पोखरण में पहला परमाणु परीक्षण कब हुआ? - pokharan mein pahala paramaanu pareekshan kab hua?

हिंदी न्यूज़ देशऑपरेशन स्माइलिंग बुद्धा: जब 48 साल पहले भारत ने किया था सफल परमाणु परीक्षण

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आज से 48 साल पहले भारत ने पहला सफल परमाणु परीक्षण किया था। इस ऑपरेशन का नाम स्माइलिंग बुद्धा रखा गया था। 18 मई 1974 को यह परीक्षण राजस्थान के पोखरण में टॉप अधिकारियों के निगरानी में किया गया था।

पोखरण में पहला परमाणु परीक्षण कब हुआ? - pokharan mein pahala paramaanu pareekshan kab hua?

Aditya Kumarलाइव हिन्दुस्तान,नई दिल्लीWed, 18 May 2022 02:12 PM

आज से 48 साल पहले भारत ने पहला सफल परमाणु परीक्षण किया था। इस ऑपरेशन का कोड नाम स्माइलिंग बुद्धा रखा गया था। 18 मई 1974 को यह परीक्षण राजस्थान के पोखरण क्षेत्र में सेना के टॉप अधिकारियों के निगरानी में किया गया था। यह एक शांतिपूर्ण परीक्षण था जिसने भारत को उन देशों में जोड़ दिया जिन्होंने परमाणु परीक्षण किया था। भारत ऐसा करने वाला दुनिया का छठा देश था।

रिपोर्ट्स बताती हैं कि यह परीक्षण इंडियन न्यूक्लियर रिसर्च इंस्टिट्यूट भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर (BARC) के तत्कालीन निदेशक राजा रमन्ना की देखरेख में किया गया था। इस ऑपरेशन को 'स्माइलिंग बुद्धा' इसलिए कहा गया क्योंकि यह उस साल बुद्ध पूर्णिमा पर इसे अंजाम दिया गया था। रिपोर्ट्स बताती हैं कि परीक्षण के बाद डॉ रमन्ना ने तत्कालीन पीएम इंदिरा गांधी से कहा था, 'बुद्ध मुस्कुराए हैं।' 

1972 में प्रोजेक्ट पर विस्तार से शुरू हुआ था काम

रिपोर्ट्स के मुताबिक 7 सितंबर 1972 को यह योजना तब शुरू हुई थी जब तत्कालीन पीएम गांधी ने BARC के वैज्ञानिकों को स्वदेशी रूप से डिजाइन किए गए परमाणु उपकरण को विस्फोट करने के लिए अधिकृत किया था। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) के पांच देशों के अलावा किसी अन्य देश द्वारा किया गया पहला परमाणु हथियार का सफल परीक्षण था।

इस परीक्षण के बाद अमेरिका सहित कई देशों ने भारत पर कड़े प्रतिबंध लगा दिए थे क्योंकि उन देशों का मानना था कि भारत के इस कदम से परमाणु प्रसार को बढ़ावा मिलेगा।

पोखरण में पहला परमाणु परीक्षण कब हुआ? - pokharan mein pahala paramaanu pareekshan kab hua?

Edited by उत्कर्ष गहरवार | | Updated: May 18, 2022, 12:01 AM

इतिहास के पन्नों में भारत के लिए 18 मई की तारीख कई मायनों में खास है। इस दिन भारत ने पोखरण में पहला भूमिगत परमाणु परीक्षण किया था। भारत ने इसे स्माइलिंग बुद्धा नाम दिया था। 18 मई के दिन ही एचडी देवगौड़ा भारत के 12वें प्रधानमंत्री बने थे। जानिए 18 मई की अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं के बारे में-

पोखरण में पहला परमाणु परीक्षण कब हुआ? - pokharan mein pahala paramaanu pareekshan kab hua?
भारत में पहला न्यूक्लियर टेस्ट पोखरण 1974

नई दिल्ली:इस विशाल जगत में हर दिन कुछ न कुछ अच्छा बुरा घटित होता रहता है। कभी धरती पर तो कभी सुदूर अंतरिक्ष में। इनमें से कुछ घटनाएं वक्त के साथ भुला दी जाती हैं और कुछ महत्वपूर्ण घटनाएं इतिहास में अपना नाम दर्ज कराती हैं। वर्ष 1974 में 18 मई का दिन एक ऐसी अहम घटना के साथ इतिहास में दर्ज है, जिसने भारत को दुनिया के परमाणु संपन्न देशों की कतार में खड़ा कर दिया। भारत ने आज ही के दिन राजस्थान के पोखरण में अपना पहला भूमिगत परमाणु परीक्षण (Nuclear Test India 1974) किया था। इस परीक्षण को स्माइलिंग बुद्धा (Smiling Buddha) का नाम दिया गया था। यह पहला मौका था जब संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (United Nation Security Council) के पांच स्थाई सदस्य देशों के अलावा किसी और देश ने परमाणु परीक्षण करने का साहस किया।देश दुनिया के इतिहास में 18 मई की तारीख पर दर्ज अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्यौरा इस प्रकार है:-

1912 : पहली भारतीय फीचर लेंथ फिल्म श्री पुंडा लिक रिलीज ।

1933 : एच डी देवगौड़ा - भारत के बारहवें प्रधानमंत्री बने।

1974 : राजस्थान के पोख़रण में अपना पहला भूमिगत परमाणु बम परीक्षण करके भारत परमाणु शक्ति संपन्न देशों की कतार में शामिल हो गया।

1991: चॉकलेट कंपनी में कैमिस्ट के तौर पर काम करने वाली 27 वर्षीय हेलेन ने ब्रिटेन की पहली अंतरिक्ष यात्री के तौर पर सोवियत सोयूज यान से उड़ान भरी। उन्हें एक पहेली का जवाब देने पर यह मौका दिया गया।

2009 : श्रीलंका सरकार ने 25 साल से तमिल विद्रोहियों के साथ हो रही जंग के खत्म होने का एलान किया। सेना ने देश के उत्तरी हिस्से पर कब्जा किया और लिट्टे प्रमुख वेलुपिल्लई प्रभाकरन को मार गिराया।

1994 : गाजा पट्टी क्षेत्र से अन्तिम इस्रायली सैनिक टुकड़ी हटाये जाने के साथ ही क्षेत्र पर फलिस्तीनी स्वायत्तशासी शासन पूरी तरह से लागू।

2004 - इस्रायल के राफा विस्थापित कैम्प में इस्रायली सैनिकों ने 19 फलिस्तीनियों को मौत के घाट उतारा।

2020 : बंगाल की खाड़ी में उठा चक्रवात ‘अम्फान’ महाचक्रवात में बदला। पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों में बड़े नुकसान की आशंका।


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Web Title : Hindi News from Navbharat Times, TIL Network

पहला पोखरण परीक्षण कब हुआ?

11 से 13 मई 1998 को राजस्थान को पोखरण में परमाणु परीक्षण किया गया.

प्रथम परमाणु परीक्षण कब और कहां हुआ?

1974 में 18 मई का दिन एक ऐसी अहम घटना के साथ इतिहास में दर्ज है, जिसने भारत को दुनिया के परमाणु संपन्न देशों की कतार में खड़ा कर दिया. भारत ने आज ही के दिन राजस्थान के पोखरण में अपना पहला भूमिगत परमाणु परीक्षण किया था. इस परीक्षण को 'स्माइलिंग बुद्धा' का नाम दिया गया था.

राजस्थान में पोखरण में भारत का पहला परमाणु विस्फोट कब हुआ?

उसके 24 साल बाद 1998 में भी भारत ने एक बार फिर पोकरण में परमाणु परीक्षण कर पुरानी यादों को ताजा कर दिया था. 18 मई 1974 को जैसलमेर की पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज में भारत की तरफ से पहला परमाणु परीक्षण लोहारकी गांव के पास किया गया था.

भारत ने अपना पहला परमाणु परीक्षण कब किया और क्यों?

भारतीय परमाणु आयोग ने पोखरण में अपना पहला भूमिगत परिक्षण स्माइलिंग बुद्धा (पोखरण-१) १८ मई १९७४ को किया था। हलांकि उस समय भारत सरकार ने घोषणा की थी कि भारत का परमाणु कार्यक्रम शांतिपूर्ण कार्यो के लिये होगा और यह परीक्षण भारत को उर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिये किया गया है।