विद्यालय को स्वच्छ रखने के लिए क्या करना चाहिए? - vidyaalay ko svachchh rakhane ke lie kya karana chaahie?

 विद्यालय की स्वच्छता पर निबंध Essay on Cleanliness in School in Hindi 

विद्यालय को स्वच्छ रखने के लिए क्या करना चाहिए? - vidyaalay ko svachchh rakhane ke lie kya karana chaahie?
विद्यालय की स्वच्छता पर निबंध Essay on Cleanliness in School in Hindi 

Swachh vidyalaya essay in hindi-हेलो दोस्तों कैसे हैं आप सभी-दोस्तों आज का हमारा आर्टिकल Essay on Cleanliness in School in Hindi आप सभी के लिए बड़ा ही महत्वपूर्ण है यह आपके लिए प्रेरणादायक भी है विद्यार्थी अपने स्कूल कॉलेज की परीक्षा में लिखने के लिए इस निबंध से जानकारी ले सकते हैं चलिए पढ़ते हैं हमारी आज के इस निबंध को।

भूमिका प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में साफ-सफाई का बहुत महत्व है। हमारे आसपास का वातावरण स्वच्छ और साफ सुथरा होना चाहिए। विद्यार्थी जीवन में हम अपना अधिकतर समय स्कूल में ही व्यतीत करते हैं। इसलिए हमारा विद्यालय का स्वच्छ होना बहुत ही आवश्यक है। यदि हमारा विद्यालय स्वच्छ नहीं होगा तो हम रोगो से ग्रस्त हो जाएंगे जिनका इलाज भी संभव नहीं है। स्वच्छ विद्यालय के लिए मानव संसाधन विकास मंत्री ईरानी स्मृति ने 25 दिसंबर, 2014 को स्वच्छ भारत स्वच्छ विद्यालय अभियान का उद्घाटन किया था।

स्वच्छ विद्यालय के लाभ स्वच्छ विद्यालय में पढ़ते समय मन भी लगता है और विद्यार्थी स्वस्थ रहता है। विद्यालय में साफ सफाई रहती है और विद्यालय देखने में भी सुंदर लगता है विद्यालय के शिक्षक और बच्चे खुशहाल रहते हैं।

विद्यालय को स्वच्छ रखने को तरीके विद्यालय को स्वच्छ रखने के लिए शिक्षक और विद्यार्थी समान रूप से भागीदारी दिखा सकते हैं। जिसके लिए निम्नलिखित कार्य किए जा सकते है।

1. विद्यार्थी को कूड़ा खुले में नहीं डालना चाहिए बल्कि उन्हें कूड़ेदान में ही डालना चाहिए।

2. प्रत्येक कक्षा के बाहर छोटे-छोटे कूड़ेदान रखे होनी चाहिए।

3. स्कूल के मैदान की सफाई प्रतिदिन होनी चाहिए क्योंकि बच्चे वहीं पर खेलते हैं।

4. पानी की टंकी की प्रतिमा सफाई होनी चाहिए और स्कूल में आने वाले पानी की समय-समय पर जांच होनी चाहिए।

5. विद्यार्थियों को अपनी और अपनी वर्दी की नियमित रूप से सफाई करनी चाहिए।

6. बच्चों को साफ सफाई के प्रति जागरूक किया जाना चाहिए।

7. समय समय पर स्कूल में साफ सफाई संबंधी प्रतियोगिताएं करवाई जानी चाहिए।

8. शौचालयों तो नियमित रूप से सफाई की जानी चाहिए।

स्कूल की इमारतों भावनाओं का समय-समय पर ख्याल रखें,स्कूल में कम से कम हर साल पुताई भी होना चाहिए इसके लिए विद्यालय प्रबंधन का कर्तव्य है कि वह अपने स्कूल का रखरखाव करें और दीवालो का हर साल रंगाई पुताई करवाएं जिससे भवन स्वच्छ रहे स्कूल में अगर कोई से भी मूर्ति हो तो उसकी भी साफ सफाई करें विद्यार्थियों को भी इस ओर विशेष ध्यान देना चाहिए।

निष्कर्ष - स्वच्छ विद्यालय बच्चों के उज्जवल भविष्य देने में सहायक हैं। जिसमें विद्यार्थी शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहता है। और रोगों से मुक्त रहता है स्वच्छ विद्यालय बनाने के लिए सभी को प्रयास करना चाहिए। और अभिभावकों भी स्कूल की स्वच्छता पर ध्यान देना चाहिए स्वच्छ विद्यालय केवल स्कूल की साफ सफाई से नहीं बनता बल्कि स्वच्छ विद्यालय में विद्यार्थी शिक्षक और कर्मचारी आदि भी स्वच्छ होने चाहिए। और उन्हें नियमित रूप से सफाई करनी चाहिए। मोदी जी के द्वारा भी स्वच्छ भारत अभियान चलाया गया है। जिसका मुख्य उद्देश्य पूरे भारत को स्वच्छ बनाना है। बच्चों को बचपन से ही स्वच्छता की आदत डालनी चाहिए और उन्हें गंदगी से होने वाली बीमारियों के विषय में बताना चाहिए स्वच्छ विद्यालय हर विद्यार्थी की आवश्यकता है।

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Solution : स्वच्छता के लिए विद्यार्थियों को निम्नलिखित प्रयास करने चाहिए(1) स्वच्छता के लिए विद्यार्थियों का पहला कर्तव्य है कि वे स्वयं के शरीर की सफाई रखें, इसके लिए नित्य स्नान करें, साफ कपड़े पहनें। (2) शौच जाने के उपरान्त हाथों को साबुन से धोएँ। (3) अपने नाखूनों को काटें जिससे उनमें गन्दगी न रहे। क्योंकि नाखूनों में भरी गन्दगी मुँह में पहुँच कर संक्रमण का कारण बन जाती है। (4) अपने घर और स्कूल की साफ-सफाई में अपना पूरा सहयोग करना चाहिए। (5) स्वयं कचरा नहीं फैलाना चाहिए और ढके पात्र का ही पानी हाथ धोकर उससे लेकर पीना चाहिए। बाद में उसे ढक देना चाहिए। (6) हमेशा खाना खाने से पहले हाथ धो लेना चाहिए। | (7) बाजार की खुली चीजें खरीद कर कभी भी नहीं खानी चाहिए। (8) कच्ची सब्जी व फलों को हमेशा अच्छी तरह धोकर ही खाना चाहिए। (9) गन्दे पैरों को कभी भी बिछौने पर नहीं रखने चाहिए। (10) बाल्टी को धोकर ही स्नान करना चाहिए और उसमें पीने का पानी भरना चाहिए। (11) हमेशा ताजा खाना ही खाना चाहिए। | (12) हमेशा शौचालय का ही प्रयोग करना चाहिए।

विद्यालय परिवेश को साफ सुथरा कैसे बनाएं?

विद्यालयों की सभी कमरे हवादार होने चाहिए जिससे विद्यार्थियों को घुटन महसूस नहीं हो और वहां का वातावरण भी स्वच्छ बना रहे. विद्यालय में प्रत्येक कक्ष के पास एक छोटा कूड़ा दान लगवाना चाहिए जिससे उस कक्षा से निकलने वाला कूड़ा करकट उसी कूड़ेदान में डाला जा सके और इससे पूरे विद्यालय में कूड़ा करकट भी नहीं फैलेगा.

स्वच्छता बनाए रखने के लिए क्या करना चाहिए?

पर्यावरण को बचाने के लिये पेड़-पौधों और वृक्षारोपण करेंगे। शौचालय का प्रयोग करने के लिए लोगों में जागरूकता फैलायें। अपने आस-पास रखे कूड़ेदान का प्रयोग करने के लिये लोगों को बतायें। कॉर्टून और चित्रों के जरिये लोगों को स्वच्छता के सही मायने समझायें।

स्वच्छता के लिए हम क्या प्रयास कर सकते हैं?

स्वच्छता के लिए हमें निम्न प्रयास कर सकते हैं..
हमें खुले में शौच जाने की प्रवृत्ति को त्यागना चाहिए।.
जगह-जगह थूककर, कचरा डालकर गन्दगी नहीं फैलानी चाहिए।.
हमें प्लास्टिक की थैलियों का उपयोग बन्द कर देना चाहिए।.
घर एवं व्यावसायिक प्रतिष्ठान पर डस्टबिन का उपयोग करना चाहिए।.

स्वच्छता पर निबंध कैसे लिखें?

स्वच्छता एक अच्छी आदत है जो हम सभी के लिये बहुत जरुरी है। अपने घर, पालतू जानवर, अपने आस-पास, पर्यावरण, तालाब, नदी, स्कूल आदि सहित सबकी सफाई करते हैं। हमें सदैव साफ, स्वच्छ और अच्छे से कपड़े पहनना चाहिये। ये समाज में अच्छे व्यक्तित्व और प्रभाव को बनाने में मदद करता है, क्योंकि ये आपके अच्छे चरित्र को दिखाता है।