दस्त की बीमारी किसी को भी हो सकती है। दस्त के कारण व्यक्ति का स्वास्थ्य कमजोर हो जाता है। अगर समय पर दस्त को नहीं रोका गया तो हॉस्पिटल जाने की नौबत भी आ सकती है। इसलिए आमतौर पर जब भी किसी को दस्त होती है, तो व्यक्ति सबसे पहले दवाई का सेवन कर दस्त पर नियंत्रण पाने की कोशिश करता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि दस्त रोकने के लिए घरेलू उपाय से भी दस्त पर तुरंत नियंत्रण (Home Remedies for Loose Motion) पाया जा सकता है? Show
अधिकांश लोग दस्त रोकने के घरेलू इलाज के बारे में नहीं जानते होंगे। आयुर्वेद में दस्त रोकने के उपाय के बारे में विस्तार से बताया गया है। आप भी इन उपायों के बारे में जान लीजिए, क्योंकि इन तरीकों से आप दस्त पर रोक लगा सकते हैं। Contents
दस्त क्या है? (What is Diarrhea or Loose Motion in Hindi?)गुदा मार्ग (Anal region) से पानी की तरह बार-बार मल का बाहर निकलना दस्त कहलाता है। दस्त कई कारणों से हो सकती है। शरीर में उपस्थित दोष वात, पित्त, कफ में मुख्यतः वातदोष असंतुलित हो जाता है। इससे शरीर की पाचन क्रिया (Digestive system) को कमजोर हो जाती है। खाया हुआ खाना अच्छे से पच नहीं पाता, और बिना पचा हुआ खाना पतला होकर मल के रास्ते बार-बार निकलने लगता है। मल झागयुक्त थोड़ी-थोड़ी मात्रा में होने लगता है। दस्त होने के कारण (Diarrhea or Loose Motion Causes in Hindi)दस्त होने के ये कारण हो सकते हैंः-
छोटे बच्चों को दस्त क्यों होता है? (Causes of Diarrhea or Loose Motion in Kids)छोटे बच्चों को दस्त होने के कई कारणों होते हैं, जो ये हैंः-
दस्त के कारण होने वाली अन्य बीमारियां (Diseases Caused by Diarrhea)दस्त होने पर तुरंत उपचार करना जरूरी हो जाता है। समय पर उपचार नहीं किया गया तो दस्त के कारण गंभीर बीमारियां भी हो सकती हैंः- दस्त के कारण त्वचा में झुर्रियांदस्त न रुकने पर शरीर में पानी की कमी हो जाती है, जिसके कारण आंखों के नीचे काले घेरे पड़ने लगते हैं। त्वचा में झुर्रियां पड़ जाती हैं। इसलिए दस्त रोकने के घरेलू उपाय की जानकारी रखें। समय पड़ने पर उनका इस्तेमाल करें। और पढ़ें – दस्त में कॉफ़ी के फायदे दस्त से शरीर में पानी की कमीदस्त के कारण शरीर में पानी की कमी होने लगती है। इससे रोगी को बहुत ज्यादा प्यास लगने लगती है। गला सूखने लगता है। इससे मरीज Dehydration बीमारी का शिकार हो जाता है। शरीर में उपस्थित इलेक्ट्रिक तत्व असंतुलित हो जाते हैं। शरीर में कमजोरी हो जाती है। पेट में दर्द होने लगता है। ये दस्त पेचिश (Dysentery) का रूप ले लेती है। और पढ़ेंः पेचिश में कैसे फायदेमंद होता है शमी का उपयोग दस्त के कारण उल्टी की परेशानीअगर ज्यादा दिनों तक दस्त नहीं रुकती है, तो पेट में गैस बनने लगती है। इससे मरीज को उल्टी भी होने लगती है।
दस्त के कारण एनीमिया की संभावनारोगी या मरीज में खून की कमी होने लगती है, जिसके कारण एनीमिया भी हो सकता है।
दस्त से सांस फूलने की बीमारीकभी-कभी बार-बार मल त्याग करने के कारण रोगी को कमजोरी होने लगती है। रोगी को चलने में परेशानी होने लगती है। सांसें भी फूलने लगती हैं।
दस्त के कारण हो सकता है बुखारदस्त ज्यादा दिन तक होने के कारण पूरे शरीर में दर्द होने लगता है, भूख नहीं लगती है। हाथ-पैर में जलन होने लगती है। रोगी को कमजोरी होने लगती है। इससे बुखार होने की संभावना रहती है। ऐसे में हृदय, गुदी (Umbilicus) और कुक्षि (Pelvis) में बहुत ज्यादा दर्द होता है। और पढ़ें – दस्त में सुगन्धबाला के फायदे
दस्त रोकने के लिए घरेलू उपचार (Home Remedies for Diarrhea (Loose Motion) in Hindi)दस्त रोकने के घरेलू उपाय के रूप में इन तरीकों को आजमा सकते हैंः- दस्त को रोकने के लिए धनिया का प्रयोग (Dhaniya : Home Remedy to Treat Diarrhea in Hindi)ज्यादा दस्त होने की वजह से रोगी (मरीज) को ज्यादा प्यास लगने लगती है। ऐसी स्थिति में 1 लीटर पानी में 1 चम्मच सूखा धनिया उबालें। जब आधा पानी रह जाए तो पानी को छानकर ठण्डा कर लें। इसे थोड़ी-थोड़ी मात्रा में रोगी को पिलाना चाहिए।
कचनार के इस्तेमाल से दस्त का घरेलू इलाज (Kachnar : Home Remedy to Stop Loose Motion in Hindi)कचनार फूलों की दो-तीन कली लेकर महीन पीस लें। इसे चीनी के शर्बत में मिलाकर, रोज सुबह-शाम 2 से 3 बार खाने के पहले, या बाद लें। इससे बार-बार दस्त आने की शिकायत भी खत्म (Home Remedy for Diarrhea) हो जाती है। और पढ़ेंः कचनार के फायदे और नुकसान नींबू से दस्त पर रोक (Lemon : Home Remedies for Loose Motion in Hindi)1 कप ताजे पानी में 1 छोटा चम्मच नींबू का रस मिला लें। रोज सुबह- दोपहर-शाम को खाली पेट या खाने के बाद लेें। इससे आंतों की धीरे-धीरे सफाई हो जाती है। दस्त के साथ जिनको आँव आने लगता है, उसमें यह नुस्खा बहुत कारगर सिद्ध होता है। और पढ़ेंः नींबू के फायदे और नुकसान जीरा से दस्त का घरेलू उपचार (Jeera : Home Remedies for Loose Motion in Hindi)आधा चम्मच भूने हुए जीरे के चूर्ण को 1 कप दही या मट्ठे के साथ मिला लें। इसे लेने से दस्त में फायदा मिलता है। और पढ़ेंः जीरा के फायदे और नुकसान सौंफ का प्रयोग पहुंचाता है दस्त में लाभ (Fennel Seeds : Home Remedy to Stop Loose Motion in Hindi)1 छोटा चम्मच कच्ची सौंफ (बिना भूनी हुई सौंफ), 1 छोटा चम्मच पकी सौफ (भूनी हुई सौंफ) लें। दोनों को मिला लें। आधा-आधा छोटा चम्मच सुबह-शाम रोगी (मरीज) को दें। इस उपाय से दस्त में बहुत लाभ मिलता है। और पढ़ेंः सौंफ के फायदे और नुकसान दस्त को रोकने के लिए बेल का उपयोग (Bael Fruit : Home Remedies to Control Loose motion or Diarrhea in Hindi)पके हुए बेल का गूदा 1 चम्मच, 1 कप ताजे दही के साथ मिलाकर देने से दस्त में फायदा होता है। और पढ़ेंः बेल के फायदे और नुकसान दस्त को रोकने के लिए कच्चे पपीते का इस्तेमाल (Papaya : Home Remedies for Loose Motion or Diarrhea in Hindi)कच्चे पपीते के 4-5 टुकड़ों को उबालकर खाने से पुराने दस्त ठीक हो जाते हैं। और पढ़ेंः पपीता के फायदे और नुकसान दस्त को रोकने के लिए अन्य घरेलू उपाय (Other Home Remedies for Loose Motion Treatment in Hindi)
और पढ़े – दस्त में भांग के फायदे दस्त के दौरान आपका खान-पान (Your Diet During Diarrhea)दस्त के दौरान व्यक्ति का खान-पान ऐसा होना चाहिएः-
दस्त के दौरान आपकी जीवनशैली (Your Lifestyle During Diarrhea)दस्त के दौरान व्यक्ति को अपनी जीवनशैली में निम्न बदलाव करना चाहिएः-
और पढ़े – दस्त में बाकुची के फायदे दस्त के दौरान बच्चों का खान-पान (Children Diet During Diarrhea)जब किसी बच्चे को दस्त हो तो उसे इस तरह के खान-पान देने की जरूरत (Home Remedy for Loose Motion) हैः-
दस्त के दौरान बच्चों की जीवनशैली (Children Diet During Lifestyle)दस्त होने पर बच्चों की जीवनशैली ऐसी होनी चाहिएः-
और पढ़े – दस्त में सिंघाड़े के फायदे ध्यान रखने योग्य बातें (Points to Remember)अगर व्यक्ति को इन बताए हुए नुस्खों या आयुर्वेदिक दवाओं से फायदा नहीं हो रहा है तो, इसके बहुत से कारण हो सकते हैं जैसे-
और पढ़े – दस्त रोकने में काकोदुम्बर फायदेमंद दस्त में कौन सी टेबलेट दी जाती है?ओफ्लाजेट प्लस टैबलेट एक कॉम्बिनेशन दवा है जिसका इस्तेमाल डायरिया (दस्त) और पेचिश के इलाज के लिए किया जाता है. यह डायरिया (दस्त) के लक्षणों जैसे पेट में दर्द , ऐंठन तथा पतले दस्त लगना आदि से राहत देता है.
तुरंत दस्त कैसे रोके?दस्त होने पर दवा से पहले आजमाएं मम्मी के बताए ये 5 घरेलू नुस्खे. 1 नमक चीनी का घोल नमक पानी का घोल दस्त में पानी की कमी पूरी कर सकता है। ... . 2 नींबू का रस नींबू का रस आंतों की सफाई करने में काफी मददगार है। ... . 4 जीरा पानी 1 लीटर पानी में एक चम्मच जीरे को ऊबाल लें और फिर ठंडा करके रख लें। ... . 5 केला ... . 6 नारियल पानी. बार बार दस्त आने पर क्या करना चाहिए?अगर आपको लगातार दस्त हो रहे हों तो एक चम्मच जीरा चबा लें. अमूमन सभी घरों में मिलने वाला ये मसाला दस्त में काफी फायदेमंद है. जीरा चबाकर पानी पी लेने से दस्त बहुत जल्दी रुक जाते हैं.. ज्यादा से ज्यादा करें पानी पिएं ... . अदरक भी करेगा फायदा ... . दही है फायदेमंद ... . केला खाना भी रहेगा सही ... . जीरा को अनदेखा नहीं कर सकते. बार बार दस्त आने का क्या कारण है?दस्त लगने का सबसे मुख्य कारण संक्रमण होता है। यह संक्रमण वायरस, बैक्टीरिया, प्रोटोजुआ या फंगस के संक्रमण से हो सकता है। यह संक्रमण प्रदूषित खान-पान या गंदे हाथों से किसी खाद्य पदार्थ के खाने से मानव शरीर में फैल जाता है, जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है।
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