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1 14 सितंबर को क्यों मनाया जाता है हिंदी दिवस, जानें क्या है इतिहास और महत्व 2 Why Hindi Day is celebrated on 14th September, know what is the history and importance 3 भारत की राज भाषा 4 पहला हिंदी दिवस कब मनाया गया था 5 14 सितंबर को कौन सा दिवस मनाया जाता है 6 हिंदी दिवस पर क्या बोले 7 हिंदी दिवस कैसे मनाया जाता है 14 सितंबर को क्यों मनाया जाता है हिंदी दिवस, जानें क्या है इतिहास और महत्व Why Hindi Day is celebrated on 14th September, know what is the history and importance
साल 1918 में महात्मा गांधी ने एक हिंदी साहित्य सम्मेलन के दौरान हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने के लिए कहा था। भारत के पहले प्रधान मंत्री जवाहरलाल नेहरू ने 1949 से शुरू होकर हर साल 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाने का फैसला किया। 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस भी मनाया जाता है। हर साल 14 सितंबर को स्कूल, कॉलेजों, शिक्षण संस्थानों में हिन्दी दिवस के अवसर पर निबंध प्रतियोगिता, वाद-विवाद प्रतियोगता, कविता पाठ, नाटक समेत अन्य लेखन प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है। भारतीय संविधान के अनुच्छेद 343 के तहत हिंदी को आधिकारिक भाषा के रूप में मान्यता दी गई है। खड़ी बोली यानी हिंदी में लिखी गई पहली कहानी इंदुमती थी. इसे किशोरीलाल गोस्वामी ने लिखा था. पहली बार 14 सितंबर 1953 को पहले बार हिंदी दिवस मनाया गया था। भारत की राज भाषाभारत की राजभाषा ‘हिन्दी‘ और लिपि देवनागरी है. साल 1953 से हिन्दी के प्रचार-प्रसार के लिए हर साल 14 सितंबर को हिन्दी दिवस मनाने की शुरुआत हुई. इस दिन संविधान सभा ने 14 सितंबर 1949 को हिंदी को राजभाषा घोषित किया. वहीं राष्ट्रभाषा प्रचार समिति की सिफारिश के बाद से 14 सितंबर 1953 से हिंदी दिवस मनाया जाने लगा
पहला हिंदी दिवस कब मनाया गया था 14 सितंबर 1949 को, संविधान सभा ने देवनागरी लिपि में लिखी गई हिंदी को भारत की आधिकारिक भाषा के रूप में स्वीकार कर लिया। मुख्य उद्देश्य इस दिन को मनाना और भाषा के मूल्य पर जोर देना था। यह भी पढ़ें ? 14 सितंबर को कौन सा दिवस मनाया जाता है देश में राजभाषा हिन्दी को बढ़ावा देने के लिए हर साल 14 सिंतबर को हिन्दी दिवस के रूप में मनाया जाता है. इस दिन को मनाने का मकसद लोगों में हिन्दी भाषा के प्रति जागरूकता लाना है. हिंदी दिवस पर क्या बोले काला नमक का उत्पादन किस देश ने किया? भारत में विभिन्न भाषाएं बोली जाती हैं, लेकिन सबसे ज्यादा हिंदी भाषा बोली, लिखी व पढ़ी जाती है। वर्ष 1949 में हिंदी को हमारे देश में सर्वोच्च दर्जा प्राप्त हुआ और तब से हिंदी को हमारी राष्ट्रभाषा माना जाता है। यह भी पढ़ें ? पहले मुर्गी आई या अंडा| हिंदी दिवस कैसे मनाया जाता है यह कारण है कि हर साल 14 सितंबर को ही हिंदी दिवस मनाया जाता है। सबसे पहले इस तारीख को देश के पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने चुना था। राष्ट्रभाषा प्रचार समिति की सिफारिश के बाद से ही 1953 के बाद से हर साल 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाने लगा। एक भाषा को राजभाषा घोषितकरना था बेहद मुश्किल था| आज 14 सितंबर 2022 को पूरा देश हिंदी दिवस 2022 मना रहा है. भारत समेत दुनिया के कुछ हिस्सों में भी इस दिन हिंदी सम्मान में कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. लेकिन इन सबके लिए 14 September ही क्यों? हम हर साल 14 सितंबर को ही Hindi Diwas क्यों मनाते हैं? इस तारीख में ऐसा क्या खास छिपा है? आखिर हमारे इतिहास में इस तारीख को ऐसा क्या हुआ था? आज के मौके पर जान लीजिए इन सभी सवालों के जवाब. साथ ही हिंदी से जुड़े कुछ और फैक्ट्स भी. महात्मा गांधी ने कहा था- ‘हिंदी के बिना मैं गूंगा हूं.’ वहीं, बाल गंगाधर तिलक ने कहा था- ‘मैं उन लोगों में से हूं जो चाहते हैं और जिनका विचार है कि हिंदी ही भारत की राष्ट्रभाषा हो सकती है.’ हालांकि हिंदी आज भी भारत की राजभाषा ही है, राष्ट्रभाषा नहीं. हिंदी के लिए 14 सितंबर की तारीख बेहद खास है. इसके दो अहम कारण हैं. इसका जवाब देते हुए सबसे पहला नाम आता है व्योहार राजेंद्र सिंह का. इतिहास बताता है कि Beohar Rajendra Simha ने कुछ अन्य लोगों जैसे- हजारी प्रसाद द्विवेदी, काका कालेलकर, मैथिली शरण गुप्त और सेठ गोविंद दास के साथ मिलकर हिंदी के लिए लड़ाई लड़ी थी. इनकी कोशिशों के कारण ही हिंदी को भारत में आधिकारिक भाषा का दर्जा मिल सका. जब भारत का संविधान तैयार हो रहा था, तो हमारी संविधान सभा ने 14 सितंबर 1949 को ही हिंदी को देश की आधिकारिक भाषा यानी Official Language के रूप में अपनाया. कारण- 14 सितंबर को ही व्योहार राजेंद्र सिंह का जन्मदिन भी होता है. पहली बार हिंदी दिवस आज से 69 साल पहले 1953 में मनाया गया था. और पढ़ें – करियर, एजुकेशन की खबरें हिंदी में. भारत में हिंदी मुख्य रूप से उत्तर, पश्चिम के राज्यों में बोली जाती है. जब 2011 में जनगणना की गई थी, तो पता चला कि भारत में 43.63 फीसदी लोग हिंदी भाषी हैं. एक ऐसे देश में जहां 700 तरह की भाषाएं और बोलियां बोली जाती हैं, जहां के संविधान में 22 भाषाओं को आधिकारिक भाषा की लिस्ट में जोड़ा गया हो, वहां के लिए ये बड़ी बात है. Indian Constitution की पहली आधिकारिक भाषा हिंदी और दूसरी अंग्रेजी है. |