रस्सी कच्चे धागे की खींच रही में नाव में कौन सा अलंकार है? - rassee kachche dhaage kee kheench rahee mein naav mein kaun sa alankaar hai?

Question 1.
‘बंद द्वार की सौंकल’ खुलने से क्या तात्पर्य है।
(a) प्रज्ञा चक्षुओं का खुलना
(b) दरवाजा खुलना
(c) परमात्मा के पास जाने का रास्ता खुल जाना
(च) संसार से विदा होना

Answer

Answer: (a) प्रज्ञा चक्षुओं का खुलना
प्रज्ञा चक्षुओं का खुल जाना जिससे व्यक्ति ज्ञानवान हो जाता है।


Question 2.
‘माझी’ का यहाँ क्या अर्थ है?
(a) नापिक
(b) मध्यस्थ
(c) ईश्वर
(d) गुरु

Answer

Answer: (c) ईश्वर
माझी ईश्वर के लिए प्रयोग हुआ है।


Question 3.
हमारी ईश्वर से कब पहचान होगी?
(a) जब हम कर्मों में लिप्त रहेंगे
(b) जब हम शिक्षा प्राप्त करेंगे
(c) जब हम दूसरों पर उपकार करेंगे
(d) जब हम स्वयं को जानेंगे

Answer

Answer: (d) जब हम स्वयं को जानेंगे


Question 4.
‘वाख’ किसे कहते हैं?
(a) एक पक्षी का नाम है
(b) वाणी को वाख कहते हैं
(c) कश्मीर में कविता को वाख कहते हैं
(d) वाख ईश्वर भक्त को कहते हैं

Answer

Answer: (b) वाणी को वाख कहते हैं


Question 5.
‘जेब टटोलने’ का प्रतीकार्थ है?
(a) आत्मावलोकन करना
(b) खर्च का हिसाब लगाना
(c) माझी को उसका किराया देना
(d) किसी का कणी न रहना

Answer

Answer: (a) आत्मावलोकन करना
जेब टटोलने का अर्थ आत्मावलोकन करना है।


Question 6..
रस्सी का प्रयोग कवयित्री ने किस के लिए किया
(a) ईश्वर तक पहुँचने के लिए
(b) रस्ती का प्रयोग प्राणों के उस सहारे के लिए हुआ है जो हमें ईश्वर तक ले जाता है
(c) रस्सी बंधन का प्रतीक है
(d) रस्सी मोहपाश का प्रतीक है

Answer

Answer: (b) रस्ती का प्रयोग प्राणों के उस सहारे के लिए हुआ है जो हमें ईश्वर तक ले जाता है


Question 7.
‘समखा तभी होगा समभावी’ पंक्ति में निहित जर्घ बताइए।
(a) यमक
(b) रूपक
(c) श्लेष
(d) उत्प्रेक्षा

Answer

Answer: (a) यमक
यमक अलंकार क्यों एक सम का अर्थ शमन करना तथा दूसरे सम का अर्थ समानता का भाव।


Question 8.
‘सुषुम सेतु पर खड़ी थी’ पंक्ति में अर्थ बताइए।
(a) यमक
(b) श्लेष
(c) रूपक
(d) उपमा

Answer

Answer: (c) रूपक
सुषुम रूपी सेतु’ रूपक अलंकार।।


Question 9.
समभावी का क्या अर्थ है?
(a) ईश्वर के साथ समभाव रखना
(b) सभी प्राणियों के साथ समभाव रखना
(c) ईश्वर की साधना करना
(d) कर्म करते रहना

Answer

Answer: (b) सभी प्राणियों के साथ समभाव रखना


Question 10.
भवसागर में कौन-सा अलंकार है?
(a) उपमा
(b) रूपक
(c) अनुप्रास
(d) यमक

Answer

Answer: (b) रूपक
‘भव रूपी सागर’ रूपक अलंकार।


Question 11.
कच्चे धागे किसका प्रतीक हैं?
(a) वस्त्र का
(b) डोर का
(c) कर्मों का
(d) कमजोर व नाशवान सहारे का

Answer

Answer: (d) कमजोर व नाशवान सहारे का


Question 12.
ललयद द्वारा रचित रचना को क्या कहते हैं?
(a) दोहा
(b) पद
(c) वाख
(d) सवैया

Answer

Answer: (c) वाख
वाख कहा जाता है।


Question 13.
ललबद को जन्म में से किस नाम से नहीं जाना जाता?
(a) लल्लेश्वरी
(b) लाल्ल योगेश्वरी
(c) ललारिफा
(d) लंकेश्वरी

Answer

Answer: (d) लंकेश्वरी


Question 14.
ललबद का जन्म कहाँ हुआ था?
(a) हिमाचल प्रदेश में
(b) श्रीनगर में
(c) कश्मीर स्थित पाम्पोर के सिमरा गाँव में
(व) मणिपुर में

Answer

Answer: (c) कश्मीर स्थित पाम्पोर के सिमरा गाँव में


Question 15.
सलबद का जन्म कब हुआ था?
(a) 1520 में
(b) 1520 में
(c) 1420 में
(d) 1620 में

Answer

Answer: (a) 1520 में
सन् 1520 में।


काव्यांश पर आधारित बहुविकल्पीय प्रश्न

रस्सी कच्चे धागे की, खींच रही मैं नाव।
जाने कब सुन मेरी पुकार, करें देव भवसागर पार ।।
पानी टपके कच्चे सकारे, व्यर्थ प्रयास हो रहे मेरे।
जी में उठती रह-रह हूक, घर जाने की चाह है परे ।।

Question 1.
कच्चा धागा किसका प्रतीक है?
(a) कच्चे प्रम का
(b) सच्चे प्रेम का
(c) कमजोर और नाशवान् सहारे का
(d) इनमें से कोई नहीं

Answer

Answer: (c) कमजोर और नाशवान् सहारे का


Question 2.
‘कच्चे सकोरे का क्या आशय है?
(a) स्वाभाविक रूप में कमजोर प्रयास
(b) सार्थक प्रयास
(c) मुक्ति की आकांक्षा
(d) भवसागर पार करने का माध्यम

Answer

Answer: (a) स्वाभाविक रूप में कमजोर प्रयास


Question 3.
कवयित्री को किस घर जाने की चाह हो रही
(a) अपनी माँ के घर
(b) आत्मा का परमात्मा से मिलन परमात्मा के घर
(c) आपने प्रियतम के घर
(d) उपर्युक्त सभी कथन सत्य हैं

Answer

Answer: (b) आत्मा का परमात्मा से मिलन परमात्मा के घर


Question 4.
कवयित्री के मोक्ष प्राप्ति के रास्ते बंद क्यों हैं।
(a) उसके प्रयास कमजोर हैं
(b) उन्होंने नाशवान चीजों का सहारा लिया है
(c) यह मोह ग्रस्त है
(d) वह ईश्वर में विश्वास नहीं रखती

Answer

Answer: (b) उन्होंने नाशवान चीजों का सहारा लिया है


Question 5.
‘रस्सी’ किसके लिए प्रयोग हुआ है?
(a) बंधन के लिए
(b) जीवन रूपी डोर के लिए
(c) ईश्वर प्राप्ति के लिए हो रहे प्रयासों के लिए
(d) परंपरा के लिए

Answer

Answer: (b) जीवन रूपी डोर के लिए


रस्सी कच्चे धागे की खींच रही मैं नाव में कौन सा अलंकार है *?

' रस्सी कच्चे धागे की खींच रही मैं नाव ' में ' रूपक अलंकार ' है ।

रस्सी कच्चे धागे की का क्या आशय है?

✎... रस्सी कच्चे धागे की यह बात कहने के पीछे कवियत्री का आशय साँसो से है। कवियित्री का कहना है कि यह शरीर कच्चे धागे की रस्सी से बना है। हमारी साँसें ही कच्चे धागे के समान है, जिनसे इस नाशवान शरीर की रचना हुई है। ये कच्चे धागे रूपी साँसें पता नही कब साथ छोड़ दें, और फिर ये नाशवान शरीर बेजान हो जायेगा।

पानी टपके कच्चे सकोरे में कौन सा अलंकार है?

आवृत्ति के कारण अनुप्रास अलंकार का प्रयोग हुआ है । 4. 'घर' शब्द का प्रयोग प्रतीकात्मक रूप में किया गया है । यहाँ 'घर' से मतलब है – ईश्वर का घर ।

कच्चे धागे किसका प्रतीक है?

Answer: कच्चा धागा कमजोरी एवं अनिश्चितता का प्रतीक है। कच्चे धागा झूठे प्रयासों और नश्वर संसार का प्रतीक है।