लाइफस्टाइल डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली Published by: शिवानी अवस्थी Updated Sun, 05 Jun 2022 12:09 AM IST Show
World Environment Day 2022: हमारी धरती, जनजीवन को सुरक्षित रखने के लिए पर्यावरण का सुरक्षित रहना बहुत जरूरी है। विश्व के देश आधुनिकता की ओर बढ़ रहे हैं लेकिन इस राह में दिनों दिन दुनियाभर में ऐसी चीजों का इस्तेमाल बढ़ गया है और इस तरह से लोग जीवन जी रहे हैं, जिससे पर्यावरण खतरे में हैं। इंसान और पर्यावरण के बीच गहरा संबंध है। प्रकृति के बिना जीवन संभव नहीं। ऐसे में प्रकृति के साथ इंसानों को तालमेल बिठाना होता है। लेकिन लगातार वातावरण दूषित हो रहा है, जिससे कई तरह की समस्याएं बढ़ रही हैं, जो हमारे जनजीवन को तो प्रभावित कर ही रही हैं, साथ ही कई तरह की प्राकृतिक आपदाओं की भी वजह बन रही हैं। सुखी स्वस्थ जीवन के लिए पर्यावरण का संरक्षण जरूरी है। इसी उद्देश्य से हर साल विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। इस दिन लोगों को पर्यावरण के प्रति सचेत किया जाता है और पर्यावरण को संरक्षित करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। विश्व पर्यावरण दिवस कब और क्यों मनाया जाता है, इस दिन का क्या महत्व और आवश्यकता है और पर्यावरण दिवस मनाने की शुरुआत कब से हुई, ये बातें जान पर्यावरण के प्रति आप भी होंगे जागरुक। कब मनाया जाता है विश्व पर्यावरण दिवस विश्व पर्यावरण दिवस हर साल जून महीने में मनाया जाता है। दुनियाभर के तमाम देश 5 जून को पर्यावरण दिवस मनाते हैं। इस साल भी पर्यावरण के प्रति जागरूक करने के लिए भारत समेत कई देशों में 5 जून को पर्यावरण मनाया जा रहा है। पर्यावरण दिवस मनाने की शुरुआत कब हुई पहली बार पर्यावरण दिवस की शुरुआत 1972 में हुई थी। इस दिन की नींव संयुक्त राष्ट्र संघ ने 5 जून 1972 को रखी थी। इसी के बाद से हर साल लगातार 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाने लगा। किस देश ने मनाया था सबसे पहले पर्यावरण दिवस भले ही संयुक्त राष्ट्र संघ ने विश्व पर्यावरण दिवस मनाने का फैसला किया हो लेकिन पर्यावरण दिवस को सबसे पहले स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में मनाया गया। 1972 में स्टॉकहोम में पहली बार पर्यावरण सम्मेलन आयोजित किया गया था, जिसमें 119 देशों में हिस्सा लिया था। पर्यावरण दिवस मनाने का उद्देश्य दुनिया में लगातार प्रदूषण बढ़ रहा है। इसी बढ़ते प्रदूषण के कारण प्रकृति पर खतरा बढ़ रहा है। जिसे रोकने के उद्देश्य से पर्यावरण दिवस मनाने की शुरुआत हुई, ताकि लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक किया जाए और प्रकृति को प्रदूषित होने से बचाने के लिए प्रेरित किया जा सके। 'विश्व पर्यावरण दिवस' को हर साल नए थीम के साथ मनाया जाता है. इस बार इसकी थीम है, 'ओन्ली वन अर्थ' (फोटो-canva.com)हर साल आज (5 जून) 'विश्व पर्यावरण दिवस' मनाया जाता है. ये समुद्री प्रदूषण, ओवरपॉपुलेशन, ग्लोबल वॉर्मिंग, सस्टेनेबल कंजम्पशन और वाइल्ड लाइफ क्राइम जैसे पर्यावरणीय मुद्दों पर जागरूकता बढ़ाने के लिए एक मंच रहा है, जिसमें 143 से अधिक देशों की भागीदारी रहती है.अधिक पढ़ें ...
World Environment Day 2022 : हर साल आज यानी 5 जून को ‘विश्व पर्यावरण दिवस’ के रूप में मनाया जाता है. आज के औद्योगीकरण के दौर में पर्यावरण के बारे में सोचना बेहद ज़रूरी है, क्योकि पेड़ों की अंधाधुंध कटाई की वजह से पर्यावरण को पिछले कुछ दशकों में काफी नुकसान हुआ है. इसकी वजह से अब दुनियाभर के इकोसिस्टम में तेजी से बदलाव देखने को मिल रहे हैं. पर्यावरण को सुरक्षा प्रदान करने का संकल्प लेने के उद्देश्य से ही हर साल विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है. ये समुद्री प्रदूषण, ओवरपॉपुलेशन, ग्लोबल वॉर्मिंग, सस्टनेबल कंजम्पशन और वाइल्ड लाइफ क्राइम जैसे पर्यावरणीय मुद्दों पर जागरूकता बढ़ाने के लिए एक मंच रहा है, जिसमें 143 से अधिक देशों की भागीदारी रहती है. आज पर्यावरण का बिगड़ता संतुलन और बढ़ते प्रदूषण से पूरी दुनिया जूझ रही है. इन गंभीर समस्याओं से उबरने का एक मात्र उपाय दुनियाभर के पर्यावरण को हरा भरा बनाना है. ये तभी संभव है जब लोग पेड़ों के संरक्षण के प्रति जागरूक हों. इसी ज़रूरत को देखते हुए संयुक्त राष्ट्र संघ (United Nations Organisation) की पहल पर विश्व पर्यावरण सुरक्षा को लेकर जागरूकता फैलाने के लिए ‘विश्व पर्यावरण दिवस’ मनाने की शुरुआत साल 1973 में की गई थी, जिसे हर साल नए थीम के साथ मनाया जाता है. विश्व पर्यावरण दिवस 2022 की थीम‘विश्व पर्यावरण दिवस’ को हर साल नए थीम के साथ मनाया जाता है. इस बार विश्व पर्यावरण दिवस 2022 की थीम है, ‘ओन्ली वन अर्थ’ मतलब ‘केवल एक पृथ्वी’ है. साल 1972 के स्टॉकहोम सम्मेलन का नारा “केवल एक पृथ्वी” था; 50 साल बाद भी, ये सच्चाई अभी भी कायम है – ये ग्रह हमारा एकमात्र घर है. यह भी पढ़ें- विश्व पर्यावरण दिवस का महत्व‘विश्व पर्यावरण दिवस’ मनाने का मुख्य उद्देश्य दुनियाभर में लोगों के बीच पर्यावरण प्रदूषण, जलवायु परिवर्तन, ग्रीन हाउस के प्रभाव, ग्लोबल वार्मिंग, ब्लैक होल इफेक्ट आदि ज्वलंत मुद्दों और इनसे होने वाली विभिन्न समस्याओं के प्रति सामान्य लोगों को जागरूक करना है और पर्यावरण की रक्षा के लिए उन्हें हर संभव प्रेरित करना है. यह भी पढ़ें- विश्व पर्यावरण दिवस का इतिहासविश्व पर्यावरण दिवस की स्थापना 1972 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा ह्यूमन एनवायरनमेंट पर स्टॉकहोम सम्मेलन (5-16 जून 1972) में की गई थी, जिसमें 119 देशों में हिस्सा लिया था. सभी ने एक धरती के सिद्धांत को मान्यता देते हुए हस्ताक्षर किए. इसके बाद 5 जून को सभी देशों में ‘विश्व पर्यावरण दिवस’ मनाया जाने लगा. भारत में 19 नवंबर 1986 से पर्यावरण संरक्षण अधिनियम लागू हुआ. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी| Tags: Health, Lifestyle, World environment day FIRST PUBLISHED : June 05, 2022, 06:00 IST पहली बार विश्व पर्यावरण दिवस कब मनाया था?संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 1972 में यूनाइटेड नेशंस कांफ्रेंस ऑन ह्यूमन एनवायरनमेंट (मानव पर्यावरण पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन) के पहले दिन विश्व पर्यावरण दिवस नामित किया था।
विश्व पर्यावरण दिवस कब और कैसे मनाया जाता है?Solution : विश्व पर्यावरण दिवस 5 जून, को प्रतिवर्ष मनाया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य जनसामान्य को पर्यावरण के महत्त्व से परिचित कराकर, इसके संरक्षण का प्रयास करना है।
पर्यावरण संरक्षण कब शुरू हुआ?भारत में 19 नवंबर 1986 से पर्यावरण संरक्षण अधिनियम लागू हुआ.
प्रथम विश्व पर्यावरण सम्मेलन कब हुआ था?Vishv Paryaavaran Diwas का इतिहास
1972 इस वर्ष के रूप में अंतरराष्ट्रीय पर्यावरण की राजनीति में एक महत्वपूर्ण वर्ष था, 5 जून से 16 जून तक, संयुक्त राष्ट्र के तत्वावधान में, पर्यावरण संबंधी मुद्दों के बारे में स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में पहला बड़ा सम्मेलन आयोजित किया गया था।
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