मल्टीमीटर का दूसरा नाम क्या है? - malteemeetar ka doosara naam kya hai?

मल्टीमीटर का दूसरा नाम क्या है? - malteemeetar ka doosara naam kya hai?

एक डिजिटल मल्टीमीटर

बहुमापी या मल्टीमीटर एक ऐसा उपकरण है जो कई भौतिक राशियों (प्रायः धारा, वोल्टता, प्रतिरोध, निरन्तरता (कान्टिन्युटी) आदि) को मापने के काम में आता है। पहले एनालॉग मल्टीमीटर प्रचलन में आये किन्तु एलेक्ट्रानिक्स के विकास के साथ आजकल डिजिटल मल्टीमीटर (डी एम एम) भी खूब प्रचलन में आ गये हैं।

अनुक्रम

  • 1 इतिहास
  • 2 एनालॉग मल्टीमीटर
  • 3 डिजिटल मल्टीमीटर
  • 4 इन्हें भी देखें
  • 5 सन्दर्भ
  • 6 बाहरी कड़ियाँ

इतिहास[संपादित करें]

मल्टीमीटर १९२० के दशक के आरम्भ में प्रचलन में आये। यह वह समय था जब समय रेडियो एवं निर्वात नलिकाओं पर आधारित अन्य युक्तियाँ काफी चलन में आ गयीं थीं। इनके मरम्मत के लिये इनका प्रयोग होने लगा।

एनालॉग मल्टीमीटर[संपादित करें]

सन्वा का एनॉलॉग मल्टीमीटर

डिजिटल मल्टीमीटर[संपादित करें]

मल्टीमीटर का दूसरा नाम क्या है? - malteemeetar ka doosara naam kya hai?

ह्युलेट-पैकार्ड का 34401a बेंचटॉप मल्टीमीटर ; यह अधिक परिशुद्ध मापन के लिए उपयोगी है।

इन्हें भी देखें[संपादित करें]

  • अमीटर (Ammeter)
  • वोल्टमीटर
  • ओममीटर
  • वाटमीटर
  • धारामापी

सन्दर्भ[संपादित करें]

बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]

  • Multimeter part 1 ( how to use multimeter )
  • How to use a Multimeter (part 2) मल्टीमीटर का उपयोग कैसे करें
  • multimeter all function (part 3 in hindi)
  • Operating a multimeter
  • How to use a multimeter with other pages on using multimeters and test equipment
  • The Basics of Digital Multimeters from EC&M Magazine

प्राधिकरण नियंत्रण

  • वर्ल्डकैट
  • एल॰सी॰सी॰एन॰: sh85144328
  • एन॰डी॰एल॰: 00564614

मल्टीमीटर क्या है?

परिभाषा :- मल्टीमीटर एक बहुआयामी विद्युत मापक यंत्र है। इसका मुख्य कार्य एक विद्युत संकेत की विशेषताओं को मापना है।

जैसे की डायोड,रेसिस्टर,मॉस्फेट,ट्रांजिस्टर,अदि इसके साथ यह Ac और Dc करंट को भी माप सकता है। मल्टीमीटर भी एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है जिसको चलने के लिए भी वोल्टेज की जरुरत पड़ती है. जैसे की यह 5V से लेकर 12V तक वोल्टेज लेता है चलने के लिए। इसकी आउटपुट को देखने के लिए इसमे एक प्रकार का डिस्प्ले भी लगा होता है जो की एक डिजिटल मल्टीमीटर कहलाता है।

मल्टीमीटर कितने प्रकार के होते हैं?

मल्टीमीटर दो प्रकार के होते है जैसे की :-

  1. डिजिटल मल्टीमीटर (Digital Multimeter)
  2. एनालॉग मल्टीमीटर (Analog Multimeter)

 1. डिजिटल मल्टीमीटर (Digital Multimeter)

डिजिटल मल्टीमीटर एक आदुनिक टेक्नोलॉजी है इसका प्रयोग एनालॉग मल्टीमीटर से ज्यादा होता है क्यूंकि यह एक साथ बहुत सरे काम कर देता है। इसमे एक सेवन सेगमेंट डिस्प्ले का उपयोग होता है जिसमे सभी प्रकार की आउटपुट दिखती है।

डिजिटल मल्टीमीटर के लाभ :-

  • अधिकतम संभव माप सटीकता।
  • स्वचालित ध्रुवता का पता लगाना: यदि जांच गलत तरीके से जुड़ी हुई है, तो स्क्रीन पर ऋण चिन्ह के साथ सही मान दिखाई देते हैं।
  • मापने की श्रेणियों के स्वचालित और मैन्युअल चयन की संभावना।
  • बहुक्रियाशीलता।
  • अनिवार्य शून्य समायोजन की आवश्यकता नहीं है।
  • मीटर रीडिंग की सटीकता बैटरी चार्ज पर निर्भर नहीं करती है।
  • यांत्रिक क्षति का प्रतिरोध।
  • माप परिणामों को स्मृति में रिकॉर्ड करने और एक पीसी के साथ सिंक्रनाइज़ करने की क्षमता।

2. एनालॉग मल्टीमीटर (Analog Multimeter)

एनालॉग मल्टीमीटर एक स्थायी चुंबक मूविंग कॉइल (PMMC) मीटर-प्रकार मापने वाला उपकरण है। यह डी’आर्सोनवल गैल्वेनोमीटर के सिद्धांत पर काम करता है। एनालॉग मल्टीमीटर में एक एनालॉग डिस्प्ले होता है जो माप के स्तर को इंगित करने के लिए पैमाने पर सूचक के विक्षेपण का उपयोग करता है।

एनालॉग मल्टीमीटर का कार्य करना :-

एनालॉग मल्टीमीटर एक पीएमएमसी प्रकार का उपकरण है, इसलिए जब इसके कॉइल के माध्यम से करंट पास किया जाता है, तो कॉइल स्थायी चुंबक द्वारा उत्पन्न चुंबकीय क्षेत्र में चलती है। कॉइल के साथ एक पॉइंटर जुड़ा होता है। जब कॉइल में करंट प्रवाहित होता है, तो एक डिफ्लेक्टिंग टॉर्क कॉइल पर काम करता है जो इसे एक कोण से घुमाएगा, इसलिए पॉइंटर एक स्केल पर चलता है। नियंत्रण बलाघूर्ण प्रदान करने के लिए स्पिंडल से हेयरस्प्रिंग्स की एक जोड़ी जुड़ी हुई है।

एनालॉग मल्टीमीटर मापने की मात्रा :-

एक विशिष्ट एनालॉग मल्टीमीटर निम्नलिखित विद्युत मात्राओं को माप सकता है –

  • दिष्ट विद्युत धारा का वोल्टेज (DC Voltage)
  • एसी वोल्टेज (AC Voltage)
  • दिष्ट विद्युत धारा (DC Current)
  • प्रतिरोध (Resistance)

एनालॉग मल्टीमीटर के लाभ :-

  • यह लगातार रीडिंग देता है, इस प्रकार सिग्नल में अचानक बदलाव का पता लगाया जा सकता है जो डिजिटल मल्टीमीटर के साथ संभव नहीं है।
  • एनालॉग मल्टीमीटर बहुत सस्ते होते हैं।
  • सभी माप केवल एक मीटर का उपयोग करके किए जा सकते हैं।

एनालॉग मल्टीमीटर के नुकसान :-

  • वे भारी और बड़े आकार के होते हैं।
  • एकाधिक पैमाने, ये भ्रम पैदा कर सकते हैं।
  • कम इनपुट प्रतिरोध।
  • डिजिटल मल्टीमीटर से कम सटीक।

मल्टीमीटर के मुख्य कार्य हैं

  • प्रत्यक्ष धारा(DC) और प्रत्यावर्ती धारा(AC) के वोल्टेज को मापना,
  • प्रत्यक्ष और वैकल्पिक धारा का मापन,
  • प्रतिरोध, विद्युत समाई और अधिष्ठापन का मापन,

मल्टीमीटर का उपयोग कैसे करें

दो प्रकार के मल्टीमीटर मार्किट में उपलब्ध हैं एक है बेसिक डिजिटल मल्टीमीटर और एडवांस्ड डिजिटल मल्टीमीटर । बेसिक डिजिटल मल्टीमीटर में आपको फीचर्स कम मिलेगें लेकिन हमारा काम हो जाता है और कोई भी दिक्कत नहीं है जबकि एडवांस्ड डिजिटल मल्टीमीटर में आपको और भी फीचर्स देखने को मिल जायेंगे जो कि इलेक्ट्रॉनिक में काम करने वाले लोगों को इसकी जरूरत बहुत पड़ती है । आज हम इस आर्टिकल मेंं साधारण डिजिटल मल्टीमीटर के बारे में बात करेंगे ।

मल्टीमीटर का दूसरा नाम क्या है?

एक मल्टीमीटर या एक मल्टीटेस्टर, जिसे वोल्ट/ओम मीटर या वीओएम भी कहा जाता है, एक इलेक्ट्रॉनिक माप उपकरण है जो एक इकाई में कई माप कार्यों को जोड़ता है। एक विशिष्ट मल्टीमीटर में वोल्टेज, करंट और प्रतिरोध को मापने की क्षमता जैसी विशेषताएं शामिल हो सकती हैं।

मल्टीमीटर कितने प्रकार की होती है?

मल्टीमीटर कितने प्रकार के होते हैं?.
मल्टीमीटर दो प्रकार के होते है जैसे की :- ... .
डिजिटल मल्टीमीटर (Digital Multimeter) ... .
डिजिटल मल्टीमीटर के लाभ :- ... .
एनालॉग मल्टीमीटर (Analog Multimeter) ... .
एनालॉग मल्टीमीटर का कार्य करना :- ... .
एनालॉग मल्टीमीटर मापने की मात्रा :- ... .
एनालॉग मल्टीमीटर के लाभ :- ... .
एनालॉग मल्टीमीटर के नुकसान :-.

मल्टीमीटर और एवोमीटर में क्या अंतर है?

मल्टीमीटर मुख्यतः दो प्रकार के होते हैं, एनालॉग और डिजिटल। दोनों का उपयोग विद्युत सर्किट में मापने और गलती का पता लगाने के लिए किया जाता है। मल्टीमीटर, जिसे एवोमीटर के रूप में भी जाना जाता है, एक परीक्षक है जिसका उपयोग विद्युत वोल्टेज, करंट, प्रतिरोध आदि को मापने के लिए किया जाता है। मल्टीमीटर मुख्यतः दो प्रकार के होते हैं, एनालॉग और डिजिटल।

मल्टीमीटर कितने वोल्ट का होता है?

b) डिजिटल मल्टीमीटर में कितने वोल्ट की बैटरी लगी होती है? Digital multimeter में 9 वोल्ट का बैटरी लगा हुआ होता है। इस बैटरी के बिना डिजिटल मल्टीमीटर से कोई भी राशि नहीं मापा जा सकता है। यदि कभी आपका डिजिटल मल्टी मीटर गलत रीडिंग बताने लगे तो एक बार इसके बैटरी को बदलकर चेक जरूर करें।