राजस्थान का प्रथम वर्ल्ड पार्क स्थित है - raajasthaan ka pratham varld paark sthit hai

रराजस्थान में 5 जंतुआलय , 7 मृगवन ,  3 टाइगर रिजर्व , 3 राष्ट्रीय उद्यान , 14 कंजर्वेशन रिजर्व , 2 रामसर साइट , 2 प्रस्तावित राष्ट्रीय उद्यान , 27 वन्य जीव अभ्यारण , 33 आखेट निषिद्ध क्षेत्र स्थित है ।


🌀 राजस्थान सरकार द्वारा राजस्थान राज्य वनस्पति और जीव के विविध प्रजातियों के संरक्षण परिरक्षण तथा रक्षण के लिए जैव विविधता अधिनियम 2010 पारित किया गया है ।


🌀 वन्य जीव सप्ताह 1 अक्टूबर से 7 अक्टूबर तक मनाया जाता है ।


🌀 राजस्थान राज्य जैव विविधता बोर्ड द्वारा स्वीकृत सूची में राजस्थान में 40 प्रकार दुर्लभ , लुप्त प्राय तथा संकटग्रस्त वनस्पतियां रखी गई है ।


🌀 तो 1 दिन में सर्वाधिक पौधे लगाने का गिनीज बुक वर्ल्ड रिकॉर्ड राजस्थान के डूंगरपुर जिले में बनाया था ।


🌀 धार्मिक स्थलों से जुड़ा पारंपरिक आखेट एवं वन कटाई निषिद्ध क्षेत्र *ओरण* कहलाता है ।


🌀 राजस्थान के किचन गांव जोधपुर में कुरजा पक्षी डेमोसील क्रेन  बहुतायत में देखने को मिलता है जो पश्चिमी राजस्थान में भ्रमण सील पैक पक्षी है ।


🌀 राजस्थान में सबसे बड़ा पवनचक्की पार्क जैसलमेर है ।


🌀 राज्य का सबसे बड़ा वन्य जीव म्यूजियम जयपुर में स्थापित किया गया है ।

🔰राजस्थान के प्रमुख जंतुआलय🔰


◼️ जोधपुर जंतुआलय

▪️ 1936 में स्थापित

▪️ यहां गोडावण पक्षी का कृत्रिम प्रजनन केंद्र है ।


◼️ जयपुर जंतुआलय

▪️ क्या राजस्थान में देश का सबसे प्राचीन जंतुआलय है ।

▪️ इसकी स्थापना 1876 में जयपुर के रामनिवास बाग में की गई ।

▪️ यहां पर मगरमच्छों का  प्रजनन केंद्र है तथा यहां हाल ही में बाघों का प्रजनन केंद्र भी स्थापित किया गया है ।



◼️ ककोटा जंतुआलय

▪️ इसकी स्थापना 1954 में की गई 

▪️  राज्य का सबसे नवीनतम जंतुआलय हैं ।


◼️ उदयपुर जंतुआलय

▪️ 1878 मे उदयपुर के गुलाब बाग में स्थापित किया गया ।

▪️ हाल ही में यहां पक्षी शाला (एवरी)भी विकसित की गई है ।



◼️ बीकानेर जंतुआलय

▪️ 1922 में बीकानेर के सार्वजनिक उद्यान में स्थापित किया गया ।

▪️ वर्तमान में यह जंतुआलय बंद है ।




🔰राजस्थान के मृगवन


◼️ माचिया सफारी मृगवन

▪️ 1985 में जोधपुर से 5 किलोमीटर दूर कायलाना झील के निकट स्थापित किया गया है ।

▪️ इसी पार्क में ऐतिहासिक माचिया दुर्ग स्थित है ।

▪️ यहां राज्य व देश का प्रथम राष्ट्रीय मरू वानस्पतिक उद्यान बनाया गया है जिसमें मरू प्रदेश के प्राकृतिक वनस्पतियों को संरक्षित किया जाएगा ।

▪️ यह मृग वन जोधपुर जिले में स्थित है ।


◼️ अमृता देवी कृष्ण मृगवन

▪️ जोधपुर के खेजड़ली गांव में अमृता देवी के नाम पर स्थापित किया गया ।

▪️ यहां मृग वन जोधपुर जिले में स्थित है ।



◼️ सज्जनगढ़ मृग वन

▪️ उदयपुर में सज्जनगढ़ दुर्ग की तलहटी में 1. 5 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ वन जिसकी स्थापना 1983 में की गई ।

▪️ यह मृग वन उदयपुर जिले में स्थित है।



◼️ चित्तौड़गढ़ मृग वन

▪️ यह चित्तौड़गढ़ के दक्षिणी छोर की दीवारों के सहारे 1969 ईस्वी में स्थापित किया गया है ।



◼️ पुष्कर मृग वन

▪️ 1985 में स्थापित

▪️ अजमेर जिले में स्थित है।


◼️ अशोक विहार मृग वन 

▪️ जयपुर में सचिवालय व विधानसभा भवन के पास स्थित है ।



◼️ संजय उद्यान मृग वन 

▪️ राजमार्ग संख्या आठ पर जयपुर के शाहपुरा के निकट स्थित है।



◼️ कुलिश स्मृति वन 

▪️ झालाना वन क्षेत्र स्थापित है जिसमें इको टूरिज्म पार्क , जीरो फिटिक गार्डन , हॉलिस्टिक वैलनेस पार्क , थेरोपेटीकल गार्डन विकसित किए जा रहे हैं ।

राजस्थान का सामान्य परिचय राजस्थान की सीमा राजस्थान के जिले व संभाग राजस्थान के प्रतीक चिन्ह राजस्थान की जलवायु राजस्थान के भौतिक विभाग राजस्थान के विभिन्न क्षेत्रों के भौगोलिक नाम राजस्थान की झीले राजस्थान की नदियां(बंगाल की खाड़ी तंत्र की नदियां) राजस्थान की नदियां(अरब सागर तंत्र की नदियां) राजस्थान की नदियां(आंतरिक प्रवाह तंत्र की नदियां) राजस्थान की सिंचाई परियोजनाएँ प्राचीन सभ्यताऐं राजस्थान का इतिहास जानने के स्त्रोत गुर्जर प्रतिहार वंश राजपूत युग आमेर का कछवाह वंश सांभर का चौहान वंश मारवाड का राठौड वंश बीकानेर का राठौड़ वंश 1857 की क्रान्ति राजस्थान में किसान तथा आदिवासी आन्दोलन राजस्थान में प्रजामण्डल राजस्थान का एकीकरण राजस्थान जनगणना व साक्षरता - 2011 राजस्थान में वन वन्य जीव अभ्यारण्य राजस्थान में कृषि पशु सम्पदा खनिज संसाधन राजस्थान में ऊर्जा विकास राजस्थान में औद्योगिक विकास राजस्थान में वित्तीय संगठन राजस्थान में पर्यटन विकास राजस्थान में लोक देवता राजस्थान में लोक देवियां राजस्थान में सम्प्रदाय राजस्थान में त्यौहार राजस्थान के मेले राजस्थान में प्रचलित रीति -रिवाज & प्रथाएं आभूषण और वेशभूषा राजस्थान की जनजातियां राजस्थान के दुर्ग भारत की प्रमुख संगीत गायन शैलियां राजस्थान में नृत्य राजस्थान में लोकनाट्य वाद्य यंत्र प्रमुख वादक राजस्थान की चित्र शैलियां लोक कलाएं राजस्थान के लोकगीत राजस्थान में हस्तकला छतरियां , महल &हवेलियां राजस्थान के प्रमुख सांस्कृतिक कार्यक्रम स्थल राजस्थानी भाषा एवं बोलियां राजस्थान में परिवहन राजस्थान की प्रमुख योजनाएं राजस्थान की मिट्टियाँ शिक्षा राजस्थान मंत्रिमंडल और मंत्रियों के विभाग राजस्थान में पंचायती राज व्यवस्था लोकसभा चुनाव-2019 राजस्थान राज्य से राज्यसभा सदस्य राजस्‍थान लोक सेवा आयोग राजस्थान के महत्वपूर्ण पदाधिकारी आर्थिक समीक्षा 2019-20 राजस्थान के प्रमुख व्यक्तित्व राजस्थान इतिहास की प्रसिद्ध महिला व्यक्तित्व ब्रिटिश शासन के दौरान प्रेस और पत्रकारिता मुख्यमंत्री राज्य मंत्रिपरिषद् राज्यपाल राज्य विधान मंडल उच्च न्यायालय राजस्थान राज्य मानवाधिकार आयोग राजस्थान राज्य महिला आयोग राजस्‍व मण्‍डल राजस्‍थान राजस्थान में लोकायुक्त राजस्थानी शब्दावली राजस्थान बजट 2022-23 स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान गठित संगठन महाजनपद काल में राजस्थान एक जिला एक उत्पाद में चिन्हित प्रोडक्ट्स की सूची

राजस्थान जी.के.

राजस्थान का सामान्य परिचय राजस्थान की सीमा राजस्थान के जिले व संभाग राजस्थान के प्रतीक चिन्ह राजस्थान की जलवायु राजस्थान के भौतिक विभाग राजस्थान के विभिन्न क्षेत्रों के भौगोलिक नाम राजस्थान की झीले राजस्थान की नदियां(बंगाल की खाड़ी तंत्र की नदियां) राजस्थान की नदियां(अरब सागर तंत्र की नदियां) राजस्थान की नदियां(आंतरिक प्रवाह तंत्र की नदियां) राजस्थान की सिंचाई परियोजनाएँ प्राचीन सभ्यताऐं राजस्थान का इतिहास जानने के स्त्रोत गुर्जर प्रतिहार वंश राजपूत युग आमेर का कछवाह वंश सांभर का चौहान वंश मारवाड का राठौड वंश बीकानेर का राठौड़ वंश 1857 की क्रान्ति राजस्थान में किसान तथा आदिवासी आन्दोलन राजस्थान में प्रजामण्डल राजस्थान का एकीकरण राजस्थान जनगणना व साक्षरता - 2011 राजस्थान में वन वन्य जीव अभ्यारण्य राजस्थान में कृषि पशु सम्पदा खनिज संसाधन राजस्थान में ऊर्जा विकास राजस्थान में औद्योगिक विकास राजस्थान में वित्तीय संगठन राजस्थान में पर्यटन विकास राजस्थान में लोक देवता राजस्थान में लोक देवियां राजस्थान में सम्प्रदाय राजस्थान में त्यौहार राजस्थान के मेले राजस्थान में प्रचलित रीति -रिवाज & प्रथाएं आभूषण और वेशभूषा राजस्थान की जनजातियां राजस्थान के दुर्ग भारत की प्रमुख संगीत गायन शैलियां राजस्थान में नृत्य राजस्थान में लोकनाट्य वाद्य यंत्र प्रमुख वादक राजस्थान की चित्र शैलियां लोक कलाएं राजस्थान के लोकगीत राजस्थान में हस्तकला छतरियां , महल &हवेलियां राजस्थान के प्रमुख सांस्कृतिक कार्यक्रम स्थल राजस्थानी भाषा एवं बोलियां राजस्थान में परिवहन राजस्थान की प्रमुख योजनाएं राजस्थान की मिट्टियाँ शिक्षा राजस्थान मंत्रिमंडल और मंत्रियों के विभाग राजस्थान में पंचायती राज व्यवस्था लोकसभा चुनाव-2019 राजस्थान राज्य से राज्यसभा सदस्य राजस्‍थान लोक सेवा आयोग राजस्थान के महत्वपूर्ण पदाधिकारी आर्थिक समीक्षा 2019-20 राजस्थान के प्रमुख व्यक्तित्व राजस्थान इतिहास की प्रसिद्ध महिला व्यक्तित्व ब्रिटिश शासन के दौरान प्रेस और पत्रकारिता मुख्यमंत्री राज्य मंत्रिपरिषद् राज्यपाल राज्य विधान मंडल उच्च न्यायालय राजस्थान राज्य मानवाधिकार आयोग राजस्थान राज्य महिला आयोग राजस्‍व मण्‍डल राजस्‍थान राजस्थान में लोकायुक्त राजस्थानी शब्दावली राजस्थान बजट 2022-23 स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान गठित संगठन महाजनपद काल में राजस्थान एक जिला एक उत्पाद में चिन्हित प्रोडक्ट्स की सूची

राजस्थान का सामान्य परिचय

राजस्थान क्षेत्रफल की दृष्टि से हमारे देश का सबसे बड़ा राज्य है। 1 नवम्बर 2000 को मध्यप्रदेश से छत्तीसगढ़ का गठन हुआ और उसी दिन से राजस्थान देश का सबसे बड़ा राज्य बना।

राजस्थान का कुल क्षेत्रफल 3,42,239 वर्ग कि.मी. है। जो कि देश का 10.41 प्रतिशत है। क्षेत्रफल की दृष्टि से राजस्थान की तुलना की जाये तो - राजस्थान श्रीलंका से पांच गुना, चेकोस्लोवाकिया से तीन गुना, इजराइल से सत्रह गुना तथा इंग्लैण्ड से दुगुने से भी बड़ा है। जापान की तुलना में राजस्थान कुछ ही छोटा है।

छठी सताब्दी के बाद राजस्थानी भू भाग में राजपूत राज्यों का उदय प्रारंभ हुआ । राजपूत राज्यों की प्रधानता के कारण इसे राजपुताना कहा जाने लगा।

वैदिक काल में ऋगवेद में राजस्थान को ‘ब्रह्मवर्त’ तथा रामायण में वाल्मीकि ने राजस्थान प्रदेश को ‘मरुकांतर’ कहा है। राजस्थान शब्द का प्राचीनतम उपयोग ‘राजस्थानियादित्य’ वि संवत 682 में उत्कीर्ण वसंतगढ़ (सिरोही ) के शिलालेख में मिलता है। उसके बाद मुहणोत नैणसी की ख्यात व राजरूपक में राजस्थान शब्द का प्रयोग हुआ है। लेकिन यह शब्द राजपूताना के इस भू-भाग के लिए प्रयोग नहीं हुआ है।

सन् 1800 ई.में आरलैण्ड के निवासी जार्ज थामस ने राजस्थान के इस भाग के लिए ‘राजपुताना’ की संज्ञा दी। इस बात का उल्लेख विलियम फ्रेंकलिन की पुस्तक “Military Memoirs Of Mr. George Thomas” में आता है।

कर्नल जेम्स टॉड ने इस राज्य को “रायथान” कहा क्योंकि स्थानीय साहित्य एवं बोलचाल में राजाओं के निवास के प्रान्त को ‘रायथान’ कहते थे। 19 वी. सदी में कर्नल जम्स टाॅड ने अपनी पुस्तक “एनाॅल्स एंड एटीक्विटिज आॅफ राजस्थान” मेे राजस्थान शब्द का प्रयोग किया। इस पुस्तक का दूसरा नाम “द सेंट्रल एंड वेस्टर्न राजपूत स्टेट्स ऑफ इंडिया” है।

इस पुस्तक का पहली बार हिन्दी अनुवाद राजस्थान के प्रसिद्ध इतिहासकार गौरीशंकर हीराचंद ओझा ने किया। इसे हिन्दी में “प्राचीन राजस्थान का विश्लेषण” कहते है। कर्नल जेम्स टाॅड 1818-1821 के मध्य मेवाड़ (उदयपुर) प्रांत में पोलिटिकल ऐजेन्ट थे। उन्होने अपने घोडे़ पर बैठकर घूम-घूम कर इतिहास लेखन किया अतः कर्नल जम्स डाॅड को घोडे वाला बाबा के नाम से भी जाना जाता है।

30 मार्च,1949 को चार बड़ी रियासतों - जयपुर, जोधपुर, जैसलमेर एवं बीकानेर का राज्य में विलय होने के बाद वृहत राजस्थान का गठन हुआ। तभी से 30 मार्च को ‘राजस्थान दिवस’ के रूप में मनाया जाता है।

26 जनवरी 1950 को विधिवत् रूप से इस प्रदेश का नाम राजस्थान स्वीकार किया गया।

राज्य के पहले राजप्रमुख जयपुर के महाराजा सवाई मानसिंह एवं प्रथम प्रधानमंत्री(मुख्यमंत्री) श्री हीरालाल शास्त्री बने। 1952 में हुए आम चुनावों के बाद प्रथम निर्वाचित मुख्यमंत्री श्री टीकाराम पालीवाल बने।

1 नवंबर 1956 को राज्य पुनर्गठन के बाद राजप्रमुख का पद समाप्त कर दिया व राज्यपाल का पद सृजित हुआ। सरदार गुरूमुख निहालसिंह राज्य के पहले राज्यपाल(मुख्यमंत्री श्री मोहनलाल सुखाड़िया) बने।

2011 में राजस्थान की कुल जनसंख्या 68,548,437 थी जो की देश की जनसंख्या का 5.67 प्रतिशत है।

प्रश्न    निम्नलिखित में से किसने 17 दिसंबर 2018 को राजस्थान के मुख्यमंत्री के रूप में तीसरी बार शपथ ग्रहण की -
 (अ) भैरों सिंह शेखावत
 (ब) अशोक गहलोत
 (स) तरुण तेजपाल
 (द) सचिन पायलट
 उत्तर   SHOW ANSWER

अशोक गहलोत ने राजस्थान के 22वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। राज्यपाल कल्याण सिंह ने उन्हें शपथ दिलाई। वे तीसरी बार राजस्थान के मुख्यमंत्री बने हैं। उनके साथ सचिन पायलट ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। समारोह में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह मौजूद रहे। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी शामिल हुईं। शपथ ग्रहण में संभावित महागठबंधन के 12 दलों के नेता नजर आए। अशोक गहलोत 1998 में पहली बार मुख्यमंत्री बने थे। तब उनकी उम्र 47 थी। इसके बाद 2008 में उन्हें सत्ता की कमान मिली।

आप भारत के सभी राज्यों के वर्तमान मुख्यमंत्री की सूची यहां देख सकते हैं।

राजस्थान की स्थिति, विस्तार, आकृति, एवं भौतिक स्वरूप

भुमध्य रेखा के सापेक्ष राजस्थान उतरी गोलाद्र्व में स्थित है।

ग्रीन वीच रेखा के सापेक्ष राजस्थान पुर्वी गोलाद्र्व में स्थित है।

ग्रीन वीच व भुमध्य रेखा दोनों के सापेक्ष राजस्थान उतरी व पूर्वी गोलाद्र्व में स्थित है।

राजस्थान राज्य भारत में उत्तरी-पश्चिमी भाग में 23० 3' से 30० 12' उत्तरी अक्षांश (विस्तार 7० 9') तथा 69० 30' से 78० 17' पूर्वी देशान्तर (विस्तार 8० 47') के मध्य स्थित है।

राजस्थान का अक्षांशीय अंतराल - 7०9'

राजस्थान का देशान्तरीय अंतराल - 8०47'

विस्तार - उत्तर से दक्षिण तक लम्बाई 826 कि. मी. व विस्तार उत्तर में कोणा गाँव (गंगानगर) से दक्षिण में बोरकुण्ड गाँव(कुशलगढ़, बांसवाड़ा) तक है।

पुर्व से पश्चिम तक चौड़ाई 869 कि. मी. व विस्तार पुर्व में सिलाना गाँव(राजाखेड़ा, धौलपुर) से पश्चिम में कटरा(फतेहगढ़,सम, जैसलमेर) तक है।

राज्य की पूर्व से पश्चिम चौड़ाई और उत्तर से दक्षिण लम्बाई में 43 किमी. का अंतर है। पूर्व से पश्चिम व उत्तर से दक्षिण को मिलाने वाली रेखाएं नागौर जिले में एक दुसरे को काटती है।

कर्क रेखा

23० 30' उतरी अक्षाश को कर्क रेखा कहते है। कर्क रेखा भारत के आठ राज्यों से होकर गुजरती है - 1. गुजरात 2. राजस्थान 3. मध्यप्रदेश 4. छत्तीसगढ़ 5. झारखण्ड 6. पश्चिम बंगाल 7. त्रिपुरा 8. मिजोरम

कर्क रेखा राजस्थान के बांसवाड़ा के मध्य से होकर गुजरती है। डूंगरपूर जिले को स्पर्श(चिखली गांव के नजदीक से) करती है।

बांसवाड़ा शहर कर्क रेखा से राज्य का सर्वाधिक नजदीक शहर है।

राजस्थान में कर्क रेखा बाॅंसवाडा जिले के कुशलगढ़ तहसील से होकर गुजरती है। अतः बांसवाडा जिले में सूर्य की किरणे सर्वाधिक सीधी पड़ती है। जबकी श्री गंगानगर जिला कर्क रेखा से सर्वाधिक दूरी पर स्थित है अतः श्री गंगानगर जिले में सूर्य की किरणे सर्वाधिक तिरछी पडती है।

राज्स्थान में सबसे पहले सूर्य उदय धौलपुर जिले के सिलाना गाॅंव में होता है। राजस्थान में सबसे बाद में सूर्यउदय जैसलमेर जिले के कटरा गाॅंव में होता है और यही पर सबसे बाद में सूर्यस्त होता है।

राजस्थान का प्रथम वर्ल्ड पार्क स्थित है - raajasthaan ka pratham varld paark sthit hai

राजस्थान का मानक समय भारत के मानक समय 82½ पूर्वी देशांतर के अनुरूप ही है।

आकृति

राजस्थान की आकृति सबसे पहले विषम कोणीय चतुर्भुज(या पतंग) विद्वान टी. एच. हेण्डले ने बतायी थी।

राज्य का सबसे उच्चत्म बिन्दु गुरूशिखर(1722 मी.) है जबकि सबसे निम्नतम बिन्दु सांभर झील है। जिसका क्षेत्र समुद्रतल से भी नीचा है।

राजस्थान का प्रथम नेशनल पार्क कौन सा है?

रणथम्भोर राष्ट्रीय उद्यान यह राज्य का प्रथम राष्ट्रीय उद्यान है जो सवाई माधोपुर जिले में 39,200 हैक्टेयर क्षेत्र में सन 1955 में अभ्यारण्य के रुप में स्थापित किया गया था। वर्तमान में इसका नाम "राजीव गांधी राष्ट्रीय उधान" कर दिया ।

राजस्थान में राष्ट्रीय पार्क कितनी है?

राजस्थान में राष्ट्रीय उद्यानों की कुल संख्या पाँच (5) है। राजस्थान में 5 मौजूदा राष्ट्रीय उद्यान हैं जो 3,947.07 किमी 2 के क्षेत्र को कवर करते हैं, जो राजस्थान के भौगोलिक क्षेत्र का 1.15% है (राष्ट्रीय वन्यजीव डेटाबेस, दिसंबर 2021)।

राजस्थान का सबसे बड़ा उद्यान कौन सा है?

मरुभूमि राष्ट्रीय उद्यान राजस्थान के थार मरुस्थल में अवस्थित है। यह जैसलमेर जिले से 40 किलोमीटर दूर है। यह उद्यान न केवल राज्य का सबसे बड़ा उद्यान है बल्कि पूरे भारत में इसके बराबर का कोई राष्ट्रीय उद्यान नहीं है। उद्यान का कुल क्षेत्र 3162 वर्ग किलोमीटर है।

राजस्थान में प्रथम जैविक उद्यान कहाँ स्थापित किया गया है?

सज्जनगढ़ जैविक उद्यान एक जैविक उद्यान (Biological Park) है जो भारत के राजस्थान राज्य के उदयपुर जिले में स्थित है। यह उद्यान मानसून पैलेस से लगभग ४ किलोमीटर दूर है।