You are here Show Home > Question > त्रि-स्तरीय पंचायती राज व्यवस्था में सर्वोच्च स्थान पर क्या होता है? Questions › त्रि-स्तरीय पंचायती राज व्यवस्था में सर्वोच्च स्थान पर क्या होता है? 0 Vote Up Vote Down Parinaam Dekho Staff asked 3 years ago त्रि-स्तरीय पंचायती राज व्यवस्था में सर्वोच्च स्थान पर क्या होता है? 1 Answers 0 Vote Up Vote Down Parinaam Dekho Staff answered 3 years ago जिला परिषद पंचायती राज व्यवस्था की सर्वोच्च इकाई क्या है?पंचायती राज पर एक दृष्टि में. एक त्रि-स्तरीय ढाँचे की स्थापना (ग्राम पंचायत, पंचायत समिति या मध्यवर्ती पंचायत तथा जिला पंचायत). ग्राम स्तर पर ग्राम सभा की स्थापना. हर पाँच वर्ष में पंचायतों के नियमित चुनाव. अनुसूचित जातियों/जनजातियों के लिए उनकी जनसंख्या के अनुपात में सीटों का आरक्षण. महिलाओं के लिए एक तिहाई सीटों का आरक्षण. पंचायती राज व्यवस्था के त्रिस्तरीय ढांचे में उप्र ले पायदान पर कौन सी संस्था है?ग्रामीण भारत में पंचायती राज की स्थापना के लिए 73वां संविधान संशोधन विधेयक लोकसभा ने 22 दिसम्बर 1992 को और राज्यसभा ने अगले दिन लगभग सर्वसम्मति से पारित कर दिया था। आधे से अधिक राज्यों के विधानमंडलों द्वारा इसकी पुष्टि कर दिए जाने के बाद राष्ट्रपति ने 20 अप्रैल 1993 को इस पर अपनी मंजूरी की मोहर लगा दी थी।
पंचायती राज सबसे पहले कहाँ लागू हुआ?बलवंत राय मेहता समिति के सुझावों के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने सबसे पहले 2 अक्टूबर 1959 को राजस्थान के नागौर ज़िले में पंचायती राज व्यवस्था को लागू किया था.
पंचायत राज व्यवस्था क्या है?परन्तु 73वें संविधान संशोधन के अनुच्छेद 243-घ के द्वारा पंचायती राज व्यवस्था ( पी आर एस ) के सभी तीन स्तरों पर अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति तथा इन समूहों की महिलाओं के लिए सीटों के आरक्षण का प्रावधान किया गया है। अनुच्छेद 243 ण के अनुसार हर पाँच वर्ष में पंचायत के नियमित चुनाव कराए जाने आवश्यक हैं।
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