विकर्ण सम्बन्ध क्या है एक उदाहरण देकर स्पष्ट करो? - vikarn sambandh kya hai ek udaaharan dekar spasht karo?

इसमें सदिश योग का समांतर चतुर्भुज नियम को विस्तार पूर्वक वर्णित किया गया है। इसके अंतर्गत चित्र भी शामिल किया गया है ताकि इसे समझने में आसानी हो सके। यह चतुर्भुज नियम नोट्स खासकर कक्षा 11 के students के लिए बनाया गया है।

सदिशों के योग का समांतर चतुर्भुज नियम

इस नियम के अनुसार यदि दो सदिशों को परिमाण व दिशा में किसी समांतर चतुर्भुज की दो संगलन भुजाओं से निरूपित किया जाता हो, तब इन सदिशों का परिणामी, परिमाण व दिशा में समांतर चतुर्भुज के विकर्ण द्वारा निरूपित होगा। लेकिन विकर्ण उसी बिंदु पर खींचा गया हो जिस पर दो संगलन भुजाएं खींची गई हैं। इसे सदिशों के योग का समांतर चतुर्भुज नियम कहते हैं।
इसे भी पढ़ें.. सदिशों के योग का त्रिभुज नियम

माना दो सदिश \overrightarrow{A} \overrightarrow{B} हैं इनका परिमाण व दिशा, समांतर चतुर्भुज की दो संगलन भुजाओं OP व OS से निरूपित किया गया है। यह दोनों सदिश परस्पर θ कोण पर झुके हैं।
तब इन सदिशों का परिणामी \overrightarrow{R} , परिमाण व दिशा में त्रिभुज के विकर्ण द्वारा निरूपित होगा। चित्र से स्पष्ट है

सदिशों के योग का समांतर चतुर्भुज नियम

अब परिणामी \overrightarrow{R} का परिमाण ज्ञात करने के लिए भुजा OP को आगे बढ़ाकर उस पर बिंदु Q से लंब खींचा जाता है। तो
OP = QS = A
OS = PQ = B
OQ = R

अब ∆ONQ में
(कर्ण)2 = (लंब)2 + (आधार)2
(OQ)2 = (ON)2 + (QN)2
(OQ)2 = (OP + PN)2 + (QN)2
(OQ)2 = (OP)2 + (PN)2 + 2(OP)(PN) + (QN)2
चूंकि ∆PNQ में (PN)2 + (QN)2 = (PQ)2 है तब उपरोक्त समीकरण से
(OQ)2 = (OP)2 + (PQ)2 + 2(OP)(PN) समी.①
अब समकोण ∆PNQ में
cosθ = आधार/कर्ण = PN/PQ
तथा PN = PN cosθ
PN का मान समी.① में रखने पर
(OQ)2 = (OP)2 + (PQ)2 + 2(OP)(PN cosθ)
चूंकि शुरू में ही ज्ञात था कि OP = A, PQ = B तथा OQ = R है तो समीकरण
R2 = A2 + B2 + 2ABcosθ
दोनों ओर वर्गमूल करने पर
\footnotesize \boxed { R = \sqrt{A^2 + B^2 + 2ABcosθ} }

पढ़ें… 11वीं भौतिक नोट्स | 11th class physics notes in Hindi

अतः इस समीकरण द्वारा चतुर्भुज की दो संगलन भुजाओं के मान से उनका परिणाम \overrightarrow{R} का परिमाण ज्ञात किया जा सकता है।

अब परिणामी \overrightarrow{R} की दिशा ज्ञात करने के लिए सदिश \overrightarrow{A} की दिशा में α कोण बनाते हैं। तब
tanα = लंब/आधार = QN/ON = QN/(OP + PN)
अब OP = A तथा PN = Bcosθ एवं QN = Bsinθ होगा। तो
\footnotesize \boxed { tanα = \frac{Bsinθ}{A + Bcosθ} }
यही सदिशों के योग का समांतर चतुर्भुज नियम का सूत्र है।

विकर्ण सम्बन्ध किसे कहते हैं?

By Raj Vimal|Updated : September 12th, 2022

विकर्ण सम्बन्ध आवर्त सारणी के दुसरे और तीसरे तत्वों (प्रथम 20 तत्वों) के बीच सम्बन्ध होता है। उदाहरण के लिए लिथियम (Li) और मैग्नीशियम (Mg), बोरॉन (B) और सिलिकॉन (Si), बेरिलियम (Be) और एल्युमिनियम (Al), आदि। इन जोड़ो के गुण सामान होते हैं। जैसे कि बोरॉन और सिलिकॉन दोनों का ही गुण अर्धचालक हैं। वहीँ लिथियम (Li) और मैग्नीशियम (Mg) के इलेक्ट्रोनेगेटिव मान और आकार सामान होते हैं।

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आवर्त सारणी क्या है?

रसायनशास्त्र में रसायन तत्वों को क्रम से सजाने वाली वह सारणी जहाँ सभी तत्वों को उनके परमाणु भार, इलेक्ट्रान विन्यास के आधार पर क्रम से सजाया जाए। शुरू में जब आर्वत सारणी की खोज हुई तो बहुत ही कम तत्व होते थे। धीरे-धीरे तत्वों की खोज होती रही और वर्तमान में कुल तत्वों की संख्या 118 है। 

Summary

विकर्ण सम्बन्ध किसे कहते हैं?

विकर्ण सम्बन्ध, रसायनशास्त्र के आवर्त सारणी के दुसरे और तीसरे आवर्त के तत्वों के सामान गुणों को कहते हैं। इसके उदाहरण शुरू के 20 तत्वों तक ही सीमित है। जैसे कि बोरॉन (B) और सिलिकॉन (Si), बेरिलियम (Be) और एल्युमिनियम (Al), आदि।

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विकर्ण संबंध से आप क्या समझते हैं उदाहरण सहित स्पष्ट कीजिए?

Explanation: लघु आवर्त में द्वितीय आवर्त के तत्व तृतीय आवर्त के अगले समूह के तत्व से गुणों में समानता प्रदर्शित करते हैं, इसे विकर्ण सम्बन्ध कहते हैंउदाहरण- Li, Mg से तथा Be, Al से विकर्ण सम्बन्ध प्रदर्शित करता है।

विकर्ण सम्बन्ध क्या है in Hindi?

विकर्ण सम्बन्ध, रसायनशास्त्र के आवर्त सारणी के दुसरे और तीसरे आवर्त के तत्वों के सामान गुणों को कहते हैं। इसके उदाहरण शुरू के 20 तत्वों तक ही सीमित है। जैसे कि बोरॉन (B) और सिलिकॉन (Si), बेरिलियम (Be) और एल्युमिनियम (Al), आदि।

विकर्ण संबंध से आप क्या समझते हैं क्या यह एक आवधिक गुण है Li और MG के विकर्ण संबंध की व्याख्या करें?

वर्ग में ऊपर से नीचे जाने पर परमाणु का आकार बढ़ता जाता है तथा आवर्त में बाए से दायें जाने पर परमाणु का आकार कम होता जाता है अत:विकर्ण स्थिति में जाने पर परमाणु का आकार लगभग समान होता है इसलिए लिथियम व मैग्नीशियम के आकार लगभग समान होने के कारण इनके गुण समान होते है।

विकर्ण संबंध क्या है दीर्घा का आवर्त सारणी में कितने आवर्त हैं?

आधुनिक आवर्त सारणी को आवर्त सारणी का दीर्घ रूप भी कहते हैं। इसमें 18 वर्ग (ग्रुप) तथा 7 आवर्त (पिरियड) हैं