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नासिक मार्ग में म्यूकस को ढीला करने के लिए भाप लेना सबसे असरकारी तरीका है। शिशु के कमरे में फेशियल स्टीमर या वेपोराइजर की मदद से भाप फैला दें। 6 महीने से कम उम्र के शिशु के लिए बाथरूम में गर्म पानी को नल से बहने दें और शिशु को बाथरूम में 10 से 15 मिनट तक लेकर बैठ जाएं। एक साल से अधिक उम्र के बच्चों के लिए गर्म पानी में यूकेलिप्टस ऑयल की कुछ बूंदें भी डाल सकते हैं। यह भी पढ़ें : दिमाग तेज करने के लिए 6 महीने के बच्चे को कैसे खिलाएं बादाम बच्चों की सर्दी का इलाज है नमक के पानी के गरारेदो साल से अधिक उम्र के बच्चे को नमक के पानी से गरारे करवाएं। इसके लिए एक कप गुनगुने पानी में आधा चम्मच नमक डालें और बच्चे को गरारे करने के लिए कहें। बच्चे को पहले सादे पानी से गरारे करना सिखाएं। यह भी पढ़ें : बच्चों के लिए Pre school चुनने से पहले इन बातों पर करें गौर शिशु को जुकाम का इलाज है गुनगुना पानी6 महीने के शिशु को उबला हुआ पानी पिलाएं। पानी बच्चे के हिसाब से हल्का गुनगुना होना चाहिए। इससे शिशु का शरीर हाइड्रेट रहता है और शरीर से विषाक्त पदार्थ निकल जाते हैं। ये जुकाम से जल्दी राहत दिलाने का असरदार तरीका है। यह भी पढ़ें : बच्चों के शरीर में खून बढ़ाने के लिए आसान तरीके शिशु को जुकाम की दवा है सरसों का तेलएक साल के बच्चे के लिए जुकाम के इलाज के लिए सरसों का तेल भी बहुत असरकारी नुस्खा है। एक चम्मच सरसों का तेल लें और उसमें 1 लहसुन की कली और लौंग डालकर एक चुटकी अजवाइन का पाउडर मिलाएं। इन सब चीजों को एक मिनट तक गर्म करें। लहसुन जलना नहीं चाहिए। अब इसे छन्नी से छान लें। इस मिश्रण के गुनगुना होने पर बच्चे की छाती और पीठ की मालिश करें। यह भी पढ़ें : दूध पीने में आनाकानी करता है आपका बच्चा तो दूध में मिलाकर दें ये चीज नवजात शिशु जुकाम का घरेलू उपाय है शहदशहद में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट रात में होने वाली खांसी, गले में इंफेक्शन और खांसी या जुकाम की वजह से बार-बार नींद टूटने का इलाज करने में मददगार होते हैं। एक साल से कम उम्र के बच्चे को शहद न दें। एक साल से अधिक उम्र के बच्चे को रात को सोने से पहले आधा चम्मच शहद
दें। यह भी पढ़ें : शिशु को कब, कैसे और किस उम्र से खिलाना चाहिए खीरा बच्चों में जुकाम का इलाज है अदरकबच्चों में खांसी,
जुकाम और कफ जमने के इलाज में अदरक बहुत असरकारी है। ये शरीर को गर्म कर के बलगम को पिघला देती है। दो साल से अधिक उम्र के बच्चे को अदरक की चाय पिलाएं। आधा इंच की
अदरक
लें और एक कप पानी में इसे 5 मिनट तक उबालें। इसके बाद पानी को छान लें और उसमें आधा चम्मच नींबू का रस और एक चम्मच शहद मिलाएं। गुनगुना बच्चे को पिलाएं। यह भी पढ़ें : बच्चों को सुसाइड करने से कैसे रोकें Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म... पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें 2 महीने के बच्चे को सर्दी जुकाम हो जाए तो क्या करें?शिशु को जुकाम होने पर दवा देना ज्यादा सुरक्षित नहीं माना जाता है लेकिन इस स्थिति में घरेलू नुस्खे आपकी मदद कर सकते हैं। इस मौसम में छोटे बच्चों और शिशुओं को सर्दी-जुकाम होने का खतरा है। नवजात शिशु की इम्यूनिटी बहुत कमजोर होती है और इसलिए उन्हें आसानी से खांसी-जुकाम पकड़ लेता है। वैसे भी अब सर्दी का मौसम आ रहा है।
1 महीने के बच्चे को जुकाम हो जाए तो क्या करें?नमीयुक्त या आर्द्र हवा सांस के जरिये अंदर लेने से नाक में जमा श्लेम (म्यूकस) ढीला होने में मदद मिलती है। गर्म पानी से स्नान करने से भी बच्चे को आराम मिलेगा। अगर आप चाहें तो कमरे की हवा को नम बनाने के लिए ह्यूमिडिफायर का इस्तेमाल कर सकती हैं।
नवजात शिशु को सर्दी जुकाम होने पर क्या करें?लहसुन और तेल की मालिश
पुराने समय से लहसुन और सरसों के तेल की मालिश शिशु के लिए बेस्ट मानी जाती है. कहा जाता है कि अगर शिशु को सर्दी लग गई हो तो रात में सोते समय उसके शरीर की तेल से मालिश करनी चाहिए. इसके लिए सरसों के तेल में लहसुन की कली को गर्म करें और फिर ठंडा होने पर शिशु की इससे मालिश करें.
2 महीने के बच्चे को खांसी आए तो क्या करें?खांसी होने पर शिशु को अधिक मात्रा में तरल पदार्थ दें। कैफीन-फ्री चाय, सूप या नींबू मिलाकर गुनगुना पानी पीीने से बलगम साफ होने में मदद मिल सकती है और गले में खराश का इलाज भी होता है। इसके अलावा दिनभर में बच्चे को पानी भी अधिक पिलाएं।
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