Show Aaj Ka Panchang: 24 अक्टूबर सोमवार को पहले हस्त नक्षत्र दोपहर 02:42 तक रहेगा, इसके बाद चित्रा नक्षत्र रात अंत तक रहेगा। सोमवार को पहले हस्त नक्षत्र होने से वज्र और उसके बाद चित्रा नक्षत्र के होने से मुग्दर नाम के 2 अशुभ योग दिन भर रहेंगे। Manish Meharele First Published Oct 24, 2022, 5:30 AM IST उज्जैन. वर्तमान समय में पंचांग एक बहु उपयोगी वस्तु है। इसके माध्यम से हमें न सिर्फ शुभ मुहूर्तों की जानकारी मिलती है, बल्कि और भी कई दैनिक उपयोग की जानकारी पंचाग में उपलब्ध रहती है। पंचांग के बिना शुभ मुहूर्त व ग्रह-नक्षत्रों की जानकारी निकालना बहुत ही कठिन कार्य है। आगे पंचांग से जानिए आज कौन-कौन से शुभ योग बनेंगे, कौन-सा ग्रह किस राशि में रहेगा और राहु काल व अभिजीत मुहूर्त का समय… 23 Oct To 29 Oct Vrat Tyohar: अक्टूबर 2022 का चौथा सप्ताह आज 23 अक्टूबर दिन रविवार से प्रारंभ हो रहा है. इस साप्ताह की शुरूआत छोटी दिवाली से हो रही है. इस सप्ताह में छोटी दिवाली, नरक चतुर्दशी, मासिक शिवरात्रि, हनुमान जयंती, काली चौदस, मासिक शिवरात्रि, दिवाली, कार्तिक अमावस्या, गोवर्धन पूजा, भाई दूज, विनायक चतुर्थी जैसे महत्वपूर्ण व्रत और त्योहार हैं. इसके अलावा इस सप्ताह में ही इस साल का अंतिम सूर्य ग्रहण भी लग रहा है. श्री कल्लाजी वैदिक विश्वविद्यालय के ज्योतिष विभागाध्यक्ष डॉ मृत्युञ्जय तिवारी से जानते हैं कि ये व्रत और त्योहार कब और किस दिन हैं. अक्टूबर 2022 चौथे सप्ताह के व्रत-त्योहार 23 अक्टूबर: दिन रविवार: नरक चतुर्दशी, छोटी दिवाली, हनुमान जयंती, रूप चौदस, मासिक शिवरात्रि, यम के लिए दीपक नरक चतुर्दशी 2022: दिवाली के पांच दिनों के त्योहार में दूसरा दिन नरक चतुर्दशी का होता है, जिसे छोटी दिवाली, रूप चौदस, काली चौदस के नाम से जानते हैं. इस दिन यम के लिए दीपक निकालते हैं. भगवान श्रीकृष्ण ने नरकासुर का वध किया था, इसलिए धनतेरस के अगले दिन नरक चतुर्दशी मनाते हैं. हनुमान जयंती 2022: हनुमान जयंती इस साल 23 अक्टूबर को है. इस दिन रात के समय में हनुमान जी की पूजा करते हैं. हालांकि हनुमान जयंती चैत्र पूर्णिमा को भी मनाई जाती है. कार्तिक मासिक शिवरात्रि 2022: कार्तिक माह की मासिक शिवरात्रि 23 अक्टूबर को है. इस दिन भगवान शिव की पूजा करते हैं और व्रत रखते हैं. शिव कृपा से सारे कष्ट मिट जाते हैं और मनोकामनाएं पूरी होती हैं. यह भी पढ़ें: दिवाली की तारीख का कंफ्यूजन हुआ दूर, जानें लक्ष्मी पूजा का शुभ मुहूर्त 24 अक्टूबर: दिन सोमवार: दिवाली, कार्तिक अमावस्या कार्तिक अमावस्या 2022: कार्तिक अमावस्या पर दिवाली मनाते हैं. हालांकि कार्तिक अमावस्या के स्नान का बड़ा महत्व है. इससे पुण्य की प्राप्ति होती है. दिवाली के अवसर पर दीपों से घर और आसपड़ोस को रोशन करते हैं, ताकि कहीं पर अंधकार न रहे. इस दिन धन और संपत्ति में वृद्धि के लिए ज्योतिष उपाय भी किए जाते हैं. दिवाली की पूजा में माता लक्ष्मी को खील, बताशे, सफेद मिठाई, खीर आदि का भोग लगाते हैं और माता को कमल का फूल, कमलगट्टा, लाल गुलाब आदि अर्पित करते हैं. गणेश जी को पूजा में दूर्वा और मोदक अवश्य अर्पित करें. इससे वे प्रसन्न रहते हैं. गणेश जी को तुलसी का पत्ता न चढ़ाएं, वरना वे क्रोधित हो जाएंगे. शुभ दीपावली के अवसर पर माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए उनके मंत्रों का जाप कर सकते हैं. इसके अलावा श्री लक्ष्मी चालीसा या कनकधारा स्तोत्र का पाठ कर सकते हैं. कनकधारा स्तोत्र का पाठ करने से अपार धन-संपदा प्राप्त होती है. पूजा के समय माता लक्ष्मी और गणेश जी की आरती जरूर करनी चाहिए. इससे आपकी पूजा की कमियां दूर हो जाएंगी. आइए पंचांग से जानें आज का शुभ और अशुभ मुहूर्त और जानें कैसी होगी आज ग्रहों की स्थिति. आज आपका दिन मंगलमयी रहे, यही शुभकामना है। 'वेबदुनिया' प्रस्तुत कर रही है खास आपके लिए आज के दिन के विशिष्ट मुहूर्त। अगर आप आज वाहन खरीदने का विचार कर रहे हैं या आज कोई नया व्यापार आरंभ करने जा रहे हैं तो आज के शुभ मुहूर्त में ही कार्य करें ताकि आपके कार्य सफलतापूर्वक संपन्न हो सकें। ज्योतिष एवं धर्म की दृष्टि से इन मुहूर्तों का विशेष महत्व है। मुहूर्त और चौघड़िए के आधार पर 'वेबदुनिया' आपके लिए प्रतिदिन के खास मुहूर्त की सौगात लेकर आई है। प्रस्तुत हैं आज के मुहूर्त शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022 तिथि (सूर्योदयकालीन)-चतुर्दशी नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-हस्त योग (सूर्योदयकालीन)-वैधृति करण (सूर्योदयकालीन)-शकुनि लग्न (सूर्योदयकालीन)-तुला शुभ समय- 6:00 से 7:30 तक, 9:00 से 10:30 तक, 3:31 से 6:41 तक राहुकाल-प्रात: 7:30 से 9:00 बजे तक व्रत/मुहूर्त-श्री महालक्ष्मी पूजन/दीपमालिका प्रज्ज्वलन/दीपावली/कुबेर पूजन यात्रा शकुन- मीठा दूध पीकर यात्रा करें। आज का मंत्र-ॐ सौं सोमाय नम:। आज का उपाय-श्रीमहालक्ष्मी का पूजन कर दीपमालिका प्रज्ज्वलन करें। वनस्पति तंत्र उपाय- पलाश के वृक्ष में जल चढ़ाएं। (निवेदन-उपर्युक्त विवरण पंचांग आधारित है पंचांग भेद होने पर तिथि/मुहूर्त/समय में परिवर्तन होना संभव है।) 24 अक्टूबर 2022 को कौन सा त्यौहार है?चंद्रमा अर्धरात्रोत्तर 02 बजकर 33 मिनट तक कन्या उपरांत तुला राशि पर संचार करेगा। आज के व्रत त्योहार -दीपावली श्री महालक्ष्मी पूजन 2022, कुबेर पूजा, दीपदान देवालये। सूर्योदय का समय 24 अक्टूबर 2022 : सुबह 06 बजकर 27 मिनट पर।
24 अक्टूबर को कौन सा त्यौहार था?धन्वन्तरि जयन्ती। 24 अक्टूबर . सोमवार - नरक चतुर्दशी व्रत। दीपावली।
23 अक्टूबर को कौन सा त्यौहार है?आज के व्रत त्योहार - धनत्रयोदशी, श्री हनुमान जयंती, यमाय दीपदान तर्पण आदि, धन्वन्तरि जयन्ती, मास शिवरात्रि व्रत, हेमन्त ऋतु प्रारंभ। सूर्योदय का समय 23 अक्टूबर 2022 : सुबह 06 बजकर 26 मिनट पर।
25 अक्टूबर को कौन सा त्यौहार है?26 अक्टूबर को गोवर्धन पूजा के लिए पूजा का समय
प्रतिपदा तिथि 25 अक्टूबर 2022 को शाम 4:18 बजे से शुरू होकर 26 अक्टूबर 2022 को दोपहर 2:42 बजे समाप्त होगी।
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