विलोम शब्द का निर्माण कैसे होता है? - vilom shabd ka nirmaan kaise hota hai?

विलोम शब्द का अर्थ – जब कोई एक शब्द किसी दूसरे शब्द का उल्टा या विपरीत अर्थ व्यक्त करे तो उसे विलोम शब्द कहा जाता है। 

साधारण शब्दों में कहें तो जिन शब्दों से किसी दूसरे शब्द का उल्टा शब्द बनें उन्हें विलोम शब्द या विपरीतार्थक शब्द कहते है। जैसे – रात का विलोम शब्द या विपरीतार्थक दिन है, उसी प्रकार – नर-नारी, गाय-बैल, अंधकार-प्रकाश, इच्छा-अनिच्छा आदि। 

 उपर्युक्त उदाहरणों के आधार पर हम यह कह सकते है कि जब कोई शब्द सामने वाले शब्द का उल्टा या विपरीत अर्थ निकले तो उसे विलोम शब्द कहा जाता है। अत: विलोम शब्द का  अर्थ है – उल्टा या विपरीत। 

विलोम शब्दों का निर्माण निम्न्लिखित विधिओं के द्वारा किया जाता है

(1) लिंग परिवर्तन के द्वारा बनने वाले विलोम शब्द

(2) विभिन्न जातीय शब्दों के अनुसार बनने वाले विलोम शब्द

(3) उपसर्ग की सहायता से बनने वाले विलोम शब्द

(4) उपसर्गों के जैसे प्रयुक्त होने वाले शब्दों के परिवर्तन से बनने वाले विलोम शब्द

(5) नज समास के पद बनाकर से बनने वाले विलोम शब्द

(1) लिंग परिवर्तन के द्वारा बनने वाले विलोम शब्द – किसी लिंग से संबंधित ऐसे शब्द जो किसी ऐसे शब्द का निर्माण करे जो उस लिंग से संबंधित शब्द का विपरीतार्थक शब्द हो अर्थात उस लिंग का परिवर्तन कर दे तो उन शब्दों को लिंग परिवर्तन के द्वारा बनने वाले विलोम शब्द कहा जाता है। 

लिंग परिवर्तन के द्वारा बनने वाले विलोम शब्दों के उदाहरण – गये-बैल, माता-पिता, मोर-मोरनी, शेर-शेरनी, राजा-रानी, लड़का-लड़की, पिशाच-पिशाचनी, कुत्ता-कुतिया, अध्यापक-अध्यापिका, दादा-दादी, चाचा-चाची, नर-नारी, वर-वधु आदि। 

उपयुक्त विलोम शब्दों के उदाहरणों में पहले परुष लिंग शब्द है उसके पश्चात स्त्री लिंग है, लिंग परिवर्तन के अनुसार इसी तरह के विलोम शब्दों का निर्माण होता है। 

(2) विभिन्न जातीय शब्दों के अनुसार बनने वाले विलोम शब्द – जब जातीय शब्दों के आधार पर विलोम शब्दों क निर्माण होता है तो उन्हें विभिन्न जातीय शब्दों के अनुसार बनने वाले विलोम शब्द कहा जाता है जैसे – अधिक-कम, आजाद-गुलाम, ऊपर-निचे, आगे-पीछे, कड़वा-मीठा, मीठा-नमकीन आदि। 

(3) उपसर्ग की सहायता से बनने वाले विलोम शब्द – जब उपसर्गों की सहायता से विलोम शब्दों का निर्माण होता है तो उन विलोम शब्दों को उपसर्ग की सहायता से बनने वाले विलोम शब्द कहा जाता है। 

उपसर्ग की सहायता से बनने वाले विलोम शब्दों के उदहारण – अलपवायु-दीर्घवायु, ईश्वर-अनीश्वर, अधिकतम-न्यूनतम आदि। 

(4) उपसर्गों के जैसे प्रयुक्त होने वाले शब्दों के परिवर्तन से बनने वाले विलोम शब्द – जब उपसर्गो के जैसे शब्दों की सहायता से विलोम शब्दों का निर्माण होता है और उसके पश्चात भी वह विलोम शब्द उपसर्गों की तरह ही प्रयुक्त किये जाते है तो उन वलोम शब्दों को उपसर्गों के जैसे प्रयुक्त होने वाले विलोम शब्द कहा जाता है।  

उपसर्गों के जैसे प्रयुक्त होने वाले शब्दों के परिवर्तन से बनने वाले विलोम शब्दों का उदाहरण – गणतंत्र-राजतंत्र, एकतंत्र-बहुतंत्र, लघुकाय-विशालकाय आदि। 

(5) नज समास के पद बनाकर से बनने वाले विलोम शब्द – जिन विलोम शब्दों का निर्माण नज समास के पद से बनकर होता है वह नज समास के पद बनाकर से बनने वाले विलोम शब्द कहलाते है जैसे – आदि-अनादि, आस्तिक नास्तिक, संभव-असंभव आदि। 

उपयुक्त दी गई इन 5 विधिओं के अनुसार ही विलोम शब्दों  का निर्माण होता है और विलोम शब्दों का प्रयोग किया जाता है, किस वाक्य में किस विधि का प्रयोग होगा यह बात उस वाक्य के लिंग, समास, उपसर्ग तथा उसके जातीय शब्दों पर निर्भर करती है। 

विलोम शब्दों के उदाहरण

Vilom Shabd in Hindi (Antonyms) विलोम शब्द | विपरीतार्थक शब्द – Opposite Words in Hindi

Anulom ShabdOpposite words
अँधेरा उजाला
अतिवृष्टि अनावृष्टि
अत्यधिक अत्यल्प
अंतरंग बहिरी
अंधकार प्रकाश
अधिकतम न्यूनतम
अंदर बाहर
अघम उत्तम
अंदरूनी बाहरी
अगम सुगम
अक्षम सक्षम
अनभिज्ञ अभिज्ञ
अनाथ सनाथ
अगला पिछला
अनुकूल प्रतिकूल
अग्रज अनुज
अनुग्रह निग्रह, विग्रह
अनुरक्ति विरक्ति
अज्ञ प्रज्ञ
अनुराग विराग
अनुलोम विलोम, प्रतिलोम
अग्नि जल
आकर्षण विकर्षण
अंगीकार इनकार
अमर मर्त्य
अघ अनघ
अमावस्या पूर्णिमा
अचल चल
अमृत विष
अर्जन वर्जन
अर्थ अनर्थ
अल्पसंख्यक बहुसंख्यक
अति अल्प
अर्थ अनर्थ
अलभ्य लभ्य
अर्थी प्रत्यर्थी
अग्नि जल
अदोष सदोष
अपराह्न पूर्वाह्न
अधिकारी अनधिकारी
अखाद्य खाद्य
अधुनातन पुरातन
अचर चर
अजेय जय
अज्ञान ज्ञान
अज्ञानी ज्ञानी
अतिवृष्टि अनावृष्टि
अकर्मण्य कर्मण्य
अनुरक्त विरक्त
अनय नय
अपकीत्ति सुकीर्ति
अंत आदि
अनित्य नित्य
अपना पराया
अलौकिक लौकिक
अपमान सम्मान
अप्रिय प्रिय
असाधारण साधारण
अपेक्षा उपेक्षा
असभ्य सभ्य
अपेक्षित उपेक्षित
अमंगल मगल
अरुचि रुचि
अशुभ शुभ
अल्पज्ञ बहुज्ञ
अल्पायु दीर्घायु, चिरायु
अनिच्छा इच्छा
अनुचित उचित
अवनत उन्नत
असमय सुसमय
अनवसर सुअवसर
अश्रु हास
अभीष्ट अन्भिष्ट
अनुपस्थित उपस्थित
अनेक एक
अपचय उपचय
अंडज़ पिंडज
अंसंतुष्ट संतुष्ट
असंतोष संतोष
आधार निराघार, अनाधार
आधुनिक प्राचीन
आगामी विगत
आत्मा परमात्मा
आयत निर्यात
आकाश पाताल
आकर्षण विकर्षण
आसक्त अनासक्त, निरासक्त
अभ्यंतर बाहूय
आजादी गुलामी
आरोह अवरोह
आर्य अनार्य
आरोही अवरोही
आगमन गमन
आवश्यक अनावश्यक
आवाहन विसर्जन
आवृत्त अनावृत
आध्यात्मिक आधिभौतिक
आम ऱवास
आकुँचन प्रसारण
आलस्य स्फूर्ति
आदत्त प्रदत्त
आरूढ़ अनारूढ़
आस्था अनास्था
आज्ञा अवज्ञा
अतिरिक्त अनतिरिक्त
आवक जावक
आगत अनागत
आतप छाया, अनातप
आवृत अनावृत
अकेला साथ
अगला पिछला
अनृत ऋत, तथ्य
अनुरक्त विरक्त
अपकार उपकार
अभिमुख विमुख
अबला सबला
अचेत सचेत
अत्र तत्र
अकाम सकाम
अर्जन वर्जन
अर्पित गृहीत
अकर्त्तव्य कर्त्तव्य
अधुनातन पुरातन
अपराधी निर्दोष, निरपराध
अभिमान निरभिमान
अप्रत्यक्ष प्रत्यक्ष
अपकर्ष प्रकर्ष, उत्कर्ष
अप्रसन्न प्रसन्न
अपव्यय मितव्यय
अनुर्वरा उर्वरा
अपूर्ण पूर्ण
अधर्म धर्म
अर्वाचीन प्राचीन
आलोक अंधकार
आय व्यय
आमिष निरामिष
आस्तिक नास्तिक
इष्ट अनिष्ट
इधर उधर
उत्तरायण दक्षिणायन
इहलोक परलोक
उत्तम अधम
इकट्टा अलग
उपचार अपचार
इच्छा अनिच्छा
उर्वर ऊसर
इति अथ
उन्नयन अवनयन
इंसाफ गैंर-इंसाफ
उपयुक्त अनुपयुक्त
इकहरा दुहरा
ईद मुहरंम
उपयोगी अनुपयोगी
उष्ण शीत, शीतल
इश्वर अनीश्वर, जीव
ईमानदार बेईमान
उदास प्रसन्न, प्रफुल्ल
उचित अनुचित
उदित अस्त
उच्च निम्न
उषा संध्या
उत्कर्ष अपकर्ष
उपजीव्य उपजीवी
उतीर्ण अनुत्तीर्ण
उपकारक अपकारक
उरुकृष्ट निकृष्ट
उतार चढाव
उत्थान पतन
उदीची प्रतीची
उत्साह निरुत्साह, अनुत्साह
उपजाऊ बंजर
उदय अस्त
उपार्जित स्वयंप्राप्त
उत्पतन निपतन, अवतरण
उदात्त अनुदात्त
उदार अनुदार, कृपण
ऊँच नीच
उद्यम निरुद्यम
ऊँचा नीचा
उधार नकद
ऊसर उपजाऊ
उद्धत विनीत
ऊर्ध्वमुख अधोमुख
उन्नति अवनति
ऊपर नीचे
उन्मुख विमुख
ऋणात्मक धनात्मक
उन्मुलन मुलन
एक अनेक
उपकार अपकार
एकता अनेकता
उपयोग दुरुपयोग
एड़ी चोटी
उपर्सग प्रत्यय
एकमुखी बहुमुखी
उपस्थित अनुपस्थित
एकतंत्र बहुतंत्र
उपस्थिति अनुपस्थिति
उतर दक्षिण
एकेश्वरवाद बहुदेववाद
ऐहिक पारलौकिक
ऐक्य अनैक्य
ऋजु कुटिल, वक्र
ऐतिहासिक अनैतिहासिक
ऐश्वर्य अनैश्वर्य
औचित्य अनौचित्य
औद्धत्य अनौद्धत्य
औदार्य अनौदार्य
अंतर सतत
औपचारिक अनौपचारिक
औदत्य अनौदात्य
कड़वा मीठा
कटु मघु
कठिन सरल, सहज
कीर्ति अपकीर्ति
कृतज्ञ कृतघ्न
कृत्रिम प्राकृत
कृष्ण कंस’, शुक्ल, श्वेत
कनिष्ठ ज्येष्ठ
कपूत सपूत
कृपण उदार, दानी, दाता
कर्मण्य अकर्मण्य
कर्कश क्रोमल, मधुर, सुशील
करुण निष्करुण, अकरुण, निष्ठुर
कसूरवार बेकसूर
क्रय विक्रय
कलुष निष्कलुष
कुटिल सरल
कुरूप सुरूप, सुन्दर
कुसुम वज्र
कोप कृपा
कोमल कठोर
कर्म अकर्म, निष्कर्म
कपटी निष्कपट
कर्मठ अकर्मण्य
क्रिया प्रतिक्रिया
कृश स्थूल
क्रुद्ध शांत
कानूनी गैरकानूनी
किनारा बीच
कान्त कांता
कुमार्ग सुमार्ग, सन्मार्ग
कुपुत्र सुपुत्र
कुपुत्री सुपुत्री
कंटक निष्कंटक
कड़ा मुलायम, नरम
कच्चा पक्वा
कम अधिक, ज्यादा
कमी बेशी
काम आराम, निष्कत्म
काला गोरा
कुत्सा प्रशंसा, स्तुति
कमजोर ताकतवर
काबिल नाकाबिल
कुकर्म सुकर्म
क्रोधी अक्रोधी, प्रस्रन्न
क्रेता विक्रेता
क्रय विकय
कायर निडर
क्रोध क्षमा
कठोर दयालु
खरीद बिक्री
खल सज्जन
खद्य अखाद्य
खिलना मुरझाना
खीजना रीझना
खंडन मंडन
खरा खोटा
खुशी गम
खुश नाखुश, गमगीन, दुखी
खुला बंद
खोलना बाँधना
खुशबु बदबू
खुशकिस्मत बदकिस्मत
खुशनसीब बदनसीब
गगन धरा, पृथ्वी
गत आगत
गणतंत्र राजतन्त्र
गमन आगमन
गरल सुधा, अमृत
गरीब अमीर, धनी
ग्रस्त मुक्त
गहरा छिछला
ज्ञान अज्ञान
ग्राम्य शिष्ट
गुण दोष, अवगुण
गुप्त प्रकट
गुरु लघु, शिष्य
गीला सूखा
गृहस्थ सन्यासी
गृही त्यागी, सन्यासी
गेय अगेय
गोचर अगोचर, गोतीत
गरमी सरदी
गौरव लाघव
ग्राह्य त्याज्य
ग्रस्त मुक्त
गंभीर चंचल
गाढा पतला, तनु
गूढ़ प्रकट
गलत सही
गड़बड़ सही
गौण प्रमुख प्रधान
ग्रहण त्याग
ग्रामीण शहरी
गाँव शहर
ग्रास मोक्ष
ग्राम नगर
गाड़ना उखाडना
गन्दा साफ़
गुणी निर्गुणी, दोषी
गद्य पद्य
गोरक्षक गोभक्षक
घात प्रतिधात
घरेलू बाहरी, वन्य
घर बाहर
घटना बढना
घृणा प्रेम
घटाव जोड़
घटिया बढिया
चढ़ाव उतार
चर अचर
चल अचल
चाह अनचाह
चिन्मय जड़, अचिन्मय
चिर नवीन, अचिर
चिरंतर नश्वर
चेतन अचेतन
चोर साधु
चचल स्थिर
चतुर मुर्ख
चाहा अनचाहा
चालक बेवकूफ
चुस्त ढीला
चय अपचय
चिकना रुखड़ा
चाँदनी अँधेरी
चमकदार चमकहीन
चालू सुस्त, बंद
चिंतत निश्चिन्त
चपल गंभीर
छली, छल निश्छल
छाँह धूप
छूत अछूत
छाया प्रकाश, रोशनी
क्षुद्र महान्
छेद्य अछेद्य
छूट कैद
क्षणिक शाश्वत
जीव निर्जीव
जटिल सरल
जय पराजय
जड़ चेत्तन
जल थल
जवानी बुढ़ापा
जागरण निद्रा
जाग्रत सुषुप्त
जागृति सुषुप्ति
जात परजात
जाड़ा गर्मी
जीवन मरण
जोड़ घटाव
ज्योति तम, तिमिर
ज्वार भाटा
जंगम स्थावर
ज्येष्ठ कनिष्ठ
जेय अजेय
जब तब
जीवित मृत
जल्लाद देवता
जीना मरना
जंगल मरुभूमि
जमीन आसमान
जनता सरकार
जरा जवानी
जीवात्मा परमात्मा
ज्योतिर्मय तपोमय
झूठ सच
झोपडी महल
झूठा सच्चा
झगड़ा मेल, मिलाप
डरपोक निडर, साहसी
ढलना चढ़ना
ढीठ संकोची
ढालवाँ चढ़।व, चढाई
ताप शीत
तम आलोक
तीव्र मंद
तुक्ष महान्
तिमिर प्रकाश, ज्योति
तामसिक सात्विक
तरल ठोस
तरुण वृद्ध
तारीफ शिकायत
तिक्त मधुर
तीक्ष्ण कुँठित
त्तटस्थ पक्षपाती
तृषा तृप्ति
ताप शीत
त्याज्य अत्याज्य
तुकांत अतुकांत
त्यागी स्वार्थी
थोक खुदरा
थोड़ा बहुत
देव दानव
देवता राक्षस
देय अदेय
दुष्ट सज्जन
देवत्व दानवत्व
दिन रात
दिवा रात्रि
दीर्घकाय लघुकाय, कृशकाय, क्षीणकाय
देर सबेर, जल्द
दुराचारी सदाचारी
दंड पुरस्कार
दाता कृपण, कंजूस
दूषित स्वच्छ
दुर्बल सबल
दक्षिण उत्तर, वाम
द्रुत विलंबित
देश परदेश, विदेश
दुर्दिन सुदिन
देहाती शहरी
दुर्गति सद्गति
दुर्भाग्य सौभाग्य
दुर्भाव सद्भाव
दिनचर्या रात्रिचर्या
दोषी निर्दोष
दयालु निर्दय
दुराचारी सदाचारी
दुर्लभ सुलभ
दृढ़ विचलित
दृश्य अदृश्य
दोष गुण
दूश्यकाव्य श्रव्यकाव्य
दीर्घ हस्व
दृदांत शांत
धनी निर्धन, गरीब
धर्म अधर्म
धूप छाँह
धनवान निर्धन, दरिद्र
नूतन पुरातन
न्यून अधिक
नश्वर अनश्वर, शाश्वत
निदा स्तुति
नागरिक ग्रामीण
निर्मल मलिन
निरामिष सामिष
निर्लज्ज सलज्ज
निर्दोष सदोष
निर्माण विनाश
नगर ग्राम
नैसर्गिक कृत्रिम
निष्काम सकाम
निरक्षर साक्षर
नकली असली
नमकहराम नमकहलाल
नया पुराना
नर नारी, मादा
नवीन प्राचीन
निगलना उगलना
निडर डरपोक
नित्य अनित्य
न्याय अन्याय
नगर ग्रामीण
नख शिख
नफा नुकसान
निद्रा जागरण
नेकी बदी
निशीथ मध्याहृ
निषिद्ध विहित
निजी सरकारी, सार्वजनिक
नम शुष्क, खुश्क
नराघम नरोत्तम
नजदीक दूर
नापाक पाक
नद नदी
नज़रबंद नजरमुक्त
नमाज कलमा
नेम कुनेम
नास्तिक आस्तिक
निर्जीव सजीव
निरर्थक सार्थक
निश्चेष्ट सचेष्ट
निषेध विधि
नीरस सरस
नैतिक अनैतिक
पक्ष विपक्ष
पतन उत्थान
पतनोन्मुख विकासोन्मुख
पंडित मूर्ख
परमार्थ स्वार्थ, आत्मार्थ
पराजय जय
पराया अपना
परतंत्र स्वतंत्र
पता खोज, लापता
परिश्रम विश्राम
पवित्र अपवित्र
प्रकट गुप्त
प्रकाश अंधकार
प्रख्यात अख्यात
प्रतीची प्राची
प्रज्ञ मूढ़
प्रतिकूल अनुकूल
प्रत्यक्ष परोक्ष, अप्रत्यक्ष
प्रघान गौण
प्राप्त अप्राप्त
प्रयोग अप्रयोग
प्रलय सृष्टि
प्रवृत्ति निवृति
प्रशंसा निंदा
प्रसाद विषाद, कोप
पनी आग
पाप पुण्य
पालक संहारक
पाश्चात्य पूर्वीय
प्राकृतिक अप्राकृतिक
प्रारंभ अंत
प्रारंभिक अंतिम
पुरातन कूस्वा नवीन
पूर्व पश्चिम, उतर, उपर
पूर्णता अपूर्णता
प्रेम घृणा
पूर्णिमा अमावस्या
पृथु तनु
पुरस्कार तिरस्कार, दंड
पूरा अधुरा
प्रश्न उत्तर
पमुख सामान्य
पूर्ववर्ती परवर्ती, उत्तरवर्ती
परतंत्रता सवतंत्रता
प्राण निष्प्राण
प्रातः सायं
पुष्ट अपुष्ट, क्षीण
पोषक शोषक
प्रसिद्ध अप्रसिद्ध, अज्ञात
पालन संहार, पीड़न
पेट पीठ
प्रदोष प्रत्युष
प्रथम अंतिम
प्रभु भृत्य
प्राय: विरला
प्रारब्ध पौरुष
प्रस्कूटित सकुंचित
पूरब पश्चिम
परोपकारी स्वार्थी
पूर्चाह्न अपराह्न
पर्णकुटी महल, प्रासाद
प्रस्थान आगमन
पहुँचना छूटना, खुलना
परिश्रमी आलसी, कामचोर
पुरुष स्त्री
परकीय स्वकीय
फलदायक निष्कल
फायदा नुकसान
फैला सिमटा, सिकुड़ा
बंधन मुक्ति, मोक्ष
बलवान बलहीन
बहिरंग अंतरंग
बाहूय अभ्यतर
बाढ़ सूखा
बर्बर सभ्य
बच्चा बुढा
बढ़िया घटिया
वुरा भला
बालक वृद्ध
बुराई भलाई
बहार पतझड़, खिजाँ
बाहर भीतर
बसाना उजाड़ना
बनाना बिगाडना
बीमार नीरोग, स्वस्थ
बहिस्कार स्वीकार, अंगीकार
बुरिद्वमान बुद्धिहीन, मूखं
बेगम बादशाह
बली निर्बल
वैर मित्रता, दोस्ती
वृहत लघु
ब्रह्म जीव
बिना साथ
बहुत थोडा
भद्र अभद्र
भय साहस
भला बुरा
भारतीय अभारतीय, विदेशी
मारी हलका
भूत भविष्य
भेद अभेद
भौतिक आध्यात्यिक
भाव अभाव
भोगी योगी
भूलोक द्युलोक
भोक्ता भोग्य
भर्ता भृत्य, भार्या
भक्ष्य भक्षक
भक्षक रक्षक
भूमा अल्पत्ता
भरा खाली
भाग्य अभाग्य
मानव दानव
मूक वाचाल, मुखर
मृदुल कठोर, निर्मम
मुख पृष्ठ, प्रत्तिमुख
महात्मा दुरात्मा
मिलन विरह
मृत जीवित
महत् तुच्छ, क्षुद्र, लघु
मुनाफा नुकसान
मंगल अमंगल
मधुर कटु
मालिक नौकर
मित्र शत्रु
मीठा तीखा
मुख्य गौण
मृत्य अमृत्य, अमर
मनुज दनुज
मसृण रूक्ष
माता पिता
मान अपमान
मेहनती आलसी
मोक्ष बंधन
मेल बेमेल, झगडा, फूट
मनुष्य पशु, राक्षस
मनुष्यता पशुत्ता
महँगा सस्ता
मौन मुखर
मोटा पत्तला
मिटटी सोना
मोघ अमोघ
मामूली गैरमामूली
मुमकिन नामुमकिन
मलिन निर्मल
मिथ्या सत्य
मितव्ययी अपव्यथी
मौखिक लिखित
मरना जीना
मोहयुक्त निर्मोही
बालिका वृद्धा
यथार्थ कल्पित. कल्पना
यहाँ वहाँ
यश अपयश
योग वियोग
युद्ध शांति
योगी भोगी
योग्य अयोग्य
युवक वृद्ध, जठर
युवा बुढा, वृद्ध
राजतंत्र जनतंत्र, प्रजातंत्र
रत विरत
रागी विरागी
राग विराग
रचना ध्वंस
रूपवान कृरूप
रिक्त पूर्ण
राजा रंक, प्रजा
राम रावण
रेगिस्तान नखलिस्तान
रोगी नीरोग
राति रक
रंगीन रंगहीन. बेरंग
रोपण उन्मूलन
रुग्ण नीरोग
लधु दीर्घ, महत्
लौकिक अलौकिक
लिप्त अलिप्त
लुप्त प्रकट
लाभ हानि
लिखित मौखिक
लेन देन
लौह स्वर्ण
लोभ त्याग
लोक परलोक
लालची संतुष्ट
लगाव विलगाव, अलगाव
लेना देना
लज्जाशील निर्लज
वक्र सरल, ऋजु
वन मठ
वसंत पतझड़
वहिष्कार स्वीकार, अंगीकार
व्यर्थ अव्यर्थ, सार्थक
वयष्टि समष्टि
वाद प्रतिबाद
वृद्ध बालक
वृद्धि हास
वृष्टि अनावृष्टि
वृहत लघु, क्षुद्र
विकर्षण आकर्षण
विजय पराजय
विपति संपति
विधवा सधवा
विधि निषेध
विपन्न संपन्न
विमुख उन्मुख
वियोग संयोग
विरत निरत, रत
विरह मिलन
विवाद निर्णय, निर्विवाद
विशालकाय लधु.
विशिष्ट साधारण
विस्वास अविस्वास
विश्लेषण संलेषण
विशेष सामान्य
विष अमृत
विसर्जन सर्जन
वैमनस्य सौमनस्य
वैतनिक अवैतनिक
वीर कायर
व्यस्त अकर्मण्य, अव्यस्त
व्यावहारिक अव्यावहारिक
विपद सम्पद
विकर्ष आकर्ष
विहित निषिद्ध
विस्तीर्ण संकीर्ण
वाग्मी अल्पभाषी, मितभाषी
वैध अवैध
वैधानिक अवैधानिक
विकासशील अविकासशील
विकसित अविकसित
विद्वान मुर्ख
व्यक्ति समाज .
व्यास समास
वाचाल मूक
वैभव दरिद्रत्ता
विरोध समर्थन
बैर मित्रत्ता
विशुद्ध दूषित
विश्राम काम
विपुल न्यून
विश्वासी अविश्वासी
विलास तपस्या
वादी प्रतिवादी
विफलता सफलता
शत्रु प्रित्र
शांति अशांति, क्रांति
शाकाहारी मांसाहारी
शाम सुबह
शासक शासित
शिष्ट अशिष्ट
शीत उष्ण

विलोम कैसे बनाते हैं?

एक-दूसरे के विपरीत या उल्टा अर्थ देने वाले शब्दों को, vilom shabd कहते है अर्थात् जो शब्द किसी दूसरे शब्द का उल्टा अर्थ बताते हैं, उन्हें विलोम शब्द या विपरीतार्थक शब्द या विरुद्धार्थी शब्द कहते है। जैसे- हार- जीत, आय- व्यय, आजादी- गुलामी, नवीन- प्राचीन आदि।

विलोम शब्द कैसे होता है?

किसी शब्द का विलोम शब्द उस शब्द के अर्थ से उल्टा या विपरीत अर्थ वाला होता है।

विलोम शब्द कितने प्रकार के होते हैं?

विलोम शब्द किसे कहते है – परिभाषा, प्रकार एवं 1000+ उदाहरण | विरोधार्थी शब्द.
विलोम शब्द का अर्थ – जब कोई एक शब्द किसी दूसरे शब्द का उल्टा या विपरीत अर्थ व्यक्त करे तो उसे विलोम शब्द कहा जाता है। ... .
(1) लिंग परिवर्तन के द्वारा बनने वाले विलोम शब्द.
(2) विभिन्न जातीय शब्दों के अनुसार बनने वाले विलोम शब्द.

100 का विलोम शब्द क्या है?

100 महत्वपूर्ण विपरीत अर्थ वाले/विलोम शब्द हिंदी में। 100 अतिशय महत्वाचे विरुद्धार्थी शब्द हिंदीमध्ये।