राजप्पा द्वारा नागराजन के अलबम चुराने में कौन सा भाव दिखता है? - raajappa dvaara naagaraajan ke alabam churaane mein kaun sa bhaav dikhata hai?

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टिकट अलबम

Exercise : Solution of Questions on page Number : 84


प्रश्न 1: अलबम पर किसने और क्यों लिखा? इसका असर क्लास के दूसरे लड़के-लड़कियों पर क्या हुआ?
उत्तर 1: अलबम के, पहले पृष्ठ पर ‘नागराजन’ के मामा ने मोती जैसे अक्षरों में लिखा भेजा था-
‘ए. एम. नागराजन’
“ इस अलबम को चुराने वाला बेशर्म है। ऊपर लिखें नाम को कभी देखा है? यह अलबम मेरा है। जब तक घास हरी है और कमल लाल, सूरज जब तक पूर्व से उगे और पश्चिम में छिपे, उस अनंत काल तक के लिए यह अलबम मेरा है, रहेगा।”
ऐसा करने से इस अलबम को कोई नहीं चुरा सकेगा। और अगर किसी नें इसे चुराया तो वह जल्द ही पकड़ा जाएगा।
इसका असर क्लास के दूसरे लड़के-लड़कियों पर भी पड़ा। लड़कों ने इसे अपने अलबम में उतार लिया, लड़कियों ने झट कापियों और किताबों में टीप लिया।


प्रश्न 2: नागराजन के अलबम के हिट हो जाने के बाद राजप्पा के मन की क्या दशा हुई ?
उत्तर 2: नागराजन के अलबम के हिट हो जाने के बाद राजप्पा का मन दुःखी हो गया और नागराजन के प्रसिद्ध होने के कारण उसके मन में जलन की भावना आ गई, क्योंकि इससे पहले राजप्पा के अलबम की धूम थी।


प्रश्न 3: अलबम चुराते समय राजप्पा किस मानसिक स्थिति से गुज़र रहा था?
उत्तर 3: अलबम चुराते समय राजप्पा का मन घबरा रहा था, उसका पूरा शरीर जल रहा था, गला सूख रहा था और चेहरा तमतमाने लगा था, क्योंकि उसे यह पता था कि वह गलत कर रहा है और ऐसा करने से वह पकड़ा जाएगा।


प्रश्न 4: राजप्पा ने नागराजन का टिकट-अलबम अँगीठी में क्यों डाल दिया?
उत्तर 4: राजप्पा को डर था कि कहीं उसकी चोरी पकड़ी न जाए, कहीं पुलिस उसे पकड़ कर न ले जाए।


प्रश्न 5: लेखक ने राजप्पा के टिकट इकट्ठा करने की तुलना मधुमक्खी से क्यों की?
उत्तर 5: जिस तरह मधुमक्खी धीरे-धीरे शहद इकट्ठा करती है उसी प्रकार राजप्पा ने भी सुबह से शाम तक सभी दोस्तों के घर के चक्कर काट-काट कर, एक-एक करके सारी टिकटों को एक अलबम में इकट्ठा करके रखा। दोनों के काम में काफी समानता है। इसी कारण लेखक ने राजप्पा के टिकट इकट्ठा करने की तुलना मधुमक्खी से की है।


प्रश्न 1: टिकटों की तरह ही बच्चे और बड़े दूसरी चीज़ें भी जमा करते हैं। सिक्के उनमें से एक हैं। क्या तुम कुछ अन्य चीज़ों के बारे में सोच सकते हो जिन्हें जमा किया जा सकता है? उनके नाम लिखो।
उत्तर 1: टिकटों की तरह ही बच्चें और बड़े दूसरी चीज़ें भी जमा करते हैं जैसे-
(i) पुराने सिक्के।
(ii) तरह-तरह के शंख या सीपें।
(iii) सोने या चाँदी के कीमती गहनें।
(iv) कुछ विशेष पेड़ों या पौधों की पत्तियाँ।
(v) दूसरे देशों के रूपए के नोट आदि।


प्रश्न 2: टिकट-अलबम का शौक रखने के राजप्पा और नागराजन के तरीके में क्या फ़र्क है? तुम अपने शौक के लिए कौन-सा तरीका अपनाओगे ?
उत्तर 2: राजप्पा ने टिकट-अलबम में टिकट इकट्ठा करने के लिए काफी परिश्रम किया था। जैसे कि उसने एक देश के टिकट देकर दूसरे देश का टिकट लिया, सुबह से शाम तक दौड़-धूप करने के बाद टिकट इकट्ठा किया था।
परन्तु नागराजन का टिकट-अलबम उसके मामा ने उसके लिए बना-बनाया भिजवा दिया था; अतः नागराजन को इसके लिए किसी प्रकार की कोई मेहनत नहीं करनी पड़ी।


प्रश्न 3: इकट्ठा किए हुए टिकटों का अलग-अलग तरह से वर्गीकरण किया जा सकता है। जैसे, देश के आधार पर। ऐसे और आधार सोचकर लिखो।
उत्तर 3: अगर वर्गीकरण के आधार पर ध्यान दें तो निम्नलिखित आधार पर टिकट का वर्गीकरण किया जा सकता है-
(i) देश के आधार पर
(ii) रंगों के आधार पर
(iii) छोटे तथा बड़े आकार के आधार पर
(iv) मूल्य के आधार पर।


प्रश्न 4: कई लोग चीज़ें इकट्ठा कर ‘गिनीज़ बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड’ में अपना नाम दर्ज करवाते हैं। इसके पीछे उनकी क्या प्रेरणा होती होगी? सोचो और अपने दोस्तों से इस पर बातचीत करो।
उत्तर 4: इसके पीछे उनकी यही प्रेरणा होती है कि उन्हें प्रसिद्धि मिले, पूरा संसार उन्हें जानें।


Exercise : Solution of Questions on page Number : 85


प्रश्न 1: निम्नलिखित शब्दों को कहानी में ढूँढ़कर उनका अर्थ समझो। अब स्वयं सोचकर इनसे वाक्य बनाओ-
खोंसना
जमघट
टटोलना
कुढ़ना
अगुआ
पुचकारना
खलना
हेकड़ी
उत्तर 1: (i) खोंसना – शीला ने अपनी साड़ी का पल्लु खोंस लिया।
(ii) जमघट – गंगा नदी के तट पर आज जमघट लगा हुआ था।
(iii) टटोलना – चोरी होने की बात सुनकर सबने अपनी-अपनी जेबों को टटोलना शुरु कर दिया।
(iv) कुढ़ना – शोभा की तरक्की को देखकर तुम्हें कुढ़ना नहीं चाहिए।
(v) अगुआ − राम अपनी कक्षा का अगुआ बनकर चल रहा था।
(vi) पुचकारना – हँसमुख और प्यारे बच्चों को देखकर उन्हें पुचकारने का मन करता है।
(vii) खलना − वह अपने काम के कारण सबकी आँखों में खलने लगा है।
(viii) हेकड़ी- ज़्यादा हेकड़ी मत दिखाओ नहीं तो मुझे क्रोध आ जाएगा।


प्रश्न 2: कहानी से व्यक्तियों या वस्तुओं के लिए प्रयुक्त हुए ‘नहीं’ अर्थ देने वाले शब्दों (नकारात्मक विशेषण) को छाँटकर लिखो। उनका उल्टा अर्थ देने वाले शब्द भी लिखो।
उत्तर 2: नकारात्मक विशेषण, उनका उल्टा अर्थ देने वाले शब्द :-
(i) शर्म – बेशर्म (नकारात्मक विशेषण)
(ii) टिकट – बगैर टिकट (नकारात्मक विशेषण)
(iii) मशहूर – बदनाम (नकारात्मक विशेषण)
(vi) मान − अपमान (नकारात्मक विशेषण)
(v) उत्तर − निरूत्तर (नकारात्मक विशेषण)


राजप्पा द्वारा नागराजन के अलबम चुराने में कौनसा भाव दिखाई देता है?

नागराजन शांतिपूर्वक सभी को अपना अलबम दिखाता, पर किसी को हाथ नहीं लगाने देताअलबम को गोद में रख लेता और एक- एक पन्ना पलटता, लड़के बस देखकर खुश होते । और तो और कक्षा की लड़कियाँ भी उस अलबम को देखने के लिए उत्सुक थीं । पार्वती लड़कियों की अगुवा बनी और अलबम माँगने आई।

राजप्पा ने नागराजन का अलबम को क्या किया?

उसे अलबम से चिढ़ होने लगी थी। उसे लगा, अलबम वाकई कूड़ा हो गया है। उस दिन शाम उसने जैसे तय कर लिया था, वह नागराजन के घर गया। अब कोई कितना अपमान सहे!

राजप्पा के अलबम की तुलना नागराजन के अलबम से क्यों होने लगी?

राजप्पा के अलबम की शान घट गई। लड़के उसके अलबम को फिसड्डी और कूड़ा कहने लगे थे। उसके अलबम को कोई पसंद नहीं करता था। यही कारण है कि राजप्पा को अपने अलबम से चिढ़ होने लगी

राजप्पा ने नागराजन का अलबम अंगूठी में क्यों डाल दिया?

राजप्पा यह सोचकर डर गया कि पुलिस के तलाशी लेने पर वह पकड़ा जाएगा इसलिए घबराहट में उसने नागराजन का अलबम अँगीठी में डाल दिया। प्रश्न 5. लेखक ने राजप्पा के टिकट इकट्ठा करने की तुलना मधुमक्खी से क्यों की?