राष्ट्रीय पर्व का क्या महत्व है? - raashtreey parv ka kya mahatv hai?

अन्य भारतीय धार्मिक त्योहारों की तरह राष्ट्रीय त्योहारों को भी लोग बहुत ही उत्साह और खुशी के साथ मनाते हैं। ये त्योहार उन अनगिनत क्रांतिकारियों और बलिदानियों के त्याग को सम्मान देने के लिए मनाते हैं जिन्होंने स्वतंत्र भारत की नींव रखने में अपने प्राणों की आहुति दे दी। इस दिन को पूरे देश में जश्न मनाते है और देश के शहीदों, क्रांतिकारियों और महान व्यक्तियों के प्रतिमाओं, उनके समाधि स्थल पर लोग इकट्ठे होते हैं और उन्हें श्रद्धांजलि देते हैं।

हम अपने राष्ट्रीय त्योहारों को बड़ी खुशी से मनाते हैं। आइये आज हम उन त्योहारों के महत्व के बारे में पढतें हैं।

Bharat ke Rashtriya Tyohar ka Mahatva par 10 Vakya - Set 1

1) भारत के राष्ट्रीय त्योहार युवापीढ़ी में राष्ट्रवाद और देशभक्ति को प्रेरित करते हैं।

2) राष्ट्रीय पर्व को सभी धर्मों के लोग एकसाथ मिलजुल कर मनाते हैं।

3) ये त्योहार राष्ट्रहित के लिए विभिन्न धर्मों के लोगों को एकजूट कर देते है।

4) देश के समृद्ध इतिहास को प्रस्तुत करने वाले तीन भारतीय राष्ट्रीय पर्व हैं।

5) गांधी जयंती के दिन महात्मा गांधी के विचारों से युवाओ को प्रेरणा मिलती है।

6) स्वतंत्रता दिवस हमारे स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि देने का उत्सव है।

7) एक लोकतान्त्रिक देश के लिए संविधान निर्माण का दिन गणतंत्र दिवस का उत्सव है।

8) इन त्योहारों से हमें हमारे देश के इतिहास के बारे में पता चलता है।

9) ये त्योहार विभिन्न संस्कृति और समुदाय के लोगों को एक साथ बांधते हैं।

10) भारत के राष्ट्रीय पर्व सांस्कृतिक एकता बनाए रखने में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं।

Bharat ke Rashtriya Tyohar ka Mahatva par 10 Vakya - Set 2

1) भारत के राष्ट्रीय पर्व देश के महान व्यक्तियों और राष्ट्र निर्माण के लिए उनके त्याग का प्रतीक है।

2) इन त्योहारों के माध्यम से दुनिया भारत की तकनीकी प्रगति और शक्ति से परिचित होती है।

3) राष्ट्रीय त्योहार दुनिया को हमारी सैन्य क्षमताओं से अवगत कराते हैं।

4) ये पर्व हमें आत्मनिर्भर बनने की प्रेरणा देते हैं।

5) ये त्योहार देश के महान स्वतंत्रता सेनानियों को आदर और सम्मान देने का एक अवसर है।

6) ये त्योहार अपने इतिहास से हम सभी को अहिंसा और सद्भाव से एक साथ रहने की सीख देते हैं।

7) ये राष्ट्रीय त्योहार उन ऐतिहासिक घटनाओं का स्मरण कराते हैं जिन्होंने देश की तात्कालिक स्थिति का रंग-रूप ही बदल दिया।

8) आज़ादी के इतने सालों बाद भी ये उत्सव अनेकता में एकता का एक सजीव उदाहरण प्रस्तुत करते हैं।

9) राष्ट्रीय पर्व लोगों में राष्ट्रीयता और देशभक्ति की भावना जगाने में सहायक होते हैं।

10) स्कूल, कॉलेज में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों से विद्यार्थियों को बाल्यावस्था से ही राष्ट्र के इतिहास के महत्व का सम्मान करने के लिए प्रेरित किया जाता है।


राष्ट्रीय त्योहार वह अवसर है जब लोग अपने मतभेदों को भूलकर इस पर्व को मनाने और स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मान देने के लिए एकजूट होते हैं। राष्ट्र के लिए समर्पित शहीदों, क्रांतिकारियों और महापुरुषों की महानता के किस्सों की गाथाएं देशभक्ति गीत के रूप में हर तरफ से सुनाई देती है। ये पर्व पूरा देश एकसाथ मिलकर मनाता है और विश्व में एकता का उदहारण प्रस्तुत करता है।

राष्ट्रीय पर्व मनाने का क्या उद्देश्य है?

गणतन्त्र दिवस भारत का एक राष्ट्रीय पर्व है जो प्रति वर्ष 26 जनवरी को मनाया जाता है। इसी दिन सन् 1950 को भारत सरकार अधिनियम (1935) को हटाकर भारत का संविधान लागू किया गया था। यह भारत के तीन राष्ट्रीय अवकाशों में से एक है, अन्य दो स्‍वतन्त्रता दिवस और गांधी जयंती हैं।

राष्ट्रीय पर्व का क्या अर्थ है?

राष्ट्रीय त्यौहार या राष्ट्रीय पर्व उस त्यौहार या पर्व को कहते हैं जो किसी जाति या धर्म विशेष का नहीं बल्कि संपूर्ण राष्ट्र का होता है। ये राष्ट्रीय पर्व होने के साथ ही राष्ट्रीय अवकाश (नेशनल हॉलिडे) भी हैं

राष्ट्रीय पर्व दिवस कब मनाया जाता है?

कुछ पर्व हमारे राष्ट्र की दृष्टि से बड़े महत्त्वपूर्ण हैं। इनमें 15 अगस्त के दिन स्वतंत्रता दिवस और 26 जनवरी के दिन गणतंत्र दिवस मनाया जाता है। राष्ट्रीय दृष्टि से गणतंत्र दिवस बहुत महत्त्वपूर्ण है। इसी दिन भारत को गणतंत्र राष्ट्र घोषित किया गया और हमारा संविधान लागू हुआ।

हमारे जीवन में पर्वों का क्या महत्व है हमारे राष्ट्रीय पवव कौन से हैं ये कब क्यों और कैसे मनाए जाते हैं?

हमारे जीवन में पर्वो का अत्यधिक महत्व है। इन पर्वो, उत्सवों एवं त्योहारों से हमारे नीरस जीवन में सरसता, उल्लास, उत्साह एवं आनंद की वृद्धि होती है। ये पर्व अनेक प्रकार के होते हैं-धार्मिक, सामाजिक, सांस्कृतिक, जातिगत, स्थानीय तथा राष्ट्रीय