12 के बाद सॉफ्टवेयर इंजीनियर कैसे बने? - 12 ke baad sophtaveyar injeeniyar kaise bane?

12 के बाद सॉफ्टवेयर इंजीनियर कैसे बने? - 12 ke baad sophtaveyar injeeniyar kaise bane?

  • परिचय
  • पॉलिटेक्निक से इंजीनियरिंग डिप्लोमा के माध्यम से
  • BCA और MCA के माध्यम से
  • निष्कर्ष

परिचय

भारत में अनेकों छात्र इंजीनियर बनने का सपना देखते हैं और 4 वर्षीय इंजीनियरिंग डिग्री कोर्स (B.E./ B.Tech) में admission लेने के लिए प्रत्येक वर्ष लाखों छात्र JEE परीक्षा के लिए आवेदन करते हैं। परन्तु वर्तमान के AICTE के मानकों के अनुसार B.E./ B.Tech में प्रवेश पाने के लिए मात्र वही छात्र JEE परीक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं जिन्होंने Physics, Chemistry और Maths विषयों सहित 12th कक्षा उत्तीर्ण की हो। अर्थात वर्तमान के नियमों के आधार पर 11th और 12th में साइंस (नॉन-मेड़िकल) विषयों को पढ़ने वाले छात्र ही इंजीनियरिंग डिग्री कोर्स में प्रवेश पाने के लिए JEE (जॉइंट एंट्रेंस एग्ज़ाम) परीक्षा दे सकते हैं। उपरोक्त नियमों के कारण ही कई आर्ट्स विषयों के छात्र चाहते हुए भी इंजीनियर बनने से वंचित रह जाते हैं। परन्तु यदि आप भी 12th कक्षा में आर्ट्स विषयों की पढ़ाई कर रहे हैं और यह जानना चाहते हैं कि 12th आर्ट्स के बाद सॉफ्टवेयर इंजीनियर कैसे बनें तो आपको यह जानकर अत्यंत खुशी होगी कि 12th में आर्ट्स से पढ़ाई करने के बाद भी सॉफ्टवेयर इंजीनियर बना जा सकता है। हम यहाँ पर 12th आर्ट्स के बाद सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने के 2 रास्ते बताएँगे। अतः आइये जानते हैं कि 12th आर्ट्स के बाद सॉफ्टवेयर इंजीनियर कैसे बनें

पॉलिटेक्निक से इंजीनियरिंग डिप्लोमा के माध्यम से

भारत में इंजीनियर बनने के लिए 4 वर्षीय इंजीनियरिंग डिग्री कोर्सों के अलावा 3 वर्षीय इंजीनियरिंग डिप्लोमा कोर्स भी होते हैं। भारत के किसी भी राज्य में पॉलिटेक्निक संस्थानों में 3 वर्षीय इंजीनियरिंग डिप्लोमा कोर्सों में प्रवेश पाने के लिए न्यूनतम शैक्षिक योग्यता 10वीं कक्षा होती है। अतः किसी भी पॉलिटेक्निक संस्थान में प्रवेश पाने के लिए यह बात मायने नहीं रखती कि आपने 12th किन विषयों में उत्तीर्ण की है। परन्तु पॉलिटेक्निक संस्थानों में किसी भी इंजीनियरिंग डिप्लोमा कोर्स में एडमिशन लेने के लिए छात्र 10वीं कक्षा साइंस (विज्ञान) और मैथ्स (गणित) विषयों सहित उत्तीर्ण होने चाहिए, जो भारत के अधिकतर शिक्षा बोर्ड में 10वीं कक्षा के लिए अनिवार्य विषय होते हैं।

अतः यदि आपने 12th आर्ट्स विषयों में उत्तीर्ण की है तो भी आप 10वीं कक्षा के आधार पर भारत के किसी भी पॉलिटेक्निक संस्थान से ‘कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग’ या ‘कंप्यूटर इंजीनियरिंग’ या ‘इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (IT)’ में से किसी भी ट्रेड/ ब्रांच में डिप्लोमा करके सॉफ्टवेयर इंजीनियर बन सकते हैं। पॉलिटेक्निक संस्थान से इंजीनियरिंग डिप्लोमा करने का यह लाभ है कि आप भारत के किसी भी केंद्रीय/ राज्य सरकार के सम्बंधित विभाग में जूनियर इंजीनियर बन सकते हैं या कोई प्राइवेट नौकरी भी कर सकते हैं या 4 वर्षीय इंजीनियरिंग डिग्री कोर्स के सीधे दूसरे साल में एडमिशन भी ले सकते हैं। अतः आप आर्ट्स विषयों से 12th करने के बाद भी पॉलिटेक्निक से कंप्यूटर इंजीनियरिंग में डिप्लोमा करके और उसके बाद इंजीनियरिंग डिग्री कोर्स करके भी सॉफ्टवेयर इंजीनियर बन सकते हैं। पॉलिटेक्निक संस्थानों और उनके विभिन्न कोर्सों के बारे में अधिक जानकारी के लिए आप हमारी वेबसाइट पर मौजूद लेख “Polytechnic क्या है और Polytechnic से Diploma कैसे करें” पढ़ सकते हैं।

अब हम आपको 12th आर्ट्स के बाद सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने का दूसरा रास्ता बताएंगे।

BCA और MCA के माध्यम से

आर्ट्स विषयों से 12th कक्षा उत्तीर्ण करने वाले छात्रों के समक्ष 3 वर्षीय बैचलर ऑफ़ कंप्यूटर एप्लीकेशन (BCA) कोर्स में प्रवेश पाने का विकल्प भी मौजूद रहता है। परन्तु BCA कोर्स में प्रवेश पाने के लिए भारत के कुछ विश्वविद्यालय / शिक्षण संस्थान 12th में छात्रों के पास Maths (गणित) विषय होने की अनिवार्यता रखते हैं। अतः यदि आपने अपने 12th के आर्ट्स विषयों में गणित विषय भी पढ़ा है तो आप BCA डिग्री कोर्स उत्तीर्ण करके MCA (मास्टर ऑफ़ कंप्यूटर एप्लीकेशन) कोर्स में प्रवेश पा सकते हैं। BCA एक ग्रेजुएशन (स्नातक) कोर्स है और MCA एक पोस्ट-ग्रेजुएशन (स्नातकोत्तर) कोर्स है। MCA कोर्स को अधिकतर सरकारी और प्राइवेट नौकरियों के लिए कंप्यूटर इंजीनियरिंग के बराबर ही माना जाता है। अतः आप आर्ट्स विषयों से 12th करने के बाद MCA कोर्स करके भी सॉफ्टवेयर इंजीनियर बन सकते हैं। MCA कोर्स के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए आप हमारा लेख “MCA क्या है” पढ़ सकते हैं।

परन्तु यदि आपके पास 12th में गणित विषय नहीं है तो या तो आप ऊपर लिखित पहले विकल्प के माध्यम से आर्ट्स से 12th करने के बाद सॉफ्टवेयर इंजीनियर बन सकते हैं या किसी ऐसे शिक्षण संस्थान / विश्वविद्यालय से BCA कोर्स कर सकते हैं जिनमें प्रवेश के लिए 12वीं कक्षा में गणित विषय की अनिवार्यता नहीं होती है।

ये भी पढ़े: (1). 12th में top कैसे करें ? ; (2). 12th fail ग्रेजुएशन कैसे करे ? ; (3). 12th आर्ट्स के बाद टॉप 5 जॉब के विकल्प

निष्कर्ष

यहाँ पर हमने 12th में आर्ट्स विषयों से पढ़ाई करने वाले छात्रों के लिए सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने के 2 बेहतरीन विकल्पों के बारे में बताया है। अतः इस लेख के माध्यम से आपको जानकारी मिल गयी होगी कि 12th आर्ट्स के बाद सॉफ्टवेयर इंजीनियर कैसे बनें। आप उपरोक्त जानकारी का लाभ उठा कर किसी भी विषय से 12th करने के बाद भी सॉफ्टवेयर इंजीनियर बन सकते हैं।

यह भी पढ़ें: (1). 12th आर्ट्स के बाद टॉप 8 कोर्स विकल्प ; (2). वास्तु शास्त्र क्या है और कैसे सीखें ?

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सॉफ्टवेयर इंजीनियर के लिए कौन सी पढ़ाई करनी पड़ती है?

सॉफ्टवेर इंजीनियर (Software Engineer) कैसे बने.
कंप्यूटर में बैचलर डिग्री करे ... .
कंप्यूटर प्रोग्रामिंग लैंग्वेज को सीखे ... .
प्रोगाम्मिंग लॉजिक को स्ट्रोंग बनाये ... .
सॉफ्टवेर बनाने की कोसिस करे ... .
इंटर्नशिप के लिए अप्लाई करे ... .
कंप्यूटर एप्लीकेशन में मास्टर डिग्री करे.

सॉफ्टवेयर इंजीनियर के लिए कितना पढ़ना चाहिए?

अगर आप सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको 12वीं क्लास पास होना चाहिए। साथ ही सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने के लिए कंप्यूटर में आपका इंटरेस्ट होना चाहिए। वहीं आप अगर कंप्यूटर या उनकी भाषाओं को सीखने में महरत हासिल कर लेते हैं, तो आप आसानी से सॉफ्टवेयर इंजीनियर बन सकते हैं।

सॉफ्टवेयर इंजीनियर की फीस कितनी है?

सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग की फीस अगर आप government college से Diploma in Software Engineering करते हैं, तो इस कोर्स की फीस ₹10000 से लेकर ₹15000 तक 1 साल की हो सकती है। इसके अतिरिक्त यदि आप private college से यह कोर्स करते हैं, तो ₹40000 से लेकर ₹75000 तक 1 साल की फीस हो सकती है।