Viram Chinh in Hindi Worksheets for Class 8 contains 8 MCQ questions. Answers to Viram Chinh in Hindi Worksheets for Class 8 are available after clicking on the answer. Hindi Worksheets for Class 8 help to check the concept you have learnt from detailed classroom sessions and application of your knowledge. Show Viram Chinh in Hindi Worksheets for Class 8 – Exercise 11. मोहन आज घूमने जाएँगा | (क) प्रश्नवाचक चिह्न Answer: (ख) पूर्ण विराम 2. हर्ष, शोक, घृणा, आश्चर्य, जैसे भावों को व्यक्त करने के लिए ………… (क) अल्प विराम Answer: (ग) विस्मयादिबोधक 3. अर्थ के आधार पर शब्द के दो भेद होते है :- सार्थक, निरर्थक (क) अल्प विराम Answer: (ख) विवरण चिह्न 4. अल्प विराम कब लगाया जाता है ? (क) एक ही प्रकार के शब्दों को अलग करने के लिए Answer: (क) एक ही प्रकार के शब्दों को अलग करने के लिए Viram Chinh in Hindi Worksheets for Class 8Exercise 21. किसी के कथन को उसी के शब्दों में प्रकट करने के लिए किस चिह्न का प्रयोग किया जाता है ? (क) उद्धरण चिह्न Answer: (क) उद्धरण चिह्न 2. लिखते समय गलती से कोई शब्द छूट जाता है तब किस चिह्न का प्रयोग किया जाता है ? (क) लाघव चिह्न (ú) Answer: (ख) त्रुटिपूर्ण चिह्न (^) 3. योजक शब्द किन शब्दों के बीच लगाया जाता है ? (क) सामासिक शब्दों के बीच Answer: (क) सामासिक शब्दों के बीच 4. लाघव चिह्न का प्रयोग कब किया जाता है ? (क) शब्दों के बीच Answer: (ग) शब्दों को संक्षिप्त करके लिखने पर Hindi Grammar Worksheets for Class 8
Class 8 Hindi Grammar Chapter 21 विराम चिन्ह (Viraam Chinh). Class 8 Hindi Vyakaran is updated for academic session 2022-2023 and useful for CBSE as well as State boards also. Students of UP Board, MP Board, Gujrat, Maharashtra, Rajasthan and other states can take the benefits of these contents. We have explained all the terms related विराम चिन्ह in simple language with suitable examples.
विराम चिन्ह किसे कहते हैं?विराम का अर्थ है- रुकना। यदि हम कहीं बाहर जा रहे हैं और समय-समय पर न रुकें तो सड़क के नियमों का उल्लंघन होता है। उसी प्रकार जब हम कुछ बोल रहे हैं और यदि बिना रुके कुछ बोलते जाएँ तो भावों की अभिव्यक्ति पूर्ण रूप से नहीं हो पाती। लिखते समय वाक्य के बीच में तथा अंत में विराम को प्रकट करने के लिए कुछ निश्चित चिह्नों का प्रयोग किया जाता है, जिन्हें विराम-चिह्न कहते हैं।
देखा आपने, (।) (?) (!) विराम-चिह्नों के प्रयोग से वाक्य का आशय पूरी बदल गया। हिंदी में निम्नलिखित विराम-चिह्नों का प्रयोग होता है:
1. पूर्ण विराम (।)वाक्य के पूर्ण होने पर अर्थात् एक भाव या विचार की पूर्णता पर पूर्ण विराम का प्रयोग किया जाता है। वाक्य चाहे छोटा हो या बड़ा, पूर्ण विराम उसके अंत में ही आता है।
2. अल्प विराम (,)यह चिह्न निम्नलिखित स्थितियों में प्रयोग किया जाता है:
3. अर्ध विराम (;)पूर्ण विराम और अल्प विराम के मध्य का चिह्न ( ; ) “अर्ध विराम” है। इसमें पूर्ण विराम से कम समय तथा अल्पविराम से अधिक रुकना पड़ता है। जैसे: 4. प्रश्नवाचक चिह्नजिन वाक्यों में प्रश्न पूछा जाए, वहाँ पूर्ण विराम के स्थान पर प्रश्न चिह्न का प्रयोग होता है। जैसे:
5. विस्मयादिबोधक चिह्न (!)आश्चर्य, भय, घृणा, हर्ष, शोक आदि
भावों को प्रकट करने के लिए इन चिह्नों का प्रयोग किया जाता है। जैसे: 6. निर्देशक चिह्न (-)निर्देशक-चिह्न का प्रयोग निम्नलिखित वाक्यों में होता है- विषय-विभाग संबंधी हर शीर्षक के आगे, जहाँ उद्धरण देना हो, उदाहरण या जैसे के बाद, लेखक के नाम के आगे तथा संवाद में बोलने वाले की बात से पहले इसका प्रयोग किया जाता है। जैसे:
7. योजक चिह्न (-)योजक का अर्थ है जोड़ने वाला। इसलिए योजक दो शब्दों को जोड़ने के लिए अर्थात् सामासिक पदों, पुनरुक्त या युग्म शब्दों के बीच में लगाया जाता है। जैसे: राम और श्याम दोनों अच्छे मित्र हैं। 8. उद्धरण चिह्न ( “….”)उद्धरण इकहरे या दुहरे दो प्रकार के होते हैं। किसी दूसरे की कही हुई बात को ज्यों का त्यों बताने के लिए दुहरे उद्धरण चिह्न का प्रयोग होता है। (क) दोहरा उद्धरण चिह्न (“……”)1. किसी व्यक्ति के कथन को मूल रूप में उद्धृतक करने के लिए दोहरे उद्धरण चिह्न (“……..”) का प्रयोग किया जाता है। इकहरा उद्धरण चिह्न (‘……’)किसी के उपनाम, लेख, समाचारपत्र या पुस्तकों के शीषकों को उदघृत करते समय इकहरे उद्धरण चिह्न (‘……’) का प्रयोग किया जाता है। जैसे: 9. लाघव चिह्न (०)शब्दों को संक्षिप्त रूप में लिखने के लिए इस चिह्न का प्रयोग किया जाता है। जैसे:
10. कोष्ठक चिह्न [()]किसी पद का अर्थ प्रकट करने के लिए या किसी वाक्यांश का अर्थ प्रकट करने के लिए नाटक में पात्र की क्रिया आदि का चित्रण करने के लिए कोष्ठक चिह्न का प्रयोग है। जैसे: भारत की निर्धनता के मुख्य तीन कारण हैं:
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