हिन्दुओं की मान्यता है कि श्री राम का जन्म अयोध्या में हुआ था और उनके जन्मस्थान पर एक भव्य मन्दिर विराजमान था जिसे मुगल आक्रमणकारी बाबर ने तोड़कर वहाँ एक मस्जिद बना दी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई में इस स्थान को मुक्त करने एवं वहाँ एक नया मन्दिर बनाने के लिये एक लम्बा आन्दोलन चला। ६ दिसम्बर सन् १९९२ को यह विवादित ढ़ांचा गिरा दिया गया और वहाँ श्री राम का एक अस्थायी मन्दिर निर्मित कर दिया गया। इतिहासराम जन्मभूमि विवाद का संक्षिप्त इतिहास इस प्रकार से है:[2]
इन्हें भी देखें
सन्दर्भ
बाहरी कड़ियाँ
राम मंदिर की शुरुआत कब हुई थी?बताया जाता है कि सिंकदर लोदी के शासनकाल के दौरान भी भव्य राममंदिर था। 14वीं शताब्दी के बाद मुगलों का अधिकार हो गया और 1527-28 के दौरान भव्य राममंदिर को तोड़कर उसकी जगह मस्जिद बना दी गई। इसके बाद 5 अगस्त 2020 को राम मंदिर निर्माण का कार्य फिर से शुरू हुआ।
राम मंदिर कितने वर्ष पुराना है?-1श्री राम मंदिर अयोध्या / आयुnull
अयोध्या का राम मंदिर कब टूटा था?अंतत: 1527-28 में इस भव्य मंदिर को तोड़ दिया गया और उसकी जगह बाबरी ढांचा खड़ा किया गया। कहते हैं कि मुगल साम्राज्य के संस्थापक बाबर के एक सेनापति ने बिहार अभियान के समय अयोध्या में श्रीराम के जन्मस्थान पर स्थित प्राचीन और भव्य मंदिर को तोड़कर एक मस्जिद बनवाई थी, जो 1992 तक विद्यमान रही।
राम मंदिर कब और किसने बनवाया था?
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