इस लेख में हम भाव वाचक संज्ञा (Bhav Vachak Sangya) के बारे में विस्तार पूर्वक बता रहे हैं। इस लेख में हम भाववाचक संज्ञा की परिभाषा (Bhav Vachak Sangya Definition in Hindi), भाववाचक संज्ञा के उदाहरण (Bhav Vachak Sangya Examples in Hindi) और भाव वाचक संज्ञा बनाने (Bhav Vachak Sangya Banana in Hindi) के बारे में विस्तार से बता रहे हैं। अतः भाव वाचक संज्ञा के बारे में सम्पूर्ण जानकारी हासिल करने के लिए लेख को पूरा पढ़ें। Show
संज्ञा की परिभाषा, संज्ञा के भेद और संज्ञा के उदाहरणों के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें- संज्ञा के बारे में सम्पूर्ण जानकारी Bhav Vachak Sangya Kise Kahate Hainभाव वाचक संज्ञा की परिभाषा:- किसी भाव, गुण, दशा या अवस्था का बोध करवाने वाले संज्ञा शब्दों को भाववाचक संज्ञा कहते हैं। भाववाचक संज्ञा शब्द सदैव एक वचन में ही प्रयुक्त होते हैं। भाववाचक संज्ञा शब्दों का बहुवचन बनाने पर वह जातिवाचक संज्ञा शब्द बन जाता है। जैसे: दूरी से दूरियाँ, चोरी से चोरियाँ, प्रार्थना से प्रार्थनाएँ इत्यादि। व्याकरण शब्द में भाववाचक संज्ञा है। भाववाचक संज्ञा को यथार्थ में नहीं देखा जा सकता, बल्कि मन में महसूस किया जा सकता है। जैसे: मिठास, कड़वाहट, क्रोध, जवानी, स्त्रीत्व, बालकपन, मित्रता, अपनत्व, अहंकार, अच्छाई, बुराई इत्यादि। भाववाचक संज्ञा शब्दों का निर्माण जातिवाचक संज्ञा / सर्वनाम / विशेषण / क्रिया / अव्यय शब्दों में प्रत्यय जोड़कर किया जाता है। भाव वाचक संज्ञा के उदाहरण (Bhav Vachak Sangya Ke Udahran)
उपरोक्त सभी उदाहरणों में मिठास, क्रोध, चापलूस, लम्बाई, बचपन, प्रेम, थकावट, दोस्ती इत्यादि शब्दों से किसी न किसी भाव का बोध हो रहा है। अतः ये सभी भाववाचक संज्ञा (Bhav Vachak Sangya) शब्द हैं। भाव वाचक शब्द (Bhav Vachak Shabd)किसी भाव की सुचना या बोध करवाने वाले शब्दों को भाववाचक शब्द (Bhav Vachak Shabd) कहते हैं। जैसे: क्रोध, शांत, चालक, मिठास, कड़वाहट, इत्यादि। भाववाचक संज्ञा बनाना (Bhav Vachak Sangya Banana in Hindi)
जातिवाचक संज्ञा शब्दों से भाववाचक संज्ञा शब्दों की रचना की जा सकती है। जातिवाचक संज्ञा शब्दों के साथ प्रत्यय जोड़कर भाव वाचक संज्ञा शब्दों का निर्माण किया जा सकता है। क्र.जातिवाचक संज्ञा + प्रत्ययभाववाचक संज्ञा01.मित्र + तामित्रता02.प्रभु + ताप्रभुता03.बच्चा + पनबचपन04.मुर्ख + तामूर्खता05.युवा + अनयौवन06.बालक + पनबालकपन07.पुरुष + अपौरुष08.पुरुष + त्वपुरुषत्व09.स्त्रीत्व + त्वस्त्रीत्व10.पात्र + तापात्रता
सर्वनाम शब्दों से भी भाववाचक संज्ञा शब्दों की रचना की जा सकती है। सर्वनाम शब्दों के साथ प्रत्यय जोड़कर भाववाचक संज्ञा (Bhav Vachak Sangya) शब्द बनाए जा सकते हैं।
विशेषण शब्दों से भी भाववाचक संज्ञा शब्दों की रचना की जा सकती है। विशेषण शब्दों के साथ प्रत्यय जोड़कर भाववाचक संज्ञा शब्द बना सकते हैं।
क्रिया से भाववाचक संज्ञा शब्दों की रचना की जा सकती है। क्रिया से भाववाचक संज्ञा बनाने के लिए क्रिया शब्दों के साथ प्रत्यय जोड़ दिया जाता है।
अव्यय शब्दों से भाववाचक संज्ञा शब्दों की रचना की जा सकती है। अव्यय शब्दों से भाववाचक संज्ञा बनाने के लिए अव्यय शब्दों के साथ प्रत्यय जोड़ दिया जाता है।
भाववाचक संज्ञा के विशेष तथ्यममता / एकता / करूणा / दया / कोमल जैसे शब्दों को भाववाचक संज्ञा (bhav vachak sangya) शब्द ही माना जाता है, लेकिन, यदि ये शब्द किसी व्यक्ति विशेष के नाम का बोध कराते हों तो इनको भाव वाचक संज्ञा न मानकर व्यक्ति वाचक संज्ञा माना जाता है। उदाहरण के लिए
यदि किसी धातु शब्द या क्रिया शब्द में अन / अ / ति / य प्रत्यय जोड़ दिया जाए तो बनने वाला शब्द भाववाचक संज्ञा शब्द होता है। उदाहरण के लिए
भाववाचक संज्ञा कैसे बनाते हैं? भाववाचक संज्ञा (bhav vachak sangya) बनाने के लिए जातिवाचक संज्ञा / सर्वनाम / क्रिया / विशेषण / अव्यय शब्दों में प्रत्यय जोड़ दिया जाता है। जैसे: दूर + ई = दूरी, लड़ (ना) + आई = लड़ाई, काला + पन = कालापन। FAQsभाववाचक संज्ञा की रचना कैसे की जाती है?भाववाचक संज्ञा की रचना जातिवाचक संज्ञा / सर्वनाम / विशेषण / क्रिया / अव्यय शब्दों में प्रत्यय जोड़कर की जाती है। क्या मिठास भाववाचक संज्ञा है?मिठाई भाववाचक संज्ञा नही है। ये एक जतिवचक संज्ञा है।
मिठास कौन सा वाचक है?'मिठास' शब्द भाववाचक संज्ञा का उदाहरण है।
मिठास शब्द क्या है *?मिठास संज्ञा स्त्री० [हिं० मीठा + आस (प्रतय०)] मीठा होने का भाव । मीठापन । माधुर्य । जैसे,—इसकी मिठास तो बिलकुल मिसरी के समान है ।
मीठा शब्द में कौन सी संज्ञा है?mithas kaun si sangya hai? यहाँ पर मिठास शब्द से किसी भाव, अवस्था, गुण, दोष, दशा आदि का पता चल रहा है, अतः मिठास शब्द भाववाचक संज्ञा है।
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