धतूरे के बीज खाने से क्या हो जाता है - dhatoore ke beej khaane se kya ho jaata hai

नई दिल्ली। भोलेनाथ को धतूरा बहुत पसंद है। शरीर पर भस्म रमाने वाले इस बैरागी को धतूरा अर्पण करने से दुखों से छुटकारा मिलता है। मगर क्या आपको पता है शिव जी की ये प्रिय चीज महज किस्मत को चमकाने में ही नहीं, बल्कि बीमारियों ( diseases ) से छुटकारा दिलाने में भी कारगर है।

प्रतापगढ़ : फल समझकर धतूरा खाने से तीन युवकों की हालत बिगड़ गई। हालत गंभीर होने पर तीनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। तीनों युवक देहरादून के रहने वाले थे और जमात में प्रतापगढ़ आए थे।

देहरादून जिले के डमरानी विकास नगर निवासी शेर खान (20) पुत्र मेहंदी हसन, अरशद खान (22) व आमिर खान (20) पुत्र लियाकत अली अपने ग्यारह साथियों संग चार माह के लिए जमात में जिले के जेठवारा थानाक्षेत्र के मकई मझवारा स्थित मदरसे में आए थे। दस दिन बाद उन्हें वापस देहरादून जाना था। शनिवार को सुबह उक्त तीनों शौच को गए थे। वहां से वापस लौटते समय मस्जिद के सामने स्थित धतूर के पेड़ से उसका बीज फल समझ कर खा लिया। शुरू में तो उन्हें यह फल अच्छा लगा, लेकिन धीरे धीरे जब धतूर के बीज ने अपना असर दिखाना शुरू किया तो तीनों झूमते हुए वापस लौटे। उन्हें देखकर वहां के लोग परेशान हो उठे। तीनों लोगों को संभालने में लोगों के पसीने छूट गए। नशे की हालत में उनमें बल भी बढ़ गया था। जब तीनों युवकों की हालत और बिगड़ने लगी तो उन्हें जिला अस्पताल लाया गया। इलाज के दौरान अस्पताल में भी लगभग एक दर्जन लोग उन्हें संभालने में लगे रहे। तीनों बिस्तर से उठकर भागने का प्रयास करते रहे।

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इनसेट : पहली बार देखा था धतूरा

प्रतापगढ़ : देहरादून के रहने वाले शेरखान, अरशद खान और आमिर खान ने पहली बार बेल्हा में धतूरे का पेड़ देखा तो वे इसे फल समझ बैठे और उसका स्वाद चखने लगे। धतूरे का बीज खाने के बाद से ही उनकी हालत बिगड़ने लगी और वे बेकाबू होकर इधर उधर भागने लगे। साथ आए लोगों ने बताया कि उन्हें संभालना जब मुश्किल हो गया तो कुएं की रस्सी से बांधा गया। तब कहीं जाकर उन्हें जिला अस्पताल लाया जा सका।

पिछले कुछ सालों में खान पान की चीजों में मिलावट परेशानी का सबब है. रोजमर्रा की जरूरत की चीजें जैसे सब्जियां, दूध, मसाले या फिर पैक्ड फूड आइटम्स ही क्यों ना हो, हर चीज में मिलावट की जा रही है. हैरानी की बात यह है कि तमाम खाने -पीने की चीजों में होने वाली मिलावट इतनी बारीक होती है, कि आम इंसान के लिए ये पता लगाना मुश्किल है कि असली क्या और नकली क्या.. ऐसे में FSSAI ने जनता को इसके बारे में जागरूक करने और खाद्य में मिलावट की जांच के लिए ट्विटर पर #DetectingFoodAdulterants अभियान चलाया है. 

अनाज में धतूरा मिलाते हुए वीडियो

FSSAI का मकसद आम लोगों को घर पर खाने पीने की चीजों में मिलावट का पता लगाने के लिए जागरूक करना है. इसके तहत हर हफ्ते एक नया टेस्ट शेयर करता है, जिससे आपको यह जांचने में मदद मिलती है कि आपका भोजन मिलावटी है या नहीं.  हाल ही में FSSAI ने ट्विटर पर अनाज में "धतूरे" की मिलावट की पहचान करने का एक वीडियो शेयर किया है.

FSSAI ने ऐसा इसलिए किया है क्योंकि आजकल अनाज में धतूरे जैसे हानिकारक पदार्थ की मिलावट की जा रही है, जो मानव शरीर के लिए खतरनाक साबित हो सकती है. 

धतूरा एक  खतरनाक जहर फिर सेहत के लिए फायदेमंद कैसे?

विशेषज्ञों के मुताबिक, धतूरा नौ प्रजातियों के जहरीले वेस्परटाइन फलों वाले पौधों की एक प्रजाति है, जो नाइटशेड परिवार सोलानेसी से ताल्लुक रखता है. धतूरे का इस्तमेाल आमतौर पर धार्मिक अनुष्ठानों के लिए किया जाता है और इसका हर हिस्सा जहरीला होता है. वैसे जहरीला होने के बावजदू भी यह आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद है. बवासीर, जोड़ों में दर्द, गठिया जबकि कफ और जुकाम को दूर करने के लिए भी सदियों से धतूरे का इस्तेमाल किया जाता रहा है. इसे कई तरह के तेलों के साथ मिलाकर अगर शरीर पर लगाया जाए, तो यह दर्द से राहत दिलाता है. 

लेकिन अनजाने में भी अगर धतूरे को खा लिया जाए तो मौत भी हो सकती है. धतूरे के सेवन से मुंह सूखना, पुतलियों का बढ़ना, नजर का धुंधला होना, सांस लेने में तकलीफ, घबराहट जैसी समस्या होने लगती है. 

अनाज में धतूरे की मिलावट की ऐसे करें पहचान

अनाज में धतूरे की मिलावट का पता लगाने के लिए एक कांच की प्लेट में थोड़ा सा अनाज लें.
धतूरा के चपटे किनारे वाले काले-भूरे रंग के बीजों की जांच करें.
असली और शुद्ध अनाज में धतूरे के बीज नहीं होंगे. जबकि नकली अनाज में धतूरे के इन बीजों को देखा जा सकता है. 

अनाज में मिलावट है या नहीं, इसकी पहचान करने के लिए इस टेस्ट को घर बैठे जरूर आजमाएं. आप को अगर अनाज में मिलावट का जरा भी संदेह है, तो आप दुकान या स्टोर पर भी यह टेस्ट आसानी से कर सकते हैं. 

वैसे तो दुनिया में कई अलग-अलग प्रकार की बीमारियां हैं जिनसे हमारी जान भी जा सकती है लेकिन कई समस्याएं ऐसी होती है जो कि हमारे किसी गलत चीज के सेवन के कारण होती है और इनसे हमारी जान जा सकती है आप सभी को पता हो कि हमारे धरती के ऊपर ऐसी अनेक जड़ी बूटियां है जो कि हमारे लिए बहुत फायदेमंद होती है.

लेकिन हमारी धरती के ऊपर कुछ ऐसे पेड़ पौधे भी जो कि हमारे लिए जानलेवा साबित हो सकते हैं इसलिए हमें इन सभी पौधों से बच कर रहना चाहिए तो इस ब्लॉग में हम ऐसे ही एक पौधे के बारे में बातें करने वाले हैं इस ब्लॉग में हम आपको धतूरा के पौधे के जहर के बारे में बताएंगे धतूरा के पौधे को निकलने पर होने वाले दुष्प्रभाव इसके कारण लक्षण बचाव व उपचार आदि के बारे में बात करने वाले हैं.

धतूरे के बीज खाने से क्या हो जाता है - dhatoore ke beej khaane se kya ho jaata hai

Table of Contents

  • धतूरे के पौधे का जहर
  • कारण
  • लक्षण
  • उपचार

धतूरे के पौधे का जहर

धरती के ऊपर कई ऐसे पेड़ पौधे हैं जिनका सही तरह से उपयोग करने पर हमारे लिए बहुत फायदेमंद होते हैं लेकिन अगर इन चीजों का गलत तरीके से इस्तेमाल किया जाए तो इससे हमारी जान भी जा सकती है या हमारे शरीर पर इससे बहुत सारे बुरे दुष्प्रभाव पड़ सकते हैं धतूरे का पौधा भी एक ऐसा ही पौधा है धतूरे का पौधा हमारे आसपास की है खाली पड़े खेत या खाली जगह में होता है धतूरा एक बहुत ही खतरनाक और जहरीला पौधा होता है इसके ऊपर खतरनाक जहरीले बीज, फूल होते हैं जो की बहुत सारी दवाइयों को बनाने में इस्तेमाल किया जाता है वैसे तो धतूरा हमारे लिए फायदेमंद होता है

अगर हम इसका सही तरीके से इस्तेमाल करें करते हैं लेकिन बहुत सारे लोग इसका गलत इस्तेमाल करते हैं अपराधी, चोर, लुटेरे, डाकू हत्यारे जैसी प्रवृत्ति के लोग इस पौधे का गलत फायदा उठा कर दूसरों की जान भी ले लेते हैं क्योंकि कई लोग इस पौधे के बीजों को खाने की चीजों में मिलाकर दूसरों को दे देते हैं जिनसे कई बार रोगी की जान चली जाती है और अगर किसी इंसान की जान नहीं जाती तब भी उसके शरीर पर इसके खाने से कई प्रकार के अलग-अलग दुष्प्रभाव दिखाई देते हैं और उसको कई अलग-अलग समस्याएं होने लगती है

कारण

अगर किसी इंसान के शरीर में धतूरे के पौधे की के दुष्प्रभाव के कारणों के बारे में बात की जाए तो इस समस्या के कई अलग-अलग कारण हो सकते हैं लेकिन इसका मुख्य कारण रोगी के शरीर में धतूरे के पौधे या उसके बीजों का जाना होता है जैसे रोगी का अनजाने में इसके पौधे या बीजों का खाना, अपराधी प्रवृत्ति के लोगों का किसी चीज में मिलाकर किसी इंसान को इसके पौधे या बीजों खिला देना, किसी दवाई के रूप में इस्तेमाल करने पर इसकी मात्रा कम या ज्यादा होना, बिना किसी से जानकारी लिए इसकी दवाइयां आदि बनाना या इसके खाने पर रोगी के शरीर में एलर्जी होना आदि इसके कई अलग-अलग कारण होते हैं जिनसे रोगी के शरीर में धतूरे का जहर फैल जाता है और इससे रोगी की मृत्यु भी हो सकती है

लक्षण

अगर कोई इंसान गलती से धतूरे के पौधे या उसके बीज को खा लेता है तब रोगी में इसके कई अलग-अलग लक्षण भी दिखाई देते हैं जिससे रोगी इसको आसानी से पहचान सकता है जैसे खाने के लगभग 30 मिनट बाद रोगी का मुंह, गला बिल्कुल शुष्क हो जाते हैं,रोगी का मुंह कड़वा हो जाता है रोगी के पेट में जलन व दर्द होने लगता है, रोगी को खाने पीने बोलने व निगलने में दिक्कत होने लगती है, इसके अलावा रोगी को चक्कर आना, रोगी का चेहरा लाल होना और बेहोशी की हालत भी हो सकती है, रोगी की त्वचा बिल्कुल शुष्क और गरम हो जाती है, रोगी के शरीर का तापमान अचानक बढ़ने लगता है, रोगी की मांसपेशियां बिल्कुल ढिल्ली नजर आने लगती है,

रोगी की आंखों की पुतलियां फैलने लगती है, रोगी को धीरे धीरे नींद आने लगती है, रोगी को देखने में परेशानी होती है, एक चीज रोगी को दो दिखाई देने लगती है, रोगी को घुटन व उल्टी की समस्या होने लगती है, रोगी की नाड़ी की गति सामान्य से बढ़ जाती है या कई बार रोगी की नाड़ी की गति कम हो जाती है, रोगी को बार-बार उठ कर भागने का मन करता है, रोगी के हाथ पैरों में कंपन होने लगती है, धीरे-धीरे इसके जहर का असर होने पर रोगी को सांस लेने में भी तकलीफ होने लगती है, अगर कोई इंसान ज्यादा मात्रा में इसका सेवन कर जाता है कर लेता है तब उससे रोगी की मृत्यु भी हो सकती है इसके अलावा अगर किसी इंसान को 2 से 3 घंटे के बीच में उपचार दिया जाए तो उसको बचाया भी जा सकता है

उपचार

अगर कोई इंसान गलती से धतूरे के पत्ते या उसके बीजों को खा लेता है तब उसके शरीर में काफी समय तक इसका प्रभाव देखने को मिलता है और उसके शरीर में अलग-अलग बदलाव भी आते हैं लेकिन इसका नशा उतरने के बाद भी रोगी में इस समस्या के कई लक्षण दिखाई देते हैं जैसे रोगी का बहकी बहकी बातें करना, रोगी का डिप्रेशन में चला जाना, रोगी को का स्वभाव चिड़चिड़ा होना आदि इसलिए कोई भी इंसान गलती से इसके बीजों या पत्तों को खा लेता है तो उसको जल्दी से जल्दी तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए डॉक्टर आपको कम करने के लिए अलग-अलग प्रकार की दवाइयां देते हैं

बहुत सारे लोग इस पौधे के पत्तों के बीजों को नशे के तौर पर इस्तेमाल करते हैं क्योंकि इसका नशा ड्रग्स की कैटेगरी में आता है और अपराधी प्रवृत्ति के लोग इसका बड़ी चाव से इस्तेमाल भी करते हैं इसलिए अगर आप इसके पत्तों व बीजों का सेवन करते हैं तब आपको इससे कोई भी फायदा नहीं पहुंचने वाला इससे आपके शरीर में कई अलग-अलग समस्याएं उत्पन्न होगी और इससे आपकी जान भी जा सकती है

हालांकि यह पौधा एक ऐसा पौधा है जिसका कई प्रकार की अलग-अलग दवाइयों को बनाने में इस्तेमाल किया जाता है और यह हमारे लिए बहुत फायदेमंद भी होता है लेकिन सीधा इस पौधे के पत्तों में बीजों का इस्तेमाल करना हमारे लिए हानिकारक ही होता है

धतूरे के पत्तों बीजों का सेवन करने से क्या-क्या दुष्प्रभाव होते हैं धतूरा के फायदे और नुकसान धतूरे का पेड़ घर में लगाना चाहिए धतूरा खाने से क्या आदमी मर जाता है धतूरे का सेवन कैसे करें धतूरा के फूल के फायदे क्या धतूरा जहर है छोटा धतूरा के फायदे धतूरा खाने से क्या नुकसान होता है

धतूरे के कितने बीज खाने से मौत हो जाती है?

यदि आप धतूरा के बीज को आधे या एक चम्मच तक खा लेते हैं तो आपकी मौत हो सकती है।

धतूरे के बीज को पीसकर खाने से क्या होता है?

आयुर्वेद के मुताबिक धतूरे में मौजदू औषधिय गुण घाव में बचाने और शारीरिक क्षमता बढ़ाने में मदद करते हैं. पुरुषों के लिए धतूरे (Dhatura) का सेवन करना किसी वरदान से कम नहीं है. इससे उनकी शारीरिक क्षमता (Physical Power) बढ़ती है. इसके सेवन के लिए लौंग और धूतरे के बीज को बराबर मात्रा में पीस लें.

धतूरे के बीज से क्या फायदा है?

health benefits of datura : काले धतूरे के बीज के प्रयोग से वायरल बुखार से छुटकारा मिलता है.
जिन लोगों को दमा की शिकायत है उनके लिए धतूरा लाभकारी होता है। ... .
जोड़ों के दर्द से राहत पाने में भी धतूरा उपयोगी साबित होता है।.

Dhatura कितना जहर होता है?

यह रसायन अत्याधिक जहरीला होता है। पर एक अच्छी बात यह है, कि इस हेतु सेव के एक कप भर के ( लगभग 200) बीज पीस कर खाने होंगे, तभी इंसान को मारने लायक हायड्रोजन सायनाइड उत्पन्न हो सकेगा। अत: अगर कभी आप गलती से एक दो बीज खा भी लें तो डरें नही आपको पता भी नही चलेगा।