Ushm Vyanjan Kya hai: दोस्तो आज हम इस पोस्ट में उष्म व्यंजन के बारे में जानेंगे ऊष्म व्यंजन किसे कहते है, इसकी परिभाषा क्या है, और यह कितने प्रकार का होता है? वर्णों के उच्चारण करते समय सांस लेने की प्रबलता होती है और मुंह से विशेष प्रकार की ऊष्मा यानि कि गर्म वायु निकलती हो, उसे ऊष्म व्यंजन कहते हैं. लेखन के आधार पर व्यंजन चार प्रकार होते हैं, स्पर्श, अन्तस्थ, उष्म और संयुक्त व्यंजन। हिंदी वर्णमाला में कुल 4 वर्णों को ऊष्म व्यंजन के रूप में माना जाता है। जो की निम्नलिखित हैं, जैसे; स ,श ,ष और ह। ऊष्म व्यंजन के उदाहरण
Also Read This
उष्म व्यंजन के उदाहरण और उनके उच्चारणश (तालव्य)उदाहरण — शंकालु, शंक। उच्चारण स्थान — तालु। ष (मूर्धन्य)उदाहरण — षष्ठ, षड्यंत्र। उच्चारण स्थान — तालु का मूर्धा भाग। ह (स्वरयंत्रीय)उदाहरण — हाथी, हार। उच्चारण स्थान — स्वरयंत्र। स (वर्त्स्य)उदाहरण — साथ, सबा। उच्चारण स्थान — दंतमूल। Conclusionदोस्तों, हमें पूर्ण आशा हैं कि, इस पोस्ट को अंत तक पढ़ने के पश्चात आप समझ गए होंगे कि, उष्म व्यंजन किसे कहते हैं? Usm Vyanjan Kya Hai? उष्म व्यंजन की संख्या कितनी होती हैं? Ushm Vyanjan Kitne Hain? ऊष्म व्यंजन कौन कौन से होते हैं?हिंदी वर्णमाला में कुल 4 वर्णों को ऊष्म व्यंजन के रूप में माना जाता है। जो की निम्नलिखित हैं, जैसे; स ,श ,ष और ह।
उसमें व्यंजन कितने होते हैं?हिंदी में वर्णों (स्वर और व्यंजन) की कुल संख्या 52 है, जिसमें 11 स्वर और 41 व्यंजन होते हैं। इन वर्णों के व्यवस्थित एवं क्रमबद्ध समूह को वर्णमाला कहते हैं। वर्ण हिन्दी भाषा में प्रयुक्त सबसे छोटी इकाई होती है।
संस्कृत में ऊष्म व्यंजन कितने हैं?श ष ह का सामूहिक नाम ऊष्म है।
|