2.) जिनका मन उत्साहपूर्ण, स्पुर्तिदायक, आध्यात्मिक विचारों से परिपूर्ण रहता है, वे सदा युवा रहकर दीर्घायु को प्राप्त होते है। - स्वेट मार्डेन 3.) जिस प्रकार मदमस्त हाथी पर काबू पाने के लिए महावत अंकुश का प्रयोग करता है। उसी प्रकार को अपनी दूषित भावनाओं पर काबू पाने के लिए आत्मसंयम रूपी अंकुश का इस्तेमाल करना चाहिए। - स्वेट मार्डेन 4.) लक्ष्यहीन जीवन बिना पतवार की नाव के समान है। - स्वेट मार्डेन 5.) स्वस्थ चिंतन मनुष्य में आत्मविश्वास की शक्ति भर देता है और वह सफलता की ओर निरंतर अग्रसर होता रहता है। इसके विपरीत चिंताग्रस्त व्यक्ति रोगो से ग्रस्त, निराश और हताश होता है। उसका जीवन कष्टो से परिपूर्ण होकर नष्ट हो जाता है। - स्वेट मार्डेन 6.) जिस व्यक्ति में आत्मविश्वास हो उसे सफलता पाने से कोई नहीं रोक सकता। - स्वेट मार्डेन 7.) अपने को जानना और अंतर में बसे ईश्वर के रूप को पहचानना – यही सफल जीवन का मूलमंत्र है। - स्वेट मार्डेन
- स्वेट मार्डेन 9.) अवसर से लाभ उठाने में असाधारण रूप से वही लोग सफल हुए है। जिन्होंने प्राप्त अवसरों में सुधार लाकर उन्हें अपने अनुकूल बनाने का प्रयत्न किया। - स्वेट मार्डेन 10.) भगवान भी उनकी मदद करता है जो खुद की मदद करना जानते हैं। - स्वेट मार्डेन 11.) आलस्य का एकमात्र इलाज काम करना है – निरंतर काम करना। स्वार्थ भावना का इलाज त्याग ! अविश्वास का इलाज है – दृढ़ विश्वास। कायरता का इलाज है – जोखिम भरे काम का बीड़ा उठाना और तन – मन – धन से उसमे जुट जाना। - स्वेट मार्डेन 12.) यदि कष्ट को हँसते हँसते सहन किया जाये तो वह भी सुखद हो जाता है। पर यह तभी हो सकता है तब काम को महान बना दिया जाये। - स्वेट मार्डेन 13.) उठो, अपने जीवन की योजना बनाओ ताकि तुम्हारी सोई हुई महान प्रतिभा और शक्ति जो अब तक व्यर्थ पड़ी हुई है जाग उठे। - स्वेट मार्डेन 14.) व्यक्ति के विचार जैसे होंगे वैसे ही रूप मे वह भगवान के अस्तित्व को देखेंगा। - स्वेट मार्डेन 15.) मैं उस व्यक्ति को बेवकूफ मानता हूं, जो किसी हानी या नुकसान के बाद उस पर पश्चाताप कर अपना समय गंवाते है। इसलिए जो हो गया उसे भूल जाओ। - स्वेट मार्डेन ● जोहानेस केप्लर के अनमोल विचार 16.) मुंह पर मीठी बातें करने वाले और पीठ पीछे छुरी चलाने वाले मित्र को विषभरा घड़ा समझ कर छोड़ देना चाहिए। - स्वेट मार्डेन 17.) अशुभ विचार वाले मनुष्य रोगी एवं दुष्कर्म करने वाले भोगी बनते है, जबकि शुभ विचार करने वाले स्वस्थ, सत्कर्म करने वाले योगी बनते है। - स्वेट मार्डेन 18.) पृथ्वी पर तीन ही रत्न है – जल,अन्न और मृदु वचन। मुर्ख लोग तो पत्थर के टुकड़ो को रत्न का नाम देते है। - स्वेट मार्डेन 19.) यदि दृढ़ मित्रता चाहते है तो मित्र से बहस करना, उधार लेना देना और उसकी पत्नी से बातचीत करना छोड़ दें। यही तीन बातें मित्रता की डोर को कच्चा करती है। - स्वेट मार्डेन 20.) इस संसार में किसी प्रेम करने वाले हृदय को खो देना, सबसे बड़ी हानि है। - स्वेट मार्डेन 21.) दोस्ती खुशी को दुगुना करती हैं और दुःख को बांटकर ख़ुशी बढाती है तथा मुसीबते कम करती है। - स्वेट मार्डेन 22.) व्यक्ति के स्वभाव पर उसका भविष्य निर्भर करता है। - स्वेट मार्डेन 23.) इस दुनिया में किसी भी व्यक्ति का स्वभाव प्राकृतिक रूप से ऐसा नहीं है जिसे कम्पलीट कहा जा सके। उसे आवश्यकता होती है – देखभाल की, आत्मसंयम की। - स्वेट मार्डेन 24.) निराशा हमारी प्रसन्नता, सुख और शांति को ही नष्ट नहीं करती, वह हमारे उन संकल्पों को भी नष्ट कर डालती है जो हमने कुछ सत्कर्मो को करने के लिए किए थे। - स्वेट मार्डेन 25.) मिलने पर मित्र का सम्मान करे, पीठ पीछे उसकी प्रशंसा करे और जरूरत पड़ने पर उसकी सहायता करे। - स्वेट मार्डेन ● दार्शनिक अरस्तु के प्रसिद्ध अनमोल विचार 26.) ईश्वर प्रत्येक मनुष्य को जीवन में ऐसा एक सुअवसर जरुर देता है। जिसका लाभ उठाकर वह धन, वैभव और सम्मान के साथ अपना जीवन व्यतीत कर सकता है। - स्वेट मार्डेन 27.) क्रोध, घृणा, अहम्, मोह, आसक्ति ऐसे भाव है जो मनुष्य की सोचने समझने की शक्ति समाप्त कर देते है और वह खुद अपना विनाश कर लेता है। इस विनाश से बचने के लिए मनुष्य को आत्ममंथन करना चाहिए। - स्वेट मार्डेन 28.) जीवन में कितने भी अंधकारमय क्षण क्यों न आएं, सब थोड़ी देर ठहरकर चले जाते है और फिर नई आशा की किरने चमकने लगती है। - स्वेट मार्डेन 29.) निराशा से बचने का एकमात्र उपाय है अन्त: करण में आशा की चेतना का जागना। - स्वेट मार्डेन 30.) विनम्रता का अर्थ है दूसरों के साथ वैसा ही व्यवहार करना, जैसा आप अपने साथ किया जाना पसंद करते हो। - स्वेट मार्डेन 31.) अहंकार से देवता दानव बन जाते है और नम्रता से मानव भी देवता बन जाते हैं। - स्वेट मार्डेन 32.) विदेश में विद्या मित्र समान होती है, घर में पत्नी मित्र समान होती है, रोगी का मित्र औषधि और मृतक का मित्र धर्म होता है। - स्वेट मार्डेन 33.) आप अपने सबसे बड़े गुरु व निर्देशक है। पहले आप अन्दर मजबूती लाइए। अपने विचारो को दृढ़ कीजिए। - स्वेट मार्डेन 34.) दुःख तो सभी को होता है, लेकिन जो उसको सहने की शक्ति रखता है, उसके लिए दुःख भी सुख हो जाता है। - स्वेट मार्डेन 35.) ईश्वर हर एक मनुष्य को जीवन में एक ऐसा सुअवसर जरुर देता है। जिसका फायदा उठाकर वह धन, वैभव और सम्मान के साथ अपना जीवन व्यतीत कर सकता है। - स्वेट मार्डेन 36.) स्वभाव कच्ची मिटटी की भांति होता है, जिसकी कोई शक्ल नहीं होती। इसे आकृति देने की आवश्यकता होती है। |