टूबर 2022 को पंचांग के अनुसार उत्तराषाढ़ा नक्षत्र रहेगा. उत्तराषाढ़ा नक्षत्र आकाश मंडल का 21वां नक्षत्र है. इस नक्षत्र का स्वामी सूर्य ग्रह है. ज्योतिष शास्त्र में सूर्य को आत्मा का कारक माना गया है.
सूर्य एक नक्षत्र में कितने दिन रहते हैं?सूर्य लगभग प्रत्येक 15 दिनों में एक नक्षत्र का भोग कर लेता है लेकिन रोहिणी नक्षत्र में इसके भ्रमण को नौतपा कहा जाता है।
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