शंकर भगवान के 11 अवतार कौन सा है? - shankar bhagavaan ke 11 avataar kaun sa hai?

शंकर भगवान के 11 अवतार कौन सा है? - shankar bhagavaan ke 11 avataar kaun sa hai?



6. छिन्नमस्तक- छठा रुद्र अवतार छिन्नमस्तक नाम से प्रसिद्ध है। इस अवतार की शक्ति देवी छिन्नमस्ता मानी जाती हैं। छिनमस्तिका मंदिर प्रख्यात तांत्रिक पीठ है।

दस महाविधाओं में से एक मां छिन्नमस्तिका का विख्यात सिद्धपीठ झारखंड की राजधानी रांची से 75 किमी दूर रामगढ़ में है। मां का प्राचीन मंदिर नष्ट हो गया था अत: नया मंदिर बनाया गया, किंतु प्राचीन प्रतिमा यहां मौजूद है।

दामोदर-भैरवी नदी के संगम पर स्थित इस पीठ को शक्तिपीठ माना जाता है। ज्ञातव्य है कि दामोदर को शिव व भैरवी को शक्ति माना जाता है।

अगले पन्ने पर सातवां अवतार...

शंकर जी के 11 रुद्र कौन कौन से हैं?

शिव के अन्य 11 अवतार जिन्हें रुद्र कहते हैं:- 1. विरुपाक्ष, 4. विलोहित, 6. शास्ता, 7. अजपाद, 8.

शिवजी के 12 अवतार कौन कौन से हैं?

किरात अवतार : इस अवतार में भगवान शंकर ने पाण्डुपुत्र अर्जुन की वीरता की परीक्षा ली थी। 17. सुनटनर्तक अवतार : पार्वती के पिता हिमाचल से उनकी पुत्री का हाथ मागंने के लिए शिवजी ने सुनटनर्तक वेष धारण किया था। हाथ में डमरू लेकर शिवजी नट के रूप में हिमाचल के घर पहुंचे और नृत्य करने लगे।

शिव के अवतार कितने हैं?

भगवान शिव के पिप्पलाद अवतार को जब पता चला कि शनिग्रह की दृष्टि के कारण उनके पिता जन्म से पूर्व ही उन्हें छोड़कर चले गए तो उन्होंने क्रोध में आकर शनि को नक्षत्र मंडल से दिरने का श्राप दे दिया. बाद में उन्होंने शनि को क्षमा किया. पिप्पलाद अवतार का स्मरण कर लेने भर से ही शनि की पीड़ा दूर हो जाती है.

हनुमान जी शिव के कौन से अवतार है?

पवनपुत्र हनुमान की इन 10 बातों से आप होंगे अनजान... उसी समय भगवान शंकर ने भी अपना रूद्र अवतार लिया था और इसके पीछे वजह थी कि उनको भगवान विष्णु से दास्य का वरदान प्राप्त हुआ था. हनुमान उनके ग्यारहवें रुद्र अवतार हैं. इस रूप में भगवान शंकर ने राम की सेवा भी की और रावण वध में उनकी मदद भी की थी.