परीक्षा में कम अंक आने पर पिता को पत्र - pareeksha mein kam ank aane par pita ko patr

Write a letter to father in Hindi with format. अपने पिता जी को पत्र लिखे। We share list of letter to father in Hindi for students of class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, and 12.

Letter to Father in Hindi

Letter 1 – पुत्र का पत्र पिताजी के नाम पत्र – परीक्षा पास करने के बाद क्या करने की इच्छा है। Letter to father in Hindi on topic “What do you want to do after passing the exam?”

कोलकाता
23.1.2002

पूज्य पिताजी,
सादर प्रणाम।

मैं यहाँ आनंदपूर्वक हूँ और आशा है, आप सब भी वहाँ सकुशल होंगे। मैं 12 परीक्षा में प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हो गया हूँ। अब मेरी प्रबल इच्छा है कि मैं दिल्ली में मेडिकल (Medical) की शिक्षा प्राप्त करूँ। यह तो आप भलीभाँति जानते ही हैं कि मेरी बचपन से ही रुचि इस प्रकार की है कि मैं डॉक्टर बनूँ। यद्यपि इंजीनियर और वकील भी अच्छा कमाते हैं, फिर भी मेरी रुचि उधर नहीं है।

स्वतंत्र भारत में डॉक्टरों की कितनी आवश्यकता है, यह किसी से छिपा नहीं है। कोरोना के वक़्त मेडिकल स्टाफ ने पूरी दुनिया में जो सेवा दी वह बहुत सराहनीय है। मैं तो सोचता हूँ कि जल्दी डॉक्टर बनकर देश के लोगो की सेवा करू। मुझे पूर्ण आशा है कि आप मुझे यह शिक्षा प्राप्त करने की सहर्ष आज्ञा दे देंगे। माताजी को सादर प्रणाम, रमन और जीतू को प्यार।

आपका प्रिय पुत्र
जोगिन्दर

Letter 2 – ग्रीष्मावकाश में पहाड़ की सैर पर जाते समय धन मँगवाने के लिए पुत्र की ओर से पिताजी को पत्र। Letter to father in Hindi from son to ask for money while going on mountain trip during summer vacation.

परीक्षा भवन
3.4.2002

परम पूज्य पिताजी,

मेरा नम्र निवेदन है कि गर्मी की छुट्टियों में मैं अपने कुछ दोस्तों के साथ डलहौजी, शिमला, मसूरी आदि पहाड़ी स्थानों की यात्रा करना चाहता हूं। इससे पहले मैंने अपने पत्र में इस विषय पर आपको बताया था और आपने मुझे अपनी स्वीकृति प्रदान की थी। अब आप से निवेदन है कि पत्र मिलते ही कृपया मुझे इस यात्रा के लिए 10 हज़ार रुपये भिजवाने की कृपा करें।

इस यात्रा में कुल बीस दिन लगेंगे। मैं अप्रैल के दूसरे सप्ताह में घर पहुंच जाऊंगा। मैं अपनी बाकी की छुट्टी घर पर बिताऊंगा। पूज्य माताजी को सादर प्रणाम। प्यारी बहन रजनी और छोटे भाई अजय को प्यार।

आपका पुत्र
जनक

Letter 3 – परीक्षा उत्तीर्णोपरांत भविष्य के संबंध में अपने विचार प्रकट करते हुए पिता जी को पत्र लिखिए। (Pitaji ko patra likhiye) Write a letter to father in Hindi expressing your thoughts regarding the future after passing the exams.

12, गली नंबर 5,
आनंद विहार, दिल्ली
6.12.2002

पूजनीय पिताजी,

सादर। कल ही आपका पत्र मिला। आपने पूछा है कि प्री-इंजीनियरिंग परीक्षा पास करने के बाद मैं आगे क्या करना चाहता हूं। आप मेरी पढ़ाई में रुचि के बारे में पहले से ही जानते हैं। मेरे प्रिय मित्र जयराम दास का विचार है कि इंजीनियरिंग की परीक्षा पास कर राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान देना चाहिए। उन्होंने खुद भी इंजीनियरिंग कॉलेज, चेन्नई में प्रवेश लिया है। मुझे लगता है कि मेरे लिए वहां भी एडमिशन लेना ठीक रहेगा।

मैं घर की आर्थिक स्थिति से पूरी तरह वाकिफ हूं। उसी वर्ष के बाद छोटे भाई अर्जुन की कॉलेज की पढ़ाई शुरू होगी, जिसके लिए काफी पैसे की आवश्यकता होगी। यहां इंजीनियरिंग की पढ़ाई का खर्चा बहुत ज्यादा है। बड़ी बहन पूनम की शादी को लेकर भी चिंता है। इन कारणों से, मैं इंजीनियरिंग कॉलेज में प्रवेश की इच्छा व्यक्त करने में झिझक रहा था। लेकिन एक दोस्त ने बहुत ही खूबसूरत सुझाव दिया है। चेन्नई में ट्यूशन की कोई कमी नहीं है। मैं अपने खाली समय में यहां ट्यूशन लेकर आसानी से अपना आवास, भोजन और शिक्षा खर्च कमा सकता हूं।

मैंने अपने विचारों को स्पष्ट रूप से प्रकट कर दिया है। अब मैं आपके आदेश का इंतजार कर रहा हूं। मैं आपकी इच्छा के अनुसार अपना भविष्य का कार्यक्रम तय करूंगा। पूज्य माताजी को प्रणाम करें। बहन अनन्या को सादर प्रणाम और अर्जुन को ढेर सारा प्यार।

आपका प्रिय पुत्र
बलकरण

Letter 4 – परीक्षा में कम अंक आने पर पिता को पत्र। Write a letter to father in Hindi on getting less marks in examination.

23, वार्ड नं. 5, हरिराम नगर, लुधियाना
6.3.2020

पूज्य पिताजी,
सादर नमस्कार।

मैं यहां सुरक्षित हूं, आशा है आप भी सकुशल होंगे। हमारी अर्धवार्षिक परीक्षा जनवरी में हुई थी। मैं इस परीक्षा में कई विषयों में फेल हो गया। खासकर गणित, अंग्रेजी और हिंदी में मेरे अंक बहुत कम रहे। इस साल मैंने खेलों में अधिक भाग लिया। मैं अपने कॉलेज क्रिकेट टीम का कप्तान था। हमारी कॉलेज की टीम इस साल राज्य भर के कॉलेजों में पहले स्थान पर रही।

इस साल मेरे सिर पर खेल का भूत चढ़ा था। अब मैं अपने राज्य के सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट खिलाड़ियों में से एक हूं। लेकिन खेल और पढ़ाई में संतुलन न होने के कारण परीक्षा में अच्छे अंक नहीं आ सके। दूसरा, इस साल राज्य भर में कुछ अशांति थी। लंबे समय तक शिक्षण संस्थान बंद रहे। उस समय मैं कुछ भी तैयार नहीं कर सका। मुझमें भी कुछ ढिलाई थी।

मुझे सर्दी के मौसम में एक बार ठंड लग गई थी। कुछ दिनों तक तबीयत खराब रहने के कारण पढ़ाई का काम भी ठप हो गया। लेकिन अब मुझे लगता है कि मैं अपनी पढ़ाई की कमियों को जल्द ही दूर कर दूंगा। अब मैंने अपना ध्यान सभी काम से हटाकर पढ़ाई पर लगा दिया है। मैंने महसूस किया है कि स्पोर्ट्समैनशिप भी तभी चलेगी; जब पढ़ने-लिखने का हुनर ​​भी हासिल कर लिया हो। मुझे उम्मीद है कि मैं कड़ी मेहनत करके सभी विषयों में अपनी कमियों को दूर करूंगा।

मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि मैं वार्षिक परीक्षा में निश्चित रूप से अच्छे अंक प्राप्त करके दिखलाऊँगा। इस बार की गई लापरवाही के लिए मुझे खेद है; लेकिन आप दयालु हैं, मुझे आशा है कि आप मुझे क्षमा करेंगे।

आपका प्रिय पुत्र
अविनाश

Letter 5 – नई साइकल की आवश्यकता बताते हुए पिताजी को पत्र। Letter to father stating the need for a new cycle in Hindi.

15, मॉडल टाउन, बुलंदशहर
6.4.2002

पूज्य पिताजी,
सादर नमस्कार।

यहां सभी लोग अच्छा कर रहे हैं, मुझे उम्मीद है कि आप भी अच्छा कर रहे होंगे। मैंने अपनी अर्धवार्षिक परीक्षा पूरी कर ली है। मैंने सभी में प्रथम श्रेणी के अंक प्राप्त किए हैं। केवल अंग्रेजी में फेल हुआ हूँ। इसलिए मैंने इस विषय में अतिरिक्त अध्ययन की व्यवस्था की है। लेकिन इस काम के लिए कॉलेज के तय समय से पहले किसी प्राइवेट संस्था में जाना पड़ता है।

यह प्राइवेट संस्था घर से तीन किलोमीटर दूर है, अगर मैं सुबह पैदल जाऊं तो समय पर स्कूल नहीं पहुंच पाता। इसलिए मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि आप मुझे एक नई साइकिल खरीद कर दे ताकि मैं समय रहते स्कूल पहुंच सकू। पुरानी साइकिल चलाना कष्टदायक रहेगा। नए चक्र से एक और फायदा होगा। बाजार का काम भी जल्द किया जाएगा। इससे पढ़ाई के लिए अधिक समय मिलेगा। और घर में सब ठीक है न।