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आगरा भारत के उत्तर प्रदेश में स्थित है। यह भारत की राजधानी दिल्ली से लगभग 200 किलोमीटर दूर है। भारत के सर्वाधिक प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक, ताजमहल, आगरा में ही स्थित है। साथ ही आगरा का किला और फतेहपुर सीकरी भी यहाँ के प्रमुख देखने लायक भवन हैं। अन्य जानकारी[सम्पादन]इतिहास[सम्पादन]वर्ष 1526 से 1658 तक यह मुगल साम्राज्य की राजधानी था, लेकिन इससे भी काफी पहले इसकी स्थापना हो चुकी थी। 1506 में सुल्तान सिकंदर लोदी ने अपनी राजधानी दिल्ली से आगरा कर दी। इसके पुत्र इब्राहिम लोदी को वर्ष 1526 में बाबर ने हरा दिया और आगरा पर शासन करने वाला पहला मुगल शासक बना। मौसम[सम्पादन]मानसून और पश्चिमी विक्षोम ही दो मुख्य कारक हैं, जो आगरा के मौसम को अधिक प्रभावित करते हैं। उत्तर पश्चिमी भारत के अधिकांश शहरों की तरह, यहाँ का मौसम और जलवायु उष्णकटिबंधीय है। ज़्यादातर पश्चिमी विक्षोम सर्दियों के मौसम में होता है और इसके कारण तेज बारिश और तापमान में कमी होती है। दक्षिण पश्चिम मानसून गर्मियों के मौसम में जून से शुरू होता है और सितम्बर तक रहता है। मानसून भीषण गर्मी से राहत देता है। मानसून में काफी अधिक वर्षा होती है और यह कुछ निचले स्थानों में बाढ़ जैसे हालात पैदा कर देता है। यात्रा[सम्पादन]यह दिल्ली से दक्षिण पूर्व में 200 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस जगह को आगरा-दिल्ली-जयपुर का स्वर्ण त्रिकोण भी कहा जाता है। आगरा अच्छी तरह से रेल और सड़क से अपने आस पास के शहरों से जुड़ा हुआ है और पर्यटकों के आने का स्थान भी है। जिन लोगों को बहुत सी जगहों को देखना है या अगले दिन सुबह ही दिल्ली के लिए निकलना रहता है, वे लोग यहीं रात भी गुजार लेते हैं। विमान द्वारा[सम्पादन]आगरा का खेरजा हवाई अड्डा ऋतुओं के अनुसार अपनी सेवा प्रदान करता है। इस शहर में मुख्य विमान एयर इंडिया का उड़ता है। यह दिल्ली-आगरा-जयपुर के त्रिकोण पर पर्यटकों को लाने ले जाने का कार्य करता है। यह भारत के कुछ सबसे प्रसिद्ध शहरों में से एक है और वायु मार्ग द्वारा सभी प्रमुख शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। उड़ान का समय एक घंटे से भी कम होता है। यदि आप इसका वैकल्पिक मार्ग खोजना चाहते हैं तो कार किराय पर लेना ज्यादा सस्ता पड़ेगा। रेल द्वारा[सम्पादन]
बस द्वारा[सम्पादन]कई बसें जयपुर, दिल्ली, अजमेर और लखनऊ आदि से आगरा में आते हैं। दिल्ली और आगरा के मध्य एक नया राजमार्ग बनाया गया है। लेकिन इस सड़क पर नाका भी मौजूद है, जिसमें जाने के लिए पैसे लगते हैं। इस कारण कई बस चालक वहाँ से न ले जा कर दूसरे स्थानीय सड़क से ले जाते हैं। इस कारण यात्रा में बहुत समय लग जाता है, जिसके सामने एक्सप्रेस ट्रेन का चार से पाँच घंटे का समय भी कम पड़ जाता है। आप बस या छोटे बस द्वारा भी छोटे सड़क से आगरा जा सकते हैं, लेकिन आपको वहाँ किसी से पूछना पड़ेगा कि आगरा जाने वाली बस कहाँ है और कहाँ से निकलने वाली है। आप इस बारे में किसी होटल के कर्मचारी से भी पूछ सकते हैं। इस पर ध्यान अवश्य दें कि बस स्टैंड में कई बार काफी भीड़ हो सकती है और वहाँ कब बस आएगा और कौनसा बस कहाँ जाएगा, इस बारे में कोई जानकारी नहीं लिखी होती है। कुछ निजी बस कंपनियाँ अधिक दाम में अच्छी आरामदायक सफर प्रदान करते हैं। पर फिर भी हो सकता है कि किसी कारण बस आगे न जा सके या सड़क जाम हो या अन्य किसी कारण से बस को आगे जाने नहीं दिया जा रहा हो, तो इस कारण आपके कहीं जाने की योजना धरी की धरी रह सकती है। इस पर भी ध्यान दें कि यह आगरा जाने का सबसे सस्ता तरीका है। इसके लिए यदि आप सामान्य बस में जा रहे हैं तो आपको ₹60 से अधिक नहीं लगेगा और यदि आप आराम से सोते हुए जाना चाहते हैं तो इस सुविधा वाली बस का भी किराया ₹200 से अधिक नहीं लगेगा। टैक्सी द्वारा[सम्पादन]आप टैक्सी लेने के लिए या तो सीधे होटल से ले सकते हैं या रेलवे स्टेशन के बाहर में भी ले सकते हैं। आपको कई जगह सरकार द्वारा संचालित टैक्सी स्टैंड देखने को मिलेगा, लेकिन इसे ढूँढने में आपको काफी मेहनत करना पड़ सकता है, क्योंकि स्टेशन में कई ऐसे लोग हो सकते हैं, जो आपकी सहायता न करें। इसके लिए 8 घंटे में ₹950 का किराया लगता है। यदि आप होटल से टैक्सी लें तो हो सकता है कि यह और महंगा पड़ जाये। सबसे अच्छा तरीका यही है कि आप सीधे चालक से मिलें या किसी ऑनलाइन जा कर किसी टैक्सी किराय पर देने वाले वेबसाइट से टैक्सी ले लें। इस बात का ध्यान रखें कि ताज भवन के पास किसी भी प्रकार की टैक्सी ले जाने की अनुमति नहीं है। परन्तु बाकी सभी स्थान पर आप आराम से टैक्सी से घूम सकते हैं। कार द्वारा[सम्पादन]राष्ट्रीय राजमार्ग 2 दिल्ली में मधुरा सड़क से मुख्य मार्ग में आने का प्राथमिक मार्ग है। यदि आप दक्षिण दिल्ली से या दिल्ली हवाई अड्डे से आ रहे हैं तो महरौली सड़क में जाना आसान होगा। उसके बाद आप तुगलकाबाद से राष्ट्रीय राजमार्ग 2 में आ सकते हैं। जब आगे दो रास्ते हों तो आपको अपनी आँखें अच्छी तरह से खुली रखनी चाहिए, क्योंकि ट्रक, कार या बैल गाड़ी कहीं गलत रास्ते से भी आ कर आपको टक्कर मार सकती है। आप चालक के साथ गाड़ी किराय पर भी ले सकते हो। दिल्ली हवाई अड्डे से आने जाने में पाँच लोगों के बैठने लायक जगह के साथ गाड़ी आपको ₹3,500 में मिल जाएगी। लेकिन समय का भी ध्यान रखें और अपने जाने से थोड़े अधिक समय पहले ही निकल जाएँ, क्योंकि हो सकता है कि यातायात बढ़ जाये और आपको देर हो जाए। साथ ही यह भी अच्छा होगा कि आप चालक को पहले से जान लें, क्योंकि कई बार ऐसी स्थिति भी आती है कि कुछ दूरी तक जाने के लिए कोई पाँच घंटे का समय लगा रहा हो और आप उसे बोल भी नहीं सकते कि कम से कम ऑटो रिक्शा (टूक टूक) से तो तेज चला दो। देखें[सम्पादन]ताज महल[सम्पादन]ताजमहल के नियम और कायदे यहाँ सुरक्षा के बहुत कड़े इंतजाम होते हैं और नियमों का पालन करना बहुत ही महत्वपूर्ण होता है और पालन भी करना चाहिए। इसके कुछ नियम स्मारक के परिसर में स्मारक की पवित्रता बरकरार रखने और अन्य सभी नियम रखरखाव करने और इस महल के संरक्षण के लिए बनाई गई है। ताजमहल में आने वाले पर्यटकों के सुरक्षा हेतु शेष नियमों का भी पालन करना चाहिए। ताजमहल सफेद संगमरमर से बना एक विशाल मक़बरा है, जिसे मुगल सम्राट शाहजहाँ से अपनी पत्नी नूरजहाँ की याद में 1631 और 1648 के बीच बनवाया था। ताजमहल दुनिया में सबसे अच्छी तरह संरक्षित इमारतों में से एक भी है और भारतीय मुस्लिम वास्तुकला की कृतियों के सर्वश्रेष्ठ उदाहरणों में से भी एक है। ताजमहल को रात में भी देखा जा सकता है, लेकिन पूर्णिमा से दो दिन पूर्व और दो दिन पश्चात् ही देखने दिया जाता है। भारतीय पुरातत्व संस्था द्वारा चौबीस घंटे पूर्व पूर्णिमा के साथ कुल पाँच दिनों के रह सकते हैं। इस संस्था का कार्यालय आगरा में माल रोड से लगा हुआ है। इसमें जाने हेतु भारतीय से ₹500 और गैर-भारतीय से ₹750 लिया जाता है। रात में देखने का समय 8:30 से 9:00 और 9:00 से 9:30 तक है, लेकिन आपको लगभग तीस मिनट पहले ही यहाँ आना होता है, जिससे सुरक्षा हेतु आपकी जाँच की जा सके। रात के समय देखने वालों को लगभग दो सौ मीटर दूर रखा जाता है और तस्वीर लेने हेतु रौशनी पर्याप्त नहीं होती है। आगरा का किला[सम्पादन]आगरे के किले से दिखता ताज महल आगरा का किला काफी हद तक दिल्ली के लाल किले से मिलता है, लेकिन यह काफी अच्छे हालात में है। दिल्ली के किले को अंग्रेजों ने विद्रोह के बाद इसके कई हिस्सों को नष्ट कर दिया था। इसे मुख्यतः लाल बलुआ पत्थरों से बनाया गया है और किले के महल वाले क्षेत्र में सफेद संगमरमर का प्रमुखता से उपयोग किया गया है। बाग[सम्पादन]मेहताब बाग में आप ताजमहल से होते हुए यमुना नदी पार कर सीधे आ सकते हैं, और यदि आप शहर के मध्य से यहाँ आना चाहते हैं, तो ऑटोरिक्शा से आपको लगभग तीस मिनट का समय और ₹200 रुपये लगेंगे। वनस्पति उद्यान (बॉटैनिकल गार्डन) से आप बिना पर्यटकों की भीड़ के भी ताजमहल को देख सकते हैं। बाग में विदेशियों द्वारा प्रवेश हेतु ₹100 रुपये का शुल्क लगता है। मंदिर[सम्पादन]
चर्च[सम्पादन]
अन्य स्थान[सम्पादन]
खाना[सम्पादन]
भोजनालय[सम्पादन]
पीना[सम्पादन]होटल में भारतीय बियर आपको ₹70-100 के आसपास पड़ेगा, लेकिन यहाँ आगरा के बाहर रात को लोग निशाचर की भाति जागे नहीं रहते हैं, इस कारण आपको केवल कुछ बड़े होटल और भोजनालय आदि ही खुले मिलेंगे। आगरा की सड़कों से निकलने के बाद और होटल में घुसने के बाद आपको वापस जाने का कोई मन नहीं करेगा।
सोना[सम्पादन]सस्ता[सम्पादन]
सामान्य[सम्पादन]
सुरक्षित रहें[सम्पादन]
इन्हें भी देखें[सम्पादन]
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