ओट्स सेहत के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है. यह वजन कम करके इम्यूनिटी भी बनाता है. इसमें फाइबर एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन ई भरपूर होते हैं और उसका सेवन नाश्ते में करना सब से लाभकारी माना जाता है. नाश्ते में ओट्स खाने से आप पूरे दिन एनर्जेटिक रह सकते हैं. साथ ही इससे भूख भी कम लगती है. हम आपको बताने जा रहे हैं. ओट्स पोषक तत्वों से भरपूर होता है. नाश्ते में ओट्स खाने से इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स अच्छी तरह से सोख लेता है और शरीर को ऊर्जा मिलती है. इसमें जिंक कैल्शियम प्रोटीन आयरन, विटामिन, बी विटामिन ई और मैग्नीज भी अच्छी मात्रा में पाया जाता है. ऐसे में हम यहां आपको बताएंगे कि रोजाना ओट्स खाने के सेहत को क्या-क्या फायदे हो सकते हैं. चलिए जानते हैं. Show
वजन कंट्रोल- नाश्ते में ओट्स खाने से वजन कंट्रोल में रहता है. इससे फाइबर की मात्रा अधिक होने से पेट भरा रहता है. जल्दी भूख नहीं लगती. इससे वजन भी नियंत्रण में रहता है. पाचन- ओट्स खाने से पाचन क्रिया दुरुस्त रहती है. इससे गैस नहीं बनती. कब्ज से भी राहत मिलती है. इसमें फाइबर होने के कारण यह पेट को साफ रखता है. आंतों की सफाई भी करता है. ह्रदय- नाश्ते में ओट्स खाना ह्रदय के लिए बहुत ही अच्छा होता है. वह खाने से शरीर में जमा ब्रेड पैलेस टो धीरे-धीरे कम हो जाता है इम्यूनिटी- नाश्ते में ओट्स खाकर आप अपनी इम्यूनिटी बढ़ा सकते हैं और विटामिन मिनरल्स और प्रोटीन से भरपूर होता है. इसमें बीटा ग्लूकोल भी होता है जो आपकी इम्युनिटी बढ़ाता है. एनर्जेटिक- नाश्ते में ओट्स खाने से आप पूरे दिन एनर्जेटिक रह सकते हैं क्योंकि इसमें कैल्शियम, पोटेशियम, विटामिन बी होता ही है जो कि शरीर में उर्जा बनाए रखता है. डायबिटीज-डायबिटीज के रोगी भी नाश्ते में ओट्स का सेवन कर सकते हैं. उसमें भरपूर फाइबर होता है और यह रक्त शर्करा के स्तर को कम करने में कारगर भी होता है. साथ ही कैलाश चोर और डायबिटीज को भी कम करने में मदद करता है, लेकिन इसका उपयोग सीमित मात्रा में ही सही रहता है. ये भी पढ़ें-इन तरीको से बढ़ाएं शादी में चेहरे का निखार, दिखेंगी सबसे खूबसूरत क्लींजर, मिसेलर वॉटर और मेकअप रिमूवर में क्या है अंतर? जानें Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों की एबीपी न्यूज़ पुष्टि नहीं करता है. इनको केवल सुझाव के रूप में लें. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें. Check out below Health Tools- Calculate The Age Through Age Calculator सुबह का नाश्ता हमेशा हेल्दी और हैवी होना चाहिए, इस बात को आप बचपन से ही सुनते आ रहे होंगे। कई लोग तो इसको फॉलो करते हैं, लेकिन कई लोग इस बात को अनसुना ही करते आ रहे हैं। ऑफिस/कॉलेज जल्दी जाने के चक्कर में या फिर फास्ट फूड खाने के लिए अक्सर हेल्दी नाश्ते की जगह समोसा, कचौड़ी या पोहा खा लेते हैं, जो कि अनहेल्दी होता है। वहीं कुछ लोग ऐसी चीज खाना भी पसंद करते हैं, जिसकी मार्केटिंग अधिक होती है और टीवी पर एड ज्यादा आते हैं। अब आप हेल्दी ब्रेकफास्ट भी करना चाहते हैं और अपने स्वाद से भी कोई समझौता नहीं करना चाहते, तो इसका हल है ओट्स (Oats)। जी हां, ओट्स ऐसा हेल्दी अनाज है, जो टेस्ट में काफी अच्छा होता है और जिसे खाने के कई हेल्दी बेनिफिट्स भी होते हैं। साथ ही साथ इसे खाने से आपका पेट भी भर जाता है और काम करने के लिए पर्याप्त एनर्जी भी मिल जाती है। इसमें कई तरह के पोषक तत्व भी होते हैं, जो स्वास्थ्य की दृष्टि से काफी हेल्दी है। इसे कई तरह से बना सकते हैं, जैसे-नमकीन, मीठा आदि। इसलिए आज मैं ओट्स के फायदे (benefits of oats in hindi) के बारे में बता रहा हूं, जिनके बारे में जानकर आप भी उसे अपने ब्रेकफास्ट में एड कर लेंगे। Table of Contents
ओट्स के बारे में ये जानना भी है जरूरी (Know more about Oats and Oatmeal In Hindi)आज हम आपको ओट्स के न्यूट्रिएंट्स (oats nutrition in Hindi)और उसके फायदों के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें जानकर आप भी इसे अपने ब्रेकफास्ट में शामिल करेंगे, जिससे आपको कई हेल्दी बेनिफिट्स मिलेंगे। ओट्स का वैज्ञानिक नाम "एवेना सतीवा" है, जिसे जई भी कहा जाता है, जो कि एक साबुत अनाज है। हरियाणा और पंजाब इलाके में इसकी पैदावार अधिक होती है। आजकल मार्केट में इसके कई फ्लेवर भी आते हैं, लेकिन बिना फ्लेवर का ओट्स प्राकृतिक होता है, जिसमें ही सारे विटामिन्स, न्यूट्रिएंट्स, मिनरल्स आदि पाए जाते हैं। जानकारी के मुताबिक पहले ओट्स को सिर्फ घास चरने वाले जानवर खाया करते थे, लेकिन फिर उसे फैक्ट्री में लाकर इंसानों के खाने लायक बनाया गया और उसकी जांच की गई तो पता चला कि इसे खाने के काफी फायदे हैं। फिर क्या था, धीरे-धीरे इसकी डिमांड बढ़ती गई और आज कई लोग इसे अपने ब्रेकफास्ट, स्नैक्स डाइट में शामिल करते हैं। इसे बनाने में काफी कम समय लगता है, इस कारण ये लोगों की पसंद बना हुआ है। ओट्स के फायदे (Oats Health Benefits in Hindi)1. न्यूट्रिएंट्स में हाईओट्स का न्यूट्रिशन काफी बैलेंस है, जिस कारण हर फिटनेस फ्रीक पर्सन इसका सेवन करता है। ये कार्ब और फाइबर का काफी अच्छा सोर्स है जिसमें पावरफुल फाइबर बीटा-ग्लूकन भी पाया जाता है। साथ ही साथ इसमें काफी मात्रा में प्रोटीन और हेल्दी फैट पाया जाता है। इसमें सभी जरूर न्यूट्रिएंट्स, विटामिन्स, मिनरल्स, एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं। हाफ कप यानि 78 ग्राम रॉ ओट्स में न्यूट्रिशन
RDI - Reference Daily Intake (रोजाना शरीर की जरुरत) साथ ही साथ इसमें कुछ मात्रा में कैल्शियम, पौटेशियम, विटामिन B6 और विटामिन B3 भी पाया जाता है। 2. वजन कम करने में करता है मददओट्स या उसका आटा न सिर्फ टेस्टी है, बल्कि ये पेट भरने के भी काम आता है। इसे खाने से आपका पेट काफी देर तक भरा रहता है और आप कम खाते हैं, जिससे आपको वजन कम करने में मदद मिल सकती है। इसमें मौजूद बीटा-ग्लूकेन आपकी भूख को रोककर रखता है। साथ ही साथ बीटा-ग्लूकेन पेप्टाइड YY (PYY) हार्मोन को प्रोड्यूस करता है, जिससे आप कम कैलोरी खाते हैं और इससे आपके मोटापे का खतरा कम हो सकता है। 3. स्किन केयर में करता है मददओट्स के आटे का प्रयोग स्किन केयर और स्किन केयर प्रोडक्ट्स बनाने में किया जाता है। इन प्रोडक्ट्स में अक्सर जई को "कोलाइडल दलिया" के रूप में एड करते हैं। FDA ने 2003 में एक स्किन केयर प्रोडक्ट के रूप में जई के आटे को मंजूरी दी, लेकिन वास्तव में, जई का खुजली और स्किन में होने वाली जलन के इलाज में उपयोग काफी सदियों से चला आ रहा है। उदाहरण के लिए, ओट-बेस्ड स्किन प्रोडक्ट्स एक्जिमा के लक्षणों (Symptoms ) में भी सुधार कर सकते हैं। लेकिन ध्यान दें, स्किन की देखभाल से स्किन पर ओट्स प्रोडक्ट्स लगाने से ही बेनिफिट्स मिलते हैं, न कि ओट्स खाने से। 4. ब्लड शुगर को करता है कंट्रोलटाइप 2 डायबिटीज एक आम बीमारी है, जो कि ब्लड में शुगर की मात्रा बढ़ने के कारण होती है। यह आमतौर पर हार्मोन इंसुलिन के में कमी के कारण होती है। ओट्स ब्लड शुगर के लेवल को कम करने में मदद कर सकता है, खासकर उन लोगों में जो अधिक वजन वाले हैं या जिन्हें टाइप 2 डायबिटीज है। इससे ब्लड प्रेशर 7.5 प्वाइंट और डायस्टोलिक ब्लड प्रेशर 5.5 प्वाइंट तक कम किया जा सकता है। ओट्स इंसुलिन सेंसेटिविटी में भी सुधार भी कर सकते हैं। इन इफेक्ट्स को मुख्य रूप से बीटा-ग्लूकेन की एक मोटी जेल बनाने की क्षमता के लिए जिम्मेदार ठहराया जाता है, जो पेट को खाली करने और ब्ल्ड में ग्लूकोज को अब्जॉर्बशन करता है। 5. हाई कोलेस्ट्रॉल को करता है कमहार्ट डिसीज विश्व स्तर पर सबसे अधिक मृत्यु का सबसे बड़ा कारण है, जिसमें सबसे बड़ा योगदान होता है हाई ब्लड कोलेस्ट्रॉल का। कई रिसर्च से पता चलता है, कि जई में मौजूद बीटा-ग्लूकेन फाइबर टोटल एलडीएल कोलेस्ट्रॉल (LDL Cholesterol) के लेवल को कम करने में भी मदद करता है। साथ ही इसमें सॉल्युबल फाइबर भी होता है, जो पानी में आसानी से घुल जाता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करते हैं, जिससे हार्ट डिसीज का खतरा कम हो जाता है। तो अब आप समझ ही गए होंगे कि दाने जैसे दिखने वाले इस अनाज के कितने सारे बेनिफिट्स होते हैं। बस देर किस बात की अपने ब्रेकफास्ट को रिप्लेस कीजिए ओट्स से, फिर देखिए आप कैसे अपने आप को एनर्जेटिक महसूस करेंगे। बॉडी बिल्डिंग, वेट लॉस और न्यूट्रिशन की अधिक जानकारी के लिए आप MXP हिंदी के हेल्थ सेक्शन को पढ़ सकते हैं। क्या हमें रोज ओट्स खाना चाहिए?समरी: ओट्स के फायदे में कम कैलोरी तत्व और उच्च आहार फाइबर होते हैं, आप अपने शरीर के लिए संपूर्ण पोषण प्राप्त करने के लिए अपने दिन में किसी भी समय इसका सेवन कर सकते हैं।
ओट्स खाने का सही समय क्या है?सुबह के समय में हल्का और पौष्टिक से भरपूर भोजन करने से आपका पेट लंबे समय तक भरा रहता है. ये आपकी भूख को शांत रखने में मदद करता है और मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने का काम करता है. इसकी वजह से वजन घटाने में मदद मिलती है. ओट्स खाने में मीठा और स्वादिष्ट होता है जो स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है.
ओट्स खाने से क्या नुकसान है?* ओट्स के 3 नुकसान- Oats Side Effects
2. बाजार में कई प्रकार के ओट्स आसानी से मिल जाते हैं, यदि आप कम पोषक तत्व वाले ओट्स ज्यादा मात्रा में खाएंगे तो आपको माइग्रेन, मोतियाबिंद, अधिक नींद आना, हड्डियों में दर्द, थकान तथा शुगर मिक्स ओट्स खाने से मधुमेह रोगियों के लिए हानिकारक साबित हो सकता है।
1 दिन में कितना ओट्स खाना चाहिए?द लाइफहैकर के अनुसार, लगभग 8 टेबलस्पून दलिया खाने से आपको शरीर की आवश्यक दैनिक प्रोटीन की अनुशंसित मात्रा का 15 प्रतिशत मिल सकता है. विटामिन ई से समृद्ध होने के अलावा, ओट्स ग्लूटामाइन से भरा होता है जो आपके मांसपेशी फाइबर को तेजी से पुनर्जीवित करने में मदद करता है.
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