शरीर में प्रोटीन की मात्रा बढ़ने से क्या होता है? - shareer mein proteen kee maatra badhane se kya hota hai?

प्रोटीन का जरूरत से ज्यादा सेवन किडनी स्टोन का कारण बन सकता है। रेड मीट जैसे हाई प्रोटीन फूड शरीर में सैचुरेटिड फैट की खपत की वजह बन सकता है, जिससे हृदय रोग और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। लेकिन वास्तव में शरीर को कितनी मात्रा में प्रोटीन चाहिए इस बारे में हर किसी को जानने की जरूरत है। आइए जानते हैं प्रोटीन के नुकसान के बारे में।

प्रोटीन के नुकसान

  • किडनी हमारी बॉडी में फिल्टरेशन का काम करती है। लेकिन जब आप जरूरत से ज्यादा प्रोटीन का सेवन करते हैं तो इससे आपकी किडनी पर बहुत अधिक लोड पड़ता है और फिर किडनी फंक्शनिंग सही तरह से नहीं हो पाती है। ऐसे में आपको किडनी से जुड़ी समस्याएं भी हो सकती हैं।
  • विशेषज्ञ बॉडी बिल्डर्स को अच्छी कंपनियों का प्रोटीन पाउडर लेने की सलाह देते हैं। कुछ कंपनियों के प्रोटीन पाउडर में काफी मात्रा में टॉक्सिक मेटेल्स् यानी विषाक्त पदार्थ होते हैं। जो शरीर के लिए नुकसानदायक हैं। इन्हें लेने से सरदर्द, फेटीग्यू, कब्ज और मासपेशियों में दर्द की शिकायत हो सकती है।
  • उच्च प्रोटीन और कम कार्ब आहार का मतलब फाइबर का कम सेवन भी है। यह पोषक तत्व शरीर के माध्यम से गुजरता है जो आपके पाचन तंत्र को साफ और स्वस्थ रखता है और मल त्याग को आसान बनाता है। तो, फाइबर का सेवन कम करने से पाचन समस्याएं और कब्ज हो सकती हैं। अगर आप बहुत अधिक डेयरी उत्पाद खा रहे हैं तो इससे आपको दस्त भी हो सकते हैं।
  • अत्यधिक मात्रा में प्रोटीन आपकी आंत को बाधित कर सकता है, जिससे अनावश्यक वजन बढ़ सकता है। साथ ही बिना कार्ब के प्रोटीन को कंज्यूम करने से सांसों से दुर्गंध आ सकती है। यही वजह है कि एक्सपर्ट स्वस्थ पोषण के लिए प्रोटीन के साथ पर्याप्त मात्रा में कार्ब्स का सेवन करने का सुझाव देते हैं।
  • प्रोटीन सप्लीमेंट का आहार बिना कार्ब्स के शरीर को कीटोसिस की स्थिति में ले जा सकता है, इससे उच्च रक्त अम्लता का स्तर बढ़ जाता है। यह लगातार उच्च रक्त अम्लता लिवर के कार्य को बिगाड़ने के लिए जाना जाता है और इसका परिणाम गंभीर लिवर की खराबी हो सकता है। इसके अलावा लीवर में सूजन हो सकती है और लीवर की गंभीर बीमारी का खतरा बढ़ सकता है।
  • अगर आपकी स्किन ऑयली या एक्ने प्रोन है तो उस स्थिति में भी जरूरत से ज्यादा प्रोटीन का सेवन आपके लिए परेशानी खड़ी कर सकता है। दरअसल, प्रोटीन काफी गर्म होता है और इसलिए, जब वह बॉडी में टूटता है तो हीट पैदा करता है। जिससे आपको स्किन पर दाग-धब्बे, एक्ने या पिंपल्स आदि हो सकते हैं।

मेडिकल साइंस कहता है कि शरीर के औसत वजन के हिसाब से एक वयस्क व्यक्ति को प्रति किलोग्राम 0.6 ग्राम प्रोटीन का सेवन करना चाहिए. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अनुसार एक वयस्क पुरुष को 56 ग्राम और वयस्क महिला केा 46 ग्राम प्रोटीन का सेवन करना चाहिए.

शरीर में प्रोटीन की मात्रा बढ़ने से क्या होता है? - shareer mein proteen kee maatra badhane se kya hota hai?

प्रोटीन की अधिकता से होने वाले नुकसान

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आपने वो कहावत सुनी होगी कि अति किसी भी चीज की भली नहीं होती. कहते हैं कि अति का भला न बरसना, अति की भली न धूप, अति का भला न बोलना, अति की भली न चूप. बुद्ध ने जिस सम्‍यक मार्ग की बात कही है, वो सम्‍यक और मध्‍य मार्ग जीवन के हर पहलू, हर क्षेत्र में लागू होता है, प्रोटीन इंटेक पर भी. ये हम सभी जानते हैं कि मानव शरीर की 30 लाख कोशिकाओं का मुख्‍य और केंद्रीय तत्‍व प्रोटीन शरीर के लिए कितना अपरिहार्य तत्‍व है. उसके बिना शरीर का निर्माण ही संभव नहीं.

प्रोटीन की इस क्रिटिकल जरूरत के कारण ही भोजन में इसकी संतुलित मात्रा होनी बहुत जरूरी है. मेडिकल साइंस कहता है कि शरीर के औसत वजन के हिसाब से एक वयस्‍क व्‍यक्ति को प्रति किलोग्राम 0.6 ग्राम प्रोटीन का सेवन करना चाहिए. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अनुसार एक वयस्‍क पुरुष को 56 ग्राम और वयस्‍क महिला केा 46 ग्राम प्रोटीन का सेवन करना चाहिए.

लेकिन क्‍या होगा, अगर आप इस तय मात्रा से ज्‍यादा प्रोटीन का सेवन करने लगें. अगर कोई पोषक तत्‍व अनिवार्य और जरूरी है तो इसका ये अर्थ नहीं उसका असीमित मात्रा में सेवन किया जाए क्‍योंकि संतुलित मात्रा में जो प्रोटीन शरीर में सकारात्‍मक भूमिका निभा रहा होता है, असंतुलित मात्रा में होने पर वही प्रोटीन सेहत के लिए खतरनाक भी हो सकता है.

शरीर में प्रोटीन की मात्रा बढ़ने से क्या होता है? - shareer mein proteen kee maatra badhane se kya hota hai?

प्रोटीन की अधिकता से होने वाले नुकसान (Photo: Pixabay)

आइए जानते हैं कि शरीर में प्रोटीन की अधिकता होने पर उसके क्‍या-क्‍या नकारात्‍मक परिणाम हो सकते हैं.

कब्‍ज अगर आपके भोजन में फैट, फाइबर, सब्जियों और प्रोटीन का सही संतुलन तो नहीं है और आप ज्‍यादा प्रोटीन का सेवन कर रहे हैं तो इसका पाचन तंत्र पर बुरा असर पड़ता है. खाना ढंग से पचता नहीं और पेट में कब्‍ज हो जाता है.

पेट में ब्‍लोटिंग जरूरत से ज्‍यादा प्रोटीन का सेवन करने का सबसे बड़ा नुकसान ये है कि इससे पेट में ब्‍लोटिंग और गैस की समस्‍या हो सकती है. प्रोटीन पचने में भारी होता है. देर से पचता है. इसलिए प्रोटीन को ठीक से पचाने के लिए जरूरी है कि उसके साथ पर्याप्‍त मात्रा में हरी सब्जियों और गुड फैट का भी सेवन किया जाए.

किडनी को नुकसान असंतुलित मात्रा में प्रोटीन के सेवन का सबसे बड़ा नुकसान ये है कि इसका किडनी पर बुरा असर पड़ता है.

यूरिक एसिड बढ़ना जरूरत से ज्‍यादा प्रोटीन का सेवन करने से यूरिक एसिड बढ़ने का खतरा रहता है. यूरिक एसिड बढ़ने के बहुत से साइड इफेक्‍ट हैं.

वजन बढ़ना अगर आपके भोजन में बड़ी मात्रा प्रोटीन की है और उसके साथ आप पर्याप्‍त मात्रा में अन्‍य पोषक तत्‍व नहीं ले रहे हैं तो इससे आपका वजन भी बढ़ सकता है.

हड्डियों का कमजोर होना शरीर में प्रोटीन की मात्रा बढ़ने का एक नकारात्‍मक प्रभाव हड्डियों की कमजोरी के रूप में प्रकट होता है.

डिहाइर्ड्रेशन अगर आप सिर्फ प्रोटीन खा रहे हैं और उसके साथ हरी सब्जियों, सलाद और अन्‍य पोषक तत्‍वों का संतुलन नहीं है तो शरीर में डिहाइर्ड्रेशन होने का खतरा होता है.

शरीर में प्रोटीन बढ़ जाने से क्या होता है?

प्रोटीन का जरूरत से ज्यादा सेवन किडनी स्टोन का कारण बन सकता है। रेड मीट जैसे हाई प्रोटीन फूड शरीर में सैचुरेटिड फैट की खपत की वजह बन सकता है, जिससे हृदय रोग और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। लेकिन वास्तव में शरीर को कितनी मात्रा में प्रोटीन चाहिए इस बारे में हर किसी को जानने की जरूरत है।

प्रोटीन की अधिकता से होने वाला रोग कौन है?

प्रोटीन की ज्यादा मात्रा शरीर में हड्डियों की सेहत पर बुरा असर डालती है, जिससे ऑस्टिओपोरोसिस (Osteoporosis) या हड्डियों में दर्द जैसी शिकायत हो सकती है. कई अध्ययन भी बताते हैं कि प्रोटीन की ज्यादा मात्रा शरीर में कैल्शियम को कम करती है..
वजन बढ़ाए ... .
कब्ज और ब्लोटिंग ... .
डिहाइड्रेशन ... .
किडनी को करे नुकसान ... .
हड्डियां करे कमजोर.

शरीर में प्रोटीन की मात्रा कम कैसे करें?

मछली और मांस अगर आप मांसाहार लेते हैं तो आप मछली खाए, इससे आपके शरीर में प्रोटीन की कमी पूरी होगी. साल्मन (Salmon Fish) और टूना फिश (Tuna Fish) में बड़ी मात्रा में प्रोटीन रहता है, इन्हें प्रोटीन का सबसे बेहतरीन सोर्स माना जाता है. ध्यान रहे कि ये खाना ऐसा हो कि तेल या घी के रूप में फैट का इनटेक ज्यादा न हो सके.

प्रोटीन बढ़ने में क्या नहीं खाना चाहिए?

डेयरी प्रोडक्ट से करें परहेज: बॉडी में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने पर प्रोटीन युक्त चीजों से परहेज करना चाहिए। ... .
अंडा बढ़ा सकता है यूरिक एसिड: आपका यूरिक एसिड हाई रहता है तो अंडे का सेवन से परहेज करें। ... .
दाल और फलिया बढ़ा सकती है यूरिक एसिड: दालें प्रोटीन का बेहतरीन स्रोत है।.