टीवी की सबसे अच्छी दवाई कौन सी है? - teevee kee sabase achchhee davaee kaun see hai?

कहीं आप टीवी की दवा का नाम तो नहीं खोज रहे हैं, क्योंकि यहां पर टीवी की आयुर्वेदिक दवा पतंजलि में टीवी की दवा और टेबलेट, मेडिसिन, गोली के बारे में बता

टीवी की सबसे अच्छी दवाई कौन सी है? - teevee kee sabase achchhee davaee kaun see hai?


शरीर के कई अंग अस्थान और भाग में होने वाली बीमारी टीवी जोकि कोविड-19 के जैसा। इस रोग से मुक्ति और इलाज की सबसे अच्छी टीबी की दवा पतंजलि में टीबी की दवा को इलाज के रूप में और अच्छे आयुर्वेदिक दवा जो स्वामी रामदेव द्वारा साझा किया गया जानकारी को। हम यहां आपको पतंजलि टीवी की दवा की पूरी इंफॉर्मेशन हिंदी में बताएंगे। जिसका उपयोग और खाने का तरीका के साथ में टीवी की बीमारी क्यों होती है बताएंगे। कई सारे लोगों को का रिक्वायरमेंट था कि आप मुझे ।



पतंजलि में टीबी की दवा का नाम बताएं? टीवी का देसी इलाज क्या है? बताएं टीवी की बीमारी की दवा बताइए? टीवी की आयुर्वेदिक दवा का नाम क्या है? tb treatment medicine in patanjali in hindi इत्यादि तो आइए इत्मीनान से इस टीवी रोग का इलाज एलोपैथिक दवा मे ना की आयुर्वेदिक मे ।



दोस्तों ऐ टीवी की बीमारी होती ही इसलिए है, क्योंकि उन लोगों के शरीर मे कमजोरी मात्रा बहुत होती है। टीवी रोग की बैक्टीरिया जब किन्हीं शरीर में चला जाता है, तो यह चेस्ट के फेफड़े में तब तक शांत बैठा हुआ होता है, जब तक वह शरीर अधिक ज्यादा कमजोर ना हो जाए और जब शरीर की कमजोरी बढ़ती है, तभी यही बैक्टीरिया ग्रो करने लगता है। आप में से कितने को यह पता होगा, जब टीवी का इलाज चलता है तब एंटीबायोटिक दवाई, मेडिसिन, गोली, सीरप कई प्रकार के दवा का सेवन करना होता है। जिस वजह से उल्टी, गैस, कमजोरी जैसों रोग भी जाग जाते है। ऐसे टीवी रोग का मेडिकल इलाज आयुर्वेदिक इलाज होते समय आप कोशिश करें। अधिक कैलोरी वाले खाने का सेवन करने की जिससे आपके शरीर में मसल्स ग्रोथ हो और आपकी कमजोरी शरीर में उत्पन्न ना हो।




टीवी की बीमारी कैसे फैलती है ? 


टीवी व तपेदिक की बीमारी से होने वाले पीड़ित लोग हवा के माध्यम से इस टाइप की बीमारी को फैला दे सकते हैं। इस रोग की बैक्टीरिया आप के फेफड़े में उपलब्ध है या नहीं इसकी जानकारी आप एक्सरे के माध्यम से पता लगा सकते हैं। एक तरह से कहे तो टीवी रोग कोरोना रोगी के जैसी फैलने वाला गंभीर रोग है। जो एक जीव से दूसरे जीव के पारस पर होने से चलता रहता है।



टीवी की बीमारी क्यों होती है ? 


बायोलॉजिकल तौर पर जीवाणु ही टीवी ऐसी बीमारी को जन्म देता है। जो मानव शरीर के फेफड़े में स्थापित होकर टीवी रोग को ग्रोथ करता है। यह बैक्टीरिया गंदे अस्थान पर रहन-सहन और दूषित हवा, गीले स्थान, श्वसन प्रक्रिया के समय धूल के कण फेफड़े में जाना, अपुष्कर भोजन, शक्ति से ज्यादा मेहनत, अधिक संतान को जन्म देना, शराब पीना इत्यादि की वजह से टीवी के जीवाणु शारीरिक संगठन में प्रवेश कर जाता है। जिससे टीवी की बीमारी होती है।



पतंजलि टीबी की दवा और टीवी की बीमारी की दवा आयुर्वेदिक । ( Patanjali Tb Ki Dawa in Hindi. )



आयुर्वेदिक रूप से इंफेक्शन वाले टीवी की बीमारी और इम्यूनिटी कमजोर के चलते होने वाले तपेदिक के लिए पतंजलि टीबी की दवा गिलोय घनवटी, तुलसी घनवटी और लक्ष्मी विलास रस के तीनो गोली मॉर्निंग, दोपहर और रात की समय का सेवन करने से टीवी की रोग के लिए योग है। यह टीबी का देसी इलाज और आयुर्वेदिक तरह से एकदम लाभकारी दवा का नाम है। इनके अतिरिक्त गिलोय का कड़ा अवश्य ले ।



टीबी की दवा के साइड इफेक्ट । 


पतंजलि टीवी का दवा किसी भी तरह का साइड इफेक्ट देखने को नहीं मिलता। क्योंकि यह औषधियों से प्रचुर मात्रा में भरपूर होता है। इससे आपके शरीर में अनगिनत अलग प्रकार की बीमारियों से लड़ने की क्षमता होती है। फिर भी आप किसी भी तरीके की मेडिसिन, गोली एवं  दवा का सेवन स्वास्थ्य चिकित्सा सलाह के हिसाब से ही करें। क्योंकि हर किसी के ब्लड ग्रुप अलग होने के अलावा अलग-अलग प्रक्रिया द्वारा और अलग तरीके की विभिन्न जीवाणु और साइड इफेक्ट के कारण बीमारियां उत्पन्न होती है।




तो अब आप लोग जान चुके हैं अच्छी तरह से की टीवी की टेबलेट पतंजलि में कौन है और टीवी की दवा का नाम क्या है। साथ ही मैंने आपको इस जानकारी में टीवी की दवा कैसे खाएं के बारे में भी बता चुका हूं। यदि यह जानकारी आपको अच्छी लगी हो तो पेज के Follow बटन पर क्लिक करके Follow जरूर करें एवं फिलहाल आप लोगों से अनुरोध है कि इस पोस्ट को शेयर जरूर करें ताकि विभिन्न लोगों को जानकारी प्राप्त हो ।

ट्यूबरक्लोसिस (टीबी) एक संक्रामक रोग है, जो देश में एक गंभीर समस्या बनकर उभर रही है। सेंट्रल ड्रग रिसर्च इंस्टिट्यूट (सीडीआरआई) ने शनिवार को अपने 67वें स्थापना दिवस पर टीबी की नई दवा के निर्माण की जानकारी दी। संस्था का दावा है कि पहले टीबी की बीमारी से लड़ने के अधिक दवा की गोलियां खानी पड़ती थी, लेकिन अब दवा की एक ही गोली बीमारी को जड़ से खत्म कर देगी। इस दवा को देश के 6 राज्यों में सरकारी दवा सेंटरों पर उपलब्ध करा दिया गया है।

स्थापना दिवस पर केंद्रीय औषधि अनुसंधान संस्थान (सीएसआईआर) के डायरेक्टर डॉ़ अनिल कौल ने बताया कि टीबी के संक्रमण को शरीर से खत्म करने वाली बेडाक्विलाइन नाम से नई दवा विकसित की गई है। उन्होंने बताया कि शरीर के अंदर टीबी के बैक्टीरिया को ताकत देने वाले एंजायम महज एक दवा खाकर ही खत्म हो जाएंगे और छह महीन के अंदर टीबी खत्म हो जाएगी। मौजूदा समय में टीबी मरीजों के इस बीमारी से लड़ने के लिए 8 से 15 दवाओं का कोर्स करना पड़ता है। उन्होंने बताया कि संस्था ने साल 2016 में बेडाक्विलाइन दवा को दिल्ली, चंडीगढ़, गुजरात, पॉन्डिचेरी, असम और मुंबई के सरकारी सेंटर पर टीबी मरीजों के लिए उबलब्ध करवा दिया था, जिसकी कामयाबी मिलने के बाद दवा को केंद्र सरकार की हरी झंडी मिलने पर खुले बाजार में उपलब्ध करवा दी जाएगी।

इनसेट---------

खेलकूद के लिए ऑडिटोरियम का उद्‌घाटन

सीडीआरआई के डॉयरेक्टर आलोक धावन ने कैंपस में स्थापना दिवस के अवसर पर खेलकूद को बढ़ावा देने के लिए बैडमिंटन और वॉलीबॉल ऑडिटोरियम का उद्घाटन किया। संस्था हर वर्ष एक खेल टूनामेंट आयोजित कराता है, जिसके मद्देनजर इसकी शुरुआत की गई है।

अमृत सुविधा से बढ़ेगा रोजगार

सीएसआईआर के डॉयरेक्टर अनिल कौल ने स्थापना दिवस पर अमृत सुविधा योजना की शुरुआत की है। इस योजना के तहत दवा रिसर्च करने में उपयोगी वस्तुओं से लेकर अंत तक प्रयोग होने वाली औषधियों के उत्पादकों को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही इससे आम लोगों को रोजगार का एक नया अवसर तैयार होगा।

टीबी की सबसे अच्छी दवा कौन सी है?

टीबी के इलाज के लिए ये चार एंटीबायोटिक आवश्यक हैं:.
आइसोनायाज़िड (isoniazid).
रिफैम्पिसिन (rifampicin).
इथाम्बुटोल (ethambutol).
पाइरैजिनेमाइड (pyrazinamide).

क्या TB जड़ से खत्म हो सकती है?

यदि आपको टीबी है तो तुरंत डॉक्टर से मिले और इसका इलाज करवाएं। आप चाहें तो टीबी के लिए निजी अस्पताल से भी अपना उपचार करवा सकते हैं। पूर्ण और सटीक इलाज से टीबी को जड़ से खत्म किया जा सकता है।

टीवी की दवाई कितने दिन में असर करती है?

आप को अपनी टीबी की दवा ६ महिनों से ले कर २ साल तक लेनी पड़ सकती है ।

TB को ठीक करने का सबसे तेज़ तरीका क्या है?

टीबी की बीमारी के इलाज में पुदीना का प्रयोग (Peppermint: Home Remedies to Cure Tuberculosis) पुदीना में एंटी-बेक्टीरियाल गुण होते हैं, इसलिए यह टीबी के रोग में लाभदायक होती है। एक चम्मच पुदीने का जूस, दो चम्मच शहद, दो चम्मच सिरका और आधा कप गाजर का जूस मिलाकर रख लें। इसे दिन में तीन बार पिएं।