पर्यावरण को साफ रखना क्यों आवश्यक है? - paryaavaran ko saaph rakhana kyon aavashyak hai?

पर्यावरण को साफ रखना क्यों आवश्यक है? - paryaavaran ko saaph rakhana kyon aavashyak hai?

सवाल: पर्यावरण को साफ एवं स्वच्छ रखना क्यों आवश्यक है?

पर्यावरण हमारे जीवन का एक अभिन्न अंग है, जिस पर हमारे जीवन निर्भर करता है। पर्यावरण प्रदूषित या साफ ना होने पर गंदे की फैलती है, जिसमें की छोटे-छोटे मच्छर और रोगाणु का निर्माण होता है। और इन मच्छर एवं रोगाणु से कई प्रकार की बीमारियों का निर्माण होता है, जिससे कि व्यक्ति बीमार पड़ता है, और कई लोगों की मृत्यु हो जाती है। बीमारी को कम करने के लिए और प्रदूषित को कम करने हेतु वातावरण को साफ रखना अति आवश्यक होता है। जिससे कि मात्र मच्छर एवं रोगाणु पैदा नहीं होगी, वह बीमारियां कम होने लगेगी। हमें पर्यावरण को साफ रखना अति आवश्यक है, हमें अपने आसपास की वस्तुओं को साफ रखें और गंदगी को ना आने दे।

पर्यावरण को साफ रखना क्यों आवश्यक है? - paryaavaran ko saaph rakhana kyon aavashyak hai?

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विषयसूची

  • 1 पर्यावरण स्वच्छता क्यों महत्वपूर्ण है?
  • 2 स्वच्छता से आपका क्या तात्पर्य?
  • 3 पर्यावरण स्वच्छता में कौन कौन सी स्वच्छता आती है?
  • 4 पर्यावरण को स्वच्छ कैसे रखे?

पर्यावरण स्वच्छता क्यों महत्वपूर्ण है?

इसे सुनेंरोकेंपर्यावरण का स्वच्छता और शुद्ध हवा से सीधा संबंध है। दोनों मानव स्वास्थ्य के लिए आधार का काम करते हैं। स्वच्छता और आर्थिक विकास में भी घनिष्ट संबंध है। बीमार व्यक्ति किसी काम को ठीक ढंग से नही कर सकता, जिसका सीधा असर उत्पादकता पर पडता है।

पर्यावरण स्वच्छता से आप क्या समझते हैं?

इसे सुनेंरोकेंअधिक सटीक रूप से, हम यह कह सकते हैं कि पर्यावरणीय स्वच्छता वह विज्ञान है जो पर्यावरणीय परिस्थितियों को रोकने और नियंत्रित करने और सुधार करने के लिए समर्पित है, जो हमें घेरता है और जो एक संपूर्ण सार्वजनिक स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए बुनियादी और आवश्यक है। …

पर्यावरण को साफ एवं स्वच्छ रखना क्यों आवश्यक है वर्णन करो Why Environmental Cleanliness is important describe it?

इसे सुनेंरोकेंबीमारी को कम करने के लिए और प्रदूषित को कम करने हेतु वातावरण को साफ रखना अति आवश्यक होता है। जिससे कि मात्र मच्छर एवं रोगाणु पैदा नहीं होगी, वह बीमारियां कम होने लगेगी। हमें पर्यावरण को साफ रखना अति आवश्यक है, हमें अपने आसपास की वस्तुओं को साफ रखें और गंदगी को ना आने दे।

स्वच्छता से आपका क्या तात्पर्य?

इसे सुनेंरोकेंस्वच्छता का अर्थ होता है अपने वातावरण और स्वयं को हानिकारक तत्व जैसे गंदगी या कीटाणुओं आदि से बचाना। स्वच्छता का आशय शरीर और वातावरण में उत्पन्न हुए मल को उचित समय पर स्वच्छ करना होता है। स्वच्छता को मूल रूप से तीन भागों में विभाजित किया गया है जिन्हें हम वातावरण शारीरिक और मानसिक स्वच्छता के नाम से जानते हैं।

इसे सुनेंरोकेंजीवन की दृष्टि से पर्यावरण मानव के लिए सर्वोच्च जरुरत है। जल, जंगल और जमीन तीनों उसके प्रमुख आधार हैं। विकास के मौजूदा मॉडल की विफलता यह कि जीवन के इन तीनों आधारों को प्रदूषण ने लील लिया है। यही वजह है आज देश की आबादी का बड़ा हिस्सा स्वच्छ व सुरक्षित पानी, शौचालय और शुद्ध हवा जैसी मूलभूत आवश्यकताओं से भी वंचित है।

पर्यावरण का मानव स्वास्थ्य के लिए क्यों उपयोगी बताया गया है?

इसे सुनेंरोकेंहमारा पर्यावरण केवल उस हवा में नहीं है जिसे हम सांस लेते हैं, हालांकि यह एक प्रमुख घटक है; यह उस पानी से होता है जिसे हम पीते हैं, यह उस मिटटी में होता है जिसे हम अपने आसपास पाते हैं एवं उस भोजन में होता है जिसे हम खाते है। प्रत्येक भाग हमें प्रभावित करता है और इस प्रकार हमारे स्वास्थ्य को प्रभावित करता है।

पर्यावरणीय स्वच्छता क्या है?

इसे सुनेंरोकेंअधिक सटीक रूप से, हम यह कह सकते हैं कि पर्यावरणीय स्वच्छता वह विज्ञान है जो पर्यावरणीय परिस्थितियों को रोकने और नियंत्रित करने और सुधार करने के लिए समर्पित है, जो हमें घेरता है और जो एक संपूर्ण सार्वजनिक स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए बुनियादी और आवश्यक है।

पर्यावरण स्वच्छता में कौन कौन सी स्वच्छता आती है?

इसे सुनेंरोकें(ख) पर्यावरणीय स्वच्छता में कौन-कौन सी स्वच्छता आती है? उत्तर- पर्यावरणीय स्वच्छता के अन्तर्गत हमारे घर, आस-पास व सार्वजनिक स्थानों (सड़क, पार्क आदि) और अपने चारों ओर के वातावरण की स्वच्छता आती है।

पर्यावरण स्वच्छता का नाम बदलकर क्या रखा गया है?

इसे सुनेंरोकेंपृष्ठभूमि आधिकारिक रूप से 1 अप्रैल 1999 से शुरू, भारत सरकार ने व्यापक ग्रामीण स्वच्छता कार्यक्रम का पुनर्गठन किया और पूर्ण स्वच्छता अभियान (टीएससी) शुरू किया जिसको बाद में (1 अप्रैल 2012 को) प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह द्वारा निर्मल भारत अभियान (एनबीए) नाम दिया गया।

पर्यावरण का सफाई करता किसे कहते हैं और क्यों?

इसे सुनेंरोकेंयह बताया गया कि गिद्ध मृत पशुओं के शवों आदि को खाकर पर्यावरण को स्वच्छ रखते हैं और मनुष्य की कई तरह की महामारियों से रक्षा करते हैं, इसलिए गिद्धों को पर्यावरण का निःशुल्क सफाईकर्मी कहा जाता है।

पर्यावरण को स्वच्छ कैसे रखे?

World Environment Day 2020: खुद के साथ पर्यावरण को भी रखें स्वच्छ इन आसान उपायों के साथ

  1. सूती कपड़े का या कागज से बना झोला इस्तेमाल करना
  2. रोजाना फर्श साफ करने के बाद पोंछे का पानी (फिनाइल रहित) गमलों व पौधों में डालें।
  3. दाल, सब्जी, चावल धोने के बाद इकट्ठा पानी गमलों व क्यारियों में डालें।

व्यक्तिगत एवं पर्यावरण स्वच्छता में क्या अंतर है?

इसे सुनेंरोकेंकई बीमारियाँ सफाई के अभाव में पैदा होती हैं। परजीवी, कीड़े, फफूंद, घाव, दांतों का सड़ना, डायरिया और पेचिश जैसी बीमारियाँ निजी स्वच्छता के अभाव में पैदा होती हैं। केवल साफ रहकर ही इन बीमारियों को रोका जा सकता है।

पर्यावरण को साफ एवं स्वच्छ क्यों रखना चाहिए?

इसे सुनेंरोकेंपर्यावरण हमारे जीवन का एक अभिन्न अंग है, जिस पर हमारे जीवन निर्भर करता है। पर्यावरण प्रदूषित या साफ ना होने पर गंदे की फैलती है, जिसमें की छोटे-छोटे मच्छर और रोगाणु का निर्माण होता है। और इन मच्छर एवं रोगाणु से कई प्रकार की बीमारियों का निर्माण होता है, जिससे कि व्यक्ति बीमार पड़ता है, और कई लोगों की मृत्यु हो जाती है।

पर्यावरण को साफ क्यों रखना चाहिए?

बीमारी को कम करने के लिए और प्रदूषित को कम करने हेतु वातावरण को साफ रखना अति आवश्यक होता है। जिससे कि मात्र मच्छर एवं रोगाणु पैदा नहीं होगी, वह बीमारियां कम होने लगेगी। हमें पर्यावरण को साफ रखना अति आवश्यक है, हमें अपने आसपास की वस्तुओं को साफ रखें और गंदगी को ना आने दे।

पर्यावरण को स्वच्छ रखने से क्या लाभ है?

ऐसे समय में एक्सपर्ट्स भी सलाह देते हैं कि अपने आसपास स्वच्छता बनाए रखें, जिससे बाकी बीमारियों समेत कोरोना भी आपसे दूर ही रहे। आस-पास कचरे के सड़ने से घातक बीमारियां हो सकती हैं। सिर्फ आपका ही स्वास्थ्य नहीं, बल्कि कूड़ा हमारे पर्यावरण को भी नुकसान पहुंचाता है।

हमें अपने वातावरण को स्वच्छ क्यों रखना चाहिए?

स्वच्छ वातावरण से ही हमारा शरीर स्वस्थ रहेगा और स्वस्थ शरीर में ही अच्छे व्यक्तित्व का विकास होता है। अच्छे व्यक्तित्व से ही देश और समाज महान बनता है। यह बात देवमई विकास खंड क्षेत्र के जोगापुर गांव... स्वच्छ वातावरण से ही हमारा शरीर स्वस्थ रहेगा और स्वस्थ शरीर में ही अच्छे व्यक्तित्व का विकास होता है।

पर्यावरण को कैसे साफ रख सकते हैं?

* घर-घर जाकर लोगों को पर्यावरण बचाने के प्रति जागरूक करना जिससे कि लोगों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ने से हमें प्रकृति की रक्षा करने में मदद मिलेगी। * 1,000 पौधे लगाने की बजाए 10 ही पौधे रोपकर उनकी विधिवत देखभाल करना। पौधारोपण करने की पहल करना, क्योंकि पौधे ही हमारे वातावरण को शुद्ध रख सकते हैं