Question 1. Answer: (a) प्रज्ञा चक्षुओं का खुलना Question 2. Answer: (c) ईश्वर Question 3. Answer: (d) जब हम स्वयं को
जानेंगे Question 4. Answer: (b) वाणी को वाख कहते हैं Question 5. Answer: (a) आत्मावलोकन करना Question 6.. Answer: (b) रस्ती का प्रयोग प्राणों के उस सहारे के लिए हुआ है जो हमें ईश्वर तक ले जाता है Question 7. Answer: (a) यमक Question 8. Answer: (c)
रूपक Question 9. Answer: (b) सभी प्राणियों के साथ समभाव रखना Question 10. Answer:
(b) रूपक Question 11. Answer: (d) कमजोर व नाशवान सहारे का Question 12. Answer: (c) वाख Question 13. Answer: (d) लंकेश्वरी Question 14. Answer: (c) कश्मीर स्थित पाम्पोर के सिमरा गाँव में Question 15. Answer: (a) 1520 में काव्यांश पर आधारित बहुविकल्पीय प्रश्न रस्सी कच्चे धागे की, खींच रही मैं नाव। Question 1. Answer: (c) कमजोर और नाशवान् सहारे का Question 2. Answer: (a) स्वाभाविक रूप में कमजोर प्रयास Question 3. Answer: (b) आत्मा का परमात्मा से मिलन परमात्मा के घर Question 4. Answer: (b) उन्होंने नाशवान चीजों का सहारा लिया है Question 5. Answer: (b) जीवन रूपी डोर के लिए रस्सी कच्चे धागे की खींच रही मैं नाव में कौन सा अलंकार है *?' रस्सी कच्चे धागे की खींच रही मैं नाव ' में ' रूपक अलंकार ' है ।
रस्सी कच्चे धागे की का क्या आशय है?✎... रस्सी कच्चे धागे की यह बात कहने के पीछे कवियत्री का आशय साँसो से है। कवियित्री का कहना है कि यह शरीर कच्चे धागे की रस्सी से बना है। हमारी साँसें ही कच्चे धागे के समान है, जिनसे इस नाशवान शरीर की रचना हुई है। ये कच्चे धागे रूपी साँसें पता नही कब साथ छोड़ दें, और फिर ये नाशवान शरीर बेजान हो जायेगा।
पानी टपके कच्चे सकोरे में कौन सा अलंकार है?आवृत्ति के कारण अनुप्रास अलंकार का प्रयोग हुआ है । 4. 'घर' शब्द का प्रयोग प्रतीकात्मक रूप में किया गया है । यहाँ 'घर' से मतलब है – ईश्वर का घर ।
कच्चे धागे किसका प्रतीक है?Answer: कच्चा धागा कमजोरी एवं अनिश्चितता का प्रतीक है। कच्चे धागा झूठे प्रयासों और नश्वर संसार का प्रतीक है।
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