मनुष्य के शरीर में रक्त का शुद्धिकरण कौन करता है? - manushy ke shareer mein rakt ka shuddhikaran kaun karata hai?

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रक्त का शुद्धिकरण कहाँ होता है ?Home | Discussion Forum

मनुष्य के शरीर में रक्त का शुद्धिकरण कौन करता है? - manushy ke shareer mein rakt ka shuddhikaran kaun karata hai?

रक्त का शुद्धिकरण कहाँ होता है ?

A हृदय

B यकृत

C किडनी

D फेफड़ा


Answer : C

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मनुष्य के शरीर में रक्त का शुद्धिकरण कौन करता है? - manushy ke shareer mein rakt ka shuddhikaran kaun karata hai?

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लहू या रुधिर या खून(Blood) एक शारीरिक तरल (द्रव) है जो लहू वाहिनियों के अन्दर विभिन्न अंगों में लगातार बहता रहता है। रक्त वाहिनियों में प्रवाहित होने वाला यह गाढ़ा, कुछ चिपचिपा, लाल रंग का द्रव्य, एक जीवित ऊतक है। यह प्लाज़मा और रक्त कणों से मिल कर बनता है। प्लाज़मा वह निर्जीव तरल माध्यम है जिसमें रक्त कण तैरते रहते हैं। प्लाज़मा के सहारे ही ये कण सारे शरीर में पहुंच पाते हैं और वह प्लाज़मा ही है जो आंतों से शोषित पोषक तत्वों को शरीर के विभिन्न भागों तक पहुंचाता है और पाचन क्रिया के बाद बने हानिकारक पदार्थों को उत्सर्जी अंगो तक ले जा कर उन्हें फिर साफ़ होने का मौका देता है। रक्तकण तीन प्रकार के होते हैं, लाल रक्त कणिका, श्वेत रक्त कणिका और प्लैटलैट्स। लाल रक्त कणिका श्वसन अंगों से आक्सीजन ले कर सारे शरीर में पहुंचाने का और कार्बन डाईआक्साईड को शरीर से श्वसन अंगों तक ले जाने का काम करता है। इनकी कमी से रक्ताल्पता (अनिमिया) का रोग हो जाता है। श्वैत रक्त कणिका हानीकारक तत्वों तथा बिमारी पैदा करने वाले जिवाणुओं से शरीर की रक्षा करते हैं। प्लेटलेट्स रक्त वाहिनियों की सुरक्षा तथा खून बनाने में सहायक होते हैं।

मनुष्य-शरीर में करीब पाँच लिटर लहू विद्यमान रहता है। लाल रक्त कणिका की आयु कुछ दिनों से लेकर १२० दिनों तक की होती है। इसके बाद इसकी कोशिकाएं तिल्ली में टूटती रहती हैं। परन्तु इसके साथ-साथ अस्थि मज्जा (बोन मैरो) में इसका उत्पादन भी होता रहता है। यह बनने और टूटने की क्रिया एक निश्चित अनुपात में होती रहती है, जिससे शरीर में खून की कमी नहीं हो पाती।

मनुष्यों में लहू ही सबसे आसानी से प्रत्यारोपित किया जा सकता है। एटीजंस से लहू को विभिन्न वर्गों में बांटा गया है और रक्तदान करते समय इसी का ध्यान रखा जाता है। महत्वपूर्ण एटीजंस को दो भागों में बांटा गया है। पहला ए, बी, ओ तथा दूसरा आर-एच व एच-आर। जिन लोगों का रक्त जिस एटीजंस वाला होता है उसे उसी एटीजंस वाला रक्त देते हैं। जिन पर कोई एटीजंस नहीं होता उनका ग्रुप "ओ" कहलाता है। जिनके रक्त कण पर आर-एच एटीजंस पाया जाता है वे आर-एच पाजिटिव और जिनपर नहीं पाया जाता वे आर-एच नेगेटिव कहलाते हैं। ओ-वर्ग वाले व्यक्ति को सर्वदाता तथा एबी वाले को सर्वग्राही कहा जाता है। परन्तु एबी रक्त वाले को एबी रक्त ही दिया जाता है। जहां स्वस्थ व्यक्ति का रक्त किसी की जान बचा सकता है, वहीं रोगी, अस्वस्थ व्यक्ति का खून किसी के लिये जानलेवा भी साबित हो सकता है। इसीलिए खून लेने-देने में बहुत सावधानी की आवश्यकता होती है। लहू का pH मान 7.4 होता है

मानव शरीर में रक्त का शुद्धीकरण कहाँ पर होता है?

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Madan Verma Staff asked 3 years ago

मानव शरीर में रक्त का शुद्धीकरण कहाँ पर होता है?मानव शरीर में रक्त कहा शुद्ध होता है रक्त का शुद्धिकरण कहाँ स्थित है शरीर का कौन सा अंग रक्त को शुद्ध करता है रक्त की शुद्धि किस अंग में होती है रक्त का निर्माण कहाँ होता है

Question Tags: सामान्य ज्ञान

1 Answers

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Madan Verma Staff answered 3 years ago

मानव शरीर में संपूर्ण रक्त वृक्क (किडनी) के माध्यम से शुद्ध होता है। यह रक्त में फॉस्फेट, नाइट्रोजन यौगिक, यूरिया एवं यूरिक आम्ल को पृथक् करता है। यह रक्त में हाइड्रोजन आयन की सांद्रता अर्थात् pH मान को स्थायी बनाए रखता है। रक्त के परासरणी दाब तथा उसकी मात्रा का नियंत्रण करता है। यह रुधिर तथा ऊतक द्रव्य में जल एवं लवणों की मात्रा को निश्चित कर रुधिर दाब बनाए रखता है। ऑक्सीजन की कमी होने पर एरिथ्रोपोइटिन नामक हार्मोन द्वारा लाल रुधिराणुओं के तेजी से बनाने में सहायक होता है। वृक्क कुछ पोषक तत्वों का अधिशेष भाग जैसे शर्करा, एमीनो अम्ल आदि का निष्कासन करता है।

शरीर में खून का शुद्धिकरण कौन करता है?

सही उत्तर वृक्क है। रक्त के शुद्धिकरण के लिए वृक्क जिम्मेदार है। वृक्क, बीन के आकार के दो अंग होते हैं , जिनमें से प्रत्येक एक मुट्ठी के आकार का होता है। वृक्क रिब पिंजरे के ठीक नीचे स्थित होती है, आपकी रीढ़ के प्रत्येक तरफ एक।

खून की शुद्धिकरण की प्रक्रिया को क्या कहते हैं?

Answer C - डायलिसिस मानव शरीर में खून का शुद्धिकरण के प्रकिया को डायलिसिस कहते हैं,और यह प्रक्रिया मानव शरीर के किडनी में होता है.

श्वसन क्रिया में रक्त की शुद्धि कौन करता है?

(4) फुफ्फुस अथवा फेफड़े: फेफड़े ही रक्त के शुद्धिकरण का कार्य करते हैं तथा गैसों के आदान-प्रदान का कार्य करते हैं।

मानव शरीर में रक्त कैसे शुद्ध होता है?

रक्त का शुद्धिकरण करने के लिए किडनी जिम्मेदार होती हैं। किडनी में मौजूद अनेकों छोटी-छोटी छन्नियों में से छन कर हमारा रक्त शुद्ध हो जाता है। इन छन्नियों का अहम काम यही होता है की यह पूरे शरीर में से इकट्ठे होकर आए रक्त को शुद्ध करें और उसे वापस शरीर में भेज दें।