Q3. भाव स्पष्ट कीजिये - Show
Answer : भाव स्पष्ट कीजिए या तो क्षितिज मिलन बन जाता/या तनती साँसों की डोरी। Question भाव स्पष्ट कीजिए-या तो क्षितिज मिलन बन जाता/या तनती साँसों की डोरी।Solution क्षितिज का अर्थ है जहाँ धरती और आकाश मिलते हुए प्रतीत होते हैं और पक्षी क्षितिज के अन्त तक जाने की लालसा रखते हैं फिर चाहे उन्हें किसी भी स्थिति का सामना करना पड़े। वो चाहते हैं या तो आज वह क्षितिज का अन्तिम छोर ही प्राप्त कर लें अन्यथा अपने प्राणों को न्योछावर कर दें।या तनती सांसों की डोरी से क्या तात्पर्य है?तनती सांसों की डोरी का मतलब है प्राण न्योछावर कर देना।
क्षितिज मिलन बन जाता से कवि का क्या अभिप्राय है?"या तो क्षितिज मिलन बन जाता/या तनती साँसों की डोरी।" इस पंक्ति में कवि ने बताया है कि पक्षी स्वतंत्र होकर क्षितिज यानी आकश और धरती के मिलन के स्थान तक जाने की इच्छा रखते हैं। वे या तो इसे प्राप्त करना चाहते हैं नहीं तो अपने प्राणों को न्योछावर कर दें।
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